इस पोस्ट के माध्यम से आप ‘पच उपसर्ग से शब्द’ के बारे में जान पाएंगे, जो कि आपके ज्ञान में विस्तार करेगा। पच उपसर्ग से शब्द के बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें।
उपसर्ग किसे कहते है?
शब्दांश या अव्यय जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ बनाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहा जाता है। आसान भाषा में समझा जाए तो यह कुछ इस प्रकार होगा कि वह अव्यय जो शब्द के पहले लगकर उसका अर्थ बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं। या इसको इस प्रकार भी समझा सकता है, उपसर्ग = उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है- किसी शब्द के साथ जुड़कर नया शब्द बनाना।
पच उपसर्ग से शब्द
पच उपसर्ग से शब्द की सूची नीचे दी गई है:
- पचना
- पचिक
- पचाना
- पचन
- पचरंगा
- पचमेल
- पचकूटा
- पचमढ़ी
- पचनशील इत्यादि।
पच उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का अर्थ
पच उपसर्ग से बनने वाले शब्दों के अर्थ निम्नवत हैं:
- पचन : पचन का अर्थ ‘आहार को पचाने की प्रक्रिया’ होता है।
- पचिक : पचिक का अर्थ ‘राही या बटोही’ होता है।
- पचना : पचना का अर्थ ‘भोजन का पच जाना’ होता है।
- पचरंगा : पचरंगा का अर्थ ‘पाँच रंग का या पाँच रंगों वाला’ होता है।
- पचमेल : पचमेल का अर्थ ‘मिश्रण या मिला हुआ’ होता है।
पच उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग
पच उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग निम्नलिखित है:
- आहार का पचन होकर ही उसका गुण शरीर को लगता है।
- प्लेट में रखे पचाक को देखकर प्रकाश के मुँह में पानी आ गया।
- देखते ही देखते मेरा जीवन जैसे पचरंगा हो गया।
- हवाओं में प्रदूषण के ज़हर का पचमेल घुला है।
- शरीर स्वस्थ तभी रहता है, जब भोजन का पचना जटिल न होकर सरल हो।
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FAQs
पच का उपसर्ग पचरंगा, पचमेल, पचकूटा, पचमढ़ी, पचना इत्यादि होता है।
पाचन शब्द में ‘पच’ उपसर्ग प्रयुक्त हुआ है।
पचिक शब्द में ‘पच’ उपसर्ग है।
आशा है कि पच उपसर्ग से शब्द आपके लिए फायदेमंद होंगे। ऐसे ही अन्य उपसर्ग के बारे में पढ़ने के Leverage Edu के साथ बने रहिए।