ऑडिटर कैसे बनें?

2 minute read
Auditor kaise bane

जब तक बिज़नेस है तब तक ऑडिटर्स की मांग है। ऑडिटर्स कंपनी के फाइनेंशियल स्टेटमेट्स को रिव्यु करते हैं उनकी सटीकता की पुष्टि करते हैं। वास्तव में, ऑडिटर्स हमारे फाइनेंसियल मार्केट की अखंडता के लिए महत्वपूर्ण हैं। आज कल ऑडिटर्स की भारी मांग है, इसलिए हजारों युवाओं के बीच यह एक लोकप्रिय करियर विकल्प है। यदि आप भी ऑडिटर बनना चाहते हैं तो इस ब्लॉग में जानिए auditor kaise bane की स्टेप बाय स्टेप गाइड, स्किल, रोल व महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के बारे में। 

ऑडिटर कौन होता है? 


कंपनीओ से अलग जो व्यक्ति कंपनीओ की ऑडिट  करने के लिए रजिस्टर होता है, उसे ऑडिटर कहते है।
कंपनीओ की वित्तीय स्थिति और बाकी जानकारी के आधार पर कंपनी के वित्तीय स्टेटमेंट पुष्टि करने के बाद ऑडिटर अपनी राय एक रिपोर्ट के रूप में देता है। जिसे ऑडियर्स रिपोर्ट कहते है। इस ऑडिटर रिपोर्ट को कंपनियां अपने सालाना रिपोर्ट के साथ जोड़ देती है। जिसको पढ़कर इन्वेस्टर यह देख सकता है, की कंपनी के फाइनेंसियल स्टेटमेंट सही है या नहीं और इनकी जाँच की गई है या नहीं। इन्वेस्टर उन आकड़ो के अनुसार कंपनी की स्थिति का मूल्यांकन कर के इस बात का फैसला ले सकता है की उसे इस कंपनी में निवेश करना है या नहीं ।

ऑडिटर्स के प्रकार

ऑडिटर्स कई प्रकार के होते हैं जो नीचे दिए गए हैं-

  • इंटर्नल ऑडिटर
  • एक्सटर्नल ऑडिटर
  • फॉरेंसिक ऑडिटर
  • गवर्नमेंट ऑडिटर
  • इंडिपेंडेंट ऑडिटर
  • प्रायोरिटी ऑडिटर
  • टैक्स ऑडिटर
  • फाइनेंसियल ऑडिटर

ऑडिटिंग के टॉप कोर्सेज

ऑडिटर बनने के लिए ऑडिटिंग कोर्स करना पड़ता है और इसके लिए डिप्लोमा, बैचलर्स, व मास्टर्स कोर्स उपलब्ध हैं-

  • Diploma in Accounting & Auditing
  • Post Graduate Diploma in Accounting
  • Diploma in Taxation
  • Diploma in Tax & Company Law
  • Advance Diploma in Financial Accounting & Taxation
  • Advance Diploma in Taxation
  • Post Graduate Program in Tax Management
  • Bachelor of Commerce (B.Com) in Fundamental of Auditing
  • Bachelor of Commerce (B.Com) in Taxation
  • Bachelor of Business Administration (BBA) in Accounting & Finance
  • Bachelor of Commerce (B.Com) in Accounting & Taxation
  • Bachelor of Commerce (B.Com – Hons) in Direct & Indirect Taxation
  • Bachelor of Commerce (B.Com) in Tax Procedure & Practice
  • Master’s Degree in Accountancy and Auditing
  • Master of Commerce (M.Com) in Accounting and Auditing
  • Master of Commerce (M.Com) in Taxation
  • Master of Business Administration (MBA) in Banking & Taxation
  • Master of Commerce (M.Com) in Accounting & Taxation

ऑडिटर कैसे बने : स्टेप बाय स्टेप गाइड

ऑडिटर बनने के लिए आपको एकाउंटिंग, फाइनेंस और रिस्क से संबंधित नॉलेज होनी चाहिए। इसी के साथ आपके पास आवश्यक सर्टिफिकेशन और प्रोफेशनल एक्सपीरियंस भी होना चाहिए। यहाँ हम Auditor kaise bane इसकी स्टेप बाय स्टेप गाइड लेकर आए हैं जो आपको ऑडिटिंग में करियर बनाने में मदद करेगी। 

स्टेप 1 : स्कूल में संबंधित विषयों का अध्ययन करें। 

यदि आप भविष्य में एक ऑडिटर बनना चाहते हैं तो इसके लिए तैयारी आपको अपने स्कूल के दिनों से ही करनी होगी। 10th के बाद कॉमर्स स्ट्रीम से पढ़ाई करिए और अच्छे अंकों के साथ 12th पास कीजिए।

स्टेप 2 : ऑडिटर बनने के लिए योग्यता  

स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद अब आपके लिए जरूरी है कि आप एक बैचलर्स डिग्री हासिल करें। आप किसी अच्छे कॉलेज या यूनिवर्सिटी से बीकॉम, बीबीए, बीएमएस, बीबीएम, बीबीएस या बैचलर ऑफ अकाउंटेंसी जैसे कोर्स कर सकते हैं। आप अपने इंटरेस्ट के अनुसार कोर्स का चयन कीजिए और परिश्रम में लग जाइए।

स्टेप 3 : कार्य अनुभव हासिल करें

ऑडिटर के रूप में काम करने के लिए शुरुवाती दिनों में ही कार्य अनुभव हासिल करना आपके लिए एक जरूरी कदम है। अपनी डिग्री पूरी करते समय आप जिस कॉलेज या यूनिवर्सिटी से पढ़ रहे हैं, वहां से आप इंटर्नशिप प्राप्त करने में मदद ले सकते हैं। यह स्टेप आपके करियर के लिए काफ़ी महत्त्वपूर्ण साबित हो सकता है। आप इंटर्नशिप के अंतर्गत टैक्सेशन, ऑडिटिंग, एकाउंटिंग और मैनेजमेंट कंसल्टेंसी का कार्य अनुभव हासिल कर सकते हैं।

स्टेप 4 : सर्टिफाइड हो जाएं।

एक ऑडिटर के लिए सर्टिफिकेशन कोर्स को आगे बढ़ाने और एक प्रोफेशनल ऑडिटर के रूप में सर्टिफाइड होने के लिए बैचलर डिग्री ही न्यूनतम योग्यता है। यदि आप भारत में ही प्रैक्टिस करना चाहते हैं तो Certified Internal Auditor (CIA) की परीक्षा दे सकते हैं या इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया ( ICAI ) द्वारा प्रस्तावित CA कोर्स कर सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक ऑडिटर के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए CPA कोर्स और आखिर में सर्टिफाइड पब्लिक एकाउंटिंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए CPA एग्जाम दे सकते हैं।

स्टेप 5 : अपना नेटवर्क बढ़ाएं

एक ऑडिटर के रूप में जॉब पाने के लिए, यह जरूरी है कि आप अपने अन्य फेलो कॉउंटरपार्ट्स के साथ जुड़े रहें। इसके लिए आप एक ऑडिटर एसोसिएशन के मेंबर बन सकते हैं। इससे आप लगातार हो रहे बदलावों से जागरूक रहेंगे और अपनी नॉलेज में वृद्धि कर पाएंगे। साथ ही आपका नेटवर्क एरिया भी बढ़ेगा, जो एक अच्छी ऑडिटर की पोस्ट हासिल करने में मददगार साबित हो सकेगा।

कोर्स विषय

विषय कोर्स के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं। यहाँ कुछ सामान्य विषयों की लिस्ट दी गई है जो लगभग सभी कोर्स में होती हैं। 

  • एकाउंटिंग
  • कॉस्ट एंड मैनेजमेंट ऑडिटिंग
  • लॉ एंड एथिक्स
  • डायरेक्ट टैक्सेशन
  • कॉस्ट एंड मैनेजमेंट एकाउंटिंग
  • इंडिरेक्ट टैक्सेशन
  • स्ट्रेटेजिक परफॉरमेंस मैनेजमेंट
  • मल्टी-डिसिप्लिनरी केस स्टडी
  • कस्टम एंड एफटीपी
  • एडवांस ऑडिटिंग एंड प्रोफेशनल एथिक्स
  • बिज़नेस वैल्यूएशन
  • इंटरनेशनल टैक्सेशन
  • फंडामेंटल ऑफ़ मैथेमेटिक्स एंड स्टेटिस्टिक्स
  • इंटर्नल ऑडिटिंग
  • एक्सटर्नल ऑडिटिंग
  • इकोनोमिक्स एंड मैनेजमेंट
  • एडमिनिस्ट्रेटिव प्रोसीजर एंड ICDS
  • कंपनी अकाउंट एंड ऑडिट
  • कॉर्पोरेट लॉ एंड कंप्लायंस
  • स्ट्रेटेजिक कॉस्ट मैनेजमेंट
  • कॉर्पोरेट फाइनेंसियल रिपोर्टिंग
  • टैक्स लॉ एंड प्रैक्टिस

ऑडिटिंग के लिए आवश्यक स्किल्स

Auditor kaise bane इसके लिए आवश्यक स्किल्स जानना जरूरी है। यहाँ सामान्य नीचे स्किल दी गई हैं-

  • एकाउंटिंग, गणित और टैली का ज्ञान होना चाहिए।
  • अच्छी कम्युनिकेशन स्किल होनी चाहिए। 
  • फाइनेंस की अच्छी समझ होनी चाहिए।
  • टीम में काम करने में माहिर होना चाहिए। 
  • काम करने के तरीके में सुधार या निर्माण कार्य में आनंद लेना चाहिए।
  • अत्यधिक विश्लेषणात्मक और विस्तार-उन्मुख होना चाहिए।

ऑडिटर की जिम्मेदारियां

ऑडिटर बनने के लिए मुख्य जिम्मेदारियां नीचे दी गई हैं-

  • किसी आर्गेनाइजेशन की फाइनेंसियल स्टेट के बारे में सबूत इकट्ठा करने के साथ पैसे के लेन-देन का रिकॉर्ड रखना एक ऑडिटर की जिम्मेदारी होती है।
  • एक रिपोर्ट जिसमें किसी कंपनी या आर्गेनाइजेशन के स्टेकहोल्डर्स और शेयरहोल्डर के लिए एक बैलेंस शीट, इनकम और कैश फ्लो स्टेटमेंट शामिल होती उसको तैयार करना।
  • एक कंपनी या आर्गेनाइजेशन के भीतर फाइनेंसियल रिस्क के स्तर का आकलन करना और यह सुनिश्चित करना करना कि संपत्ति सुरक्षित है।
  • ऑडिटर, कंपनी या आर्गेनाइजेशन के विभिन्न नियमों के अनुपालन पर भी रिपोर्ट करते हैं। जैसे कि सस्टेनेबिलिटी और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन या OH&S से संबंधित।

विदेश में टॉप यूनिवर्सिटीज

ऑडिटिंग कोर्स करने के लिए विदेश में कई यूनिवर्सिटीज हैं जिनमें से टॉप यूनिवर्सिटी नीचे दी गई हैं-

  1. साउथ वेल्स विश्वविद्यालय
  2. डीपॉल विश्वविद्यालय
  3. न्यू ऑरलियन्स विश्वविद्यालय
  4. सॉउथर्न इलिनोइस यूनिवर्सिटी कार्बोंडेल
  5. मिसौरी विश्वविद्यालय
  6. यूनिवर्सिटी ऑफ़ नार्थ टेक्सस
  7. हांगकांग पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी
  8. सॉउथर्न न्यू हैम्पशर यूनिवर्सिटी
  9. मिसौरी विश्वविद्यालय – सेंट लुइस
  10. बेंटले विश्वविद्यालय
  11. बर्मिंघम सिटी यूनिवर्सिटी
  12. बोइस स्टेट यूनिवर्सिटी
  13. डेवनपोर्ट विश्वविद्यालय
  14. यूनिवर्सिटी एट बफ़ेलो, द स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यूयॉर्क

भारत में टॉप कॉलेज   

भारत में ऑडिटिंग कोर्स के लिए टॉप कॉलेज नीचे दिए गए हैं-

  1. येनेपोया कॉलेज, मैंगलोर
  2. जनता शिवरात्रि कॉलेज, डालटनगंज
  3. झारखंड राय विश्वविद्यालय, रांची
  4. एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
  5. आरआईएमटी विश्वविद्यालय, गोबिंदगढ़
  6. एमजीआर गवर्नमेंट फिल्म एंड टेलीविजन ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, चेन्नई
  7. निर्मल हलोई कॉलेज, बारपेटा

योग्यता

यदि आप इस क्षेत्र में डिग्री प्राप्त करने के इच्छुक हैं, तो आपको अपने चुने हुए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित योग्यताओं को पूरा करना होगा। ये आवश्यकताएं कोर्सेज के स्तर के अनुसार भिन्न होती हैं, जैसे बैचलर, मास्टर या डिप्लोमा-

  • बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कॉमर्स स्ट्रीम से 10+2 प्रथम श्रेणी से पास किया हो।
  • पीजी प्रोग्राम के लिए संबंधित क्षेत्र में प्रथम श्रेणी के साथ बैचलर्स डिग्री होना आवाश्यक है। साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
  • ऑडिटर बनने के लिए आप 12 वीं के बाद CA कोर्स भी कर सकते हैं।
  • विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज बैचलर्स के लिए SAT और मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
  • विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं। जिसमे IELTS स्कोर 7 या उससे अधिक और TOEFL स्कोर 100 या उससे अधिक होना चाहिए।
  • विदेश यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की जरूरत होती है।

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:

  1. सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  2. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  6. यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़  

कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई है–

ऑडिटर जॉब

ऑडिटिंग कोर्स करने के बाद आप नीचे दी गई किसी भी जॉब को चुन सकते हैं:

  • इंटरनल ऑडिटर
  • एडवाईज़र ऑडिटर
  • क्वालिटी ऑडिटर
  • स्टेट कंट्रोलर या ऑडिटर 
  • फाइनेंशियल स्टेटमेंट
  • स्टैच्युटरी ऑडिटर
  • सर्टिफाइड क्वालिटी ऑडिटर
  • इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ऑडिटर
  • सर्टिफाइड लीड ऑडिटर
  • चीफ ऑडिट एग्जीक्यूटिव या डायरेक्टर ऑफ़ ऑडिट

औसत सैलरी

भारत में एक ऑडिटर की औसत सैलरी लगभग INR 4,00,000- 12,00,000 है। 

नौकरी प्रोफ़ाइलवार्षिक वेतन (लगभग)
इंटरनल ऑडिटर रु. 2,00,000 – रु. 15,00,000
गवर्नमेंट ऑडिटररु. 2,00,000 – रु. 15,00,000
आईटी ऑडिटररु. 1,00,000 – रु. 10,00,000
पर्स्नल फाइनेंशियल एडवाईज़र रु. 1,50,000 – रु। 12,50,000
बजट एनालिस्ट रु. 1,60,000 – रु। 12,50,000

ऑडिटर्स की भर्ती करने वाली कंपनियां

  • Ernst & Young
  • Fidelity National Information Services, Inc.
  • Wells Fargo
  • Honeywell
  • Accounting Principals
  • Bookminders
  • Citizens Bank
  •  eXp Realty

FAQs

ऑडिटर कैसे बनें?

ऑडिटर कैस बैन : स्टेप बाय स्टेप गाइड
स्टेप 1 : स्कूल में संबंधित विषयों का अध्ययन करें।
स्टेप 2 : ऑडिटर बनने के लिए योग्यता
स्टेप 3 : कार्य अनुभव हासिल करें।
स्टेप 4 : सर्टिफाइड हो जाएं।
स्टेप 5 : अपना नेटवर्क बढ़ाएं।

ऑडिटर के लिए क्या योग्यताएं हैं?

एक ऑडिटर बनने के लिए, आपको लेखांकन में कम से कम बैचलर्स डिग्री की आवश्यकता होगी। डेटाबेस और स्प्रेडशीट के उपयोग में कुशल होना मददगार हो सकता है। इस पेशे को चाहने वालों के पास अच्छा संचार कौशल और अर्थशास्त्र और वित्त की गहरी समझ होनी चाहिए।

ऑडिटर कितने प्रकार के होते हैं?

मुख्य रूप से ऑडिटर दो प्रकार के होते हैं- आंतरिक ऑडिटर (Internal Auditor), बाह्य ऑडिटर (External Auditor)

उम्मीद है, Auditor kaise bane इसका उत्तर आपको इस ब्लॉग में मिल गया होगा। यदि आप विदेश में ऑडिटिंग कोर्स करना चाहते हैं तो आज ही Leverage Edu एक्सपर्ट्स को 1800 57 2000 पर कॉल करके 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें, वे आपकी सही कोर्स व यूनिवर्सिटी चुनने में मदद करेंगे। 

प्रातिक्रिया दे

Required fields are marked *

*

*

2 comments
    1. हैलो सागर, ऑडिटर के लिए किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कॉमर्स स्ट्रीम से 10+2 प्रथम श्रेणी से पास किया हो। पीजी प्रोग्राम के लिए संबंधित क्षेत्र में प्रथम श्रेणी के साथ बैचलर्स डिग्री होना आवाश्यक है। साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं। यदि आप विदेश में ऑडिटिंग कोर्स करना चाहते हैं तो आज ही Leverage Edu एक्सपर्ट्स को 1800 57 2000 पर कॉल करके 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें, वे आपकी सही कोर्स व यूनिवर्सिटी चुनने में मदद करेंगे।

    1. हैलो सागर, ऑडिटर के लिए किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कॉमर्स स्ट्रीम से 10+2 प्रथम श्रेणी से पास किया हो। पीजी प्रोग्राम के लिए संबंधित क्षेत्र में प्रथम श्रेणी के साथ बैचलर्स डिग्री होना आवाश्यक है। साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं। यदि आप विदेश में ऑडिटिंग कोर्स करना चाहते हैं तो आज ही Leverage Edu एक्सपर्ट्स को 1800 57 2000 पर कॉल करके 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें, वे आपकी सही कोर्स व यूनिवर्सिटी चुनने में मदद करेंगे।