एक शिक्षक का समाज में बहुत अमूल्य महत्व है। शिक्षक न हो तो समाज की कल्पना करना भी बहुत मुश्किल है। शिक्षक छोटी उम्र से ही बच्चों का भविष्य संवार देता है, जिससे वह बच्चा आगे जाकर अपने फील्ड में कुछ बड़ा हासिल कर सके। शिक्षक चाहे प्राइमरी स्कूल का हो या कॉलेज का प्रोफेसर, वह ज्ञान का भंडार होता है। आपको इस ब्लॉग में Primary Teacher kaise bane इसके बारे में संपूर्ण जानकारी दी गई हैं।
This Blog Includes:
- प्राइमरी टीचर क्या होता है?
- Primary Teaching Courses
- प्राइमरी टीचर बनने के लिए योग्यता
- BTC और D.El.Ed का Syllabus
- डीएलएड/बीटीसी के बाद क्या करें?
- TET/CTET दोनों दे सकते हैं
- CTET के लिए आवेदन कैसे करें?
- सीटीईटी के लिए आवेदन शुल्क
- CTET परीक्षा पैटर्न क्या है?
- TET Exam
- Primary Teacher kaise bane?
- Top Universities in India
- प्राइमरी टीचर का वेतन
Check Out: रेलवे परीक्षा 2021- पात्रता, परीक्षा पैटर्न, अनुसूचीऔर चयन प्रक्रिया
प्राइमरी टीचर क्या होता है?
प्राइमरी टीचर स्कूल में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को पढ़ाते हैं। शिक्षा के अधिकार (Right to Education) अधिनियम के तहत कक्षा 1 से 5 तक के स्कूलों के लिए शिक्षक नियुक्त किए जाते हैं। राज्य और केंद्र सरकार अपने-अपने प्राइमरी स्कूलों में आवश्यकता के अनुसार शिक्षकों की भर्ती करती हैं। इसके लिए समय-समय पर अधिसूचना भी जारी की जाती है।
Check Out: सबसे ज़्यादा तनख्वाह वाली सरकारी नौकरियाँ
Primary Teaching Courses
- BEd (Bachelor of Education)
- BTC (Basic Training Certificate)
- PTC (Primary Teachers Certificate)
- ETE (Elementary Teacher Education)
- NTT (Nursery Teacher Training)
- DEd (Diploma in Education)
- TTC (Teachers Training Certificate)
- JBT (Junior Basic Training)
प्राइमरी टीचर बनने के लिए योग्यता
Primary Teacher kaise bane इसके लिए योग्यता के बारे में पता होना आवश्यक है जो नीचे दी गयी है:
- किसी भी विषय में बारहवीं
- अच्छे अंकों के साथ graduation
- B.Ed या BTC या D.El.Ed पास करना जरूरी है।
- TET/CTET में पास होना आवश्यक है।
- शिक्षक भर्ती परीक्षा को भी पास करना होता है।
Check Out : SSC क्या है? Exams, Dates, Application and Results
BTC और D.El.Ed का Syllabus
यह कुल चार सेमेस्टर का कोर्स है। हर सेमेस्टर के सिलेबस इस प्रकार से हैं-
सेमेस्टर-1
- बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया
- शिक्षा अधिगम के सिद्धांत
- सामाजिक अध्ययन
- संस्कृत
- हिंदी
- गणित
- विज्ञान
- कंप्यूटर
- कला/संगीत/शारीरिक शिक्षा
- इंटर्नशिप
सेमेस्टर-2
- वर्तमान भारतीय समाज एवं प्रारंभिक शिक्षा
- प्रारंभिक शिक्षा के नवीन प्रयास
- सामाजिक अध्ययन
- विज्ञान
- गणित
- हिंदी
- अंग्रेजी
- समाजोपयोगी उत्पादक कार्य
- कला/संगीत/शारीरिक शिक्षा
- इंटर्नशिप
सेमेस्टर-3
- शैक्षिक मूल्यांकन
- क्रियात्मक शोध एवं नवाचार
- समावेशी शिक्षा
- विज्ञान शिक्षण
- गणित शिक्षण
- सामाजिक अध्ययन शिक्षण
- हिंदी शिक्षण
- संस्कृत शिक्षण
- उर्दू शिक्षण
- कंप्यूटर शिक्षण
- कला एवं संगीत शिक्षण
- शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य शिक्षा
- इंटर्नशिप
सेमेस्टर-4
- आरंभिक स्तर पर भाषा के पठन, लेखन एवं गणितीय क्षमता का विकास
- शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशासन
- विज्ञान शिक्षण
- गणित शिक्षण
- सामाजिक अध्ययन शिक्षण
- हिंदी शिक्षण
- अंग्रेजी शिक्षण
- शिक्षा एवं सतत विकास
- कला एवं संगीत शिक्षण
- शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य शिक्षा
- इंटर्नशिप
डीएलएड/बीटीसी के बाद क्या करें?
Primary Teacher Kaise Bane में आपको अच्छे अंकों से डीएलएड या बीटीसी को पास होना होगा। प्रति वर्ष राज्य सरकार और केंद्र सरकार के द्वारा टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट का आयोजन किया जाता है, राज्य सरकार द्वारा आयोजित टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट को टीईटी (TET) कहा जाता है, जैसे किसी भी राज्य और केंद्र सरकार के द्वारा आयोजित टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट को सीटीईटी (CTET) या केंद्रीय टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट कहा जाता है। आप दोनों परीक्षा दे सकते हैं, यदि आप राज्य द्वारा आयोजित UPTET को पास करते हैं, तो आप राज्य के अंदर ही प्राथमिक अध्यापक के रूप में चयनित हो सकते हैं, अगर आप CTET या केंद्रीय टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट को पास करते हैं, तो आप केंद्र सरकार के विद्यालयों में पूरे भारत में कहीं भी प्राथमिक अध्यापक के रूप में चयनित हो सकते हैं।
TET/CTET दोनों दे सकते हैं
जो छात्र राज्य के परिषदीय स्कूलों में अध्यापक बनना चाहते हैं, उन्हें टीईटी पास करना ही होता है। जैसे उत्तर प्रदेश शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षक बनने के इच्छुक अभ्यर्थी को टीईटी करना होगा। जबकि केंद्र सरकार के अधीन स्कूलों में अध्यापक बनने के लिए सीटीईटी करना होगा। Primary Teacher Kaise Bane में छात्र छात्राएं अगर चाहें तो दोनों ही परीक्षाओं में भी बैठ सकते हैं।
Check it: Self introduction in Hindi
CTET के लिए आवेदन कैसे करें?
सीटीईटी की फुल फॉर्म सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट है। इसे हिंदी में केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा भी कहा जाता है यह केंद्र सरकार के विद्यालयों (केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय central Tibetan school) के साथ ही इनके नियंत्रण और केंद्र शासित प्रदेशों के इसके नियंत्रण वाले स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए योग्यता परीक्षा है। इसके लिए आवेदन को आपको यह कदम उठाने होंगे- Primary Teacher Kaise Bane में आधिक जानकारी के लिए आप https://ctet.nic.in/ पर log in कर सकते हैं।
Check it: Hindi ASL Topics
सीटीईटी के लिए आवेदन शुल्क
CTET के लिए अभी तक सामान्य और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए पेपर-1 के लिए 1000/- शुल्क निर्धारित हैं। SC/ST अभ्यर्थियों के लिए 500 रूपये। इस आवेदन शुल्क पर जीएसटी चार्ज भी लेगेगा।
Check it: साइंटिस्ट कैसे बने?
CTET परीक्षा पैटर्न क्या है?
इस परीक्षा की अवधि ढाई घंटे निर्धारित की गई है। दोनों पेपर के लिए पांच घंटे। यह प्रश्न पत्र 150 अंकों का होता है। इसमें 150 ही प्रश्न पूछे जाते हैं। हर प्रश्र एक अंक का होता है। सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होते हैं। यानी एक सवाल के चार जवाब यानी विकल्प दिए होते हैं। इनमें से सिर्फ एक ही सही जवाब होता है। किस विषय के कितने प्रश्न आते हैं, उसकी जानकारी इस प्रकार से है-
विषय | प्रश्न |
Child development and Pedagogy | 30 |
Language-1 | 30 |
Language-2 | 30 |
Mathematics | 30 |
Environmental Studies | 30 |
नोट रखने योग्य महत्वपूर्ण जानकारी
- यह पेपर हिंदी या English में से किसी भी भाषा में हल किया जा सकता है।
- Child development and Pedagogy और Language के दोनों मिलाकर कुल तीनों पेपर अनिवार्य (Compulsory) हैं।
- Child development के पेपर के जरिए अभ्यर्थियों की 6 से 11 साल तक के बच्चों के मनोविज्ञान की जानकारी का परीक्षण किया जाता है।
- मैथ्स में बेसिक कैलकुलेटिव skills जांची जाती हैं।
- Environmental Studies में जो प्रश्न आते हैं, वह NCERT के निर्धारित सिलेबस से जुड़े होते हैं।
- परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है।
- Reassessment, rechecking की सुविधा नहीं है।
- CTET क्वालीफाई करने के लिए इस परीक्षा में 60 फीसदी अंक लाना आवश्यक है।
Check it: राजनीति विज्ञान की वो किताबें जिनको एक बार जरूर पढ़ना चाहिए
TET Exam
यह परीक्षा तीन घंटे की होती है। परीक्षा offline मोड में आयोजित की जाती है। परीक्षा में 60% बाल विकास पर आधारित पूछे जाते हैं। कुल 150 प्रश्न पूछे जाते हैं। हर सवाल के लिए एक-एक अंक निर्धारित है। प्रश्न पत्र 150 अंकों का होता है।
सामान्य और अन्य पिछड़ा वर्ग यानी OBC अभ्यर्थियों को 400/- रुपए आवेदन शुल्क है। वहीं, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति यानी SC/ST वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए यह 200 रूपये है।
TET के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी 18 वर्ष से लेकर 35 वर्ष तक आवेदन कर सकते हैं। अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को तीन साल की छूट दी गई है। वह 18 से लेकर 38 वर्ष तक आवेदन कर सकते हैं। वहीं, SC/ST अभ्यर्थियों के लिए आयु सीमा 18 से 40 साल तक रखी गई है। फिजिकली हैंडीकैप्ड अभ्यर्थी 18 साल से लेकर 45 वर्ष की आयु तक इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
Primary Teacher kaise bane?
आपके लिए TET/CTET परीक्षा की तैयारी के लिए नीचे कुछ टिप्स दी गईं हैं, जिनसे आप कम समय में अच्छी तैयारी कैसे कर सकते हैं।
- सबसे पहले आपको करीब पांच साल पुराने पेपर लेकर सॉल्व करने होंगे और उनका analysis करके यह देखना होगा कि किस विषय से संबंधित कैसे प्रश्न पूछे गए हैं।
- इस परीक्षा में ज्यादातर प्रश्न एनसीईआरटी के सिलेबस से आते हैं तो इसके लिए आप एनसीईआरटी की किताबों को पढ़ें।
- एनसीईआरटी की किताबों की pdf आपको इसकी वेबसाइट ncert.nic.in से हासिल हो सकती है।
- अपना time table तैयार करें। सबसे ज्यादा समय उस विषय को दें, जिसमें आपको तैयारी की जरूरत ज्यादा हैं।
अच्छा शैक्षिक रिकॉर्ड
प्राइमरी टीचर बनने के लिए आपका शैक्षिक रिकार्ड बेहतर होना चाहिए। इसका फायदा मेरिट लिस्ट के समय मिलता है। अभ्यर्थी 12th और graduation भी अच्छे अंकों से पास होना चाहिए। अभ्यर्थी के graduation में कम से कम 50% अंक होना ज़रूरी है। वह इसलिए क्योंकि BTC/D.El.Ed में admission graduation की मेरिट के आधार पर होता है।
शिक्षक भर्ती परीक्षा
Primary Teacher Kaise Bane में राज्य या केंद्र सरकार में जब शिक्षकों की कमी होती है, तो उस समय राज्य या केंद्र सरकार द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाता है, इस शिक्षक भर्ती परीक्षा में जो अभ्यर्थी उच्च अंक प्राप्त करता है, उसे प्राइमरी का मास्टर या प्राथमिक शिक्षक के रूप में चयनित किया जाता है।
चयन प्रक्रिया
मेरिट के आधार पर चयन प्रक्रिया तय होती है, इस मेरिट को हाईस्कूल, इंटरमीडियट, स्नातक, डीएलएड या बीटीसी तथा शिक्षक भर्ती परीक्षा के अंकों के प्रतिशत को जोड़ कर बनाया जाता है। मेरिट का यह नियम सरकार के निर्देशानुसार परिवर्तित होता रहता है। Primary Teacher Kaise Bane में अच्छे अंक प्राप्त होंगे तो आप सहायक अध्यापक के रूप में चयनित हो सकते हैं।
Top Universities in India
- Adarsh College of Education, Himachal Pradesh
- Bhagwan Buddha Primary Teachers Education College, Bihar
- District Institute for Education and Training, Uttarakhand
- Dr. Bhim Rao Ambedkar Mahavidyalaya, Uttar Pradesh
- Indraprastha Institute of Education and Management, Uttar Pradesh
- Kamla Nehru Institute of Management and Technology Education, Uttar Pradesh
- Kumaranasan Smaraka Teacher Training Institute, Kerala
- Mahaveer Institute of Technology, Uttar Pradesh
- Motilal Nehru Degree College, Uttar Pradesh
- Rama College of Education, Uttar Pradesh
- Swami Vivekanand College for Professional Studies, Rajasthan
- Vivekanand College of Education, Maharashtra
प्राइमरी टीचर का वेतन
प्राइमरी टीचर के वेतन की बात की जाए तो यह 40,000 रूपये प्रति महीना होती है। सभी राज्यों में यह इतनी ही या इससे थोड़ी ऊपर रहती है। उत्तर प्रदेश परिषदीय में प्राथमिक स्कूलों में प्राइमरी टीचर के पद के लिए वेतन 41744 रूपये प्रतिमाह निर्धारित किए गए हैं।
Primary Teacher Kaise Bane के ब्लॉग से आपके मन में प्राइमरी टीचर से जुड़ी सारी दुविधा अब दूर हो गई होगी, हम ऐसी उम्मीद करते हैं। इसी तरह के ब्लॉग्स पढ़ने के लिए आप Leverage Edu वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।