Diwali Shayari in Hindi: कविताएं और शायरी समाज का आईना होती हैं, सुख हो या दुःख, तमस हो या उजाला या फिर कोई पर्व ही क्यों न हो, कविताएं और शायरी के माध्यम से मानव अपनी अभिव्यक्ति को बेहतर ढंग से व्यक्त कर पाता है। कविताओं और शायरी के माध्यम से ही साहित्य का सौंदर्यकरण होता है, इसी से मानव अपनी भावनाओं को व्यक्त कर पाता हैं।
कविताएं और शायरी ही जीवन के हर पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाना सिखाती हैं। इसी क्रम में Diwali Shayari in Hindi के माध्यम से आप इस दिवाली अपने परिजनों और मित्रों के साथ कुछ विशेष शायरी साझा कर सकते हैं, जिसके लिए आपको इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ना होगा।
कब है दिवाली?
दिवाली खुशियों के आगमन का एक पर्व है, यह पर्व अन्याय पर न्याय की जय का पर्व है। इस दिन भगवान श्री राम 14 वर्षों का वनवास समाप्त करके अयोध्या धाम पधारे थे, इसी उपलक्ष में अयोध्यावासियों ने नगर में दीपोत्सव मनाया था। इस वर्ष रविवार के दिन 12 नवंबर 2023 को दिवाली का पर्व मनाया जाएगा, इस पर्व को हिन्दू धर्म के अनुयायियों द्वारा पूरे विधि विधान और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
Diwali Shayari in Hindi
Diwali Shayari in Hindi के माध्यम से आप दिवाली पर आधारित शायरी पढ़ पाएंगे, यह शायरी दिवाली के पर्व के उल्लास में चार चाँद लगाएंगी, और आपको सकारात्मकता से भर देंगी। ऐसी कुछ शायरी निम्नलिखित हैं;-
Top 10 Diwali Shayari in Hindi
Diwali Shayari in Hindi के माध्यम से आप दिवाली के पर्व पर दिवाली की कुछ टॉप शायरी को पढ़ सकते हैं, जिन्हें आप अपने शुभकामनाएं संदेशों में भी स्थान दे पाएंगे।
“मन से कड़वाहट को मिटाकर, मिठास को हवाओं में घोल दे
दीयों का प्रकाश आपके लिए विचारों की खिड़की को खोल दे…”
–मयंक विश्नोई
“खुशियों से आपका परिचय करवाए
दीपो का उत्सव आपको बुराइयों से बचाए…”
–मयंक विश्नोई
“पटाखों की रौशनी आपके जीवन में उजाला भर दे
दीयों का प्रकाश आपको फिर से तरोताज़ा कर दे…”
–मयंक विश्नोई
“दिवाली प्रतीक है खुशियों के आगमन का
दिवाली को आओ पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाएं…”
–मयंक विश्नोई
“मायूसी को मौन कर देने वाला पर्व है दिवाली
खुशियों को खुली बाहों से गले लगाने का पर्व है दिवाली…”
–मयंक विश्नोई
“शहर में मेरे रात भर पटाखों का शोर गूंजा
इसी बहाने ही सही, मन की मायूसी मौन तो हुई…”
–मयंक विश्नोई
“खुश रहने का सबसे सरल और सटीक तरीका है
कि आप अपने जीवन की रंगोली में खुद रंग भरें…”
–मयंक विश्नोई
“मिठाइयों की मिठास आपके जीवन को सरल बना दे
दिवाली का यह त्यौहार आपको खुशियों से मिला दे…”
–मयंक विश्नोई
“छत पर रखा एक चिराग, आसमान को रोशन कर गया
दिवाली की दस्तक क्या हुई, खुशियों से दामन भर गया…”
–मयंक विश्नोई
“कहीं शोर मचा पटाखों का, शुभ सबकी दिवाली हो गई
कहीं सन्नाटा पसरा पर्वों पर और रात काली हो गई…”
–मयंक विश्नोई
दीप प्रज्वलन पर शायरी
Diwali Shayari in Hindi के माध्यम से आप दीप प्रज्वलन पर आधारित निम्नलिखित शायरी को पढ़ सकते हैं;
“मन में छिपे तमस को मिट जाने दो
पूरे हर्षोल्लास के साथ आज दिया जलाने दो…”
–मयंक विश्नोई
“ज़िंदगी के चिराग में मेहनत की बाती जलाकर
ज़माने को रोशन करो, खुशियों को गले लगाकर…”
–मयंक विश्नोई
“घर का कोई कोना अँधेरे की गिरफ्त में न मिले
हर कोने में खुशियों का चलो एक दीप जलाएं…”
–मयंक विश्नोई
“अंतर्मन की मायूसी और तमस को तलाक देकर
उजाले को अपनाएं, खुशियों के सहन में रहकर…”
–मयंक विश्नोई
“दीपों का यह पावन त्योहार
प्रकाशित कर दे सारा संसार…”
–मयंक विश्नोई
कुछ सुप्रसिद्ध कवियों की पंक्तियाँ
Diwali Shayari in Hindi के माध्यम से आप दिवाली के शुभावसर पर कुछ सुप्रसिद्ध कवियों की पंक्तियाँ पढ़ सकते हैं:-
जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना
अँधेरा धरा पर कहीं रह न जाए।
–गोपालदास “नीरज”
मधुर-मधुर मेरे दीपक जल!
युग-युग प्रतिदिन प्रतिक्षण प्रतिपल
प्रियतम का पथ आलोकित कर!
–महादेवी वर्मा
शत-शत दीप इकट्ठे होंगे
अपनी-अपनी चमक लिए,
अपने-अपने त्याग, तपस्या,
श्रम, संयम की दमक लिए।
–हरिवंशराय बच्चन
जलती बाती मुक्त कहाती
दाह बना कब किसको बंधन
रात अभी आधी बाकी है
मत बुझना मेरे दीपक मन
–रामेश्वर शुक्ल ‘अंचल’
आओ फिर से दिया जलाएँ
भरी दुपहरी में अँधियारा
सूरज परछाई से हारा
अंतरतम का नेह निचोड़ें-
बुझी हुई बाती सुलगाएँ
–अटल बिहारी वाजपेयी
बची रही प्रिय की आँखों से,
मेरी कुटिया एक किनारे,
मिलता रहा स्नेह रस थोड़ा,
दीपक जलता रहा रात-भर।
–गोपालसिंह ‘नेपाली’
दीपमाला में मुसर्रत की खनक शामिल है
दीप की लौ में खिले गुल की चमक शामिल है
जश्न में डूबी बहारों का ये तोहफ़ा शाहिद
जगमगाहट में भी फूलों की महक शामिल है
–शाहिद मिर्ज़ा शाहिद
उजियारा कर देने वाली
मुस्कानों से भी परिचित हूं,
पर मैंने तम की बाहों में अपना साथी पहचाना है
मैं दीपक हूँ, मेरा जलना ही तो मेरा मुस्काना है।
–हरिवंशराय बच्चन
दिपावली पर लिखी कुछ खास शायरी
Diwali Shayari in Hindi के माध्यम से आप दिपावली पर लिखी कुछ खास शायरियां पढ़ सकते हैं, जो कि इस प्रकार है;
सभी के दीप सुंदर हैं हमारे क्या तुम्हारे क्या
उजाला हर तरफ़ है इस किनारे उस किनारे क्या
–हफ़ीज़ बनारसी
था इंतिज़ार मनाएँगे मिल के दीवाली
न तुम ही लौट के आए न वक़्त-ए-शाम हुआ
–आनिस मुईन
आज की रात दिवाली है दिए रौशन हैं
आज की रात ये लगता है मैं सो सकता हूँ
–अज़्म शाकरी
मेले में गर नज़र न आता रूप किसी मतवाली का
फीका फीका रह जाता त्यौहार भी इस दीवाली का
–मुमताज़ गुर्मानी
राहों में जान घर में चराग़ों से शान है
दीपावली से आज ज़मीन आसमान है
–ओबैद आज़म आज़मी
प्यार की जोत से घर घर है चराग़ाँ वर्ना
एक भी शम्अ न रौशन हो हवा के डर से
–शकेब जलाली
वो दिन भी हाए क्या दिन थे जब अपना भी तअल्लुक़ था
दशहरे से दिवाली से बसंतों से बहारों से
–कैफ़ भोपाली
जो सुनते हैं कि तिरे शहर में दसहरा है
हम अपने घर में दिवाली सजाने लगते हैं
–जमुना प्रसाद राही
दाग़ों की बस दिखा दी दिवाली में रौशनी
हम सा न होगा कोई जहाँ में दिवालिया
–हातिम अली मेहर
कहीं कोई चराग़ जलता है
कुछ न कुछ रौशनी रहेगी अभी
–अबरार अहमद
रौशनी आधी इधर आधी उधर
इक दिया रक्खा है दीवारों के बीच
–उबैदुल्लाह अलीम
देर तक रौशनी रही कल रात
मैं ने ओढ़ी थी चाँदनी कल रात
–ज़ेहरा निगाह
जलते हैं इक चराग़ की लौ से कई चराग़
दुनिया तेरे ख़याल से रौशन हुई तो है
–शहज़ाद अहमद
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