Anthropology Syllabus for UPSC in Hindi: जानिए इस विषय का सम्पूर्ण सिलेबस, एग्जाम पैटर्न, बुक्स

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Anthropology Syllabus for UPSC in Hindi

आईएएस अधिकारी बनने का सपना देख रहे कैंडिडेट्स को परीक्षा के लिए तैयारी करने के लिए सही प्लानिंग की जरूरत है, लेकिन तैयारी शुरू करने से पहले यह समझना जरूरी है कि यूपीएससी के लिए कौन-कौन से सब्जेक्ट्स की पढ़ाई आवश्यक है। इस ब्लाॅग में Anthropology Syllabus for UPSC in Hindi विस्तार से बताया गया है और इसकी तैयारी के लिए बुक्स, परीक्षा पैटर्न, सब्जेक्ट वेटेज आदि जानकारी भी दी गई है। 

IAS एग्जाम कंडक्टिंग बॉडी यूपीएससी
एग्जाम मोड ऑफलाइन
IAS एग्जाम के लिए आयुसीमा (21 से 32 साल) अलग-अलग निर्धारित है।
IAS एग्जाम के लिए योग्यता किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन पास।
एंथ्रोपोलॉजी ऑप्शनल सब्जेक्ट पेपर I और पेपर II
मार्क्स प्रत्येक पेपर के लिए 250 अंक
टाइम 3 घंटा
IAS एग्जाम पैटर्न प्रीलिम्स (MCQs), मेन्स (डिस्क्रिप्टिव पेपर)
IAS एग्जाम- प्रीलिम्स 2023 रविवार- 28th May 2023
IAS एग्जाम- मेन्स 2023 15 सितंबर 2023 से।
ऑफिशियल वेबसाइट upsc.gov.in

UPSC क्या है?

UPSC भारत की केंद्रीय एजेंसी है जो सरकारी सेवाओं में भर्ती करने के लिए सिविल सेवा परीक्षा (CSE) जैसी परीक्षा आयोजित करती है। UPSC उम्मीदवारों को सिविल सेवाओं के साथ-साथ रक्षा सेवाओं दोनों में भर्ती करती है। यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा प्रत्येक वर्ष भारतीय प्रशासनिक सेवाओं के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी के पद पर भर्ती परीक्षा आयोजित की जाती है।

UPSC में एंथ्रोपोलाॅजी सब्जेक्ट की कितनी वेटेज होती है? (प्री और मेन्स)

यूपीएससी मेंस की परीक्षा में यदि आप ऑप्शनल सब्जेक्ट में एंथ्रोपोलाॅजी सब्जेक्ट चुनते हैं तो कैंडिडेट्स को एंथ्रोपोलाॅजी का पेपर देना होगा। मेंस एग्जाम में 2 क्वालीफाइंग पेपर होते हैं। प्रत्येक 300 अंकों के होते हैं। कैंडिडेट्स को दोनों क्वालीफाइंग पेपरों में 25 प्रतिशत अंक लाने की आवश्यकता होती है।

यह भी पढ़ें- यूपीएससी क्या है?

UPSC में एंथ्रोपोलाॅजी का सिलेबस क्या है?

यूपीएससी में एंथ्रोपोलाॅजी ऑप्शनल सब्जेक्ट है। इसलिए कैंडिडेट को इसकी तैयारी करने से पहले पूरा सिलेबस जानना चाहिए। Anthropology Syllabus for UPSC in Hindi में एंथ्रोपोलाॅजी का सिलेबस नीचे विस्तार से बताय गया है।

UPSC Anthropology सिलेबस- पेपर 1

पेपर 1 के लिए Anthropology Syllabus for UPSC in Hindi इस प्रकार हैः

एंथ्रोपोलाॅजी मीनिंग, स्कोप एंड डेवलपमेंट
दूसरे सब्जेक्ट्स के साथ रिलेशन सोशल साइंसेज, विहेवियरल साइंसेज, लाइफ साइंसेज, मेडिकल साइसेंज, अर्थ साइसेंज एंड ह्यूमेनिटीज
मेन ब्रांचेस ऑफ एंथ्रोपोलाॅजी, स्कोप एंड रेलिवेंस सोशल-कल्चर एंथ्रोपोलाॅजी, बायोलाॅजिकल एंथ्रोपोलाॅजी, एर्क्योलाॅजिकल एंथ्रोपोलाॅजी, लिंग्यूस्टिक एंथ्रोपोलाॅजी
ह्यूमन इवोल्यूशन एंड इमरजेंस ऑफ मेन बायोलाॅजिकल एंड कल्चरल फैक्टर्स इन ह्यूमन इवोल्यूशन, थ्योरीज ऑफ आर्गैनिक इवोल्यूशन (प्री-डर्विनियन, डर्विनियन एंड पोस्ट डर्विनियन)सिंथेटिक थ्योरी ऑफ इवोल्यूश; ब्रीफ ऑउटलाइन ऑफ टर्म्स एंड काॅंसेप्ट्स ऑफ इवोल्यूशनरी बायोलाॅजी, (Doll’s rule, Cope’s rule, Gause’s rule, parallelism, convergence, adaptive radiation, andmosaic evolution)
कैरेक्टरस्टिक्स ऑफ प्राइमेट्स विकासवादी प्रवृत्ति और प्राइमेट टैक्सोनॉमी; प्राइमेट अनुकूलन;(आर्बरियल और टेरेस्ट्रियल) प्राइमेट टैक्सोनॉमी; प्राइमेट रिलेशन, प्राइमेट्स; लिविंग मेजर प्राइमेट्स; मनुष्य और वानरों की तुलनात्मक शारीरिक रचना; कंकाल परिवर्तन के कारणसीधा आसन और उसके निहितार्थ।
साइक्लोजेनेटिक स्टेटस सोशल साइंस, रिलेशन साइंस, होमो इरेक्टस: अफ्रीका (पैरान्थ्रोपस), यूरोप (होमो इरेक्टस हीडलबर्गेंसिस), एशिया (होमो इरेक्टस जावनिकस, होमो इरेक्टस पेकिनेंसिस)। निएंडरथल मैन- ला-चैपल-ऑक्स-संत (शास्त्रीय प्रकार), माउंट। कार्मेल (प्रगतिशील प्रकार)। रोडेशियन आदमी। होमो सेपियन्स – क्रोमैगन, ग्रिमाल्डी और चांसलेडे।
द बायोलाॅजिकल बेसिस ऑफ लाइफ सेल, डीएनए संरचना और प्रतिकृति, प्रोटीन सिंथेसिस, जीन, उत्परिवर्तन, गुणसूत्र और कोशिका विभाजन।
प्रिंसिपल्स ऑफ प्रीहिस्ट्रोरिक आर्क्योलाॅजी, क्रोनोलाॅजी रिलेटिव एंड आबशल्यूट डेटिंग मेथ्ड्स कल्चर इवोल्यूशन-ब्राॅड आउटलाइंश ऑफ प्रीहिस्टोरिक कल्चर्स, नियोलिथिटिक, कैल्कोलिथिक, काॅपर-ब्रांज ऐज, आयरन ऐज
द नेचर ऑफ कल्चर  द काॅंसेप्ट्स एंड कैरेक्टरस्टिक्स ऑप कल्चर एंड सिविलाइजेशन;एंथोसेंटरिज्म विस-अ-विस कल्चरल रिलेटिविज्म
नेचर ऑफ सोसाइटी काॅंसेप्ट्स ऑफ सोसाइटी; सोसाइटी एंड कल्चर; सोशल इंस्टिट्यूट्स; सोशल ग्रुप; एंड सोशल स्टैरिफिकेशन
मैरिज डिफिनिशन एंड यूनिवर्सैलिटी, लाॅस ऑफ मैरिज (इंडोगेमी, एग्जोगेमी, हाइपरगेमी, इनसेस्ट तबू); टाइप ऑफ मैरिज (मोनोगामी, पोलोगामी, पोलैंड्री, ग्रुप मैरिज)
फंक्शंस ऑफ मैरिज मैरिज रेगुलेशंस (प्रीफ्रेंशियल, पर्सपिक्टिव एंड प्रास्क्रिप्टिव; मैरिज पेमेंट्स (ब्राइड वेल्थ एंड डाउरी)
फैमिली डिफिनिशन एंड यूनिवर्सैलिटी; फैमिली, हाउसहोल्ड एंड डोमेस्टिक ग्रुप्स; फंक्शंस ऑफ फैमिली; टाइप्स ऑफ फैमिली (फ्राम द पर्सपैक्टिव ऑफ स्ट्रक्चर, ब्लड रिलेशन, मैरिज, रेजिडेंस एंड सक्सेशन); इंपैक्ट ऑफ अर्बानाइजेशन, इंडस्ट्रालाइजेशन एंड फेमिनिस्ट मूवमेंट्स ऑन फैमिली
रिश्तेदारी आम सहमति और आत्मीयता; सिद्धांत और वंश के प्रकार); वंश समूहों के रूप; रिश्तेदारी शब्दावली (वर्णनात्मक और वर्गीकृत); वंश, संबंधन और मानार्थ संबंधन; वंश और गठबंधन
इकोनाॅमिक आर्गनाइजेशन इकोनाॅमिक एंथ्रोपोलाॅजी मीनिंग, स्कोप एंड रेलेवेंस, फाॅर्मलिस्ट और सब्सटेंटविस्ट डिवेट; समुदायों में उत्पादन, वितरण और विनिमय को नियंत्रित करने वाले सिद्धांत, शिकार और इकट्ठा करने, मछली पकड़ने, स्विडिंग, पशुचारण, बागवानी और कृषि पर निर्वाह; वैश्वीकरण और स्वदेशी आर्थिक प्रणाली
पाॅलिटिकल आर्गनाइजेशन एंड सोशल कंट्रोल बैंड, जनजाति, मुखिया, राज्य और राज्य; शक्ति, अधिकार और वैधता की अवधारणाएं; साधारण समाजों में सामाजिक नियंत्रण, कानून और न्याय
रिलीजन रिलीजन की स्टडी लिए मानवशास्त्रीय दृष्टिकोण (विकासवादी, मनोवैज्ञानिक और कार्यात्मक); मोनेथेजिज्म एंड पाॅलिथेजिज्म; पवित्र और अपवित्र; मिथक और अनुष्ठान; आदिवासी और किसान समाजों में धर्म के रूप ; धर्म, जादू और विज्ञान प्रतिष्ठित; मैजिको- धार्मिक कार्यकर्ता
एंथ्रोपोलाॅजिकल थ्योरीज Classical evolutionism (Tylor, Morgan and Frazer)Historical particularism (Boas) Diffusionism (British, German and American) Functionalism (Malinowski); Structural—Functionalism (Radcliffe-Brown) Structuralism (Levi-Strauss and E. Leach) Culture and personality (Benedict, Mead, Linton, Kardiner and Cora-du Bois) Neo—evolutionism (Childe, White, Steward, Sahlins and Service) Cultural materialism (Harris) Symbolic and interpretive theories (Turner, Schneider and Geertz) (i) Cognitive theories (Tyler, Conklin) (j) Postmodernism in anthropology.
कल्चर, लैंग्वेज एंड कम्युनिकेशन नेचर ऑफ लैंग्वेज, उत्पत्ति और विशेषताएं; वर्बल एंड नाॅन वर्बल कम्युनिकेशन; भाषा के उपयोग का सामाजिक संदर्भ।
रिसर्च मेथोडोलाॅजी इन एंथ्रोपोलाॅजी Fieldwork tradition in anthropology(b) Distinction between technique, method and methodology(c) Tools of data collection : observation, interview, schedules, questionnaire, case study,genealogy, life-history, oral history, secondary sources of information, participatory methods.(d) Analysis, interpretation and presentation of data.
ह्यूमन जेनेटिक्स मेथ्ड्स एंड एप्लीकेशन: मानव-पारिवारिक अध्ययन में आनुवंशिक सिद्धांतों के अध्ययन के लिए मेथ्ड्स (पालक बच्चे, साइटोजेनेटिक विधि, गुणसूत्र और कैरियो-प्रकार विश्लेषण), बाॅयोकेमिकल मेथ्ड्स, डीएनए टेक्नोलाॅजी और रिकाॅम्बिनेंट टेक्नोलाॅजीमैन-फैमिली स्टडी में मेंडेलियन आनुवंशिकी, मनुष्य में एकल कारक, बहुकारक, घातक, उप-घातक और पॉलीजेनिक वंशानुक्रम।कांसेप्ट ऑफ पोलिफोलोरिज्म एंड सेलेक्शन, मेंडेलियन जनसंख्या, हार्डी-वेनबर्ग कानून; कारण और परिवर्तन जो आवृत्ति को कम करते हैं – उत्परिवर्तन, अलगाव, प्रवास, चयन, अंतर्जनन और आनुवंशिक बहाव। सजातीय और गैर-संवैधानिक संभोग, आनुवंशिक भार, सजातीय और चचेरे भाई विवाह का आनुवंशिक प्रभाव।नस्ल और नस्लवाद, गैर-मीट्रिक और वर्णों के रूपात्मक भिन्नता का जैविक आधार। जातीय मानदंड, आनुवंशिकता और पर्यावरण के संबंध में नस्लीय लक्षण; नस्ल का जैविक आधार, मनुष्य में वर्गीकरण, नस्लीय भेदभाव और रेस क्रॉसिंग।
आनुवंशिक मार्कर के रूप में आयु, लिंग और जनसंख्या भिन्नता  ABO, RH ब्लड ग्रुप, HLA HP, स्थानांतरण, GM, रक्त एंजाइम। शारीरिक विशेषताएं- विभिन्न सांस्कृतिक और सामाजिक-आर्थिक समूहों में HB स्तर, शरीर में वसा, नाड़ी दर, श्वसन कार्य और संवेदी धारणाएं।
काॅसेप्ट्स एंड मेथ्ड्स ऑफ इकोलाॅजिकल एंथ्रोपोलाॅजी बाॅयो-कल्चर, एडप्शंस- जेनेटिक एंड नाॅन जेनेटिक फैक्टर्स, मैन्स साइकोलाॅजिकल रेस्पाॅंसेस टू इनवायरोमेंटल स्ट्रेसेस: हाॅट डिसर्ट, कोल्ड, हाई एल्टीट्यूड क्लाइमेंट
एपिडिमेयोलाॅजिकल एंथ्रोपोलाॅजी  हेल्थ एंड डीसीज, इंफेक्शन एंड नाॅन इंफेक्शन डीजीसेस, न्यूट्रीशियनल डिफिसिएंशी रिलेटेड डीजीसेस
काॅंसेप्ट ऑफ ह्यूमन ग्रोथ एंड डेवलपमेंट स्टेजेस ऑफ ग्रोथ- प्रीनेटल, नेटल, इंफैंट, चाइल्डहुड, एडलोसेंसेस, मैच्युरेटी, सेनसीन। फैक्टर्स अफेक्टिंग ग्रोथ एंड डेवलपमेंट जेनेटिक, इनवायरोमेंटल, बायोकेमिकल, न्यूट्रीशनल, कल्चरल एंड सोशियो-इकोनाॅमिक। एगिंग एंड सेनसीन, थ्योरीज एंड ऑब्सरवेशन, बायोलाॅजिकल एंड क्रोनोलाॅजिकल लाॅंगेविटी, ह्यूमन फिजिक एंड सोमेटोटाइप्स, मेथ्डोलाॅजीज ऑफ ग्रोथ स्टडीज, रेलेवेंस ऑफ मेनार्क, मेनोपाॅज एंड अदर बायो इवेंट्स टू फर्टिलिटी, फर्टिलिटी पैटर्न्स एंड डिफरेंशियल्स, डेमोग्राफिक थ्योरीज- बायोलाॅजिकल एंड सोशिल एंड कल्चर। बायोलाॅजिकल एंड सोशियो-इकोलाॅजिकल फैक्टर्स इंफ्लूएंशिंग फेकंडिटी, फर्टिलिटी, नैटालिटी एंड मोरलैटी
एप्लीकेशन ऑफ एंथ्रोपोलाॅजी एंथ्रोपोलाॅजी ऑफ स्पोर्ट्स, न्यूट्रीशनल एंथ्रोपोलाॅजी, एंथ्रोपोलाॅजी इन डिजाइनिंग ऑफ डिफेंस एंड अदर इक्यूपमेंट्स फाॅरेंसिंक एंथ्रोपोलाॅजी, मेथ्ड्स एंड प्रिंसिपिल्स ऑफ पर्सनल आइडेंटीफिकेशन एंड रिकंस्ट्रक्शन, अप्लाइड ह्यूमन जेनेटिक्स- पैटर्निटी डायग्नोसिस, जेनेटिक काउंसलिंग एंड इयूजेनेक्सि, DNA टेक्नोलाॅजी इन डिजीसेस एंड मेडिसीन, सेरोजेनेटिक्स एंड साइटोजेनेटिक्स इन रिप्रोडक्टिव बायोलाॅजी।

Anthropology Syllabus for UPSC in Hindi- पेपर 2

पेपर 2 के लिए Anthropology Syllabus for UPSC in Hindi इस प्रकार हैः

इवोल्यूशन ऑफ द इंडियन कल्चर एंड सिविलाइजेशन प्रीहिस्टोरिक (पालाऐलिथिक, मेसोलिथिक, नियोलिथिक एंड नियोलिथिक-चोकोलथिक), प्रोहिस्टोरिक (इंडस सिविलाइजेशन), प्री-हैराप्पन- हैराप्पन एंड पोस्ट हैराप्पन कल्चर्स, काॅट्रिब्यूशन ऑफ द ट्राइबल कल्चर्स टू इंडियन सिविलाइजेशन
पैलेयो एंथ्रोजोलाॅजिकल एविडेंसेस फ्राॅम इंडिया विद स्पेशल रिफरेंसेस टू सिवालिक्स एंड नर्मदा बेसिन (रामापिथिक्स, सिवापिथिक्स एंड नर्मदा मैन)
एथ्नो-आर्क्योलाॅजी इन इंडिया काॅंसेप्ट ऑफ एथ्नो-आर्क्योलाॅजी; सर्वाइवल्स एंड पैरलेल्स अमंग द हंटिंग, फाॅर्गिंग, फिशिंग, पैसटोरल एंड पीसेंट कम्युनिटीज इन्क्लूडिंग आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स प्रोड्यूसिंग कम्युनिटीज
डेमोग्राफिक प्रोफाइल ऑफ इंडिया एथिनिक एंड लिंग्विस्टिक एलिमेंट्स इन द इंडियन पापुलेशन एंड देयर डिस्ट्रीब्यूशन, इंडियन पापुलेशन- फैक्टर्स इंफ्लुएंशिंग इट्स स्ट्रक्चर एंड ग्रोथ, द स्ट्रक्चर एंड नेचर ऑफ ट्रांडिशनल इंडियन इकोसिस्टम- वर्नाश्रम, पुरुषार्थ, कर्मा, ऋण एंड रीबर्थ
कास्ट सिस्टम इन इंडिया स्ट्रक्चर एंड कैरेक्टरस्टिक्स वर्न एंड कास्ट, थ्योरीज ऑप ऑरिजिन ऑफ कास्ट सिस्टम, डोमिनेंट कास्ट, कास्ट मोबिलिटी, फ्यूचर ऑफ कास्ट सिस्टम, जैमानी सिस्टम, ट्राइब-केस काॅंटिन्यूयम, सेकेयर्ड काॅंपेल्क्स एंड नेचर-मैन-स्प्रिट काॅंपेल्क्स, इंपैक्ट ऑफ बुद्धिज्म, जैनिज्म, इस्लाम एंड क्रिस्चियनिटी ऑफ इंडियन सोसाइटी, इमरजेंस, ग्रोथ एंड डेवलपमेंट इन इंडिया- काॅंट्रिब्यूशंस ऑफ द 18th, 19th एंड अर्ली 20th, सेंचुरी स्काॅलर- एडमिनिस्ट्रेर्स, काॅट्रिब्यूशंस ऑफ इंडियन एंथ्रोपोलोजिस्ट्स टू ट्राइबल एंड कास्ट स्टडीज
इंडियन विलेज सिग्नीफिकेंस ऑफ विलेज स्टडी इन इंडिया; इंडियन विलेज एज अ सोशल सिस्टम; ट्राॅडिश्नल एंड चेंजिंग पैटर्न्स ऑफ सेटलमेंट एंड इंटर-कास्ट रिलेशंस; एग्रेरियन रिलेशंस इन इंडियन विलेज्स;इंपैक्ट ऑफ ग्लोबलाइजेशन ऑन इंडियन विलेज्सलिंग्विस्टिक एंड रिलिजियस माइनाॅरटीज एंड देयर सोशल, पाॅलिटिकल एंड इकोनाॅमिक स्टेट्सइंडिजिनियल एंड एक्सोजिनियस प्रोसेस्स ऑफ सोशल-कल्चर चेंज इन इंडियन सोसाइटी : संस्कृतिजेशन, बेस्टर्नाइजेशन, माॅडर्नाइजेशन; इंटर-प्ले ऑफ लिटिल एंड ग्रेट ट्रांडिशंस; पंचायती राज एंड सोशल चेंज; मीडिया एंड सोशल चेंज
ट्राइबल सिचुएशन इन इंडिया बायो-जेनेटिक वैरिएबिलिटी, लिंग्विस्टिक एंड सोशियो-इकोनाॅमिक कैरेक्टरस्टिक्स ऑफ द ट्राइबल पापुलेशंस एंड देयर डिस्ट्रीब्यूशन
प्राॅब्लम्स ऑफ द ट्राइबल कम्युनिटीज लैंड अलाइनेशन, पाॅवर्टी, इंडेव्टेडनेस, लो लिटर्सी, पूअर, एजुकेशनल फैसिलिटीज, अनइंप्लायमेंट, अंडर- इंप्लायमेंट, हेल्थ एंड न्यूट्रीशनडेवलपमेंटल प्रोजेक्ट्स एंड देयर इंपैक्ट ऑन ट्राइबल डिसप्लेसमेंट एंड प्राॅब्लम्स एंड रिहैबिलिटेशन, डेवलपमेंट ऑफ फोरेस्ट पाॅलिसी एंड ट्राइबल्स, इंपैक्ट ऑफ अर्बानाइजेशन एंड इंडस्ट्रालाइजेशन ऑन ट्राइबल पापुलेशनप्राॅब्लम्स ऑफ एक्सप्लाटेशन एंड डिप्रीवेशन ऑफ शेड्यूल्ड कास्टस, शेड्यूल्ड ट्राइब्लस एंड अदर वैकबर्ड क्लासेज, काॅस्टिट्यूशनल सेफगाॅर्ड्स फाॅर शेड्यूल्ड ट्राइब्स एंड शेड्यूल्ड क्लासेज सोशल चेज एंड कंटेंपररी ट्राइबल सोसाइटीज : इंपैक्ट ऑफ माडर्न डेमोक्रेटिक इंस्टिट्यूशंस, डेवलपमेंट प्रोग्राम्स एंड वेलफेयर मेजर्स ऑन ट्राइबल्स एंड वीकर सेक्शंस,जातीयता की अवधारणा; जातीय संघर्ष और राजनीतिक विकास; आदिवासी समुदायों में अशांति; क्षेत्रवाद और स्वायत्तता की मांग; छद्म आदिवासीवाद; औपनिवेशिक और स्वतंत्रता के बाद के भारत के दौरान जनजातियों के बीच सामाजिक परिवर्तन।जनजातीय समाजों पर हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, ईसाई धर्म, इस्लाम और अन्य धर्मों का प्रभाव।जनजाति और राष्ट्र राज्य – भारत और अन्य देशों में आदिवासी समुदायों का तुलनात्मक अध्ययन।जनजातीय क्षेत्रों के प्रशासन का इतिहास, जनजातीय नीतियां, योजनाएं, जनजातीय विकास के कार्यक्रम और उनका कार्यान्वयन। पीटीजी (आदिम जनजातीय समूह) की अवधारणा, उनका वितरण, उनके विकास के लिए विशेष कार्यक्रम। आदिवासी विकास में गैर सरकारी संगठनों की भूमिका।जनजातीय और ग्रामीण विकास में एंथ्रोपोलाॅजी की भूमिका।क्षेत्रवाद, सांप्रदायिकता, और जातीय और राजनीतिक आंदोलनों की समझ के लिए नृविज्ञान का योगदान।

Anthropology Syllabus for UPSC in Hindi ऑफिशियल PDF

यूपीएससी एंथ्रोपोलाॅजी पेपर के सिलेबस की पीडीएफ आप इस लिंक के द्वारा डायरेक्ट देख सकते हैं। यदि आप ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर पीडीएफ डाउनलोड करना चाहते हैं तो आप निम्न स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं: 

  • कैंडिडेट्स को सबसे पहले यूपीएससी की ऑफिशियल वेबसाइट www.upsc.gov.in पर जाना होगा।
  • अब “UPSC Syllabus PDF” पर क्लिक करना होगा।
  • विंडो ओपन होते ही यूपीएससी का सिलेबस आपके सामने आएगा।
  • अब आप सिलेबस डाउनलोड कर सकते हैं।

UPSC एग्जाम पैटर्न क्या है?

किसी भी एग्जाम को क्लियर करने के लिए सिलेबस के साथ ही उसका पैटर्न भी समझना आवश्यक है। Anthropology Syllabus for UPSC in Hindi के लिए एग्जाम पैटर्न इस प्रकार हैः

  • यूपीएससी मेंस में 2 पेपर (पेपर I और पेपर II) होते हैं। 
  • प्रत्येक पेपर के लिए 250 अंक निर्धारित हैं यानि कुल अंक 500 हैं।
  • प्रत्येक पेपर के लिए 3 घंटे का समय निर्धारित किया गया है।

यूपीएससी एंथ्रोपोलॉजी वैकल्पिक पेपर की तैयारी कैसे करें?

Anthropology Syllabus for UPSC in Hindi को समझने के लिए अपनी तैयारी बेहतर करनी होगी। एंथ्रोपोलाॅजी सब्जेक्ट की तैयारी कैसे करें के बारे में प्वाइंट्स में बताया गया हैः

  • कैंडिडेट्स को एग्जाम की पूरी जानकारी होना आवश्यक है।
  • एग्जाम के सिलेबस को समझें।
  • एकाग्रता के साथ पढ़ाई करें।
  • पढ़ाई के साथ राइटिंग जरूरी है। 
  • बार-बार माॅक टेस्ट दीजिए।
  • रोज़ाना न्यूज़ पेपर और मैगज़ीन पढ़ें।
  • वीकली और मंथली करंट अफेयर्स पढ़ते रहें।
  • टाइम मैनेजमेंट का विशेष ध्यान रखें।
  • हर साल आने वाले बजट का एनालिसिस करें।
  • नोट्स तैयार करें।
  • बीते वर्षों के क्वैश्चन पेपर हल करने का प्रयास करें।

UPSC में एंथ्रोपोलॉजी की तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स 

किसी भी एग्जाम को क्लियर करने में बुक्स की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। Anthropology Syllabus for UPSC in Hindi के लिए कुछ बुक्स तालिका में दी गई हैं, जो आपकी तैयारी को आसान करेंगींः

बुक्स राइटर-पब्लिशर लिंक
An introduction To Anthropological Thought Makhan Jha  यहां से खरीदें
An introduction To Social Anthropology D.N. Majumdar, T.N. Madan  यहां से खरीदें
indian Anthropology Nadeem Hasnain  यहां से खरीदें
introduction To Social Anthropology Lucy Mair  यहां से खरीदें
Tribal india Nadeem Hasnain  यहां से खरीदें
indian Feminisms: Law, Patriarchies and Violence in india Geetanjali Gangoli  यहां से खरीदें
State, Society, and Tribes: Issues in Post-Colonial india Virginius Xaxa  यहां से खरीदें
Caste: Its 20Th Century Avatar M N Srinivas  यहां से खरीदें
Annihilation of Caste Dr B.R. Ambedkar  यहां से खरीदें
Tribal Philosophy Santosh Kiro यहां से खरीदें
ANTHROPOLOGY – A BROAD OUTLinE for UPSC AND STATE CIVIL SERVICES SHIB SHANKAR DUTTA  यहां से खरीदें
10 Years Solved Paper ANTHROPOLOGY IAS MAinS Mr. NN Ojha  यहां से खरीदें
Anthropology Optional Class Notes  Dr. N.K.Vaid यहां से खरीदें
Anthropology, 15e Melvin R. Ember यहां से खरीदें
Anthropology Simplified for UPSC Mains Dr. Vivek Bhasme  यहां से खरीदें
The Anthropology of Ignorance: An Ethnographic Approach Casey High, Ann H. Kelly  यहां से खरीदें

UPSC के लिए योग्यता क्या है?

किसी भी एग्जाम के लिए जरूरी योग्यताएं होती हैं। यूपीएससी के एग्जाम के लिए निम्न योग्यताएं होनी चाहिएः

  • कैंडिडेट्स के पास किसी भी मान्यता प्राप्त काॅलेज या यूनिवर्सिटी से किसी भी स्ट्रीम में बैचलर डिग्री होनी चाहिए।
  • कैंडिडेट्स जो लास्ट एटेम्पट दे रहे हैं और परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं, वे प्रीलिम्स एग्ज़ाम के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
  • सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के लिए उपस्थित होने के लिए बैचलर डिग्री पास करने का प्रूफ देना चाहिए।
  • मेनस एग्ज़ाम के लिए आवेदन के साथ डिग्री अटैच करनी होगी।
  • जनरल और EWS के पास 6 अटेम्प्ट्स होते हैं, OBC के पास 9, SC/ST के पास (आयु सीमा तक)
  • IAS परीक्षा में बैठने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष है, वहीं अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष है।

FAQs

UPSC प्रीलिम्स में कितने पेपर होते हैं?

यूपीएससी प्री में 2 पेपर होते हैं।

यूपीएससी में एंथ्रोपोलॉजी क्यों चुनें?

यूपीएससी की तैयारी करने वाले कैंडिडेट्स को अगर भारतीय डेवलपमेंट और भारतीय संस्कृति पसंद है तो वह एंथ्रोपालाॅजी चुन सकते हैं।

क्या आर्ट्स स्टूडेंट एंथ्रोपोलॉजी ऑप्शनल ले सकता है?

हां, आर्ट्स का स्टूडेंट एंथ्रोपोलाॅजी ऑप्शनल के रूप में ले सकता है।

उम्मीद है कि इस Anthropology Syllabus for UPSC in Hindi ब्लाॅग में आपको यूपीएससी में एंथ्रोपोलाॅजी सिलेबस की पूरी जानकारी मिल गई होगी, जिससे आपको UPSC परीक्षा क्लियर करने में मदद मिलेगी। ऐसे ही UPSC से जुड़े ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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