UPSC Geography Syllabus In Hindi: यूपीएससी के लिए जियोग्राफी का संपूर्ण सिलेबस, एग्जाम पैटर्न और तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स

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UPSC Geography Syllabus In Hindi

यूपीएससी देश का सबसे कठिन एग्जाम है। सिविल सेवा परीक्षा में टॉप रैंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों को IAS बनाया जाता है। इस एग्जाम को क्लियर करने के लिए काफी मेहतन लगती है। यूपीएससी की तैयारी में जियोग्राफी सब्जेक्ट काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे जुड़े क्वैश्चन प्री और मेंस में आते हैं। कैंडिडेट्स को जियोग्राफी को अच्छे से समझना चाहिए, इसलिए इस ब्लाॅग UPSC Geography Syllabus In Hindi से हम जियोग्राफी का सिलेबस, एग्जाम पैटर्न और इसकी तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स जानेंगे।

IAS एग्जाम कंडक्टिंग बॉडीयूपीएससी
एग्जाम मोडऑफलाइन
IAS एग्जाम के लिए आयुसीमा(21 से 32 साल) अलग-अलग निर्धारित है।
IAS एग्जाम के लिए योग्यताकिसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन पास।
जियोग्राफी ऑप्शनल सब्जेक्टपेपर I और पेपर II
मार्क्सप्रत्येक पेपर के लिए 250 अंक
टाइम3 घंटा
IAS एग्जाम पैटर्नप्रीलिम्स (MCQs), मेन्स (डिस्क्रिप्टिव पेपर)
IAS एग्जाम- प्रीलिम्स 2023रविवार- 28th May 2023
IAS एग्जाम- मेन्स 202315 सितंबर 2023 से।
ऑफिशियल वेबसाइटupsc.gov.in

UPSC क्या है?

UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) परीक्षा आयोजित करती है। UPSC उम्मीदवारों को सिविल सेवाओं के साथ-साथ रक्षा सेवाओं दोनों में भर्ती करती है। यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा प्रत्येक वर्ष भारतीय प्रशासनिक सेवाओं के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी के पद पर भर्ती परीक्षा आयोजित की जाती है।

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UPSC में जियोग्राफी सब्जेक्ट की कितनी वेटेज होती है?

यूपीएससी प्री और मेंस एग्जाम में जियोग्राफी यानी भूगोल का सेक्शन होता है। मेंस की परीक्षा में यदि ऑप्शनल सब्जेक्ट में जियोग्राफी सब्जेक्ट चुनते हैं, तो कैंडिडेट्स को जियोग्राफी का पेपर देना होगा। मेंस एग्जाम में जियोग्राफी के 2 क्वालीफाइंग पेपर होते हैं। कैंडिडेट्स को दोनों पेपर क्वालीफाई करने होते हैं।

UPSC में जियोग्राफी का सिलेबस क्या है?

यूपीएससी में जियोग्राफी ऑप्शनल सब्जेक्ट है। इसलिए कैंडिडेट को इसकी तैयारी करने से पहले पूरा सिलेबस जानना चाहिए। UPSC Geography Syllabus In Hindi में जियोग्राफी का सिलेबस नीचे विस्तार से बताया गया है।

UPSC प्रीलिम्स के लिए जियोग्राफी सिलेबस

UPSC प्रीलिम्स के लिए UPSC Geography Syllabus In Hindi इस प्रकार हैः

फिजिकल जियोग्राफीभू-आकृतिक भूगोल
जियोग्राफी ऑफ इंडियाभारत का भौतिक भूगोल, जलवायु, प्राकृतिक उपज और जीव जंतु, नदियां, भारत की कृषि, खनिज पदार्थ और उद्योग, स्थान, अक्षांश, देशांतर, समय क्षेत्र, पड़ोसी, महत्वपूर्ण जलडमरूमध्य राज्य और उनकी स्थिति, अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं वाले राज्य, नदी प्रणाली, हिमालय की नदियां, प्रायद्वीपीय नदियां, नदी घाटियां, क्षेत्रीय विकास और योजना, जलविद्युत परियोजनाएं, प्रमुख बांध, पश्चिम की ओर बहने वाली और पूर्व की ओर बहने वाली नदियां, नदियों को आपस में जोड़ना, जलवायु, मानसून – ड्राइविंग तंत्र, एल नीनो, ला नीनामौसम के, चक्रवात, खनिज एवं उद्योग-खनिज वितरण, औद्योगिक नीतियां।
विश्व भूगोल सिलेबसप्रमुख प्राकृतिक क्षेत्र, डेवलपल्ड और डेवलपिंग कंट्रीज की डेमोग्राफिकल जियोग्राफी, प्रमुख प्राकृतिक क्षेत्र, विकासशील देशों का क्षेत्रीय भूगोल, दक्षिण एशिया का क्षेत्रीय भूगोल।
ह्यूमन जियोग्राफीमनुष्य और पर्यावरण और उनका संबंध, वृद्धि व विकास, जनजातियां, जनसंख्या, प्रवास, आर्थिक गतिविधियां- कृषि, उत्पादन, उद्योग, तृतीयक गतिविधियां, शहरीकरण।

UPSC मेंस के लिए जियोग्राफी सिलेबस- पेपर 1

यूपीएससी मेंस के लिए जियोग्राफी ऑप्शनल सब्जेक्ट है और मेंस में जियोग्राफी के 2 पेपर होते हैं। UPSC मेंस में जियोग्राफी पेपर 1 के लिए UPSC Geography Syllabus In Hindi इस प्रकार हैः

UPSC मेंस पेपर 1 नेचुरल जियोग्राफी सिलेबस
(जलवायु विज्ञान) जियोमॉर्फोलॉजीभू-आकृति विकास को नियंत्रित करने वाले कारक; अंतर्जात और बहिर्जात बल; पृथ्वी की उत्पत्ति और विकास की उत्पत्ति; ज्वाला; भूकंप और सुनामी; भू-चुंबकत्व की मूल बातें; पृथ्वी के आंतरिक भाग की भौतिक स्थितियां; जियोसिंक्लाइन; महाद्वीपीय बहाव; आइसोस्टैस्ट; थाली की वस्तु कला; पहाड़ की इमारत पर हाल के विचार; भू-आकृति चक्र और भू-दृश्य विकास की अवधारणाएं; एप्लाइड जियोमॉर्फोलॉजी: जियोहाइड्रोलॉजी, इकोनॉमिक जाम और एनवायरोमेंट।
समुद्र विज्ञान (ओसियनोग्राफी)अटलांटिक, भारतीय और प्रशांत महासागरों की समुद्री यात्रा; महासागर सागर; लहरें, धाराएं और ज्वर; समुद्री संसाधन: जैविक, खनिज और ऊर्जा, महासागरों का ताप और लवणता; गर्मी और नमक बजट, संसाधन; प्रवाल पोस्टियां, समुद्र के स्तर में परिवर्तन।
जीव विज्ञान (बायोलाॅजी)विश्व के तापमान और दबाव पेटियां; पृथ्वी का ताप माप; नामांकन परिसंचरण; स्थिर स्थिरता और स्थिर। वैश्विक और स्थानीय हवाएं; ब्लॉग और जेट; वायु द्रव्यमान और पूर्ववर्ती उत्पत्ति, मौसम और जीविका; कोपेन, थॉर्नथवेट और ट्रेवर्था का विश्वव्यापी का विज्ञान; जल विज्ञान चक्र; वैश्विक जीव-जगत परिवर्तन और जीव-जगत परिवर्तन, जीव-विज्ञान व विज्ञान और शहरी-जीवन में मनुष्य की भूमिका।
पर्यावरणीय भूगोल (एनवायरोमेंटल जियोग्राफी)पर्यावरण नीति; लगातार और जलन उपचार उपाय; पर्यावरण शिक्षा और कानून, परिमाण का सिद्धांत, मानव पारिस्थितिकी अनुकूलन; पर्यावरण और पर्यावरण पर मनुष्य का प्रभाव; वैश्विक और क्षेत्रीय परिवर्तन और प्रवेश; प्राधिकरण उनका प्रबंधन और संरक्षण; पर्यावरण, जैव विविधता और सस्टेनेबल डेवलपमेंट। 
पर्सपेक्टिव इन ह्यूमन जियोग्राफीरिजनल डिफरेंसशिएशन; रिजनल साइंथ;  धर्म और विकार; विश्व का सांस्कृतिक क्षेत्र; मानव विकास सूची, पर्यावरणवाद; लाइव क्रांति और स्थानीय विश्लेषण; कट्टरपंथी, व्यवहारिक, मानव और कल्याणकारी दृष्टिकोण; भाषाएं।
आर्थिक भूगोल ( इकोनाॅमिक जियोग्राफी)वर्ल्ड इकोनाॅमिक डेवलपमेंट: स्केल और क्राइसिस; वर्ल्ड रिसोर्सेज एंड देयर डिस्ट्री ब्यूशन; एनर्जी क्राइसिस; डेवलपमेंट की सीमा; सुरक्षा सुरक्षा; अकाल: कारण, प्रभाव और उपचार; विश्व उद्योग: विश्व कृषि: कृषि संबंधी क्षेत्रों की टाइपोलॉजी; कृषि और विवरण; भोजन और पोषण संबंधी जीवाणु; वर्ल्ड बिजनेस के विवरण।
जनसंख्या और बस्ती भूगोल (पाॅपुलेशन और सेटलमेंट जियोग्राफी)ग्रोथ एंड डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ वर्ल्ड पाॅपुलेशन; अट्रैक्टिव फीचर्स; काॅजेज एंड काॅंसिक्यूशंस ऑफ माइग्रेन; ओवर-अंडर-ऑप्टिमल पाॅपुलेशन की अवधारणा; जनसंख्या सिद्धांत, विश्व जनसंख्या संभावनाएं और गतिशीलता, सामाजिक कल्याण और जीवन की गुणवत्ता; सामाजिक पूंजी के रूप में जनसंख्या ग्रामीण रहस्य के प्रकार और रूपरेखा; ग्रामीण क्षेत्रों में संबंधित मुद्दे; शहरी कार्य क्रम; शहरी आकृति विज्ञान: प्राइमेट शहर और रैंक-आकार के नियमों की अवधारणा; तकनीकी विज्ञान; शहरी प्रभाव का क्षेत्र; ग्रामीण-शहरी सीमा; सैटेलाइट टाउन; शहरीकरण की जटिलताएं और उपचार; शहर का सतत विकास।
क्षेत्रीय योजना (रिजनल प्लानिंग)काॅंसेप्ट ऑफ अ एरिया; टाइप्स ऑफ रिजंश एंड मेथ्ड्स ऑफ रिजनलाइजेशन; विकास केंद्र और विकास ध्रुवा; रिजनल एक्सपेंशन; रिजनल डेवलपमेंट स्ट्रैटिजीस; डिटेल्स इन रिजनल प्लांस; प्लानिंग फाॅर सस्टनेबल डेवलपमेंट।
मानव भूगोल में माॅडल, सिद्धांत और कानून (माॅडल्स, थ्योरीज एंड लाॅस इन ह्यूमन जियोग्राफी)सिस्टम्स एनालिसिस इन ह्यूमन जियोग्राफी; माल्थसियन, मार्क्सवादी और संबद्धता संक्रमण मॉडल; क्रिस्टेलर और हानि का केंद्रीय स्थान सिद्धांत; पेरोक्स और बौडेविल; वॉन थुनेन का कृषि स्थान का मॉडल; वेबर का औद्योगिक स्थान का मॉडल; ओस्टो के विकास के चरणों का मॉडल।

UPSC मेंस के लिए जियोग्राफी सिलेबस- पेपर 2

UPSC मेंस में जियोग्राफी पेपर 2 के लिए UPSC Geography Syllabus In Hindi इस प्रकार हैः

UPSC मेंस जियोग्राफी पेपर 2 (जियोग्राफी ऑफ इंडिया)सिलेबस
भौतिक विन्यास (फिजिकल काॅन्फिगरेशन)पड़ोसी देशों के साथ भारत का अंतरिक्ष संबंध; संरचना और राहत; पुरातात्विक चक्रवात और पश्चिमी विक्षोभ का तंत्र; बाढ़ और सूखा; ड्रेनेज सिस्टम और वाटरशेड; भौतिक क्षेत्र; भारतीय अभिलेख और वर्षण, वज्रपात क्षेत्र; प्राकृतिक वनस्पति; मिट्टी के प्रकार और वितरण।
संसाधन (रिसोर्सेज)लैंड, सर्फेस और भू, खनिज, ऊर्जा, जैविक और समुद्री संसाधन; वन और वन्य जीवन संसाधन और उनका संरक्षण; ऊर्जा संकट।
(कृषि ढांचा (एग्रीकल्चर स्ट्रक्चर)सिंचाई, प्रमाणपत्र, बीज, बिजली; विशिष्ट कारक: भूमि जोत, भूमि कार्यकाल और भूमि सुधार; घटत, कृषि इंटेसिटी, कृषि संबंध, भूमि क्षमता; कृषि और सामाजिक-वानिकी; हरित क्रांति और इसके सामाजिक-आर्थिक और पारिस्थितिक प्रभाव; शुष्क खेती का महत्व; पशुधन संसाधन और श्वेत क्रांति; कुक्कुट बाल; कृषि क्षेत्रीयकरण; कृषि-जलवायु क्षेत्र; कृषि-परिस्थितिक फील्ड।
उद्योग (इंडस्ट्री)कपिस, जूट, एल्युमिनियम, कागज, रसायन और दवा, कपाट, अटोमोबाइल, लोहा और इस्पात, कुटीर और कृषि पर आधारित किराये के स्थानीय कारक; सार्वजनिक क्षेत्रों पर कार्रवाई, जिनमें औद्योगिक घराने और परिसर शामिल हैं; औद्योगिक क्षेत्रीय-सेशन; नया फ़ास्टिलियम; MNCs और लिबर्लाइजेशन; स्पेशल इकोनाॅमिक जोन्स; टूरिज्म इंक्लूडिंग इको-टूरिज्म।
परिवहन, संचार और व्यापार (ट्रांपोर्टेशन, कम्युनिकेशन एंड बिजनेस)रोड, रेलवे, एयरवे, वाॅटरवे एंड पाइपलाइन नेटवर्क्स एंड देयर काॅंप्लिमेंट्री इन रिजनल डेवलपमेंट; राष्ट्रीय और विदेशी व्यापार पर गूढ़वाद का बढ़ता महत्व; व्यापार का संतुलन; व्यापार नीति; अधिक सटीक क्षेत्र; संचार और सूचना प्रौद्योगिकी में विकास और उद्योग और समाज पर उनका प्रभाव; भारतीय अंतरिक्ष प्रोग्राम।
सांस्कृतिक सेटिंग (कल्चरल सेटिंग)हिस्टोरिकल पर्सपैक्टिव ऑफ इंडियन सोसाइटी: जातीय, भाषाई और जातीय विविधता; सांस्कृतिक क्षेत्र; जनसंख्या में वृद्धि, प्रसार और सघनता; सामान्य विशेषताएं: लिंग-अनुरूप, आयु संरचना, कमजोरी दर, कार्य-बल, अनुपात अनुपात, दीर्घायु; प्रवासन (अंतर-क्षेत्रीय, अंतर-क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय) और संबंधित विस्फ़ोटक; जनसंख्या की समस्याएं और घबराहट; स्वास्थ्य संभावना, धार्मिक अल्पसंख्यक; प्रमुख जनजातियां, जनजातीय क्षेत्र और उनकी जटिलताएं।
बस्ती (काॅलोनी)ग्रामीण रहस्य के प्रकार, रूपरेखा और आकारिकी; शहरी विकास; मलिन बस्तियां और संबंधित बीमारियां; नगर ग्रेड; शहरीकरण की समस्याएं और समाधान, भारतीय शहरों के विज्ञान; भारतीय शहर का विज्ञान; महानगरीय और महानगरीय क्षेत्र; शहरी फैलाव।
क्षेत्रीय विकास और योजना (रिजनल डेवलपमेंट और प्लानिंग)भारत में क्षेत्रीय क्षेत्रीय अनुभव; चक्रीय पंच योजना; एकीकृत ग्रामीण विकास कार्यक्रम; जल विभाजन प्रबंधन; विलंबे क्षेत्र, मरुस्थल, सूखा वैश्याएं, पहाड़ी, अधोगामी क्षेत्रों के विकास की योजना बनाना; बहु-स्तरीय योजना; क्षेत्रीय योजना और द्वीपों का विकासपंचायती राज और विकेंद्रीकृत योजना; कमान क्षेत्र विकास।
राजनीतिक पहलू (पाॅलिटिक्स आस्पेक्ट्स)जियोग्राफिकल बेसिस ऑफ इंडियन फेडरालिज्म; रिकाॅगनाइजेशन ऑफ द स्टेट; द राइज ऑफ न्यू स्टेट्स; क्षेत्रीय समझदार और अंतरराज्यीय मुद्दे; भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमा और संबंधित मुद्दे; सीमा पार आतंकवाद; वैश्विक मामलों में भारत की भूमिका; दक्षिण एशिया और हिंद महासागर क्षेत्र की भू-राजनीति।
समसमायिक और पर्यावरण मुद्दे (करंट और एनवायरोमेंटल इश्यूस)दबकर झटके, अर्थक्विक, बाढ़, सुनामी और सूखा, महामारी; पर्यावरण प्रदूषण से संबंधित मुद्दे; भूमि उपयोग के विवरण में परिवर्तन; प्रभाव मूल्यांकन और पर्यावरण प्रबंधन का सिद्धांत; अत्यधिक विस्फोट और खाद्य सुरक्षा; हालांकि दुर्दशा; वनों के चारे, मरुस्थलीकरण और मिट्टी के कटवा; कृषि और औद्योगिक जटिलताओं की जटिलताओं; पर्यावरण के प्रति जागरूकता; नदियों के समान; वैश्वीकरण और भारतीय उद्योग, आर्थिक विकास में क्षेत्रीय अनंत काल; सतत विकास और विकास की अवधारणा।

यह भी पढ़ें- यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?

UPSC जियोग्राफी सिलेबस इन हिंदी PDF 

यूपीएससी जियोग्राफी के पेपर के सिलेबस की पीडीएफ आप इस लिंक के द्वारा डायरेक्ट देख सकते हैं। यदि आप ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर पीडीएफ डाउनलोड करना चाहते हैं तो आप निम्न स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं: 

  • कैंडिडेट्स को सबसे पहले यूपीएससी की ऑफिशियल वेबसाइट www.upsc.gov.in पर जाना होगा।
  • अब “UPSC Syllabus PDF” पर क्लिक करना होगा।
  • विंडो ओपन होते ही यूपीएससी का सिलेबस आपके सामने आएगा।
  • अब आप सिलेबस डाउनलोड कर सकते हैं।

UPSC में जियोग्राफी का एग्जाम पैटर्न क्या है?

UPSC Geography Syllabus In Hindi के लिए एग्जाम पैटर्न इस प्रकार हैः

  • जियोग्राफी यूपीएससी मेंस एग्जाम में ऑप्शनल सब्जेक्ट्स में लोकप्रिय माना जाता है।
  • इस विषय के 250-250 अंकों के 2 पेपर होते हैं।
  • प्रत्येक पेपरों के लिए 3 घंटे का समय निर्धारित किया गया है।

UPSC में जियोग्राफी की तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स 

UPSC Geography Syllabus In Hindi की तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स की लिस्ट नीचे दी गई है-

बुक्सराइटर-पब्लिशरलिंक
Physical GeographySavindra Singhयहां से खरीदें
HUMAN GEOGRAPHY 6th EDITIONMajid Husainयहां से खरीदें
Geography of India Through MapsAnil Keshri यहां से खरीदें
Outdoor GeographyHerbert Hatch यहां से खरीदें
Geography of Claudius Ptolemy Claudius Ptolemyयहां से खरीदें
Housing GeographySingh S यहां से खरीदें

UPSC के लिए योग्यता क्या है?

किसी भी एग्जाम के लिए जरूरी योग्यताएं होती हैं। यूपीएससी के एग्जाम के लिए निम्न योग्यताएं होनी चाहिएः

  • कैंडिडेट्स के पास किसी भी मान्यता प्राप्त काॅलेज या यूनिवर्सिटी से किसी भी स्ट्रीम में बैचलर डिग्री होनी चाहिए।
  • कैंडिडेट्स जो लास्ट एटेम्पट दे रहे हैं और परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं, वे प्रीलिम्स एग्ज़ाम के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
  • सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के लिए उपस्थित होने के लिए बैचलर डिग्री पास करने का प्रूफ देना चाहिए।
  • मेनस एग्ज़ाम के लिए आवेदन के साथ डिग्री अटैच करनी होगी।
  • जनरल और EWS के पास 6 अटेम्प्ट्स होते हैं, OBC के पास 9, SC/ST के पास (आयु सीमा तक)
  • IAS परीक्षा में बैठने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष है, वहीं अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष है।

FAQs

यूपीएससी मेंस एग्जाम में जियोग्राफी में कितने पेपर होते हैं?

यूपीएससी मेंस में अगर ऑप्शनल सब्जेक्ट जियोग्राफी है तो 2 पेपर होते हैं।

पर्यावरण भूगोल का महत्व क्या है?

पर्यावरण, भूगोल की ब्रांच है और इसमें मानव और प्राकृतिक प्रणालियों के बीच संबंधों की स्टडी है।

UPSC प्रीलिम्स में कितने पेपर होते हैं?

यूपीएससी प्री में 2 पेपर होते हैं।

यूपीएससी की फुल-फाॅर्म क्या है?

UPSC का फुल फॉर्म Union Public Service Commission (संघ लोक सेवा आयोग) है।

उम्मीद है कि इस UPSC Geography Syllabus In Hindi ब्लाॅग में आपको यूपीएससी में जियोग्राफी सिलेबस की पूरी जानकारी मिल गई होगी, जिससे आपको UPSC परीक्षा क्लियर करने में मदद मिलेगी। ऐसे ही UPSC से जुड़े ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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