CSIR Full Form in Hindi: जानिए वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के कार्य, उद्देश और विजन

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CSIR Full Form in Hindi

CSIR की फुल फॉर्म काउंसिल ऑफ़ सेंट्रल एंड इंडस्ट्रीयल रिसर्च (Form Council of Central and Industrial Research) होता है। यह एक ऑटोनोमस बॉडी है जो एक अग्रणी और विकासशील संस्था है। CSIR की स्थापना सितंबर 1942 में की गई थी। यह संस्था मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा स्पॉन्सर्ड है। यह संस्था 1860 सोसायटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत कार्य करती है। CSIR एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, ओशन साइंस, ऑर्गेनिक साइंस, मेटलर्जी, केमिस्ट्री, माइनिंग, फूड, ऑयल, लेदर और एनवायरमेंटल साइंस के क्षेत्रों में रिसर्च करती है। CSIR के पास में 2971 वर्ल्ड वाइड पेटेंट और 1592 इंडियन पेटेंट हैं। CSIR Full Form in Hindi के बारे में अधिक जानने के लिए इस लेख को विस्तार से पढ़ें। 

CSIR Full Form in Hindi – सीएसआईआर की फुल फॉर्म 

CSIR Full Form in Hindi  सीएसआईआर (काउंसिल ऑफ़ सेंट्रल एंड इंडस्ट्रीयल रिसर्च)

CSIR के लक्ष्य 

CSIR के लक्ष्यों  के बारे में  नीचे दिया गया है:

  • यह संगठन भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
  • सीएसआईआर वैज्ञानिक विकास पर जोर देता है ताकि भारत के लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके।
  • सीएसआईआर वैज्ञानिक अनुसंधान, औद्योगिक सहयोग, मानव संसाधन विकास और सामाजिक प्रभाव पैदा करके अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो सकता है।

CSIR के संगठन की संरचना

CSIR का स्ट्रक्चर निम्न प्रकार से है:

  • भारत के प्रधान मंत्री CSIR की अध्यक्षता करते हैं।
  • साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर CSIR के वाइस चेयरमैन की भूमिका निभाते हैं। 
  • गवर्निंग अथॉरिटी का हेड डायरेक्टर जनरल होता है। 
  • फाइनेंस सेक्रेटरी की CSIR में एडिशनल भूमिका होती है। 
  • बाकी अन्य मेंबर्स CSIR में 3 साल के लिए कार्यरत होते हैं। ये मेंबर्स एडवाइजरी बोर्ड में होते हैं। CSIR में इनकी कुल संख्या 15 है। इन मेंबर्स का काम साइंस के फील्ड से रिलेटेड एडवाइस देना होता है।

CSIR का दृष्टिकोण

CSIR के के कार्यों में विज्ञान रिसर्च शामिल है को वैश्विक प्रभाव के लिए कार्य करती हो। CSIR के दृष्टिकोण में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन ड्रिवन इंडस्ट्री को बढ़ावा देना है जिससे इंटरडिसिप्लिनरी लीडरशिप को बढ़ावा दिया जा सके, जिससे भारतीय लोगों के लिए समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा मिले। CSIR के कार्यों में राष्ट्र और लोगों के हित में रिसर्च, टेक्नोलॉजी और सोशल एफर्ट्स को बढ़ावा देना शामिल है। राष्ट्र के लक्ष्य और आकांक्षाएँ बढ़ने के साथ साथ CSIR की उस क्षेत्र में प्रगति की अपेक्षाएं भी बढ़ती है। CSIR के दृष्टिकोण में साइंटिफिक और टेक्निकल प्रोग्रेस के साथ उच्च जीवन स्तर की इच्छा के प्रयास भी दिखाई देते हैं। CSIR ने लंबे समय से चली आ रही इकोनॉमिक और डेवलपमेंटल मिथकों का खंडन किया गया है। CSIR इंजीनियरिंग के साथ-साथ साइंस में भी लीडरशिप के लिए भी प्रेरित है। CSIR इनोवेटिव टेक्निकल सॉल्यूशंस के लिए कार्यरत है। CSIR के दृष्टिकोण में क्राउडसोर्सिंग, ओपन इनोवेशन, इंटर डिसिप्लिनरी एरियाज में टैलेंट डेवलपमेंट, साइंस बेस्ड एंटरप्रेन्योरशिप और सोशियो इकोनॉमिक ट्रांसफॉर्मेशन के लिए साइंस और टेक्नोलॉजी का इंटरवेंशन शामिल है।

CSIR के प्रमुख उद्देश्य

CSIR के प्रमुख उद्देश्य निम्न प्रकार से हैं:

  • CSIR का एक मुख्य उद्देश्य नेशनल लेवल पर साइंटिफिक और इंडिस्टियल रिसर्च करना है। इसका मुख्य कारण इंडिया के साइंटिफिक और इंडिस्टियल रिसर्च को बढ़ावा देना, इस क्षेत्र में दिशा निर्देशन और समन्वय करने के साथ रिसर्चर्स को एस्टेब्लिश करके उनकी फाइनेंसिंग करना है। जिससे देश की उन्नति को बढ़ावा दिया जा सके। 
  • इंडस्ट्रीज और बिजनेसेज़ के समर्थन के लिए उन्हे प्रभावित करने वाली सभी समस्याओं के प्रति संस्थाओं के विभाग की स्थापना करना और उन्हे सहायता देना भी शामिल है। 
  • CSIR का अन्य उद्देश्य रिसर्च स्कॉलरशिप और थीसिस भी प्रदान करना है। 
  • CSIR के तहत की गई रिसर्च के परिणामों को राष्ट्र के उद्योग के विकास में लागू करना है।
  • रिसर्च से प्राप्त रॉयल्टी के एक हिस्से को उन लोगों में बांटना जिन्होंने इस रिसर्च में अहम योगदान दिया है। 
  • साइंटिफिक और इंडिस्टियल रिसर्च को बढ़ाने के लिए लैबोरेट्री, वर्कशॉप्स और आर्गेनाइजेशन और मेंटेन करना है। 
  • इंडस्ट्री में आने वाली समस्याओं के संबंध में इनफॉर्मेशन कलेक्ट करना और उसका समाधान निकालना। 
  • एसाइंटिफिक पैपर्स और इंडस्ट्रियल रिसर्च एंड डेवलपमेंट मैगजीन पब्लिश करना।

CSIR की उपलब्धियां 

यहाँ CSIR की उपलब्धियां बताई जा रही हैं : 

  • सीएसआईआर विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने में सफल रहा और इसने भारत के वैज्ञानिक समुदाय में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
  • संगठन ने पहली भारतीय सिंथेटिक दवा यानी मलेरिया रोधी दवा ‘क्लोरोक्वीन’ के साथ-साथ कैंसर रोधी दवा ‘पैक्लिटैक्सेल’ भी विकसित की है।
  • सीएसआईआर ने प्राकृतिक अवयवों से मधुमेह के लिए बीजी-34 भी विकसित किया है जो मधुमेह के प्रबंधन में मदद करता है।
  • संगठन के पास आम तौर पर इंजीनियरिंग, रिमोट सेंसिंग और सामग्री विज्ञान में अंतरिक्ष अनुसंधान में विशेषज्ञता है।
  • सीएसआईआर ने आयुर्वेद जैसी पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों के विकास में भी योगदान दिया है।
  • सीएसआईआर प्रदूषण निगरानी, ​​जलवायु परिवर्तन शमन रणनीतियों और वायु गुणवत्ता मूल्यांकन पर पर्यावरण अनुसंधान करता है।
  • सीएसआईआर रोजगार के अवसर पैदा करने में भी योगदान दे रहा है।
EWS फुल फॉर्मRBC फुल फॉर्म
IAS फुल फॉर्मSSC फुल फॉर्म
MRI फुल फॉर्मESIC फुल फॉर्म
AIIMS फुल फॉर्मBCCI फुल फॉर्म
HTML फुल फॉर्मSSC CGL फुल फॉर्म
DSSSB फुल फॉर्मNRGTS फुल फॉर्म
NCAP फुल फॉर्मCBSE फुल फॉर्म
KVS फुल फॉर्मNoida फुल फॉर्म
SSC GD फुल फॉर्मPTE फुल फॉर्म
PGT फुल फॉर्मT20 फुल फॉर्म
PVR फुल फॉर्मAM PM फुल फॉर्म
PVTG  फुल फॉर्मRPSC फुल फॉर्म
Psveep full form in hindi फुल फॉर्मTGIF फुल फॉर्म
HTTP फुल फॉर्मsveep full form in hindi फुल फॉर्म
APL फुल फॉर्मNTPC फुल फॉर्म
AICTE फुल फॉर्मSBI फुल फॉर्म
IELTS फुल फॉर्मPCB फुल फॉर्म 
GIS फुल फॉर्म ASI फुल फॉर्म 

उम्मीद है, CSIR Full Form in Hindi के बारे में आपको समझ आया होगा। यदि आप फुल फॉर्म के अन्य ब्लॉग्स पढ़ना चाहते हैं तो Leverage Edu के साथ बनें रहें।

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