Diwali Story in Hindi: जानिए क्यों मनाई जाती है दिवाली?

1 minute read
Diwali Story in Hindi

दिवाली अंधेरे पर प्रकाश का प्रतीक माना जाता है। छोटों से लेकर बड़े सब इस त्यौहार के आने की प्रतीक्षा करते हैं। हिंदू कैलेंडर के अनुसार दिवाली कार्तिक माह में 15वें दिनों में आती है। इस दीपावली के पर्व को आमतौर पर रोशनी का त्योहार माना जाता है, जिसमें घरों को मोमबत्तियों और दीयों से सजाकर, धार्मिक अनुष्ठानों का पालन करके, एक-दूसरे को उपहार और शुभकामनाएं देकर और पटाखे जाला कर मनाया जाता है। इस ब्लॉग में Diwali Story in Hindi के बारे में जानेंगे। तो आइए Diwali Story in Hindi के बारे में विस्तार से जानते हैं।

2023 में कब है दीपावली?

2023 में दिवाली का पर्व 12 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा। इस बार दिवाली का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 40 मिनट से रात 07 बजकर 36 मिनट तक है। लक्ष्मी पूजन के लिए विशेष शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 39 मिनट से मध्य रात्रि 12 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।

दिवाली क्या है और क्यों मनाई जाती है?

दिवाली शब्द का अर्थ है रोशनी वाले दीपकों की पंक्तियां। दीपावली संस्कृत के दो शब्द को मिलकर बनाया गया है – दीप + आवली। ‘दीप’ का मतलब ‘दीपक’ और ‘आवली’ अर्थात ‘लाइन’ या जिसका अर्थ होता है दीपकों की श्रृंखला या दीपों की पंक्तियां। दिवाली को रोशनी के त्योहार के रूप में जाना जाता है क्योंकि इस दिन सभी के घरों, दुकानों और सार्वजनिक स्थानों को लाइट, फूलों और छोटे दीयों के साथ सजाया जाता है। दिवाली हिंदू त्योहारों में से सबसे लोकप्रिय पर्व है। 

दिवाली का ये पर्व कार्तिक माह (अक्टूबर और नवंबर के बीच) में मनाई जाती है। इसका नाम संस्कृत भाषा में दीपावली से लिया गया है। दिवाली का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी माना जाता है। दीपावली का ये त्योहार राम के विजयी होकर अयोध्या लौटने से संबंधित है। कहा जाता है रावण से युद्ध के बाद उनके स्वागत के लिए पूरी अयोध्या के लोग ने अपने घरों को साफ की और राम सीता और लक्षमण के आने वाले द्वार पर रोशन करने के लिए तेल के दीपक रखे। तेल के दीपक जलाने की परंपरा आज भी दिवाली के त्योहार का एक प्रमुख अंग है।

कैसे मनाई जाती है दिवाली?

लोगों के लिए दिवाली का त्योहार पांच दिवसीय होता है, जोकि देवी लक्ष्मी और गणेश के पूजन का सम्मान करता है। इस दिन लोग अपने घरों में लक्ष्मी जी के आगमन के लिए घरों के द्वार और विभ्भिन जगहों पर दीपक जलाए जाते हैं। हम कई तरीकों से दिवाली के इस त्योहार मनाते हैं, जिसमें कई चीजें शामिल हैं। जैसे-

  • घर की सफ़ाई
  • नए कपड़े पहनना
  • उपहारों का आदान-प्रदान
  • अनेक प्रकार के भोजन
  • ऑफिस और घरों को दीपक और लाइट की रोशनी से सजाना

दिवाली का महत्व

दिवाली पर्व के पीछे एक महत्व और एक कहानी छुपी हुई है। दिवाली बुराई पर अच्छाई और अहंकार पर ज्ञान की विजय का प्रतीक मन जाता है। दिवाली को हम रोशनी का पर्व इस लिए भी कहते हैं, क्योंकि यह त्योहार लोगों में अंधकार के विचारों को मिटाकर और बुराइयों को खत्म करने का समय दर्शाता है। 

दीपावली का यह त्योहार धर्म और जाति की बाधाओं को दूर कर देश के हर कोने में उत्शाह बिखेरता है। इस दिन मन्यता है की सभी ज्ञान, स्वास्थ्य, धन, शांति और समृद्धि की प्राप्ति के लिए माता लक्ष्मी और गणपति जी की आराधना करते है। इस दिन बच्चों की ख़ुशी देखते बनती है जब वे सब कुछ भूल का खूब मस्ती के साथ पटाखे जलाए जाते हैं। माना जाता है कि पटाखों की आवाज और उनसे निकले धुएं की वजह से पर्यावरण को बहुत नुकसान होता है, इसलिए अपनी खुशी को मनाने के लिए पटाखों का प्रयोग करें।

दिवाली का है विशेष संबंध रामायण की कथा से 

दिवाली से जुड़ी सबसे लोकप्रिय रामायण की कहानी है, की जब 14 वर्ष के वनवास के बाद और रावण को हराने के बाद भगवान राम जब अयोध्या वापस आए, उस ख़ुशी में  अयोध्या नगरवासीयों ने बहुत धूम-धाम से भगवान राम का स्वागत किया। राम के इस वनवास के समय लंका के दुष्ट राजा रावण ने सीता माता का अपहरण कर लिया। बहुत सारी समस्याओं और खोज के बाद भगवान राम ने लंका पर विजय प्राप्त कर ली और सीता को रावण की लंका से मुक्त कराया। राम की असत्य पर सत्य की जीत और राजा राम की अयोध्या वापसी की ख़ुशी में लोगों ने राज्य को दीयों से रोशन किया और  मिठाइयाँ बाँटकर खुशियाँ मनाईं।

दुनिया के टॉप 5 देश कौनसे हैं जहां दिवाली मनाई जाती है?

Diwali Story in Hindi जानने के बाद अब यह जानते हैं कि दुनिया के वो टॉप 5 देश कौनसे हैं जहां बड़े जोर-शोर से दिवाली मनाई जाती है, जो इस प्रकार हैं:

  • भारत 
  • अमेरिका
  • यूनाइटेड किंगडम
  • न्यूज़ीलैंड
  • ऑस्ट्रेलिया
  • जर्मनी

FAQs

देव दीपावली कब है 2023?

26 नवंबर 2023।

2023 में धनतेरस और दिवाली कब है?

इस साल धनतेरस 10 नवंबर और दिवाली 12 नवंबर 2023 को है। 

दीपावली में किसकी पूजा होती है?

माता लक्ष्मी और गणपति जी की। 

राम जी को कितने वर्ष का वनवास हुआ?

14 वर्ष का। 

हमें आशा है कि Diwali Story in Hindi के इस ब्लॉग के साथ आपको दुनियाभर में दिवाली के जश्न के बारे में पता चल गया होगा। अन्य तरह के ट्रेंडिंग इवेंट्स पर ब्लॉग्स पढ़ने के लिए बने रहिए Leverage Edu के साथ।

प्रातिक्रिया दे

Required fields are marked *

*

*