स्वतंत्रता की लड़ाई में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले असंख्य स्वतंत्रता सेनानी रहे जिनमें से एक सरदार पटेल भी थे, जिन्होंने राष्ट्रहित हेतु अपना जीवन समर्पित किया। लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के ही अथक प्रयासों का परिणाम था कि भारतीय संघ में, भारत की सभी रियासतों का सफलता पूर्वक विलय हुआ। इस विलय ने भारत को एक राष्ट्र के रूप में सशक्त और समृद्ध बनाया। इस ब्लॉग के माध्यम से आप राष्ट्रीय एकता के शिल्पकार लोहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशेषताएं और उनकी राष्ट्रवादी विचारधारा के बारे में जान पाएंगे, जो आपको जीवनभर प्रेरित करेगा।
सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशेषताएं
सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशेषताएं आपको एक सफल जीवन का निर्माण करने में सहायता प्रदान करेंगे, इन विशेषताओं को निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझा जा सकता है;
सरदार पटेल कुशल नेतृत्व देने वाले नेताओं की अग्रिम पंक्ति में से एक थे।
सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रवाद की अलख को युवाओं में जगाने के लिए अग्रणी भूमिका निभाते थे, जिनके एक आदेश में लाखों युवा तत्पर रहते थे।
सरदार वल्लभ पटेल जी को दृढ़ इच्छा शक्ति वाले व्यक्तित्व के रूप में भी जाना जाता है।
अपने नेतृत्व कौशल से सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारत छोटी-बड़ी हर रियासत को भारत का एक अभिन्न हिस्सा बनाया।
सरदार वल्लभभाई पटेल कठिन से कठिन समय में अपने निर्णयों पर अटल रहने की वजह से भी जाने जाते थे।
सरदार पटेल अपनी भारतीय सनातन संस्कृति और अपनी हिन्दू पहचान पर गर्व करते थे, जो उनके द्वारा सोमनाथ मंदिर निर्माण के लिए किये गए प्रयासों से साफ़ झलकता है।
सरदार वल्लभभाई पटेल जी के लिए मातृभूमि और राष्ट्रहित सर्वोपरि था, जिसकी झलक भारत-पाक विभाजन के समय उनके द्वारा लिए गए सख्त निर्णयों में दिख जाती है।
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FAQs
सरदार पटेल को लौह पुरुष की उपाधि महात्मा गांधी ने नीतिगत दृढ़ता के लिए दी थी।
सरदार पटेल ने भारत की रियासतों को एकता के सूत्र में बांधकर, राष्ट्रवाद के लिए समाज को प्रेरित किया था। इसी कारण उन्हें ‘भारत का बिस्मार्क’ कहा जाता है।
आधुनिक भारत को अखंड करने की मुख्य भूमिका में लोहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी थे।
सरदार वल्लभ भाई पटेल की तीन विशेषताएं निम्नलिखित हैं;
1 . सरदार वल्लभ भाई पटेल दृढ़ संकल्प और पक्के इरादे वाले एक कुशल नेता थे।
2 . सरदार वल्लभ भाई पटेल की संगठन क्षमता और नेतृत्व कौशल के कारण ही रियासतों में बटा हुआ हमारा राष्ट्र अखंड बन पाया था।
3 . सरदार वल्लभ भाई पटेल के व्यक्तित्व में में सरलता और विनम्रता कूट-कूट कर भरी थी, इसलिए उनको जनता का अपार समर्थन था।
सरदार पटेल का महत्वपूर्ण कार्य आजादी के बाद भारत राष्ट्र को एक अखंड स्वरुप देना था। उन्होंने समय रहते अधिकांश रियासतों का विलय भारत राष्ट्र में करवाया था।
सरदार वल्लभभाई पटेल का लोकप्रिय नारा “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” था।
आशा है कि आपको ‘सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशेषताएं’ पर आधारित यह ब्लाॅग जानकारी से भरपूर लगा होगा। इसी तरह के अन्य जनरल नॉलेज के ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।