एक इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स में दो डिग्री शामिल होती हैं, एक कानून की और दूसरी जो आर्ट्स से लेकर साइंस की ब्रांच तक से संबंधित हो सकती है। एक इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स आपको एक एजुकेशनल कोर्स के दायरे में बैचलर डिग्री के साथ-साथ एलएलबी डिग्री हासिल करने में सक्षम बनाता है। दोनों कोर्स आपस में जुड़े होते हैं और सिलेबस भी उसी प्रकार समान रूप से डिज़ाइन किया जाता है। अतः इसका नाम ‘इंटीग्रेटेड कोर्स’ है। छात्र अपनी रूचि के अनुसार बीए, बीएससी, बीबीए आदि जैसी डिग्री के साथ एलएलबी कोर्स चुन सकते हैं। इस ब्लॉग में प्रमुख इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता, करियर स्कोप आदि के बारे में विस्तार से बताया गया है।
कोर्स | इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स |
प्रमुख इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स | बीए एलएलबी, बीबीए एलएलबी, बीकॉम एलएलबी, बीएससी एलएलबी, बीटेक एलएलबी |
स्तर | अंडरग्रैजुएट+पोस्टग्रेजुएट |
अवधि | 5 साल |
योग्यता | 10+2 पास होना चाहिए। न्यूनतम योग्यता अंक कॉलेज से कॉलेज में भिन्न हो सकते हैं। |
परीक्षा का प्रकार | सेमेस्टर और वार्षिक |
प्रवेश प्रक्रिया | एडमिशन में ज्यादातर मेरिट बेस्ड एडमिशन शामिल होती है। कई प्रतिष्ठित संस्थान प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं। |
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स नौकरियां | लीगल काउंसलर, एडवोकेट, कॉरपोरेट लॉयर, लॉ ऑफिसर, क्रिमिनल लॉयर आदि। |
इंटीग्रेटेड कोर्स के बाद भारत में वेतन | INR 3 लाख – 50 लाख/वर्ष |
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इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स के बारे में
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स पांच साल की अवधि के प्रोफेशनल इंटीग्रेटेड कोर्स है, जो कानून और विधायिका के गहन अध्ययन के साथ-साथ ग्रेजुएशन की पढ़ाई पर फोकस करते हैं। इंटीग्रेटेड एलएलबी 5 साल का प्रोग्राम है जिसे 10 सेमेस्टर में बांटा गया है। इस कोर्स के लिए आवश्यक न्यूनतम योग्यता 10+2 है। इंटीग्रेटेड लॉ कोर्सेज़ में अन्य बैचलर डिग्री जैसे बीए, बीएससी, बीबीए आदि के साथ एकीकृत लॉ मतलब एलएलबी की डिग्री शामिल हैं। लॉ ग्रेजुएट्स के लिए नौकरी के विभिन्न अवसर मौजूद हैं। थ्योरी लेक्चर्स के साथ-साथ केस स्टडी और मॉक कोर्ट ड्रिल का लगातार आयोजन कोर्स का प्रमुख हिस्सा है। इंटेग्रेटेड लॉ कोर्सेज़ छात्रों को रचनात्मक तरीके से गंभीर रूप से सोचने और कानूनी मुद्दों से निपटने में सक्षम बनाता है।
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स क्यों चुनें?
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स चुनने के कई फायदे हो सकते हैं, कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं-
- अधिक अवसर: इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स छात्रों को एक साथ दो कोर्सेज का अध्ययन करने का अवसर प्रदान करते हैं। उदाहरण स्वरूप आप बीए के साथ साथ एलएलबी कर सकते हैं। ये कोर्सेज़ छात्र को अपने ज्ञान को बढ़ाने और नौकरी के अधिक क्षेत्रों को आकर्षित करने में मदद करते हैं।
- समय की बचत: इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स छात्रों के समय की बचत करते हैं। बैचलर डिग्री तीन साल की होती है और एलएलबी के लिए बैचलर डिग्री की योग्यता अनिवार्य है। अतः इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स को आप 12वीं के बाद ही बिना बैचलर डिग्री की योग्यता के बिना कर सकते हैं।
- पैसे की बचत: प्रवेश प्रक्रिया का पालन करना फिर से अलग अलग कोर्स के लिए आवेदन करना समय और पैसा खर्च करने वाला हो सकता है। इंटीग्रेटेड कोर्स विभिन्न यूनिवर्सिटीज/संस्थानों में प्रवेश की लागत को कम करता है।
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स के लिए स्किल्स
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स के लिए स्किल्स इस प्रकार हैं-
रिसर्च स्किल्स | जजमेंटल स्किल्स |
लिंग्विस्टिक फ्लूएंसी | कम्युनिकेशन स्किल्स |
फ्लेक्सिबिलिटी | प्रेजेंटेशन स्किल्स |
क्रिटिकल थिंकिंग स्किल्स | बिज़नेस सेंस |
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्सेज़ की लिस्ट
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्सेज़ की लिस्ट यहां दी गई है-
Integrated BA-LLB
बीए एलएलबी (बैचलर ऑफ आर्ट्स-बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ) कानूनी मामलों में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए पांच वर्षीय दोहरी डिग्री लॉ कोर्स है। किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास करने वाले छात्र बीए एलएलबी कोर्स के लिए सीधे आवेदन कर सकते हैं। बीए एलएलबी कोर्स कला विषयों और कानून विषयों दोनों को इंटीग्रेटेड करता है। बीए एलएलबी कई शीर्ष लॉ कॉलेजों द्वारा प्रदान किए जाने वाले सबसे लोकप्रिय कानून कोर्सेज़ में से एक है।
Integrated BBA-LLB
बीबीए एलएलबी, मैनेजमेंट और मुख्य कानून विषयों का एक आदर्श मिश्रण है। यह उन उम्मीदवारों के लिए सबसे उपयुक्त है जिन्होंने कॉमर्स के साथ 12th की पढ़ाई की है और वे कॉर्पोरेट और व्यावसायिक कानूनों के संबंध में कानून सीखना चाहते हैं। बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ एक पांच साल का कोर्स है, जिसके पूरा होने पर उम्मीदवारों को एक पेशेवर डिग्री की पेशकश की जाती है। बीबीए एलएलबी एक इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स है, जिसमें उम्मीदवारों को बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के साथ-साथ कानून से संबंधित विषय पढ़ाए जाते हैं।
Integrated BTech-LLB
बीटेक एलएलबी एक इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स है जो टेक्नोलॉजी और लॉ के क्षेत्र में गहन ज्ञान प्रदान करता है। यह उन छात्रों के लिए बनाया गया है जो इंजीनियरिंग और कानून दोनों में रुचि रखते हैं। कोर्स विज्ञान और तकनीकी मुद्दों के साथ-साथ लगातार बदलते तकनीकी-कानूनी मुद्दों की व्यापक समझ प्रदान करता है। बीटेक एलएलबी 6 साल का कोर्स है जिसमें कुल 12 सेमेस्टर शामिल होंगे। इस इंटीग्रेटेड कोर्स से छात्र अपना एक साल बचा सकते हैं। बीटेक और एलएलबी अलग-अलग करने पर 7 साल लग सकते हैं, क्योंकि बीटेक 4 साल और एलएलबी 3 साल का होगा।
Integrated BSc-LLB
बैचलर ऑफ साइंस + बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ या बीएससी एलएलबी 5 साल और अधिकतम 8 साल की कुल अवधि का एक लॉ कोर्स है। यह कोर्स दस सेमेस्टर (प्रत्येक वर्ष दो सेमेस्टर) में विभाजित है। इस कोर्स से आप विज्ञान और कानून के सिद्धांतों को समझ सकते हैं। कोर्स की अधिकतम अवधि 8 वर्ष है, जहां शिक्षा का तरीका कक्षा शिक्षण, मूट कोर्ट और केस स्टडी के माध्यम से होता है। इस कोर्स के ज़रिए आप उन नियमों और विनियमों के बारे में अध्ययन करेंगे जिनके तहत एक समाज या देश का शासन किया जाता है। बीएससी एलएलबी के कोर्स में लीगल मेथड, लॉ ऑफ कॉन्ट्रैक्ट, फैमिली लॉ, बिजनेस लॉ आदि विषय शामिल हैं।
Integrated BCom-LLB
बीकॉम एलएलबी एक प्रोफेशनल लॉ प्रोग्राम है जो पांच साल की अवधि का होता है। बैचलर ऑफ कॉमर्स और बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ (बीकॉम एलएलबी) एक इंटीग्रेटेड कोर्स है, जिसमें उम्मीदवारों को कॉमर्स और कानून दोनों विषय पढ़ाए जाते हैं। बिज़नेस स्टैटिस्टिक, ऑडिटिंग, अर्थशास्त्र आदि कुछ कॉमर्स के विषय हैं जो उम्मीदवार बीकॉम एलएलबी कोर्स के एक भाग के रूप में पढ़ते हैं। इसके अलावा लॉ सब्जेक्ट्स में कॉन्ट्रैक्ट, कंज्यूमर प्रोटेक्शन लॉ, कांस्टीट्यूशनल, क्रिमिनल लॉ, लीगल लॉ, आदि शामिल हैं। एक इंटीग्रेटेड बीकॉम एलएलबी कोर्स के हिस्से के रूप में, उम्मीदवारों को क्लासरूम टीचिंग, केस स्टडी और मूट कोर्ट के माध्यम से विभिन्न विषयों को पढ़ाया जाता है।
Integrated BLS-LLB
बीएलएस एलएलबी या बैचलर ऑफ लीगल साइंस एंड बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ कानून में पांच साल का इंटीग्रेटेड कोर्स है। हालाँकि, यह अन्य इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स से थोड़ा अलग है। अन्य लॉ कोर्स और इस कोर्स के बीच एकमात्र अंतर यह है कि बीएलएस एलएलबी कोर्स में उम्मीदवारों को शुरू से ही लीगल पर्सपेक्टिव से सभी विषयों को पढ़ाया जाता है जो कि बीए एलएलबी या बीबीए एलएलबी कोर्स में नहीं होता है। एक एकीकृत बीएलएस एलएलबी कोर्स के हिस्से के रूप में, उम्मीदवारों ने न केवल कक्षा शिक्षण विधियों के माध्यम से बल्कि केस स्टडी और मूट कोर्ट के माध्यम से भी शिक्षा प्रदान की जाती है।
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्सेज़ के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़
क्वालिटी एजुकेशन प्रदान करने वाले मुख्य यूनिवर्सिटीज़ का चुनाव करना अति आवश्यक है। अतः यहां भारत व विदेशों के कुछ प्रमुख यूनिवर्सिटीज़, जो इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स प्रदान करते हैं, की लिस्ट दी गई है-
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्सेज़ के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़
नीचे हमने इंटीग्रेटेड लॉ कोर्सेज़ पेश करने वाले कुछ प्रमुख यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट दी है-
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न
- यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफोर्निया, बर्कले
- कोलंबिया यूनिवर्सिटी
- पेकिंग यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैम्ब्रिज
- उट्रेच यूनिवर्सिटी
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इंटीग्रेटेड लॉ कोर्सेज़ के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़
भारत में इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स के लिए शीर्ष कॉलेजों को नीचे दिया गया है-
- जगन्नाथ यूनिवर्सिटी
- मोदी यूनिवर्सिटी
- सीकॉम स्किल्स यूनिवर्सिटी
- साईं नाथ यूनिवर्सिटी
- अमृतसर ग्रुप ऑफ कॉलेज
- झारखंड राय यूनिवर्सिटी (जेआरयू)
- IFHE – फैकल्टी ऑफ लॉ (ICFAI लॉ स्कूल)
- एमिटी यूनिवर्सिटी
- जीएन ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स
- क्वांटम यूनिवर्सिटी
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स के लिए एडमिशन प्रोसेस
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स 5 वर्ष की अवधि के होते हैं जिसमें कुल मिलाकर 10 सेमेस्टर होते हैं। विभिन्न लॉ कॉलेजों में औसत कोर्स शुल्क कॉलेज/यूनिवर्सिटी के प्रकार के आधार पर भिन्न होता है, यदि यह एक निजी या सार्वजनिक लॉ कॉलेज है।
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्सेज़ के लिए औसत कोर्स शुल्क
इंटीग्रेटेड कोर्स के लिए औसत फीस की जानकारी नीचे दी गई है:
लॉ कोर्स | वार्षिक कोर्स फीस (INR में) |
बीए एलएलबी | INR 1.5 लाख से 7 लाख |
बीबीए एलएलबी | INR 1.2 लाख से 4 लाख |
बी.कॉम एलएलबी | INR 80,000 से 3 लाख |
बीएससी एलएलबी | INR 80,000 से 3.30 लाख |
बीटेक एलएलबी | INR 1 लाख से 7.5 लाख |
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्सेज़ के लिए योग्यता
इंटीग्रेटेड कोर्स के लिए योग्यता आवश्यकताएं इस प्रकार है:
- उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या बोर्ड से अच्छे अंकों के साथ 10+2 उत्तीर्ण होना चाहिए।
- न्यूनतम योग्यता अंक आमतौर पर सामान्य श्रेणी के लिए 45% से 55% और अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के लिए 40% से 50% के बीच होती है।
- जो छात्र भारत में इस कोर्स का अध्ययन करना चाहते हैं, उन्हें प्रवेश परीक्षा जैसे CLAT, AILET आदि में से किसी एक के लिए उपस्थित होना होगा।
- विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के मामले में, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में IELTS या TOEFL या PTE आदि के टेस्ट स्कोर जरूरी होते हैं।
- LNAT, LSAT के स्कोर भी मांगे जाते हैं।
- विदेश में इन आवश्यकताओं के अलावा LOR, SOP, सीवी/रिज्यूमे, पोर्टफोलियो आदि की भी आवश्यकता होती है।
इंटीग्रेट कोर्सेज के लिए आवेदन प्रक्रिया
इंटीग्रेटेड कोर्स के लिए भारत और विदेशी यूनिवर्सिटीज़ में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है-
विदेश के यूनिवर्सिटीज़ में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स और यूनिवर्सिटी का चुनाव है।
- कोर्स और यूनिवर्सिटी के चुनाव के बाद उस कोर्स के लिए उस यूनिवर्सिटी की पात्रता मानदंड के बारे में रिसर्च करें।
- आवश्यक टेस्ट स्कोर और दस्तावेज एकत्र करें।
- यूनिवर्सिटी की साइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भरें या फिर आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की भी सहायता ले सकते हैं।
- ऑफर की प्रतीक्षा करें और सिलेक्ट होने पर इंटरव्यू की तैयारी करें।
- इंटरव्यू राउंड क्लियर होने के बाद आवश्यक ट्यूशन शुल्क का भुगतान करें और स्कॉलरशिप, छात्रवीजा, एजुकेशन लोन और छात्रावास के लिए आवेदन करें।
एक आकर्षक SOP लिखने से लेकर वीजा एप्लिकेशन तक, कंप्लीट एप्लिकेशन प्रॉसेस में मदद के लिए आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की सहायता ले सकते हैं।
भारत के यूनिवर्सिटीज़ में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं-
- आधिकारिक शैक्षणिक टेप
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी / रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक विवरण
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बीए बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षाएं
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्सेज के लिए कई राज्य और केंद्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाएं होती हैं, नीचे कुछ शीर्ष सामान्य प्रवेश परीक्षाएं दी गई हैं-
- CLAT – कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट एक अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा है, जो नेशनल लॉ कॉलेजों / विश्वविद्यालयों द्वारा उनके अंडर-ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम (एलएलबी और एलएलएम) में प्रवेश के लिए साल में एक बार आयोजित की जाती है। सभी प्रश्नों को हल करने के लिए आपको कुल 2 घंटे का समय मिलेगा।
- MH CET Law- एमएच सीईटी लॉ (महाराष्ट्र कॉमन एंट्रेंस टेस्ट फॉर लॉ) साल में एक बार उच्च शिक्षा निदेशालय, महाराष्ट्र द्वारा आयोजित किया जाता है। सभी प्रश्नों को हल करने के लिए आपको कुल 2 घंटे का समय मिलता है। यह एक राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा है जो उम्मीदवारों को 3-वर्षीय और 5-वर्षीय डिग्री कानून कोर्सेज में प्रवेश प्रदान करने के लिए आयोजित की जाती है।
- LSAT India- लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट (एलएसएटी) भारत लॉ स्कूल एडमिशन काउंसिल (एलएसएसी) द्वारा अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट लॉ कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित एक प्रवेश परीक्षा है। सभी प्रश्नों को हल करने के लिए आपको कुल 2 घंटे 20 मिनट की अवधि मिलेगी।
- KIIT Law- कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी लॉ एंट्रेंस एग्जाम एक विश्वविद्यालय स्तर की परीक्षा है, जिसमें कुल 480 अंकों के 120 प्रश्न (वस्तुनिष्ठ प्रकार) होते हैं। इस परीक्षा में चार खंड हैं, गणितीय क्षमता, सामान्य ज्ञान, विश्लेषणात्मक और तार्किक; क्षमता और मौखिक क्षमता। सभी प्रश्नों को हल करने के लिए आपको कुल 3 घंटे का समय मिलता है।
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने के बाद करियर स्कोप
बहुत सारे छात्र अपनी इंटीग्रेटेड लॉ की डिग्री पूरी करने के बाद एलएलएम और पीएचडी जैसे उच्च अध्ययन के लिए जाते हैं। इसके अलावा, 5 साल के एकीकृत लॉ कोर्स को पूरा करने के बाद लॉ के छात्रों के लिए नौकरी के बहुत सारे अवसर उपलब्ध हैं। ये कानून पेशेवर अच्छी आय और सम्मानजनक जीवन का आनंद लेते हुए विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं। एक बार जब छात्रों द्वारा इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स पूरा कर लिया जाता है, तो वे पारस्परिक कौशल, चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटने के ज्ञान आदि में महारत हासिल कर लेते हैं। अतः अंतरराष्ट्रीय और भारतीय कंपनियां भी आजकल ऐसे अच्छे प्रोफेशनल बैकग्राउंड वाले लॉ प्रोफेशनल्स की मांग कर रही हैं।
टॉप रिक्रूटर्स
अधिकांश लॉ ग्रेजुएट्स को शीर्ष कानूनी फर्मों और प्रतिष्ठित सार्वजनिक क्षेत्र के क्षेत्रों में काम पर रखा जाता है। उम्मीदवारों को अपने 5 साल के लॉ कोर्स के दौरान अपनी इंटर्नशिप पूरी करनी होती है। कुछ शीर्ष रिक्रूटर्स जो इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स ग्रेजुएट्स को हायर करते हैं, इस प्रकार हैं-
- Khaitan and Co.
- Trilegal
- Amarchand & Mangaldas & Suresh A Shroff & Co.
- AZB & Partners
- Shardul Amarchand Mangaldas & Co.
- Hammurabi and Solomon
- S&R Associates
- Economic Laws Practice
- Desai & Diwanji
- Talwar Thakore & Associates
- Luthra & Luthra Law Offices
- Majumdar & Co.
- Juris Corp
- J.Sagar Associates
- Cyril Amarchand Mangaldas
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने के बाद जॉब्स एंड सैलेरी
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स के बाद जॉब प्रोफाइल आपके चुने हुए कोर्स पर निर्भर करता है। नीचे कुछ प्रमुख कोर्सेज के साथ प्रमुख जॉब प्रोफाइल और वार्षिक वेतन दिया गया है-
कोर्स | जॉब प्रोफाइल | वेतन / वर्ष (INR में, payscale के अनुसार) |
बीए एलएलबी | लीगल काउंसलर, एडवोकेट, कॉरपोरेट लॉयर, लॉ ऑफिसर, क्रिमिनल लॉयर | INR 3 LPA – 18 LPA |
बीबीए एलएलबी | लीगल एडवाइजर, एडवोकेट, ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट, सॉलिसिटर, टीचर/प्रोफ़ेसर | INR 3 LPA – 20 LPA |
बीकॉम एलएलबी | पब्लिक प्रॉसिक्यूटर, लॉ रिपोर्टर, एडवोकेट/वकील, डेप्युटी लीगल एडवाइजर, लॉ ऑफिसर, मैनेजमेंट अकाउंटेंट | INR 2.5 LPA – 50 LPA |
बीएससी एलएलबी | एडवोकेट/लॉयर, लीगल जर्नलिस्ट, अटॉर्नी लॉयर, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट जज, लीगल ऑफिसर | INR 3.15 LPA – 25 LPA |
बीटेक एलएलबी | एडवोकेट/लॉयर, सॉलिसिटर, लेक्चरर, साइबर क्राइम स्पेशलिस्ट, आईटी बेस्ड आर्बिट्रेशन स्पेशलिस्ट, साइबर आर्बिट्रेशन स्पेशलिस्ट, लीगल एडवाइजर | INR 2.5 LPA – 50 LPA |
FAQs
बीएलएस एलएलबी या बैचलर ऑफ लीगल साइंस एंड बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ कानून में पांच साल का इंटीग्रेटेड कोर्स है। हालाँकि, यह अन्य इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स से थोड़ा अलग है। अन्य लॉ कोर्स और इस कोर्स के बीच एकमात्र अंतर यह है कि बीएलएस एलएलबी कोर्स में उम्मीदवारों को शुरू से ही लीगल पर्सपेक्टिव से सभी विषयों को पढ़ाया जाता है जो कि बीए एलएलबी या बीबीए एलएलबी कोर्स में नहीं होता है। अतः मुख्य रूप से कानून की शिक्षा प्राप्त करने वालों के लिए बीएलएस एलएलबी सबसे अच्छी डिग्री है।
इंटीग्रेटेड एलएलबी पांच साल की अवधि के प्रोफेशनल इंटीग्रेटेड कोर्स है, जो कानून और विधायिका के गहन अध्ययन के साथ-साथ ग्रेजुएशन की पढ़ाई पर फोकस करते हैं। इंटीग्रेटेड एलएलबी 5 साल का प्रोग्राम है जिसे 10 सेमेस्टर में बांटा गया है। इस कोर्स के लिए आवश्यक न्यूनतम योग्यता 10+2 है। इंटीग्रेटेड लॉ कोर्सेज़ में अन्य बैचलर डिग्री जैसे बीए, बीएससी, बीबीए आदि के साथ एकीकृत लॉ मतलब एलएलबी की डिग्री शामिल हैं।
जी हां, आप 12वीं के बाद कानून की पढ़ाई कर सकते हैं। इसके लिए आपको चुने हुए कोर्स के लिए आवश्यक प्रवेश परीक्षा को क्लियर करना होगा।
आप अपना पूरा पांच साल का बीए-एलएलबी डिग्री प्रोग्राम पूरा करने के बाद ही आईएएस दे सकते हैं क्योंकि यूपीएससी सीएसई के लिए किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बैचलर्स की डिग्री आवश्यक योग्यता है। हां, आप बीए-एलएलबी के फाइनल ईयर में यूपीएससी परीक्षा दे सकते हैं लेकिन थर्ड ईयर में नहीं।
वकील फर्मों, संगठनों और परिवारों के लिए कानूनी सलाहकार और कानूनी परामर्शदाता के रूप में भी काम कर सकते हैं।
हम आशा करते हैं कि इस ब्लॉग के माध्यम से आपको इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स की सारी जानकारी मिली होगी। यदि आप इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स विदेश से करना चाहते हैं तो आप आज ही हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से सलाह ले सकते हैं, वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ एप्लीकेशन प्रोसेस और वीजा प्राप्त करने तक में आपकी मदद करेंगे। एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए हमें 1800 572 000 पर कॉल करें।