इस पोस्ट के माध्यम से आप ‘मन उपसर्ग से शब्द’ के बारे में जान पाएंगे, जो कि आपके ज्ञान में विस्तार करेगा। मन उपसर्ग से शब्द के बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें।
उपसर्ग किसे कहते है?
शब्दांश या अव्यय जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ बनाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहा जाता है। आसान भाषा में समझा जाए तो यह कुछ इस प्रकार होगा कि वह अव्यय जो शब्द के पहले लगकर उसका अर्थ बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं। या इसको इस प्रकार भी समझा सकता है, उपसर्ग = उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है- किसी शब्द के साथ जुड़कर नया शब्द बनाना।
मन उपसर्ग से शब्द
मन उपसर्ग से शब्द की सूची नीचे दी गई है:
- मनबल
- मनमोहक
- मनबिलास
- मनवान
- मनहानि
- मनोदशा
- मनोभाव
- मनोकामना
- मनोरथ
- मनोविद्या
- मनोरञ्जन
- मनोसंयम इत्यादि।
मन उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का अर्थ
मन उपसर्ग से बनने वाले शब्दों के अर्थ निम्नवत हैं:
- मनमोहक : मनमोहक का अर्थ ‘मन को मोह लेने वाला’ होता है।
- मनोदशा : मनोदशा का अर्थ ‘मन की स्थिति या अवस्था’ होता है।
- मनोरथ : मनोरथ का अर्थ ‘मन की इच्छा या अभिलाषा’ होता है।
- मनहानि : मनहानि का अर्थ ‘मानसिक हानि या मनोदैहिक नुकसान’ होता है।
- मनवान : मनवान का अर्थ ‘अच्छी वाचन शृंगार से युक्त’ होता है।
मन उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग
मन उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग निम्नलिखित है:
- मोहन की हंसी अत्यंत ही मनमोहक है।
- धन की हानि से कहीं ज्यादा, मनहानि दुखदाई होती है।
- माधवी के मनवान चरित्र की हर कही सरहाना हुई।
- गुरु जी ने राम को मनोरथ पूर्ण होने का वरदान दिया।
- मुकेश की घायल मन की मनोदशा देखकर माधव ने मुकेश को हिम्मत दी।
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FAQs
मन का उपसर्ग मनबल, मनवान, मनमोहक, मनभाव, मनोकामना इत्यादि होता है।
मनोविद्या शब्द में ‘मन’ उपसर्ग प्रयुक्त हुआ है।
मनोरंजन शब्द में ‘मन’ उपसर्ग है।
आशा है कि मन उपसर्ग से शब्द आपके लिए फायदेमंद होंगे। ऐसे ही अन्य उपसर्ग के बारे में पढ़ने के Leverage Edu के साथ बने रहिए।