भारत में हमेशा रंगों का अपना अलग महत्व रहा है। विभिन्न सभ्यताओं में रंगों का उपयोग करने के अपने तरीके हैं और यह जानना दिलचस्प है कि रंगों का उपयोग कैसे किया जाता है। हर रंग का एक खास मतलब होता है और इसी क्रम में काला रंग भी शामिल है। लेकिन क्या आपको पता है की काले रंग का इस्तेमाल बुरी नजर से बचाने के लिए भी किया जाता है और कई जगहों पर काले रंग को शोक का प्रतीक भी माना जाता है जिसके बारे में आपको पता होना चाहिए। इसलिए आज के इस ब्लॉग में हम Kala Rang Kiska Pratik Hai के बारे में जानेंगे।
Kala Rang Kiska Pratik Hai?
काला रंग किसका प्रतीक है (Kala Rang Kiska Pratik Hai) | काले रंग को शुभता और अशुभता दोनों का प्रतीक माना जाता है। |
काले रंग का महत्व
काले रंग का महत्व यहाँ बताया जा रहा है :
- न्याय के देवता और कर्मफलदाता शनि देव का रंग भी काला है।
- काले रंग का इस्तेमाल बुरी नजर से बचाने के लिए भी किया जाता है।
- हिंदु धर्म में भगवान विष्णु के कई रूप हैं। इनमें शालिग्राम पत्थर (काला पत्थर) को भी विशेष माना गया है।
- भगवान शिव के शिवलिंग का रंग भी काला होता है, जिसकी हिन्दू धर्म में काफी मान्यता है।
- काले रंग की महत्ता इस बात से भी समझी जा सकती है कि शक्ति की देवी मां का रंग भी काला है।
Kala Rang Kiska Pratik Hai?
Kala Rang Kiska Pratik Hai : काले रंग को शुभता और अशुभता दोनों का प्रतीक माना जाता है। हिंदू धर्म में काले रंग को शुभ कार्यों के लिए अशुभता का प्रतीक माना जाता है और वहीं इसी काले रंग का इस्तेमाल बुरी नजर से बचाने के लिए भी किया जाता है।
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FAQs
सफ़ेद रंग शुद्धता, शांति और नवीनता का प्रतीक है।
पीला रंग पॉजिटिव एनर्जी का प्रतीक माना जाता है।
हिंदू धर्म में काले रंग को अशुभता का प्रतीक माना जाता है।
गुलाबी रंग युद्ध और शौर्य का प्रतीक है।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको Kala Rang Kiska Pratik Hai के बारे में पता चल गया होगा। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।