दुर्गा पूजा भारत में एक प्रमुख हिंदू त्योहारों में से एक है, जो राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की विजय का जश्न मनाता है। करीब 10 दिनों तक चलने वाले इस पवित्र उत्सव में सजावटी पंडालों में देवी की विभिन्न रूपों से तैयार की गई मूर्तियां स्थापित की जाती हैं। और उनकी विधिपूर्वक पूजा की जाती है। दुर्गा पूजा वर्ष में 2 बार मनाई जाती है, एक मार्च-अप्रैल माह में, तो वही दूसरी अक्टूबर माह में। इस पर्व का आयोजन समुदायों को एकजुट करता है और भारत की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करता है। इसके अलावा यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतिक है। इसलिए इस ब्लॉग में दुर्गा पूजा कब है (Durga Puja Kab Hai) के बारे में बताया गया है।
दुर्गा पूजा 2024 में कब मनाई जाएगी?
2024 में दुर्गा पूजा कब है (Durga Puja Kab Hai) के बारे में यहाँ बताया गया है :
दिन | दिन का नाम | तारीख | दिन के बारे में |
पहला दिन | महालय (Mahalaya) | 2 अक्टूबर 2024 | महालया दुर्गा पूजा उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है। |
दूसरे से पांचवे दिन तक | सम्मान के दिन (Days of honoring) | 3 अक्टूबर से 7 अक्टूबर 2024 | नवरात्रि के दूसरे से पांचवें दिन तक मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है |
पांचवा दिन | महा पंचमी (Maha Panchami) | 8 अक्टूबर 2024 | यह देवी दुर्गा के नौ दिवसीय उत्सव का पांचवां दिन है। |
छठा दिन | महा षष्ठी (Maha Sashti) | 9 अक्टूबर 2024 | महा षष्ठी नवरात्रि का छठा दिन है और इसे बहुत भव्यता के साथ मनाया जाता है क्योंकि देवी दुर्गा को उनके अवतारों में से एक देवी कात्यायनी के रूप में मनाया जाता है। |
सातवा दिन | महा सप्तमी (Maha Saptami) | 10 अक्टूबर 2024 | महा सप्तमी वह दिन है जब देवी दुर्गा और राक्षस राजा महिषासुर के बीच पौराणिक युद्ध शुरू हुआ था |
आठवा दिन | दुर्गा अष्टमी (Durga Ashtami) | 11 अक्टूबर 2024 | यह दिन देवी शक्ति को समर्पित है, एक दुर्गा अवतार जो स्थायी शक्ति और ‘बुराई’ पर ‘अच्छाई’ की विजय का प्रतिनिधित्व करती है। अस्त्र पूजा अनुष्ठान के दौरान, देवी दुर्गा के हथियारों की पूजा और मंत्रों का जाप किया जाता है। |
नवा दिन | महानवमी (Maha Navami) | 12 अक्टूबर 2024 | महानवमी को देवी और राक्षस के बीच लंबी लड़ाई के दौरान वह दिन माना जाता है जब देवी ने राक्षस को घातक रूप से घायल कर दिया था। |
दसवां दिन | विजयादशमी (Vijayadashami) | 13 अक्टूबर 2024 | युद्ध का 10वां दिन, जिसे विजयादशमी कहा जाता है, वह दिन है जब अंततः देवी द्वारा राक्षस को परास्त किया गया था। |
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दुर्गा पूजा क्यों मनाई जाती है?
दुर्गा पूजा एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है जो मुख्य रूप से भारत के पश्चिम बंगाल, असम और अन्य पूर्वी भारतीय राज्यों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार देवी दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित है, जो शक्ति और विजय की देवी मानी जाती हैं। इस त्योहार के माध्यम से देवी दुर्गा के राक्षस महिषासुर पर विजय प्राप्त करने की कहानी का पुनरावलोकन किया जाता है। यह विजय राक्षसों पर अच्छाई की जीत और बुराई की हार का प्रतीक है।
इस दौरान देवी दुर्गा की भव्य मूर्तियों की स्थापना की जाती है, धार्मिक अनुष्ठान और पूजा अर्चना की जाती है और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। यह समय सामाजिक एकता और सांस्कृतिक परंपराओं को बढ़ावा देने का भी अवसर होता है।
FAQs
बुराई पर अच्छाई का प्रतिक।
दुर्गा पूजा आमतौर पर अश्विन मास (सितंबर-अक्टूबर) में नवरात्रि के दौरान मनाई जाती है, जो महालया से शुरू होकर विजयादशमी (दशहरा) तक चलती है।
दुर्गा पूजा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। यह महिषासुर पर देवी दुर्गा की विजय का उत्सव है।
दुर्गा पूजा एक हिंदू त्योहार है जो देवी दुर्गा की पूजा और उनकी विजय को राक्षस महिषासुर पर याद करने के लिए मनाया जाता है। यह मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा, बिहार, और त्रिपुरा में विशेष उत्साह से मनाया जाता है।
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