भारत का कदम अंतरिक्ष की तरफ लगातार बढ़ते ही चला जा रहा है जिसके लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष की सैर कराई जाएगी। गगनयान मिशन के सफल होते ही भारत अंतरिक्ष में जाने वाले कुछ चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा। चंद्रयान-3 की तरह गगनयान मिशन भी स्टूडेंट्स के लिए काफी महत्वपूर्ण है और कई बार लोगों के मन गगनयान के बजट से जुड़े सवाल भी आते हैं। इसलिए आज के इस ब्लॉग में हम Gaganyaan Budget के बारे में जानेंगे।
गगनयान मिशन के बारे में
भारत की अंतरिक्ष एजेंसी ISRO अंतरिक्ष अध्ययन में बेहतरीन स्पेस एजेंसी मानी जाती है। उन्होंने अपने काम से भारत को गौरवान्वित किया है। चंद्रयान 3 मिशन की सफलता के बाद अब ISRO गगनयान 3 मिशन की तैयारी कर रहे हैं। यह मिशन अंतरिक्ष विज्ञान में भारत के लिए वाकई एक महत्वपूर्ण कदम है।
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Gaganyaan Budget – गगनयान की बजट
भारतीय स्पेस एजेंसी के मुताबिक इस मिशन में 9 हजार 23 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। साल 2023 में ISRO ने यह बताया गया था कि गगनयान प्रोग्राम के लिए कई बड़ी तकनीकों की जरूरत है। इनमें हम्यूम रेटेड लॉन्च व्हीकल, क्रू एस्केप सिस्टम्स, हैबिटेबल ऑर्बिटल मॉड्यूल, लाइफ सपोर्ट सिस्टम की जरूरत थी।
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गगनयान मिशन का उद्देश्य
इंडियन स्पेश रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) के मुताबिक गगनयान मिशन का उद्देश्य LEO को मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन शुरू करने के लिए स्वदेशी क्षमता का प्रदर्शन करना है। स्पेस एजेंसी के अनुसार इस मिशन से भारत को कई लाभ मिलेंगे।
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FAQs
आदित्य मिशन को लॉन्च करने की डेट की अभी तक ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं की गई है, इसे 2024 में लाॅन्च किया जा सकता है।
ISRO की फुल फाॅर्म Indian Space Research Organization है।
गगनयान मिशन की लागत 9 हजार 23 करोड़ रुपये है।
प्रशांत नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णन और शुभांशु शुक्ला।
उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको Gaganyaan Budget की पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।