बीएससी फिजिक्स के बाद पैरामेडिकल कोर्सेज

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बीएससी फिजिक्स के बाद पैरामेडिकल कोर्सेज

हेल्थकेयर सेक्टर उन महत्वपूर्ण इंडस्ट्रीज में से एक है, जो कंट्री की इकॉनमी को ऊंचाई पर ले जाता है। अगर हम पैरामेडिक्स की बात करें तो पैरामेडिकल, मेडिकल इंडस्ट्री के लिए एक बैकबोन की तरह काम करता है। बीएससी फिजिक्स के बाद पैरामेडिकल कोर्सेज की विस्तृत जानकारी के लिए यह ब्लॉग पूरा पढ़ें। 

बीएससी फिजिक्स के बारे में

साइंस में फिजिक्स ग्रेजुएट आम तौर पर 3 साल की ग्रेजुएट डिग्री है जो कुछ इंस्टीट्यूट चार साल के कोर्स के रूप में भी प्रदान करते हैं। कोर्स के विशाल कोर्स के माध्यम से, छात्रों को विभिन्न अवधारणाओं अर्थात् क्वांटम मैकेनिक्स, वेव्स, पार्टिकल्स और न्यूक्लियर फिजिक्स, इलेक्ट्रो मैग्नेटिज्म, थर्मोडायनामिक्स, स्टेटिस्टकल मैकेनिक्स आदि के बारे में जानने को मिलता है। इसके अलावा, छात्रों को प्रैक्टिकल और थ्योरेटिकल नॉलेज के साथ-साथ प्रदान किया जाता है। इस कोर्स में फिजिक्स के सिद्धांतों के प्रैक्टिकल अनुप्रयोग पर अधिक जोर दिया जाता है।

पैरामेडिकल कोर्स क्या है?

पैरामेडिकल कोर्स वह कोर्स होते हैं जिनको करने के बाद आप हेल्थ केयर के क्षेत्र में चले जाते हैं। अब अगर हम इसे साधारण शब्दों में समझे तो पैरामेडिक उन्हें बोलते हैं जो एक्स-रे करते हैं, सोनोग्राफी करते हैं, फिजियोथैरेपी करते हैं। पैरामेडिकल कोर्स करने वाले छात्रों को पैरामेडिक कहा जाता है। एक पैरामेडिक हेल्थ केयर की सर्विस करने के अलावा इमरजेंसी कंडीशन में मरीज को पहली ट्रीटमेंट भी देता है जिसे ‘फर्स्ट ऐड’ कहते हैं। हॉस्पिटल में इमरजेंसी कंडीशन में ज्यादातर पैरामेडिकल स्टाफ ही मौजूद होता है।

पैरामेडिकल कोर्सेज के प्रकार

पैरामेडिकल कोर्स तीन प्रकार के होते हैं जिनके नाम नीचे दिए हुए हैं:

  • डिग्री पैरामेडिकल कोर्स – डिग्री पैरामेडिकल कोर्स को पूरा करने में आपको 1.5 वर्ष से लेकर 4 वर्ष का समय लग सकता है।
  • डिप्लोमा पैरामेडिकल कोर्स – डिप्लोमा पैरामेडिकल कोर्स को पूरा करने में आपको 1 से 2 वर्ष तक का समय लग सकता है।
  • सर्टिफिकेट पैरामेडिकल कोर्स – सर्टिफिकेट पैरामेडिकल कोर्स को आप 1 से 2 वर्ष के अंदर पूरी कर सकते हैं।

आवश्यक स्किल 

बीएससी फिजिक्स के बाद पैरामेडिकल कोर्सेज  के लिए आवश्यक स्किल्स नीचे दी गई है:

पैरामेडिकल स्टाफ का प्रमुख कार्य

पैरामेडिकल स्टाफ के कुछ महत्वपूर्ण कार्य नीचे बताये गए हैं:

  • मरीज़ के उपचार के लिए डॉक्टरों और चिकित्सा की टीम के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर काम करना होता है।
  • रोगियों को विशेषज्ञ देखभाल देना, विशेष क्षेत्रों में विशेष तकनीकी कर्तव्यों को एक्सेक्यूशन करना शामिल है, जैसे ऑपरेशन थिएटर आदि।
  • सेंपल प्राप्त करना, लेबल करना और विश्लेषण करना शामिल है।
  • मानक प्रक्रियाओं के अनुसार प्रयोगशाला परीक्षण को डिजाइन करना और एक्सेक्यूशन करना भी शामिल है।

ग्रेजुएशन के बाद पैरामेडिकल कोर्सेज

पैरामेडिकल के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है तो आप बीएससी फिजिक्स के बाद पैरामेडिकल कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं:

  • PG Diploma in Cardiac Pulmonary Perfusion
  • PG Diploma in Anesthesiology
  • PG Diploma in Child Health
  • PG Diploma in Medical Radio-Diagnosis
  • Master of Paramedic Science
  • Master of Paramedic Practitioner
  • Master in Physiotherapy
  • MS/MSc in Community Health Nursing
  • MS/MSc in Medical Lab Technology
  • MS/MSc in Obstetrics and Gynecology Nursing
  • MS/MSc in Pediatric Nursing
  • MS/MSc in Child Health Nursing
  • MS/MSc in Psychiatric Nursing
  • MD in Pathology
  • MD in Anesthesia
  • MD in Radiodiagnosis
  • PhD in Paramedical Science
  • PhD (Integrated) in Paramedical Science

मास्टर्स लेवल के पैरामेडिकल कोर्सेज

मेडिकल साइंस या इससे संबंधित स्पेशलाइजेशन जैसे फिजियोथेरेपी, होम्योपैथी, नर्सिंग आदि में बैचलर्स कोर्स पूरा करने के बाद, आप किसी स्पेसिफिक स्पेशलाइजेशन में एक्सपर्टाइज हासिल करने के लिए मास्टर्स लेवल पैरामेडिकल कोर्स कर सकते हैं। बीएससी फिजिक्स के बाद पैरामेडिकल कोर्सेज जो मास्टर्स स्तर पर किये जा सकते है जो निम्न प्रकार हैं:

पैरामेडिकल कोर्सअवधिफीस
Master in Physiotherapy (MPT)2 सालINR 2 लाख से 7 लाख
MD in Anesthesia3 सालINR 5 लाख से 25 लाख
Master in Physiotherapy – Sports Physiotherapy2 सालINR 2-3 लाख
M.Sc. in Community Health Nursing3 सालINR 4.3-5 लाख
MD in Pathology3 सालINR 5 लाख से 25 लाख
Post Graduate Diploma in Child Health2 सालINR 2 लाख से 6 लाख

डिप्लोमा के लिए पैरामेडिकल कोर्स

बीएससी फिजिक्स के बाद डिप्लोमा पैरामेडिकल कोर्सेज की लिस्ट दी गई है जिनमें आप एडमिशन ले सकते हैं:

  • Diploma in Gynecology and Obstetrics
  • Diploma in Child Health
  • Diploma in Rural Health Care
  • Diploma in Community Health Care
  • Diploma in Orthopedics
  • Diploma in Ophthalmology
  • Diploma in Optometry
  • Diploma in Dermatology 
  • Diploma in Clinical Research
  • Diploma in Dermatology, Venereology and Leprosy
  • Diploma in Medical Record Technology
  • Diploma in Medical Imaging Technology
  • Diploma in Medical Lab Technology 
  • Diploma in Hearing Language and Speech
  • Diploma in Operation Theater Technology
  • Diploma in OT Technician

पैरामेडिकल के टॉप कोर्सेज

बीएससी फिजिक्स के बाद पैरामेडिकल कोर्सेज की विस्तृत जानकारी नीचे दी गई है: 

  • B.Sc. in OTT (Operation Theater Technology)- जैसा कि नाम से पता चलता है, यह कोर्स ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी में स्पेशलाइजेशन पर फोकस करता है। यदि आप इस कोर्स में डिग्री प्राप्त करने की प्लानिंग बना रहे हैं तो यह आपको एक डीप अंडरस्टैंडिंग डेवेलप करने में मदद करेगा कि कैसे हॉस्पिटल्स के ऑपरेशन में काम होता है जैसे ऑपरेटिंग मशीन पे काम करने से लेकर सर्जिकल परफॉरमेंस में डॉक्टर की हेल्प करने तक।
  • BSc Radiology- यह कोर्स हॉस्पिटल में मशीनरी कैसे काम करता है, इसके टेक्निकल आस्पेक्ट को देखता है। इस कोर्स के पूरा होने पर, आप M.R.I और C.T. जैसी ऑपरेटिंग मशीन को उपयोग में लेने में माहिर होंगे। 
  • B.Sc. in Audiology and Speech Therapy- यह कोर्स कम्युनिकेशन डिसऑर्डर में स्पेशलाइज बनाता है। ऑडिओलॉजिस्ट, हियरिंग डिसऑर्डर को पहचानना, मेजर और एग्जामिन करने में स्पेसलाइज़ बनाता है। स्पीच थेरेपिस्ट्स और स्पीच-लैंग्वेज पैथोलोजिस्ट एक साथ काम करते हैं।
  • Diploma in Rural Health Care- यह कोर्स सैनिटेशन, फर्स्ट ऐड और अदर मेडिकल फैसिलिटीज को देखता है, जो रूरल एरिया मे होनी चाहिए। इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को बेसिक हेल्थ फैसिलिटीज और इमरजेंसी सिचुएशन को पूवर्ली डेवेलप एरिया में कैसे हैंडल करें उसके बारे में एजुकेशन प्रोवाइड करना है।
  • Diploma in Community Health Care- यह कोर्स डील करता है हेल्थकेयर और अदर मेडिकल फैसिलिटीज को सर्टेन कम्युनिटीज और पॉपुलेशन को उपलब्ध करने के लिए। यह कोर्स काफ़ी हद तक डिप्लोमा इन रूरल हेल्थ केयर से सिमिलर होता है।

विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज़

बहुत से ऐसे कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ हैं जहां पैरामेडिकल कोर्सेज की पढ़ाई होती है, लेकिन सही यूनिवर्सिटी का चयन करना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, नीचे कुछ विदेश की अच्छी यूनिवर्सिटीज़ के नाम दिए गए हैं:

यूनिवर्सिटीपैरामेडिकल कोर्सेज
ऑकलैंड यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजीDiploma in Paramedic Science
टाफे क्वींसलैंडDiploma of Anesthetic Technology
यूनिवर्सिटी ऑफ़ सॉउथम्पटनBSc Cardiac Physiology
यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेनसिलवेनियाBSc Nursing
मोनाश यूनिवर्सिटीBachelor of Occupational Therapy
फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटीBachelor of Paramedics Science
यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेर्टफोर्डशिरेBSc (Hons) Paramedic Science
यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिनMSc Emergency Medical Science
कार्डिफ यूनिवर्सिटीMSc Radiography
एडिथ कवन यूनिवर्सिटीGraduate Certificate – Critical Care Paramedicine
यूनिवर्सिटी ऑफ़ लीसेस्टरMSc/PG Cert Cancer Molecular Pathology and Therapeutics 
यूनिवर्सिटी ऑफ़ डेलावेरMS in Clinical Exercise Physiology
यूनिवर्सिटी ऑफ़ नाटिंघमPGD in Nutritional Sciences

भारत के टॉप कॉलेज

नीचे कुछ कॉलेजों के नाम दिए गए हैं जहां पैरामेडिकल कोर्सेज की पढ़ाई होती है।

  • यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज, दिल्ली विश्वविद्यालय
  • छत्रपति शिवाजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसएमयू), नवी मुंबई
  • अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)
  • सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, पुणे
  • स्वामी विवेकानंद इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, चंडीगढ़
  • कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज मणिपाल विश्वविद्यालय, मणिपाली
  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, लुधियाना

योग्यता

पैरामेडिकल कोर्सेज को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक योग्यता आपके द्वारा चुने गए प्रोग्राम और यूनिवर्सिटीज़ के अनुसार अलग-अलग होंगी। हालाँकि, कुछ सामान्य योग्यता को नीचे दिया गया है:

  • किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से छात्र 10+2 पास होने चाहिए और 10+2 में उनके कम-से-कम 50% अंक होने चाहिए।  
  • 10वीं के बाद साइंस होनी जरुरी है, जैसे फिजिक्स, केमिस्ट्री, केमिस्ट्री और जूलॉजी या बॉटनी, बायोलॉजी साथ ही मुख्य विषय के रूप में अंग्रेजी का होना भी जरुरी है। 
  • एडमिशन के लिए छात्र का NEET एंट्रेंस एग्जाम पास होना आवश्यक है। 
  • आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 10+2 में 40% अंक आवश्यक है। .
  • पैरामेडिकल में मास्टर करने के लिए आपके पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी आवश्यक है। 
  • पैरामेडिकल में PhD करने के लिए आपके पास सम्बंधित विषय में मास्टर डिग्री होनी आवश्यक है। 
  • विदेश के कुछ यूनिवर्सिटी बैचलर डेरी के लिए ACT, SAT आदि के स्कोर जरूरी होते हैं। विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज में मास्टर्स के लिए GRE स्कोर की अवश्यकता होती है।
  • साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
  • विदेश के विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/रिज्यूमे  और पोर्टफोलियो भी जमा करने होंगे।

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टैस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लैटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूज़र नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़  

कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

पैरामेडिकल कोर्स के लिए एंट्रेंस एग्ज़ाम

भारत में कई कॉलेजों में पैरामेडिकल कोर्सेज के लिए उनके खुद के मेडिकल एंट्रेंस एग्ज़ाम होते हैं, जिनके बारे में नीचे बताया गया है:

  • NEET UG & PG: मेडिकल प्रोग्राम के लिए एक एंट्रेंस एग्ज़ाम के रूप में NEET को भारतीय और साथ ही इंटरनेशनल मेडिकल स्कूल द्वारा आसानी से स्वीकार किया जाता है। NEET UG हर साल मई में जनवरी में शुरू होने वाली रजिस्ट्रेशन प्रोसेस के साथ आयोजित किया जाता है। जबकि दूसरी ओर NEET-PG जनवरी में आयोजित किया जाता है। रजिस्ट्रेशन पहले वर्ष के अगस्त के महीने में होता है।
  • AIIMS: यदि आप ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज में पैरामेडिकल कोर्स के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो AIIMS एग्ज़ाम के लिए क्वालीफाई करना महत्वपूर्ण है, जो मई के महीने में आयोजित किया जाता है जिसका रजिस्ट्रेशन विंडो फरवरी में ओपन हो जाता है।
  • Occupational English Test: जो लोग इंग्लिश बोलने वाले देशों के हेल्थकेयर सेक्टर में अपना करियर शुरू करना चाहते हैं, उनके लिए OET परीक्षा पास करना आवश्यक है। यह एक इंग्लिश लैंग्वेज अस्सेस्मेंट टेस्ट है, जो आवेदक के सुनने, पढ़ने, लिखने और बोलने के स्किल का मूल्यांकन करती है।

पैरामेडिकल कोर्स के बाद करियर

नीचे कुछ लोकप्रिय पैरामेडिकल करियर क्षेत्र के नाम दिए गए हैं जिनमें आप अपना करियर बना सकते हैं:

  • मेडिकल लेबोरेटरी टेक्निशियन/टेक्नोलॉजिस्ट
  • फ़िज़ियोथेरेपिस्ट
  • ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट
  • रिहैबिलिटेशन वर्कर
  • ऑडिओलॉजिस्ट एंड स्पीच थेरेपिस्ट
  • नर्सरी
  • डायग्नोसिस
  • रेडियोग्राफी
  • लेबोरेटरी टेक्निशियन
  • MRI टेक्निशियन
  • नर्सिंग केयर असिस्टेंट
  • रेडियोलोजी असिस्टेंट
  • नर्सिंग असिस्टेंट
  • एम्बुलेंस अटेंडेंट
  • डेंटल असिस्टेंट
  • ऑपरेशन थिएटर असिस्टेंट

टॉप रिक्रूटर्स 

पैरामेडिकल कोर्सेज के बाद टॉप रिक्रूटर्स की सूची नीचे दी गई है: 

  • Fortis Health care
  • Apollo Hospitals
  • Columbia Asia
  • Medanta
  • Max Health Care
  • Dr. Lal Path Labs
  • Global Hospitals
  • Wockhardt Hospitals and
  • Care Hospitals
  • Government Hospitals

टॉप जॉब प्रोफाइल और सैलरी

ऐसे बहुत से पैरामेडिकल कोर्सेज हैं, जो हाई सैलरी प्रोवाइड करते हैं:

जॉबसैलरी ( INR )
रेडियोलाजिस्टINR 78-80 लाख
ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्टINR 60-65 लाख
फ़िज़ियोथेरेपिस्टINR 50-55 लाख
नर्सINR 55-60 लाख

FAQs 

पैरामेडिकल कोर्स क्या है?

पैरामेडिकल कोर्स वह कोर्स होते हैं जिनको करने के बाद आप हेल्थ केयर के क्षेत्र में चले जाते हैं। अब अगर हम इसे साधारण शब्दों में समझे तो पैरामेडिक उन्हें बोलते हैं जो एक्स-रे करते हैं, सोनोग्राफी करते हैं, फिजियोथैरेपी करते हैं।

पैरामेडिकल कोर्स के किस-किस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं?

नीचे कुछ लोकप्रिय पैरामेडिकल करियर क्षेत्र के नाम दिए गए हैं जिनमें आप अपना करियर बना सकते हैं
मेडिकल लेबोरेटरी टेक्निशियन/टेक्नोलॉजिस्ट
फ़िज़ियोथेरेपिस्ट
ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट
रिहैबिलिटेशन वर्कर
ऑडिओलॉजिस्ट एंड स्पीच थेरेपिस्ट

डिप्लोमा के लिए पैरामेडिकल कोर्स कौनसे हैं?

बीएससी फिजिक्स के बाद डिप्लोमा पैरामेडिकल कोर्सेज की लिस्ट दी गई है जिनमें आप एडमिशन ले सकते हैं:
Diploma in Gynecology and Obstetrics
Diploma in Child Health
Diploma in Rural Health Care
Diploma in Community Health Care
Diploma in Orthopedics
Diploma in Ophthalmology

उम्मीद है बीएससी फिजिक्स के बाद पैरामेडिकल कोर्सेज के बारे में हमारा यह ब्लॉग आपको पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से बीएससी फिजिक्स के बाद पैरामेडिकल कोर्सेज की पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu  के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।

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