History of Computer in Hindi: कंप्यूटर का इतिहास

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History of Computer in Hindi

History of Computer in Hindi: आधुनिक युग की बात करें तो कंप्यूटर दुनिया भर की जरुरत बन चुके हैं। आज दुनिया कंप्यूटर पर सब कुछ कर रही है। काम से लेकर पढ़ाई तक। लेकिन आपने कभी सोचा है कंप्यूटर की शुरुआत कब, कहाँ, क्यों और कैसे हुई? तो इस ब्लॉग कंप्यूटर का इतिहास (History of Computer in Hindi) दिया गया है जो आपको ये सब जानने में मदद करेगा। 

कंप्यूटर का इतिहास (History of Computer in Hindi) 

चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) एक मैथमैटिशन, दर्शन, आविष्कार और इंजीनियरिंग जैसे कई क्षेत्रों में माहिर थे। इसीलिए चार्ल्स बैबेज को “Father of Computer” भी कहा जाता है। 19वीं सदी में गणित के प्रोफेसर चार्ल्स बैबेज ने कंप्यूटर का आविष्कार किया था। उनकी बनाई मशीन बहुत बड़ी थी और भाप से चलती थी।

चार्ल्स ने कंप्यूटर को इसलिए भी बनाया था ताकि कैलकुलेशन में ज्यादा समय न लगे और व्यापारी और कर्मचारी सारा हिसाब किताब चुटकियों में कर लें। कंप्यूटर को विशेष कर गणना के लिए ही बनाया था। 

कंप्यूटर के इतिहास समयरेखा  

कंप्यूटर का इतिहास सदियों पुराना है, जिसकी शुरुआत कैलकुलेशन करने के लिए हुई थी। आज यह AI तक पहुँच गया है। कंप्यूटर के इतिहास की समय रेखा को निचे स्टेप्स के जरिये समझाया व दर्शाया गया है। 

  • लगभग 2400 ईसा पूर्व: बेबिलोनिया में अबेकस का आविष्कार हुआ जो पहला कैलकुलेशन यंत्र बना। 
  • लगभग 1800 ईसा पूर्व: बेबीलोन में ही एल्गोरिथम की अवधारणा विकसित की गई, जो समस्याओं को हल करने के लिए चरण-दर-चरण निर्देशों का एक समूह है।
  • 200 ईसा पूर्व: जापान में गिनतारा (एक प्रकार का अबेकस) का उपयोग शुरू हुआ।
  • वर्ष 1623: जर्मनी के विल्हेम शिकार्ड ने पहली यांत्रिक कैलकुलेटर घड़ी का आविष्कार किया, जो जोड़ और घटाव कर सकती थी।
  • वर्ष 1642: फ्रांस के ब्लेज पास्कल ने पास्कलाइन का आविष्कार किया, जिसे पहला यांत्रिक डिजिटल कैलकुलेटर माना जाता है। यह केवल जोड़ और घटाव कर सकता था।
  • वर्ष 1822: इंग्लैंड के चार्ल्स बैबेज ने डिफरेंस इंजन का डिजाइन तैयार किया, जिसे पहला यांत्रिक कंप्यूटर माना जाता है, हालांकि यह उनके जीवनकाल में पूरी तरह से नहीं बन पाया। बैबेज को आधुनिक कंप्यूटर का जनक माना जाता है।
  • वर्ष 1876: अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने टेलीफोन का आविष्कार किया, जो संचार के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण क्रांति थी।
  • वर्ष 1886: विलियम बरौघ ने एक सफल यांत्रिक गणना मशीन विकसित की, जो व्यावसायिक रूप से सफल हुई।
  • वर्ष 1938: जर्मनी के कोनराड ज़्यूस ने पहला कार्यात्मक प्रोग्रामेबल कंप्यूटर, Z1 बनाया, जो रिले पर आधारित था।
  • वर्ष 1940: टेलीविजन में रंगीन प्रसारण की शुरुआत अमेरिका में हुई।
  • वर्ष 1944: आईबीएम ने इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर का निर्माण किया, जिसका नाम मार्क I था और यह हॉवर्ड ऐकेन के नेतृत्व में विकसित हुआ था।
  • वर्ष 1953: पहला उच्च-गति वाला प्रिंटर, UNIVAC हाई-स्पीड प्रिंटर, रेमिंगटन रैंड द्वारा विकसित किया गया था।
  • वर्ष 1946: पहला इलेक्ट्रॉनिक सामान्य-उद्देश्यीय डिजिटल कंप्यूटर, ENIAC (इलेक्ट्रॉनिक न्यूमेरिकल इंटीग्रेटर एंड कंप्यूटर), जॉन मौचली और जे. प्रेस्पर एकर्ट द्वारा बनाया गया था।
  • वर्ष 1958: सबसे पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर बनाया गया था। 
  • वर्ष 1965: पहला व्यावसायिक रूप से सफल मिनी कंप्यूटर, PDP-8 (प्रोग्राम्ड डेटा प्रोसेसर-8), डिजिटल इक्विपमेंट कॉर्पोरेशन (DEC) द्वारा विकसित किया गया था। 
  • वर्ष 1971: इंटेल ने पहला माइक्रोप्रोसेसर, इंटेल 4004 बनाया, जिसने पर्सनल कंप्यूटर के विकास की नींव रखी। 
  • वर्ष 1977: एप्पल ने पहला सफल पर्सनल कंप्यूटर, एप्पल II पेश किया, जिसने व्यक्तिगत कंप्यूटिंग को लोकप्रिय बनाया।
  • वर्ष 1980 का दशक: अमेरिका में पर्सनल कंप्यूटर का उपयोग तेजी से बढ़ा। 1980 तक 10 लाख से अधिक कंप्यूटर उपयोग में थे, 1983 तक यह संख्या 1 करोड़ और 1985 तक 3 करोड़ से अधिक हो गई थी।
  • वर्ष 1985: माइक्रोसॉफ्ट ने अपना पहला ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम, विंडोज 1.0 जारी किया। वर्ष 1992 विंडोज 3.1 की रिलीज़ हुआ था।

अबेकस (ABACUS)

कंप्यूटर के इतिहास (History of Computer in Hindi) का सबसे पुराना डिवाइस अबेकस 2400 ईसा पूर्व चीन ने बनाया था। जो एक लकड़ी का डब्बा था जिसमे धातु से बानी एक रोड होती थी जिसमें पकाये हुए मिटटी से बने गोलों के दाने (BEADS) पिरोये हुए होते थे। जिसका उपयोग एक नियम द्वारा कैलकुलेशन के लिए किया जाता था। इसका इस्तेमाल  व्यापारी जोड़, घटाना, गुणा, और भाग करने के लिए किया करते थे। अबेकस को आज भी चीन, रूस और जापान जैसे अन्य देशों में इस्तेमाल किया जाता है। ABACUS का पूरा नाम Abundant Beads, Addition and Calculation Utility System है। 

नेपीयर की हड्डी (NAPIER’S BONES)

नैपियर बोन एक हाथ से चलने वाला गणना उपकरण है। इसका आविष्कार जॉन नेपियर ने 1550 से 1617 के बीच किया था। यह पहली मशीनों में से एक थी जिसने दशमलव बिंदु का उपयोग किया। नेपियर ने इस उपकरण को बनाने के लिए हाथी दांत की पट्टियों का इस्तेमाल किया था, जो गणनाओं को आसान बनाती थीं।

पास्कलाइन (PASCALINE )

पास्कलाइन पहला मैकेनिकल कैलकुलेटर था, जिसे ब्लेज़ पास्कल ने 1642 से 1644 के बीच बनाया था। यह उस समय का पहला ऑटोमेटिक कैलकुलेटर था। इस कैलकुलेटर का उपयोग सिर्फ जोड़ने और घटाने के लिए किया जाता था। यह एक लकड़ी का बक्सा था जिसमें घूमने वाले पहिए लगे थे। इन पहियों की मदद से जोड़ और घटाव की क्रियाएँ की जाती थीं। इसे BLASE PASCALभी कहते हैं। 

स्टेपड रेकनर (STEPPED RECKONER)

स्टेपड रेकनर एक डिजिटल मैकेनिकल कैलकुलेटर था, जिसे 1673 में गॉटफ्रीड विल्हेम लीबनिज ने बनाया था। इसे स्टेप रेकनर भी कहा जाता था। यह मशीन जोड़, घटाव, गुणा और भाग जैसे गणितीय कार्य कर सकती थी।

डिफरेंस इंजन (DIFFERENCE ENGINE)

डिफरेंस इंजन का आविष्कार 1820 के दशक में चार्ल्स बैबेज ने किया था, जिन्हें आधुनिक कंप्यूटर का जनक माना जाता है। यह भाप से चलने वाला एक मैकेनिकल कंप्यूटर था, जिसे लघुगणक तालिकाओं जैसी सरल गणनाओं को हल करने के लिए बनाया गया था।

एनालिटिकल इंजन (ANALYTICAL ENGINE)

एनालिटिकल इंजन एक ऐसा कंप्यूटर था जिसमें सूचनाओं को स्टोर करने के लिए पंच कार्ड का इस्तेमाल किया जाता था। इसका आविष्कार भी चार्ल्स बैबेज ने 1830 के दशक में किया था। यह किसी भी तरह की गणितीय समस्या को हल करने में सक्षम था और जानकारियों को स्थायी रूप से याद रख सकता था।

टैबूलेटिंग मशीन (TABULATING MACHINE)

यह एक ऐसी मशीन थी जिसका उपयोग आंकड़ों को रिकॉर्ड करने और डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता था। टैबूलेटिंग मशीन पंच कार्ड पर आधारित एक मैकेनिकल टेबुलेटर थी। इसका पहली बार इस्तेमाल 1890 की अमेरिकी जनगणना में हुआ था। इसका आविष्कार हरमन होलेरिथ ने 1890 में किया था, जिन्होंने बाद में एक टेबुलेटिंग मशीन कंपनी शुरू की, जो 1924 में इंटरनेशनल बिजनेस मशीन (IBM) बन गई।

डिफरेंशियल एनालाइजर (DIFFERENTIAL ANALYZER)

कंप्यूटर के इतिहास (History of Computer in Hindi) का यह पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर था, जिसे 1930 में अमेरिका में वन्नेवर बुश ने पेश किया था। डिफरेंशियल एनालाइजर में गणना करने के लिए वैक्यूम ट्यूब का इस्तेमाल होता था। यह पुराने सभी कंप्यूटरों से काफी तेज था और कुछ ही मिनटों में 25 से अधिक गणनाएं कर सकता था। इसका उपयोग मुख्य रूप से विभेदक समीकरणों के कुछ प्रकारों को हल करने के लिए किया जाता था।

मार्क I (MARK 1)

कंप्यूटर के इतिहास में अगला महत्वपूर्ण बदलाव 1937 में शुरू हुआ, जब हॉवर्ड ऐकेन ने एक ऐसी मशीन बनाने की योजना बनाई जो बड़ी संख्याओं की गणना कर सके। मार्क I में इनपुट और आउटपुट के लिए दो कार्ड रीडर, एक पंच कार्ड और दो टाइपराइटर का उपयोग किया गया था।

कंप्यूटर की पीढ़ी 

अब तक कंप्यूटर किन किन चरणों से होकर गुजरा है, यह जानने के लिए इसकी पीढ़ियों को पांच हिस्सों में बांटा गया है। 

कंप्यूटर की पीढ़ी को पांच भाग में बाँट कर आसानी से समझते हैं:

क्रम पीढ़ी और काल टेक्नोलॉजी 
1 .पहली पीढ़ी (1946-1956)वैक्यूम ट्यूब 
2 .दूसरी पीढ़ी (1956-1964)ट्रांसिस्टर 
3.तीसरी पीढ़ी (1964-1970)इंटीग्रेटेड सर्किट 
4.चौथी पीढ़ी (1970-1985)VLSI 
5.पांचवी पीढ़ी (1985-अब तक)ULSIC और AI 

पहली पीढ़ी (1946-1956)

कंप्यूटर की पहली पीढ़ी, जो 1946 से 1956 तक चली, विशाल और महंगे कंप्यूटरों का विकास हुआ, जो वैक्यूम ट्यूब तकनीक पर आधारित थे। ये मशीनें आकार में एक बड़े कमरे जितनी होती थीं और इन्हें चलाने के लिए भारी मात्रा में बिजली की आवश्यकता होती थी। इनमें प्रोग्रामिंग करना बहुत मुश्किल था और मशीन भाषा या असेंबली भाषा का उपयोग किया जाता था। इन शुरुआती कंप्यूटरों का मुख्य उपयोग वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग कैलकुलेशन के लिए किया करते थे। 

पहली पीढ़ी के कुछ प्रमुख कंप्यूटरों में ENIAC (इलेक्ट्रॉनिक न्यूमेरिकल इंटीग्रेटर एंड कंप्यूटर), EDVAC (इलेक्ट्रॉनिक डिस्क्रिट वेरिएबल ऑटोमैटिक कंप्यूटर), UNIVAC (यूनिवर्सल ऑटोमैटिक कंप्यूटर) और IBM 701 शामिल हैं। ये मशीनें अपनी गति और स्वचालित कैलकुलेशन क्षमताओं के कारण अभूतपूर्व थीं, हालांकि इनकी विश्वसनीयता कम थी और ये लगातार रखरखाव की जरुरत पड़ती। 

दूसरी पीढ़ी (1956-1964)

कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी का समय 1956 से 1964 तक माना जाता है। इस पीढ़ी में वैक्यूम ट्यूबों की जगह ट्रांजिस्टर का उपयोग शुरू हुआ। ट्रांजिस्टर वैक्यूम ट्यूबों की तुलना में छोटे, तेज, सस्ते और कम ऊर्जा खपत करने वाले थे, जिससे कंप्यूटर का आकार छोटा हुआ और उनकी गति तथा विश्वसनीयता में सुधार आया। इस पीढ़ी में उच्च-स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषाओं जैसे FORTRAN और COBOL का विकास हुआ, जिससे प्रोग्रामिंग करना पहली पीढ़ी की तुलना में आसान हो गया था। 

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों का उपयोग व्यावसायिक और वैज्ञानिक दोनों क्षेत्रों में बढ़ने लगा। कुछ प्रमुख कंप्यूटरों में IBM 1401, IBM 7090, UNIVAC 1107 और CDC 1604 शामिल थे। इस पीढ़ी में बैच प्रोसेसिंग और मल्टीप्रोग्रामिंग जैसी ऑपरेटिंग सिस्टम अवधारणाओं का भी विकास हुआ, जिसने कंप्यूटरों की कार्यक्षमता को और बढ़ाया।

तीसरी पीढ़ी (1964-1970)

कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी का काल 1964 से 1970 तक माना जाता है। इस पीढ़ी में ट्रांजिस्टर की जगह इंटीग्रेटेड सर्किट (IC) या एकीकृत परिपथ का उपयोग शुरू हुआ। एक IC में कई ट्रांजिस्टर, प्रतिरोधक और कैपेसिटर एक छोटे से सिलिकॉन चिप पर एकीकृत होते थे। इससे कंप्यूटरों का आकार और भी छोटा हो गया, उनकी गति और विश्वसनीयता में और वृद्धि हुई, और लागत में कमी आई।

तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों में ऑपरेटिंग सिस्टम का विकास अधिक महत्वपूर्ण हुआ, जिससे एक ही समय में कई अलग-अलग प्रोग्राम चलाना संभव हो गया। टाइम-शेयरिंग की अवधारणा भी इसी पीढ़ी में आई, जिससे कई उपयोगकर्ता एक ही कंप्यूटर को एक साथ साझा कर सकते थे। IBM 360 श्रृंखला इस पीढ़ी के सबसे लोकप्रिय कंप्यूटरों में से एक थी। 

चौथी पीढ़ी (1970-1985)

कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी का समय 1970 से 1985 तक माना जाता है। इस पीढ़ी में लार्ज स्केल इंटीग्रेशन (LSI) और वेरी लार्ज स्केल इंटीग्रेशन (VLSI) तकनीकों का विकास हुआ। इन तकनीकों ने एक ही माइक्रोचिप पर हजारों और लाखों ट्रांजिस्टर को एकीकृत करना संभव बना दिया। माइक्रोप्रोसेसर का आविष्कार इस पीढ़ी की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। पहला माइक्रोप्रोसेसर, इंटेल 4004, 1971 में विकसित किया गया था।

माइक्रोप्रोसेसर के विकास ने व्यक्तिगत कंप्यूटर (PC) के युग की शुरुआत की। छोटे, शक्तिशाली और अपेक्षाकृत सस्ते कंप्यूटर अब आम लोगों के लिए उपलब्ध हो गए। Apple II और IBM PC इस पीढ़ी के कुछ लोकप्रिय व्यक्तिगत कंप्यूटर थे। नेटवर्किंग तकनीकों का भी विकास हुआ, जिससे कंप्यूटरों को आपस में जोड़ना और डेटा साझा करना संभव हो गया। चौथी पीढ़ी ने कंप्यूटर को प्रयोगशालाओं और बड़े संगठनों से निकालकर घरों और छोटे व्यवसायों तक पहुँचा दिया, जिससे सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में क्रांति आ गई।

पांचवी पीढ़ी (1985-अब तक)

कंप्यूटर की पांचवीं पीढ़ी 1985 से लेकर अब तक जारी है और यह कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence – AI) पर आधारित है। इस पीढ़ी का लक्ष्य ऐसे कंप्यूटर विकसित करना है जो सोचने, सीखने और निर्णय लेने में मनुष्यों के समान क्षमता रखते हों। इस दिशा में सुपर लार्ज स्केल इंटीग्रेशन (SLSI) तकनीक का विकास हुआ है, जिससे एक ही चिप पर करोड़ों ट्रांजिस्टर को एकीकृत करना संभव हो गया है।

पांचवीं पीढ़ी में पैरेलल प्रोसेसिंग (समानांतर प्रसंस्करण) और वितरित कंप्यूटिंग जैसी तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे जटिल समस्याओं को तेजी से हल किया जा सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विभिन्न पहलू, जैसे कि मशीन लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण), रोबोटिक्स और विशेषज्ञ प्रणालियाँ, इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। आज के कंप्यूटर, स्मार्टफोन, लैपटॉप, सुपर कंप्यूटर और क्लाउड कंप्यूटिंग इसी पीढ़ी के उदाहरण हैं, जो लगातार विकसित हो रहे हैं और हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित कर रहे हैं।

History of Computer in Hindi GK MCQs

कंप्यूटर के इतिहास से जुड़े नीचे 30 MCQs दिए गए हैं उत्तर के साथ : 

1. UNIVAC का पूर्ण रूप क्या है?

A) यूनिवर्सल ऑटोमेटिक कंप्यूटर

B) यूनिवर्सल एरे कंप्यूटर

C) यूनिक ऑटोमेटिक कंप्यूटर

D) अनवैल्यूड ऑटोमेटिक कंप्यूटर 

उत्तर: A

2. माइक्रोप्रोसेसरों का उपयोग किस पीढ़ी के कंप्यूटरों में किया गया था?

A) पहली पीढ़ी

B) दूसरी पीढ़ी

C) तीसरी पीढ़ी

D) चौथी पीढ़ी

उत्तर: D

3. एकीकृत सर्किट (IC) कंप्यूटर की किस पीढ़ी से संबंधित हैं?

A) पहली पीढ़ी

B) दूसरी पीढ़ी

C) तीसरी पीढ़ी

D) चौथी पीढ़ी

उत्तर: C

4. हाइब्रिड कंप्यूटर किस प्रकार के कंप्यूटरों का मिश्रण है?

A) डिजिटल कंप्यूटर

B) एनालॉग कंप्यूटर

C) डिजिटल और एनालॉग कंप्यूटर दोनों

D) उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर: C

5. कौन सा कंप्यूटर EBCDIC नामक 8-बिट कोड का उपयोग करता है?

A) मिनीकंप्यूटर

B) माइक्रो कंप्यूटर

C) मेनफ्रेम कंप्यूटर

D) सुपर कंप्यूटर

उत्तर: C

6. पहली पीढ़ी के कंप्यूटर का मुख्य घटक क्या था?

A) ट्रांजिस्टर

B) वैक्यूम ट्यूब और वाल्व

C) एकीकृत सर्किट

D) उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर: B

7. तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर में कौन सा IC उपयोग किया गया था?

A) SSI

B) MSI

C) LSI

D) A और B दोनों

उत्तर: D

8. निम्नलिखित में से कौन सा विशेष उद्देश्य कंप्यूटर था?

A) ABC

B) ENIAC

C) EDVAC

D) उपरोक्त सभी

उत्तर: A

9. Atanasoff और Clifford द्वारा आविष्कार किए गए कंप्यूटर का नाम क्या था?

A) मार्क I

B) ABC

C) Z3

D) उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर: B

10. 1973 तक किस कंप्यूटर को पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर माना जाता था?

A) ENIAC

B) मार्क I

C) Z3

D) ABC

उत्तर: A

11. आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर किस कार्य के लिए बनाया गया है?

A) त्वरित गणितीय गणना करना

B) डेटा का इनपुट, स्टोरेज, हेरफेर और आउटपुट

C) इलेक्ट्रॉनिक डेटा प्रोसेसिंग

D) दोहराए जाने वाले कार्यों को सटीक रूप से करना

उत्तर: B

12. वैक्यूम ट्यूब का आविष्कार कब हुआ था?

A) 1900

B) 1906

C) 1910

D) 1880

उत्तर: B

13. 80286 माइक्रोप्रोसेसर वाला कंप्यूटर क्या कहलाता है?

A) XT कंप्यूटर

B) AT कंप्यूटर

C) PS/2 कंप्यूटर

D) उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर: B

14. डिजिटल कंप्यूटर मुख्य रूप से कहाँ विकसित किया गया था?

A) USSR

B) जापान

C) USA

D) UK

उत्तर: C

15. आज की कंप्यूटर दिग्गज IBM को पहले किस नाम से जाना जाता था?

A) Tabulator Machine Co.

B) Computing Tabulating Recording Co.

C) The Tabulator Ltd.

D) International Computer Ltd.

उत्तर: B

16. अबेकस (Abacus) क्या था?

A) इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर

B) मैकेनिकल कंप्यूटर

C) इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर

D) मैकेनिकल कैलकुलेटर

उत्तर: D

17. इलेक्ट्रॉनिक चिप्स बनाने के लिए किसका उपयोग किया जाता है?

A) बस

B) कंट्रोल यूनिट

C) सेमीकंडक्टर

D) A और B दोनों

उत्तर: C

18. अबेकस में प्रत्येक मनके का मूल्य क्या है?

A) 1

B) 3

C) 5

D) 7

उत्तर: C

19. मेमोरी ट्रिक ‘Mnemonic’ का उपयोग किस भाषा में किया जाता है?

A) मशीन भाषा

B) असेंबली भाषा

C) उच्च स्तरीय भाषा

D) उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर: B

20. कंप्यूटर भाषाओं में निर्देश में क्या शामिल होता है?

A) OPCODE

B) OPERAND

C) उपरोक्त दोनों

D) उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर: C

21. कंप्यूटर की कौन सी पीढ़ी अभी भी विकास के अधीन है?

A) चौथी पीढ़ी

B) पांचवीं पीढ़ी

C) छठी पीढ़ी

D) सातवीं पीढ़ी

उत्तर: B

22. सबसे लोकप्रिय पहली पीढ़ी का कंप्यूटर कौन सा था?

A) IBM 650

B) IBM 360

C) IBM 1130

D) IBM 2700

उत्तर: A

23. नेपियर बोन के प्रत्येक सेट में कितने भाग होते थे?

A) 5

B) 9

C) 11

D) 13

उत्तर: C

24. BCD का पूर्ण रूप क्या है?

A) बाइनरी कोडेड डेसीमल

B) बिट कोडेड डेसीमल

C) बाइनरी कोडेड डिजिट

D) बिट कोडेड डिजिट

उत्तर: A

25. दुनिया का पहला लैपटॉप कंप्यूटर कब और किसके द्वारा पेश किया गया था?

A) हेवलेट-पैकार्ड, 1980

B) एप्सन, 1981

C) लैपलिन ट्रैवलिंग सॉफ्टवेयर इंक, 1982

D) टैंडी मॉडल-200, 1985

उत्तर: B

26. किस पीढ़ी से ऑपरेटिंग सिस्टम विकसित किए गए थे?

A) पहली

B) दूसरी

C) तीसरी

D) चौथी

उत्तर: C

27. वैक्यूम ट्यूब को वाल्व क्यों कहा जाता है?

A) क्योंकि वे कमजोर संकेतों को बढ़ा सकते हैं और उन्हें मजबूत बना सकते हैं

B) क्योंकि वे करंट के प्रवाह को रोक या अनुमति दे सकते हैं

C) उपरोक्त दोनों

D) उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर: B

28. जॉन नेपियर ने लॉगरिदम का आविष्कार कब किया?

A) 1614

B) 1617

C) 1620

D) उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर: A

29. एकीकृत सर्किट (Integrated Circuit) क्या है?

A) एक जटिल सर्किट

B) एक एकीकृत उपकरण

C) एक एकल ट्रांजिस्टर से बहुत महंगा

D) एक छोटे सिलिकॉन चिप पर निर्मित

उत्तर: D

30. पास्कलीन का आविष्कार कब हुआ था?

A) 1617

B) 1620

C) 1642

D) 1837

उत्तर: C

FAQs

कंप्यूटर का अविष्कार किस लिए हुआ था?

कंप्यूटर का अविष्कार कैलकुलेशन (गणना) के लिए हुआ था। 

कंप्यूटर का मुख्य इतिहास क्या है?

कंप्यूटर का मुख्य इतिहास ब्लेज़ पास्कल से शुरू होता है जहां पहला डिजिटल कंप्यूटर 1642 में ब्लेज़ पास्कल द्वारा आविष्कार किया गया था।

कंप्यूटर की खोज किसने और कब की थी?

चार्ल्स बैबेज ने कंप्यूटर की खोज 1837 में ऐनालिटिकल इंजन, जनरल मैकेनिकल कंप्यूटर डिज़ाइन किया था।  

कंप्यूटर का शुद्ध नाम क्या है?

कंप्यूटर का शुद्ध हिन्दी नाम ‘संगणक’ है। 

कंप्यूटर के पिता कौन थे?

कंप्यूटर के पिता चार्ल्स बैबेज थे। 

भारत में कंप्यूटर कब आया था?

भारत में कंप्यूटर 1980 में आया था। 

कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है?

कॉमन ऑपरेटिंग मशीन पर्पसली यूज़्ड फ़ॉर टेक्नोलॉजिकल ऐंड एजुकेशनल रिसर्च (Common Operating Machine Purposely Used for Technological and Educational Research)  

कंप्यूटर का पुराना नाम क्या था?

कंप्यूटर के पुराने नाम अबेकस, एनालिटिकल इंजन, और डिजिटल कंप्यूटर जैसे रहे हैं। 

भारत का पहला कंप्यूटर कौन सा था?

भारत में पहला कंप्यूटर टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ फ़ंडामेंटल रिसर्च ऑटोमेटिक कैलकुलेटर (TIFRAC) था। 

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