Theprint.in की एक ताज़ा खबर के अनुसार पूरे भारत में 2021-22 में 23 लाख इंजीनियरिंग सीट उपलब्ध हैं। इसी रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत में बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग में कितना स्कोप है। आइए विस्तार से जानते हैं कि BE kya hai और इसे कैसे करें।
कोर्स लेवल | अंडरग्रेजुएट |
अवधि | 4-5 साल |
औसत फीस | 3-8 लाख |
न्यूनतम योग्यता | 12th |
प्रवेश आवश्यकताएं | प्रवेश परीक्षा |
औसत सैलरी (INR) | 6 लाख सालाना |
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BE क्या होता है?
बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (BE) चार साल का ग्रेजुएशन कोर्स है जिसमें 8 सेमेस्टर्स होते हैं। एक बीई कोर्स मुख्य रूप से थ्योरेटिकल नॉलेज और साइंस के इंजीनियरिंग पहलुओं पर भी आधारित होते हैं। बीई टेक्निकल नॉलेज या एप्लीकेशन आधारित स्टडीज तक ही नहीं सीमित रहते हैं। छात्र इंजीनियरिंग डोमेन में स्पेशलाइजेशन भी प्राप्त कर सकते हैं।
बीई इंजीनियरिंग कोर्स की जानकारी
बीई इंजीनियरिंग कोर्स की जानकारी नीचे दी गई है :-
- BE फुल फॉर्म – बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (Bachelor of Engineering)
- BE योग्यता– मान्यता प्राप्त बोर्ड से फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथेमेटिक्स के सब्जेक्ट्स के साथ 12वीं पास
- BE कोर्स फीस– बीई कोर्स के लिए फीस आपकी ट्रैड, कॉलेज और यूनिवर्सिटी पर निर्भर करती है। यदि आपको सरकारी कॉलेज मिलता है तो यहाँ फीस न के बराबर होती है वही प्राइवेट कॉलेज में यदि आपको स्कॉलरशिप मिलती है तो भी यहाँ आपको कम ही फीस देनी होंगी। फिर भी BE कोर्स के लिए 30 हजार से लेकर 2 लाख सालाना तक फीस देनी पड़ सकती है।
- BE कोर्स अवधि – BE इंजीनियरिंग कोर्स चार साल का होता है।
- BE इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स अवधि– दोस्तों यदि आप इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स के बाद बीई कोर्स कर रहे है तो आपको डारेक्ट सेकण्ड ईयर में एडमिशन मिलता है अर्थात अब आपका B.E. कोर्स तीन वर्षो में सम्पन हो सकता है।
BE कोर्स में पढ़ाए जाने वाले विषय
BE kya hai जानने के लिए इसके सब्जेक्ट्स भी जानने ज़रूरी हैं, जो इस प्रकार हैं:
- Physics
- Linear Algebra
- Engineering Chemistry
- Basic Electrical Engineering
- English
- Advanced Calculus
- C++
- Environmental Science
- Basic Ethics and Laws
BE कोर्स में स्पेशलाइजेशन
बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग एक बहुत ही वाइड एरिया ऑफ़ फील्ड है। इसमें कई ब्रांचेस हैं जो इस प्रकार हैं:
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग
- मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग
- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
- एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग
- एयरोस्पेस इंजीनियरिंग
- बायोमेडिकल इंजीनियरिंग
- बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग
- केमिकल इंजीनियरिंग
- सिविल इंजीनियरिंग
- कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग
- टेक्सटाइल इंजीनियरिंग
- टूल इंजीनियरिंग
- रोबोटिक्स इंजीनियरिंग
- एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग
- मरीन इंजीनियरिंग
- माइनिंग इंजीनियरिंग
- एग्रीकल्चर एंड फ़ूड इंजीनियरिंग
- इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग
- जियोटेक्निकल इंजीनियरिंग
- आर्किटेक्चरल इंजीनियरिंग
- बायोकैमिकल इंजीनियरिंग
- फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग
आप AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्सेस और यूनिवर्सिटीज का चयन कर सकते हैं।
दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज
BE kya hai जानने के बाद अब दुनिया की टॉप 10 यूनिवर्सिटीज जो BE कोर्सेज ऑफर करती हैं उनके नाम इस प्रकार हैं:
यूनिवर्सिटीज | सालाना ट्यूशन फीस |
मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | USD 54,666 (INR 41 लाख) |
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय | USD 54,666 (INR 41 लाख) |
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय | GBP 38,000 (INR 38 लाख) |
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय | GBP 35,200 (INR 35.20 लाख) |
प्रिंसटन विश्वविद्यालय | USD 53,333 (INR 40 लाख) |
ईटीएच ज्यूरिख | CHF 42,682 (INR 35 लाख) |
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्केले | USD 41,333 (INR 31 लाख) |
डलहौजी विश्वविद्यालय | CAD 23,333 (INR 14 लाख) |
अल्बर्टा विश्वविद्यालय | CAD 38,333 (INR 23 लाख) |
टोरंटो विश्वविद्यालय | CAD 61,666 (INR 37 लाख) |
आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।
भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज
भारत की टॉप 10 यूनिवर्सिटीज जो BE कोर्सेज ऑफर करती हैं उनके नाम इस प्रकार हैं:
यूनिवर्सिटीज | टोटल फीस (INR) |
आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी | 9.65 लाख |
आईआईटी भिलाई | 8.64 लाख |
आईआईटी दिल्ली | 8.62 लाख |
एनआईएमएस इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, एनआईएमएस यूनिवर्सिटी | 9 लाख |
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी | 15 लाख |
इंडस यूनिवर्सिटी | 4 लाख |
एमिटी यूनिवर्सिटी | 12.44 लाख |
गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी (आईपीयू) | 4.69 लाख |
एसआरएम यूनिवर्सिटी चेन्नई | 10 लाख |
वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी | 8 लाख |
योग्यता
BE kya hai जानने के बाद नीचे एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया दिया गया है-
- कैंडिडेट ने किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 (साइंस पीसीएम) उत्तीण की हो।
- विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS/TOEFL/PTE के उत्तीर्ण किए स्कोर्स।
- SAT/ACT के अंक।
- लेटर ऑफ़ रिकमेन्डेशन (LOR)
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस (SOP)
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आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
हम आपकी आकर्षक SOP और LOR बनाने में भी मदद करते हैं, ताकि आपकी एप्लीकेशन बिना किसी परेशानी के जल्दी सेलेक्ट कर ली जाए।
आवश्यक दस्तावेज़
विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट होने आवश्यक है:-
- 10+2 मार्कशीट
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- वीजा
- अपडेट किया गया रिज्यूमे
- अंग्रेजी भाषा कुशलता परीक्षा के अंक
- LOR और SOP
छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
प्रवेश परीक्षाएं
BE करने के लिए पहले प्रवेश परीक्षाएं पास करने की ज़रूरत होती है। नीचे प्रवेश परीक्षाएं के नाम दिए गए हैं-
प्रवेश परीक्षाएं | 2022 की एग्जाम डेट्स |
JEE Main | फ़रवरी, मार्च, अप्रेल और मई सेशंस |
JEE Advanced | जून के तीसरे हफ्ते में |
VITEEE | जल्द ही नोटिफाई किया जाएगा |
WB JEE | अप्रेल 23 |
GATE | फ़रवरी 5 – 6, 12 – 13 |
KEAM | जून के चौथे हफ्ते में |
SRMJEEE | -चरण 1: जनवरी 8 & 9 -चरण 2: अप्रेल 23 & 24 -चरण 3: जून 25 & 26 |
TS EAMCET | जल्द ही नोटिफाई किया जाएगा |
COMEDK UGET | जुलाई के चौथे हफ्ते में |
BIT SAT | जून के आखिरी हफ्ते में |
MET | -चरण 1: अप्रैल के तीसरे हफ्ते में -चरण 2: जून के दूसरे हफ्ते में |
बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग बनाम बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी
बीई का मतलब बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग है जबकि बीटेक का मतलब बैचलर इन टेक्नोलॉजी है। मुख्य अंतर यह है कि बीई अधिक ज्ञान-आधारित है जबकि बीटेक स्किल आधारित है। इसके कारण, बीटेक का कोर्स अधिक अपडेटेड है होता है क्योंकि औद्योगिक आवश्यकताओं के अनुसार स्किल्स में परिवर्तन होता है। इसके अलावा, बीटेक छात्रों के लिए इंटर्नशिप और औद्योगिक यात्राओं के लिए अनिवार्य है, जबकि बीई छात्रों के लिए यह अनिवार्य नहीं है। कोर्स में एक विषय के रूप में गणित का महत्व अधिक है और इसे बीटेक छात्रों की तुलना में बीई छात्रों के लिए अधिक विस्तृत तरीके से पढ़ाया जाता है। ये बीई और बीटेक के बीच के कुछ अंतर थे। इन प्रमुख अंतरों को सूचीबद्ध करने वाली एक तालिका यहां दी गई है:
BTech | BE |
बीटेक एक स्किल बेस्ड कोर्स है | बीई एक ज्ञान आधारित पाठ्यक्रम है |
बीटेक के लिए इंडस्ट्रियल विजिट और इंटर्नशिप अनिवार्य | इंडस्ट्रियल विजिट और इंटर्नशिप आवश्यक हैं लेकिन अनिवार्य नहीं हैं |
थ्योरेटिकल नॉलेज से अधिक, मुख्य ध्यान प्रेक्टिकल पर है | मुख्य ध्यान बुनियादी बातों को समझने और थ्योरेटिकल नॉलेज प्राप्त करने पर है। |
चूंकि यह अधिक कौशल-आधारित और टेक्नोलॉजी आधारित है, इसलिए इस कोर्स को बार-बार अपडेट किया जाता है। | चूंकि यह अधिक ज्ञान-आधारित है, इसलिए सिलेबस को बदला नहीं जाता है। |
आमतौर पर, अकादमिक संस्थान जो विशेष रूप से इंजीनियरिंग कोर्स प्रदान करते हैं, उनकी डिग्री को बीटेक के रूप में संदर्भित करते हैं | आमतौर पर, इंजीनियरिंग के अलावा मानविकी, कला आदि जैसे विभिन्न कोर्सेज की पेशकश करने वाले विश्वविद्यालय बीई कोर्सकी पेशकश करते हैं |
टॉप कंपनियां
बीई करने के बाद बड़ी कंपनी जो नौकरियां ऑफर करती हैं उनके नाम इस प्रकार हैं:
Microsoft | Apple | HCL Technologies | Amazon |
ISRO | Accenture Services | Siemens | |
TATA Consultancy Services (TCS) | Intel | Morgan Stanley | Larson & Toubro |
Cognizant Technology Solutions Corporation (CTS) | Tech Mahindra | Sysmex | JP Morgan |
Infosys | IBM Global Services | ITC Limited | HSBC |
जॉब प्रोफाइल और सैलरी
Glassdoor.co.in के मुताबिक यूके में एक बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग के ग्रेजुएट्स की सालाना औसत सैलरी GBP 69,403 (INR 69.40 लाख) और यूएसए में USD 69,118 (INR 51.53 लाख) होती है। भारत में BE करने के बाद ग्रेजुएट्स नीचे दी गई जॉब प्रोफाइल और सैलरी प्राप्त कर सकते हैं-
जॉब प्रोफाइल | सालाना औसत सैलरी (INR) |
पेट्रोलियम इंजीनियर | 4.10-4.61 लाख |
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर | 3.05-3.71 लाख |
सॉफ्टवेयर इंजीनियर | 5.70-6.50 लाख |
आईटी सिस्टम इंजीनियर | 8.20-9 लाख |
कंप्यूटर इंजीनियर | 3.30-4 लाख |
केमिकल इंजीनियर | 4.70-5.40 लाख |
FAQs
बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई) चार साल का ग्रेजुएशन कोर्स है जिसमें 8 सेमेस्टर्स होते हैं। एक बीई कोर्स मुख्य रूप से थ्योरेटिकल नॉलेज और साइंस के इंजीनियरिंग पहलुओं पर भी आधारित होते हैं। बीई टेक्निकल नॉलेज या एप्लीकेशन आधारित स्टडीज तक ही नहीं सीमित रहते हैं। छात्र इंजीनियरिंग डोमेन में स्पेशलाइजेशन भी प्राप्त कर सकते हैं।
यूनिवर्सिटीज के नाम इस प्रकार हैं:
1. मेसाचुसेट्स प्रौद्योगिक संस्थान
2. स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय
3. ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय
4. कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय
5. प्रिंसटन विश्वविद्यालय
बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग की कुछ ब्रांचेस इस प्रकार हैं:
1. इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग
2. मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग
3. ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
4. एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग
5. एयरोस्पेस इंजीनियरिंग
6. बायोमेडिकल इंजीनियरिंग
7. बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग
आशा है, इस ब्लॉग से आपको BE kya hai के बारे में जानकारी मिल गई होगी। यदि आप विदेश में बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल करके आज ही 30 मिनट्स का फ्री सेशन बुक कीजिए।