इस पोस्ट के माध्यम से आप ‘हर उपसर्ग से शब्द’ के बारे में जान पाएंगे, जो कि आपके ज्ञान में विस्तार करेगा। हर उपसर्ग से शब्द के बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें।
उपसर्ग किसे कहते है?
शब्दांश या अव्यय जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ बनाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहा जाता है। आसान भाषा में समझा जाए तो यह कुछ इस प्रकार होगा कि वह अव्यय जो शब्द के पहले लगकर उसका अर्थ बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं। या इसको इस प्रकार भी समझा सकता है, उपसर्ग = उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है- किसी शब्द के साथ जुड़कर नया शब्द बनाना।
हर उपसर्ग से शब्द
हर उपसर्ग से शब्द की सूची नीचे दी गई है:
- हरदम
- हरकत
- हरदिन
- हरघड़ी
- हरगिज
- हररोज़
- हरहाल
- हरएक
- हरजाई
- हरकारा
- हरहाल
- हरजाना
- हरजगह
- हरबार
- हरसाल इत्यादि।
हर उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का अर्थ
हर उपसर्ग से बनने वाले शब्दों के अर्थ निम्नवत हैं:
- हरकत : हरकत का अर्थ ‘शरारत’ होता है।
- हरगिज : हरगिज का अर्थ ‘कदापि या कभी’ होता है।
- हरघड़ी : हरघड़ी का अर्थ ‘प्रतिपल’ होता है।
- हरदिन : हरदिन का अर्थ ‘रोजाना’ होता है।
- हरजाना : हरजाना का अर्थ ‘क्षतिपूर्ति’ होता है।
- हरजाई : हरजाई का अर्थ ‘आवारा या बहल्ला’ होता है।
- हरहाल : हरहाल का अर्थ ‘किसी भी तरह’ होता है।
- हरकारा : हरकारा का अर्थ ‘डाकिया’ होता है।
- हरबार : हरबार का अर्थ ‘प्रत्येक बार’ होता है।
- हरदम : हरदम का अर्थ ‘हमेशा या सदैव’ होता है।
हर उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग
हर उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग निम्नलिखित है:
- हरघड़ी अतीत के साए में रहने वाला इंसान कभी खुश नहीं रह पाता है।
- जिस्म से हुई गलतियों का हरजाना सांसों को भरना पड़ा।
- हसीन एक नंबर का हरजाई इंसान है, जिसे अपनी जिम्मेदारियों का कोई एहसास नहीं है।
- इंसान की हरकत ही उसके सुख-दुःख का हिसाब करतीं हैं।
- इंसान को हर हाल में अपने कर्मों पर यकीन करना चाहिए, न की ज़माने की बातों पर।
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FAQs
हर का उपसर्ग सरताज, सरकार, सरपंच, सरगना, सरपेच होता है।
हरगिज शब्द में ‘हर’ उपसर्ग है।
हरजाई शब्द में ‘हर’ उपसर्ग है।
आशा है कि हर उपसर्ग से शब्द आपके लिए फायदेमंद होंगे। ऐसे ही अन्य उपसर्ग के बारे में पढ़ने के Leverage Edu के साथ बने रहिए।