BMS Kya Hai: आज के प्रतिस्पर्धी युग में एक ऐसा कोर्स चुनना जो न केवल ज्ञान प्रदान करे बल्कि बेहतरीन करियर संभावनाएँ भी खोले, हर छात्र की प्राथमिकता होती है। बिजनेस और मैनेजमेंट की दुनिया में कदम रखने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए BMS (बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज) एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह कोर्स आपको प्रबंधन, नेतृत्व और व्यावसायिक रणनीतियों की गहरी समझ प्रदान करता है, जिससे आप कॉर्पोरेट दुनिया में अपनी जगह बना सकते हैं। यदि आप यह जानना चाहते हैं कि BMS क्या है (BMS Kya Hai), इसके लाभ क्या हैं और यह कोर्स आपको कैसे एक सफल करियर की ओर ले जा सकता है, तो यह ब्लॉग आपके सभी सवालों का जवाब देगा।
कोर्स का नाम | बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (बीएमएस) |
अवधि | 3-4 साल |
मुख्य विषय | – प्रिंसिपल्स ऑफ मैनेजमेंट – बिजनेस – ह्यूमन रिसोर्स एडमिनिस्ट्रेशन – ऑर्गेनाइजिंग पैसिव बिहेवियर एंड पॉलिसी आदि। |
पात्रता मापदंड | -10+2 किसी भी स्ट्रीम में -विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित विशिष्ट प्रवेश परीक्षा |
रोजगार क्षेत्र | – फाइनेंस एंड रिटेलिंग – सेल्स एंड बिजनेस डेवलपमेंट – मार्केटिंग – सेल्फ एंप्लॉयमेंट आदि। |
जॉब प्रोफ़ाइल | -बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजमेंट – फाइनेंशियल एनालिस्ट -मार्केटिंग मैनेजर – बिजनेस एनालिस्ट आदि। |
This Blog Includes:
- बीएमएस कोर्स क्या होता है?
- बीएमएस कोर्स के प्रकार
- बीएमएस कोर्स में पढ़ाए जाने वाले महत्वपूर्ण विषय
- BMS करने के फायदे
- बीएमएस कोर्स की स्पेशलाइजेशन
- BMS कोर्स ऑफर करने वाली टॉप यूनिवर्सिटीज
- बीएमएस कोर्स ऑफर करने वाली टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज
- बीएमएस कोर्स करने के लिए आवश्यक योग्यता
- बीएमएस कोर्स करने के लिए आवेदन प्रक्रिया
- बीएमएस कोर्स करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- बीएमएस के लिए एंट्रेंस एग्जाम
- BMS के बाद करियर ऑप्शंस
- BMS कोर्स करने के बाद जॉब प्रोफाइल एंड सैलरी
- FAQs
बीएमएस कोर्स क्या होता है?
बैचलर ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज (BMS) इंडिया और दुनिया की कई यूनिवर्सिटीज द्वारा ऑफर किया जाने वाला मैनेजमेंट स्टडीज के लिए एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है। इस 3-4 साल के डिग्री प्रोग्राम का उद्देश्य छात्रों को प्रैक्टिकली एक आर्गेनाइजेशन के बिहेवियरल एस्पेक्ट और उसी की हायरार्की को अच्छे से जानने का मौका देता है। यह एक टीम में मैनेजमेंट और काम करने के लिए आवश्यक लीडरशिप स्किल्स प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है।
बीएमएस कोर्स के प्रकार
नीचे बीएमएस कोर्स के प्रकार दिए गए हैं:
फुल-टाइम बीएमएस
फुल-टाइम बीएमएस तीन साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है जो देश भर के विभिन्न यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेस द्वारा ऑफर किया जाता है। कोर्सेज को भविष्य के मैनेजर और एंटरप्रेन्योर्स को तैयार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो बिज़नेस को अच्छी तरह से मैनेज करने के लिए है।
- फुल-टाइम बीएमएस में एडमिशन लेने के लिए DUJAT, AIIMS UGAT, आदि जैसी एंट्रेंस एग्जाम देना होगा।
- बीएमएस करने के लिए कुछ टॉप कॉलेजेस में सेंट जेवियर्स मुंबई, शाहिद सुखदेव सिंह कॉलेज दिल्ली, नरसी मोंजी मुंबई आदि शामिल हैं।
पार्ट-टाइम बीएमएस
कई कॉलेज पार्ट-टाइम बीएमएस भी ऑफर करते हैं, इस कोर्स में एनरोलड छात्रों को रेगुलर क्लास में उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं होती है।
- पार्ट-टाइम बीएमएस में एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम में आये रिजल्ट या फिर 10+2 के मार्क्स के अनुसार दिया जाता है।
- यह कोर्स वर्किंग क्लास या उन छात्रों के लिए अच्छा है, जो फुल टाइम कोर्स नहीं कर सकते हैं।
एक साल का बीएमएस
कुछ यूनिवर्सिटीज या कॉलेज एक साल के मैनेजमेंट कोर्सेज ऑफर करते हैं। यह कोर्स विशेष रूप से नौकरी या जो लोग अपना बिज़नेस कर रहे है उनके लिए डिज़ाइन किया गया है, ताकि वे बीएमएस करके अपनी नॉलेज और स्किल्स को बढ़ा सकें।
- एंट्रेंस एग्जाम आधारित या मेरिट आधारित एडमिशन दिए जाते हैं।
- एक साल के बीएमएस कोर्स वर्किंग क्लास के लिए सबसे सूटेबल है।
- टॉप यूनिवर्सिटीज में आईएसबी हैदराबाद शामिल है।
बीएमएस कोर्स में पढ़ाए जाने वाले महत्वपूर्ण विषय
बीएमएस कोर्स में पढ़ाए जाने वाले महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी निम्नलिखित है –
बीएमएस कोर्स में प्रथम वर्ष में पढ़ाई जाने वाले महत्वपूर्ण विषय
फाउंडेशन ऑफ़ ह्यूमन स्किल्स | बिजनेस लॉ |
मैनेजमेंट प्रिंसिपल्स 1 | इंट्रोडक्शन टू फाइनेंशियल अकाउंट |
इंट्रोडक्शन टू कंप्यूटर | बिजनेस एनवायरमेंट |
बिजनेस स्टैटिसटिक्स | इंडस्ट्रियल लॉ |
बीएमएस कोर्स में द्वितीय वर्ष में पढ़ाई जाने वाले महत्वपूर्ण विषय
कंप्यूटर एप्लीकेशन्स | डायरेक्ट एंड इनडायरेक्ट टैक्स |
एक्सपोर्ट इंपोर्ट प्रोसेसेस इन बिजनेस | बिजनेसमैन |
इंट्रोडक्शन टू कॉस्ट अकाउंटिंग | मैनेजमेंट प्रिंसिपल्स 2 |
मार्केटिंग मैनेजमेंट | एनवायरमेंटल मैनेजमेंट |
बीएमएस कोर्स में तृतीय वर्ष में पढ़ाई जाने वाले महत्वपूर्ण विषय
विषय | संक्षिप्त विवरण |
ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट | यह विषय मुख्य रूप से कंपनी की जॉब एनालिसिस, नए वर्कर्स और एम्प्लोयी रिलेशन की हायरिंग और रिक्रूटिंग करने पर केंद्रित है। |
इंट्रोडक्शन टू मैनेजमेंट | इस विषय में, आप मैनेजमेंट स्किल्स सीखेंगे, जिसमें मुख्य रूप से एक विशेष कंपनी, स्ट्रक्टरिंग और प्लानिंग करना शामिल है। |
ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर | यह विषय आपको एक आर्गेनाइजेशन के ओवरऑल बिहेवियर, लीडरशिप और मोटिवेशनल स्किल्स से परिचित कराएगा जो किसी आर्गेनाइजेशन के बेहतर प्रदर्शन के लिए आवश्यक हैं। |
ऑर्गेनाइजेशन स्ट्रेटजी | बीएमएस कोर्स के इस विषय में, आप कॉर्पोरेट कल्चर को समझेंगे जो आपको बिज़नेस लैंडस्केप में आपके विकास में मदद करेगी। वहीं आप कई तरह के एनालिटिकल टूल्स के बारे में जानेंगे जिनका उपयोग ओर्गनइजेशनल डेवलपमेंट के लिए किया जा सकता है। |
लॉ एंड पॉलिसी | किसी आर्गेनाइजेशन की कोर एथिक्स और पॉलिसीस का पालन करना एक वर्कर की मुख्य जिम्मेदारी बन जाती है। यहां आप यह समझने में सक्षम होंगे कि किसी भी आर्गेनाइजेशन में लीगल कांसेप्ट क्या हैं। |
इकॉनॉमिक्स एंड मैनेजमेंट | यह विषय किसी भी आर्गेनाइजेशन के बिज़नेस साइड से संबंधित है। आप किसी आर्गेनाइजेशन के मार्केट स्ट्रक्चर, प्राइसिंग और ओर्गनइजेशनल एनालिसिस से परिचित हो जाएंगे। |
BMS करने के फायदे
BMS करने के निम्नलिखित फायदे हैं –
- व्यवसाय प्रबंधन कौशल: बिजनेस को सफलतापूर्वक चलाने की समझ।
- करियर के लिए कई अवसर: बैंकिंग, फाइनेंस, मार्केटिंग, HR आदि में नौकरियाँ।
- MBA करने का मजबूत आधार: BMS करने के बाद MBA में एडमिशन लेना आसान होता है।
- उद्यमिता (Entrepreneurship) का अवसर: खुद का व्यवसाय शुरू करने की क्षमता विकसित होती है।
बीएमएस कोर्स की स्पेशलाइजेशन
बीएमएस की स्पेशलाइजेशन इस प्रकार हैं:
- IT & सिस्टम्स
- हॉस्पिटैलिटी
- एंटरप्रेन्योरशिप
- डिजिटल मार्केटिंग
- बिजनेस एनालिसिस
- होटल मैनेजमेंट
- ट्रैवल टूरिज्म
- फाइनेंस एंड अकाउंटिंग
- मार्केटिंग
- ह्यूमन रिसोर्स
BMS कोर्स ऑफर करने वाली टॉप यूनिवर्सिटीज
BMS कोर्स ऑफर करने वाली टॉप यूनिवर्सिटीज में देश और दुनिया की यूनिवर्सिटीज की जानकारी शामिल है, जो इस प्रकार हैं –
BMS कोर्स ऑफर करने वाली टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज
- इंपीरियल कॉलेज लंदन
- डरहम यूनिवर्सिटी
- एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी
- लंदन बिजनेस स्कूल
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- शिकागो यूनिवर्सिटी
- अल्बर्टा यूनिवर्सिटी
- मैकगिल यूनिवर्सिटी
- टोरंटो यूनिवर्सिटी
- मोनाश यूनिवर्सिटी
- सिडनी यूनिवर्सिटी
- मेलबर्न यूनिवर्सिटी
बीएमएस कोर्स ऑफर करने वाली टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज
बीएमएस कोर्स ऑफर करने वाली भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज के नाम इस प्रकार हैं:
- दिल्ली यूनिवर्सिटी
- शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज, दिल्ली
- मुंबई यूनिवर्सिटी
- आईपी यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- सेंट जेवियर कॉलेज, मुंबई
- जैन यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
- शिव नादर यूनिवर्सिटी, यूपी
बीएमएस कोर्स करने के लिए आवश्यक योग्यता
BMS kya hai यह आप जान चुके हैं इसलिए अब जानिए इस कोर्स को करने के लिए योग्यता मानदंड जो इस प्रकार है:
- आप अगर बीएमएस कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो आपको 10+2 (किसी भी स्ट्रीम ), न्यूनतम 50% अंकों के साथ पास करना ज़रूरी है।
- 10th और 12th की ऑफिसियल मार्कशीट होनी चाहिए।
- यूनिवर्सिटीज द्वारा आयोजित एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना होगा।
- विदेश में बीएमएस कोर्स की पढ़ाई करने के लिए एक अच्छा IELTS/ TOEFL स्कोर इंग्लिश प्रोफिसिएंसी के रुप में होना आवश्यक है।
बीएमएस कोर्स करने के लिए आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
बीएमएस कोर्स करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़
बीएमएस कोर्स करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ की लिस्ट नीचे दी गई है–
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा
- बैंक विवरण
बीएमएस के लिए एंट्रेंस एग्जाम
बीएमएस और बीबीए के लिए एक समान एंट्रेंस एग्जाम होता है। इंडिया में आयोजित होने वाले एंट्रेंस एग्जाम नीचे दिए गए हैं-
BMS के बाद करियर ऑप्शंस
BMS के बाद आपके पास निम्नलिखित करियर ऑप्शंस होते हैं –
- मार्केटिंग मैनेजर
- फाइनेंशियल एनालिस्ट
- बिजनेस कंसल्टेंट
- ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर
BMS कोर्स करने के बाद जॉब प्रोफाइल एंड सैलरी
Glassdoor.co.in के मुताबिक बीएमएस से ग्रेजुएशन करने के बाद छात्रों की यूके में औसत सैलरी GBP 45,000-47,000 होती है और USA में USD 83,000-85,000 होती है। वहीं भारत में बीएमएस कोर्स पूरा करने के बाद जॉब प्रोफाइल और उनकी सैलरी नीचे दी गई हैं-
जॉब प्रोफ़ाइल | औसत सालाना सैलरी (INR) |
सलाहकार | 14-15 लाख |
आर्बिट्रेटर | 5-6 लाख |
बिजनेस कंसलटेंट | 10-12 लाख |
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर | 9-10 लाख |
कॉर्पोरेट इन्वेस्टमेंट बैंकर | 10-12 लाख |
मार्केट रिसर्च एनालिस्ट | 5-6 लाख |
ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर | 10-11 लाख |
प्रोफेसर/लेक्चरर | 10-12 लाख |
FAQs
बैचलर ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज (BMS) इंडिया और दुनिया की कई यूनिवर्सिटीज द्वारा ऑफर किया जाने वाला मैनेजमेंट स्टडीज के लिए एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है। इस 3-4 साल के डिग्री प्रोग्राम का उद्देश्य छात्रों को प्रैक्टिकली एक आर्गेनाइजेशन के बिहेवियरल एस्पेक्ट और उसी की हायरार्की को अच्छे से जानने का मौका देता है। यह एक टीम में मैनेजमेंट और काम करने के लिए आवश्यक लीडरशिप स्किल्स प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है।
जी नहीं, यह मैथेमैटिकल कोर्स नहीं है। यह बिज़नेस, आर्गेनाइजेशन और सोसाइटी के फील्ड में मैनेजमेंट के आस्पेक्ट्स से संबंधित कोर्स है।
कुछ विषय इस प्रकार हैं:
1.अकाउंटिंग एंड फाइनेंशियल मैनेजमेंट
2. बिजनेस अकाउंटिंग
3. मैक्रोइकॉनॉमिक्स
4. मार्केटिंग मैनेजमेंट
5. बिजनेस लॉ
6. स्टैटिसटिक्स फॉर बिजनेस
7. ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट
8. बिजनेस रिसर्च
BMS का फुल फॉर्म “Bachelor of Management Studies” है। यह एक स्नातक स्तर का प्रबंधन पाठ्यक्रम है, जो व्यापार और प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं को कवर करता है।
यह कोर्स तीन साल (6 सेमेस्टर) का होता है, जिसमें बिजनेस एनालिटिक्स, फाइनेंस, मार्केटिंग, एचआर मैनेजमेंट और स्ट्रेटेजिक प्लानिंग जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।
BMS के बाद कौन-कौन से करियर विकल्प उपलब्ध हैं?
BMS के बाद मार्केटिंग मैनेजर, बिजनेस कंसल्टेंट, एचआर मैनेजर, डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट, बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर में नौकरी, MBA या अन्य मास्टर्स डिग्री करना जैसे कई करियर विकल्प उपलब्ध हैं।
श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC), दिल्ली
सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई
नरसिम्हाजी कॉलेज, मुंबई
दिल्ली यूनिवर्सिटी के विभिन्न कॉलेज
क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु
एक फ्रेशर के रूप में BMS स्नातकों को 3-6 लाख प्रति वर्ष तक की सैलरी मिल सकती है, और अनुभव बढ़ने के साथ यह 10-15 लाख प्रति वर्ष तक जा सकती है।
हाँ, BMS आपको बिजनेस स्ट्रेटेजी, मार्केट रिसर्च, फाइनेंस मैनेजमेंट और एंटरप्रेन्योरशिप की अच्छी समझ देता है, जिससे आप अपना खुद का स्टार्टअप या बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
यह पूरी तरह से आपके करियर लक्ष्यों पर निर्भर करता है। यदि आप उच्च पदों (Managerial Roles) पर काम करना चाहते हैं, तो MBA करना फायदेमंद रहेगा। अगर आपको इंडस्ट्री एक्सपीरियंस चाहिए, तो नौकरी शुरू कर सकते हैं।
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उम्मीद है कि इस ब्लॉग से आपको BMS kya hai इसकी जानकारी मिली होगी। यदि आप विदेश में बीएमएस कोर्स करना चाहते हैं तो आज ही हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल करके आज ही 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।