भारत का सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश का गठन 1950 को हुआ था। उत्तर प्रदेश में 75 जिले हैं। राजनीतिक दृष्टिकोण से भी देश में सबसे अधिक विधानसभा और लोकसभा सीटें (403 विधानसभा) और (80 लोकसभा) सीटें इसी राज्य की हैं। उत्तर प्रदेश का राजकीय चिन्ह मछली और तीर-कमान है। उत्तर प्रदेश से जुड़े करंट अफेयर्स के प्रश्न उत्तर प्रदेश लेखपाल, बीडीओ और यूपीपीसीएस आदि प्रतियोगी परीक्षाओं और इंटरव्यू में प्रश्न पूछे जाते हैं। इसलिए यहां हम उत्तर प्रदेश के राज्य प्रतीकों के बारे में जानेंगे।
हाइलाइट्स
राज्य | उत्तर प्रदेश |
राजधानी | लखनऊ |
उत्तर प्रदेश का गठन | 24 जनवरी 1950 |
जिले | 75 |
मंडल | 18 |
ब्लाॅक | 822 (अनुमानित) |
गांव | 97,941 (अनुमानित) |
विधानसभा सीटें | 403 |
लोकसभा सीटें | 80 |
क्षेत्रफल | 2,40,928 वर्ग किमी |
वर्तमान मुख्यमंत्री | योगी आदित्यनाथ |
वर्तमान राज्यपाल | आनंदीबेन पटेल। |
This Blog Includes:
- हाइलाइट्स
- उत्तर प्रदेश के बारे में
- उत्तर प्रदेश का राजकीय चिन्ह क्या है?
- उत्तर प्रदेश का राजकीय फल क्या है?
- उत्तर प्रदेश का राजकीय पक्षी क्या है?
- उत्तर प्रदेश का राजकीय वृक्ष क्या है?
- उत्तर प्रदेश का राजकीय खेल क्या है?
- उत्तर प्रदेश का राजकीय नृत्य क्या है?
- उत्तर प्रदेश का राजकीय फूल क्या है?
- उत्तर प्रदेश का राजकीय पशु क्या है?
- उत्तर प्रदेश के राजकीय प्रतीक
- उत्तर प्रदेश के राजकीय चिन्ह से जुड़े प्रश्न-उत्तर
- FAQs
उत्तर प्रदेश के बारे में
वर्ष 1937 में उत्तर प्रदेश को ब्रिटिश शासन द्वारा बनाया गया संयुक्त प्रांत (युनाइटेड प्रोविंस) के नाम से जाना जाता था। स्वतंत्रता के बाद 1950 में इस राज्य या प्रांत का नाम बदल दिया गया और अब इसे उत्तर प्रदेश के नाम से जाना जाता है। सन् 2000 में उत्तराखंड को उत्तर प्रदेश से अलग कर नया राज्य बनाया गया था। वर्तमान में उप्र भारत में सबसे अधिक आबादी वाला प्रदेश है और क्षेत्रफल की दृष्टि से यह प्रदेश भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है।
उत्तर प्रदेश का राजकीय चिन्ह क्या है?
उत्तर प्रदेश में राजकीय चिन्ह मछली और तीर कमान है। उत्तर प्रदेश का राजकीय चिन्ह या सरकारी मुहर के प्रारूप में एक वृत्त में ऊपर धनुष, बीच में बहती गंगा-यमुना नदियां और नीचे दाएं-बाएं दो मछलियां हैं। इसे 1938 ई. में स्वीकृत किया गया था।
राजकीय चिन्ह में एक गोले के अंदर दो नदियां हैं जो कि प्रदेश की मुख्य नदियों गंगा और यमुना को प्रदर्शित करता है। इन नदियों के दोनों ओर दो मछलियों की आकृति बनाई गई है। जो कि उत्तर प्रदेश की राजकीय मछली का सूचक है। दोनों नदियों के उपर तीर कमान का निशान उकेरा गया है। यह तीनों आकृतियां एक गोले में हैं और इसके बाहर दूसरा गोला बनाया गया है। इसमें नीचे की ओर दोनों छोरों पर सितारे की आकृति है। इन सबके उपर उत्तर प्रदेश सरकार लिखा गया है।
उत्तर प्रदेश का राजकीय फल क्या है?
उत्तर प्रदेश का राजकीय फल आम है। यूपी का राजकीय फल होने के साथ-साथ आम भारत का राष्ट्रीय फल भी है। इसका वनस्पति नाम मंजिफेरा इंडिका है और इसे फलों का राजा भी कहा जाता है। भारत में आम का सबसे ज्यादा उत्पादक और निर्यात होता है।
उत्तर प्रदेश का राजकीय पक्षी क्या है?
उत्तर प्रदेश में राजकीय पक्षी का दर्जा सारस को मिला है। सारस उत्तरी एवं केन्द्रीय भारत, पाकिस्तान और नेपाल देश में पाए जाते हैं।
उत्तर प्रदेश का राजकीय वृक्ष क्या है?
उत्तर प्रदेश का राजकीय वृक्ष अशोक का वृक्ष है। इस वृक्ष का वैज्ञानिक नाम सराका अशोका है। अशोक वृक्ष, जिसे वैज्ञानिक रूप से साराका असोका या साराका इंडिका के नाम से जाना जाता है, का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है क्योंकि यह कई धार्मिक लोक कथाओं में पाया जा सकता है। इसे अक्सर शाही मैदानों और मंदिरों के पास उगाया जाता है।
उत्तर प्रदेश का राजकीय खेल क्या है?
इतिहासकारों का कहना है कि अंग्रेजों के आधुनिकीकरण से पहले हॉकी सैकड़ों वर्षों तक खेली जाती थी। ब्रिटिश शासन से पहले भारत में खेली जाने वाली हॉकी के एक संस्करण को खिदो खुंडी कहा जाता था। यह पंजाब और उत्तर भारत में बहुत प्रसिद्ध था। इससे हॉकी को उत्तर भारत में लोकप्रियता हासिल करने में मदद मिली और फिर यह उत्तर प्रदेश का राज्य खेल बन गया।
उत्तर प्रदेश का राजकीय नृत्य क्या है?
उत्तर प्रदेश का राजकीय नृत्य कथक है और इसे पहली बार 400 ईसा पूर्व में पेश किया गया था। यह मुख्य रूप से नृत्य के रूप में कहानी कहने से संबंधित है और नर्तकों को कथाकार कहा जाता है। चेहरे के भाव, आंखों की हरकतें और हाथों की हरकतें दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने और बेहतर कहानी बताने में मदद करती हैं। ऐसा माना जाता है कि पहले नर्तक कथाकार थे जो कथक प्रदर्शन करने के लिए भारत के उत्तरी प्रांत में यात्रा करते थे। कथक उत्तर प्रदेश और आसपास के राज्यों का मूल है, इसलिए इसे राज्य नृत्य शैली के रूप में चुना गया है।
उत्तर प्रदेश का राजकीय फूल क्या है?
पलाश के फूल को उत्तर प्रदेश के राज्य पुष्प का दर्जा दिया गया है। वैज्ञानिक रूप से ब्यूटिया मोनोस्पर्मा के नाम से जाने जाने वाले पलाश का उत्तर प्रदेश में बहुत धार्मिक महत्व है। इसके रंग-बिरंगे फूलों के कारण इसे फ्लेम ऑफ फॉरेस्ट के नाम से भी जाना जाता है। यह आमतौर पर उत्तरी और मध्य भारतीय प्रांतों में पाया जाता है।
उत्तर प्रदेश का राजकीय पशु क्या है?
उत्तर प्रदेश का राजकीय पशु बारासिंघा है और यह हिरण की एक प्रजाति है। यह भारत में एक महत्वपूर्ण प्रजाति है और इसे उत्तर प्रदेश के राज्य पशु के रूप में नामित किया गया है।
उत्तर प्रदेश के राजकीय प्रतीक
उत्तर प्रदेश के जिन राजकीय प्रतीकों के बारे में परीक्षाओं में ज्यादा पूछा जाता है, वह इस प्रकार बताए जा रहे हैंः
उत्तर प्रदेश | राजकीय प्रतीक |
राज्य पक्षी | सारस |
राज्य पशु | बारहसिंघा |
चिन्ह | मछली एवं तीर कमान |
खेल | हॉकी |
राज्य मछली | मोय या चीतल |
वृक्ष | अशोक |
राजकीय फल | आम |
राजकीय फूल | ढाक, टेसू, पलाश। |
उत्तर प्रदेश के राजकीय चिन्ह से जुड़े प्रश्न-उत्तर
उत्तर प्रदेश के राजकीय चिन्ह से जुड़े प्रश्न-उत्तर यहां दिए जा रहे हैं जिनसे आपकी तैयारी को मजबूती मिलेगीः
- उत्तर प्रदेश की राजकीय फल क्या है?
उत्तर- उत्तर प्रदेश का राजकीय फल आम है।
- उत्तर प्रदेश का राज्य पुष्प क्या है?
उत्तर- टेसू व पलाश।
- उत्तर प्रदेश की राजकीय मिठाई क्या है?
उत्तर- उप्र की राजकीय मिठाई रसभरी जलेबी है।
- उत्तर प्रदेश का वृक्ष कौन सा है?
उत्तर- उत्तर प्रदेश का राज्य वृक्ष अशोक का पेड़ है।
- उत्तर प्रदेश का राजकीय पक्षी कौन सा है?
उत्तर- सारस।
- उत्तर प्रदेश का राजकीय खेल कौन सा है?
उत्तर- हाॅकी।
- उत्तर प्रदेश का राजकीय नृत्य कौन सा है?
उत्तर- कथक।
- उत्तर प्रदेश का राजकीय पशु कौन सा है?
उत्तर- बारहसिंहा।
- उत्तर प्रदेश की राज्य मछली क्या है?
उत्तर- मोय।
- उत्तर प्रदेश का पूरा नाम क्या है?
- उत्तर- उत्तर प्रदेश, हालांकि आजादी से पहले इसे युनाइटेड प्रोविंस (संयुक्त प्रांत) के नाम से जाना जाता था।
संबंधित ब्लाॅग्स
FAQs
उत्तर प्रदेश की राजकीय मिठाई क्या है?
उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले है।
यूपी की राजधानी लखनऊ है।
उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में उत्तर प्रदेश का राजकीय चिन्ह और उत्तर प्रदेश के राज्य प्रतीकों के बारे में के बारे में पता चला होगा। अपनी परीक्षाओं की तैयारी और बेहतर करने और उत्तर प्रदेश जीके से जुड़े अन्य ब्लाॅग्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Leverage Edu के साथ बने रहें।