मेटलर्जी को मेटल्स और एलॉयज की टेक्नोलॉजी के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। मेटलर्जी के क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन रखने वाले लोगों को मेटलर्जिस्ट कहा जाता है। मेटलर्जिस्ट के द्वारा मेटल्स और एलॉयज के गुणों का अध्ययन किया जाता है। एलॉयज मिश्र धातुओं को कहा जाता है। मेटलर्जिस्ट उनके गुणों के आधार पर प्रैक्टिकल एप्लीकेशन डेवलप करते हैं। हमारे दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाले छोटे भागों से लेकर इंजीनियर के प्रयोग में आने वाले विशाल टुकड़ों तक को बनाने में मेटलर्जिस्ट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में मेटलर्जिस्ट की डिमांड काफी ज्यादा है। हालांकि, यह ध्यान रखना बहुत अधिक ज़रूरी है कि मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कॉम्पिटिशन काफी अधिक है क्योंकि यह एक लोकप्रिय इंजीनियरिंग ब्रांच होती है। इस ब्लॉग में मेटलर्जिस्ट कैसे बनें विस्तार से बताया गया है।
कोर्सेज | मेटलर्जी में स्पेशलाइजेशन के साथ बीटेक और एमटेक |
कोर्स की अवधि | बीटेक- 4 वर्ष, एमटेक-2 वर्ष |
एडमिशन प्रक्रिया | मेरिट बेस्ड, एंट्रेंस बेस्ड |
एग्जामिनेशन | सेमेस्टर सिस्टम |
एवरेज सैलरी | INR 4 से 8 लाख |
पॉपुलर जॉब प्रोफाइल | मेटलर्जिस्ट, रिसर्चर, मेटलर्जी लैबोरेट्री टेक्नीशियन, क्वालिटी एश्योरेंस मैनेजर आदि। |
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मेटलर्जिस्ट कौन होते हैं?
मेटलर्जिस्ट विभिन्न मेटल्स के एक्सट्रैक्शन, प्रोसेसिंग और कास्टिंग में स्पेशलाइज होते हैं ये विभिन्न एप्लीकेशंस के लिए एलॉयज का उपयोग करते हैं। वे कई बार रिसर्च और विभिन्न परीक्षण प्रक्रियाओं को डेवलप करने में मदद करते हैं जिससे एक्सट्रैक्शन प्रोसेस को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। मेटलर्जिस्ट, मेटल्स की एक श्रृंखला के साथ काम करते हैं। एक मेटलर्जिस्ट को आमतौर पर मेटल और एलॉयज से जुड़ी इंडस्ट्री के द्वारा जॉब दी जाती है। कुछ मेटलर्जिस्ट डेवलपमेंट और रिसर्च में काम करते हैं और बाकी टीम के अन्य डिजाइन और डेवलपमेंट देखते हैं।
स्किल्स
इंपोर्टेंट स्किल्स जोकि एक मेटलर्जिस्ट के पास होनी चाहिए निम्न प्रकार से है:
- इफेक्टिव वर्बल और रिटन कम्युनिकेशन स्किल्स
- अच्छी टीम वर्किंग स्किल्स क्योंकि कई बार मेटलर्जिस्ट को टीम के साथ में अन्य लोगों के साथ काम करना होता है
- लीडरशिप स्किल्स
- प्रॉब्लम सॉल्विंग
- स्ट्रॉन्ग एनालिटिकल स्किल्स
- क्रिएटिव थिंकिंग स्किल्स
- बेसिक कंप्यूटर एंड बिजनेस स्किल्स
मेटलर्जिस्ट कैसे बनें?
मेटलर्जिस्ट कैसे बनें यह जानने के लिए नीचे स्टेप बाय स्टेप गाइड को पढ़ें:
- सबसे पहले एक बैचलर डिग्री पूरी करें। रिलेवेंट डिग्री में साइंस में बैचलर या इंजीनियरिंग में बैचलर, मेटलर्जी, केमिस्ट्री, इंजीनियरिंग या मैटेरियल साइंस में पढ़ाई शामिल होनी चाहिए।
- पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री की पढ़ाई पूरी करें। मास्टर्स ऑफ साइंस या मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग रिलेवेंट डिग्री हैं।
- विभिन्न संगठनों द्वारा प्रस्तुत इंटर्नशिप में खुद का रजिस्ट्रेशन करके या रिलेवेंट वर्कशॉप में भाग लेकर प्रोफेशनल एक्सपीरियंस प्राप्त करें।
- अब जब आपने पसंदीदा स्किल सेट विकसित कर लिया है। अपने कार्य अनुभव प्राप्त कर लिया है, तो आप स्वयं के द्वारा चुनी हुई कंपनियों में मेटलर्जिस्ट के पद के लिए आवेदन करें।
टॉप कोर्सेज
आप मेटलर्जी में बीटेक और एमटेक कोर्स कर सकते हैं। कुछ पॉपुलर स्पेशलाइजेशन निम्न प्रकार से हैं:
- फिजिकल मेटलर्जी
- मेकेनिकल मेटलर्जी
- एक्सट्रेक्टिव मेटलर्जी
- वेल्डिंग मेटलर्जी
- केमिकल मेटलर्जी
- कोरोजन मेटलर्जी
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़
मेटलर्जिस्ट बनने के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज निम्न हैं:
- मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, अमेरिका
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज, यूके
- ETH ज्यूरिक
- नेशनल युनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर
- द यूनिवर्सिटी ऑफ टोक्यो, जापान
- यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो, कनाडा
- सिंघुआ यूनिवर्सिटी, चाइना
टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़
मेटलर्जी में डिग्री प्राप्त करने के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़ निम्न प्रकार से हैं:
- आईआईटी मद्रास
- आईआईटी बॉम्बे
- आईआईटी खड़गपुर
- आईआईटी रुड़की
- आईआईटी हैदराबाद
- एनआईटी त्रिची
- आईआईटी इंदौर
योग्यता
विदेश के शीर्ष विश्वविद्यालयों से मेटलर्जी में किसी कोर्स को करने के लिए, आपको कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा। हालांकि योग्यता मानदंड एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते हैं, यहां कुछ सामान्य शर्तें दी हैं:
- आवेदक के बारहवीं में अंक कम से कम 50% से अधिक होने अनिवार्य हैं।
- मास्टर्स डिग्री कोर्स के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से बैचलर्स डिग्री प्राप्त की हो।
- मास्टर्स कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं इसके बाद ही आप इन कोर्सेज के लिए एलिजिबल हो सकते हैं। विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज़ में मास्टर्स के लिए GRE और GMAT स्कोर की अवश्यकता होती है।
- साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
- किसी भी यूनिवर्सिटी में बैचलर डिग्री कोर्स कर लिए SAT/ACT की मांग भी की जा सकती है।
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आवेदन प्रक्रिया विदेशी यूनिवर्सिटी के लिए
कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।
भारतीय यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया
भारतीय यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
आपको निम्न आवश्यक दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- वीज़ा
- अपडेट किया गया रिज्यूमे
- इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट स्कोर
- लेटर आफ रिकमेंडेशन या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस SOP
- पोर्टफोलियो
छात्र वीज़ा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
प्रवेश परीक्षाएं
अलग-अलग कॉलेजों में एडमिशन प्राप्त करने के लिए प्रवेश परीक्षाएं अलग प्रकार की होती है लेकिन कुछ ऐसी सामान्य परीक्षाएं है जो अधिकतर सभी कॉलेज या यूनिवर्सिटीज़ के द्वारा मान्य होती हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
विदेशी प्रवेश परीक्षाएं
भारतीय प्रवेश परीक्षाएं
- MCAER CET
- OUAT ET
- ICAR AIEEA (PG)
- CUCET
- IPU CET
- KIITEE BCA
- LUCSAT BCA
- BU MAT
- RUET
- NMU UG CET
- GSAT
- LUCSAT
- AIMA UGAT
लैंग्वेज रिक्वायरमेंट
आवश्यक पुस्तकें
यदि आप मेटलर्जी के लिए आवश्यक पुस्तकों की तलाश में हैं तो आप नीचे लिस्ट में से देखकर उन्हें पढ़ सकते हैं:
पुस्तक का नाम | लेखक का नाम | यहां से खरीदें |
फिजिकल मेटलर्जी | पीटर हासेन, बीएल मॉर्डिके | यहां से खरीदें |
एनसाइक्लोपीडिया ऑफ मेटलर्जी एंड मैटेरियल्स | सीआर टोटल | यहां से खरीदें |
ए प्रैक्टिस बुक इन एलिमेंट्री मेटलर्जी | थम अर्नेस्ट एडगार | यहां से खरीदें |
फिजिकल मेटलर्जी: प्रिंसिपल्स एंड प्रैक्टिस | राघवन | यहां से खरीदें |
इंजीनियरिंग मैटेरियल्स एंड मेटलर्जी | आरके राजपूत | यहां से खरीदें |
करियर स्कोप
मेटल्स का हमारे जीवन में एक फंडामेंटल रोल है। इसलिए, भारत और विदेशों दोनों में मेटलर्जिस्ट का दायरा काफी व्यापक स्थिति में बना हुआ है। मेटलर्जी इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी करने के बाद उम्मीदवार विभिन्न मल्टी नेशनल कंपनियों में काम कर सकते हैं। मेटलर्जी का क्षेत्र बेहद विविध है और मेटलर्जिस्ट के लिए रोजगार के कई अवसर उपलब्ध हैं।
टॉप इंडस्ट्रीज
- एक्सप्लोरेशन
- माइनिंग
- क्लीनिंग
- स्मेल्टिंग
- स्टील कंपनीज
टॉप कंपनीज
- ArcelorMittal
- Baosteel Group
- POSCO
- Tata Steel Group
- HYUNDAI Stell Company
- JFE Steel Corporation
- Baowu Group
- Metinvest Holding
- Hebei Iron & Steel Group
- Shougang Group
जॉब प्रोफाइल और सैलरी पैकेज
Glassdoor.in के अनुसार इंडिया में मेटलर्जी में किसी कोर्स को करने के बाद जॉब प्रोफाइल तथा ऐवरेज सैलरी पैकेज निम्न प्रकार से है:
जॉब प्रोफाइल | एवरेज सैलरी पैकेज |
मेटलर्जिस्ट | INR 4 से 7 लाख |
क्वालिटी एश्योरेंस मैनेजर | INR 6 से 8 लाख |
मेटर्जिकल लैबोरेट्री टेक्नीशियन | INR 4 से 6 लाख |
रिसर्चर | INR 3 से 5 लाख |
वेल्डिंग इंजीनियर | INR 3 से 5 लाख |
FAQs
मेटलर्जी में बैचलर डिग्री की अवधि 3 वर्ष है।
मेटालर्जिकल इंजीनियरिंग में सब्जेक्ट निम्न हैं:
-इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स
-थर्मोडायनामिक एंड रेयर प्रोसेसेज
-मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेसेज
-फिजिकल मेटलर्जी
-एक्सट्रेक्टिव मेटलर्जी
हां, मेटलर्जी की डिग्री प्राप्त करने के बाद आप विदेश में भी अच्छी जॉब प्राप्त कर सकते हैं। अपनी पढ़ाई और स्किल्स के आधार पर आप अच्छी जॉब प्राप्त कर सकते हैं।
उम्मीद है आपको मेटलर्जिस्ट कैसे बनें इस संदर्भ में हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।