बजट आय और व्यय पर आधारित एक व्यय योजना है जिसमें सरकार कमाई और खर्च का लेखा-जोखा पेश करती है। इस बार केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 2024-25 के लिए अंतरिम बजट 1 फरवरी को संसद में पेश किया जायेगा और इससे पहले अंतरिम बजट 2019 में पेश किया गया था वहीं पूर्ण बजट आम चुनावों के बाद नई सरकार द्वारा पेश किया जाता है। कई बार प्रतियोगी परीक्षाओं में अंतरिम व पूर्ण बजट के बीच अंतर पूछ लिया जाता है। इसलिए आज के इस ब्लॉग में हम Budget in Hindi के बारे में जानेंगे।
अंतरिम बजट
केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 2024-25 के लिए अंतरिम बजट 1 फरवरी को संसद में पेश किया जायेगा। इसमें वित्तीय वर्ष के शुरुआती महीनों को कवर करने वाला एक छोटा बजट बनाया जाता है। यह सरकार की आय और व्यय पर ध्यान केंद्रित करता है, जिससे उसे चुनाव के बाद नई सरकार के कार्यभार संभालने तक खर्चों का प्रबंधन करने की अनुमति मिलती है साथ ही अंतरिम बजट अंतरिम अवधि के दौरान वित्तीय स्थिरता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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पूर्ण बजट
पूर्ण बजट आम तौर पर हर वर्ष 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। बजट के माध्यम से गवर्मेंट फाइनेंशियल ईयर के लिए कमाई और खर्च का लेखा-जोखा पेश करती है। देश में हर वर्ष 1 अप्रैल से अगले वर्ष की 31 मार्च को वित्त वर्ष माना जाता है और केंद्रीय बजट इसी समय के लिए पेश किया जाता है। यूनियन बजट को दो भागों (पूंजीगत बजट और राजस्व बजट) में डिवाइड किया गया है। जिसमें से पूंजीगत बजट में सरकार के भुगतान शामिल होते हैं और राजस्व बजट में वे वस्तुएं शामिल होती हैं जो सरकार की संपत्तियों को प्रभावित नहीं करती हैं।
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अंतरिम व पूर्ण बजट में अंतर
Budget in Hindi में अंतरिम व पूर्ण बजट के बीच अंतर यहाँ बताया गया है :
- अंतरिम बजट आम चुनाव से ठीक पहले केंद्र सरकार द्वारा पेश किया जाने वाला बजट है और पूर्ण बजट केंद्र सरकार द्वारा संसद में प्रस्तुत किया जाने वाला एक वार्षिक बजट है।
- लोकसभा में अंतरिम बजट का लेखा-जोखा बिना चर्चा के पारित हो जाता है लेकिन पूर्ण बजट पूरी चर्चा के बाद ही पारित किया जाता है।
- अंतरिम बजट में पिछले साल की आय और खर्चों का जिक्र किया जाता है और इसमें अगली सरकार द्वारा कार्यभार संभालने तक कुछ महीनों के खर्चों का भी जिक्र होता है। लेकिन अंतरिम बजट में आय के स्रोतों का विवरण नहीं दिया जाता है।
- पूर्ण बजट के 2 अलग-अलग भाग होते हैं, एक भाग पिछले वर्ष के खर्चों और आय से संबंधित होता है और दूसरा भाग अलग अलग माध्यम से धन जुटाने की सरकार की योजना होती है।
- अंतरिम बजट चुनावी वर्ष के दौरान, वित्तीय वर्ष के लगभग 2 से 4 महीने की अवधि के लिए होता है वहीं पूर्ण बजट में पिछले वर्ष की आय और व्यय का विवरण विस्तार से दिया जाता है।
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FAQs
26 नवंबर 1947 में लागू हुआ था।
अंतरिम बजट एक तरह का अस्थाई बजट है और इसमें नई सरकार के कार्यभार संभालने तक के लिए संसद से जरूरी खर्च के लिए मंजूरी लेनी होती है।
केंद्रीय बजट फरवरी के महीने में पेश किया जाता है।
अंतरिम बजट केन्द्रीय वित्तमंत्री द्वारा पेश किया जाता है।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको Budget in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।