बायोमेडिकल मैनेजर कैसे बनें?

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Biomedical manager

Biomedical manager अपनी टीम के काम की देखरेख के लिए जिम्मेदार होते हैं। वे आमतौर पर बायोमेडिकल इंजीनियरों की टीम का मैनेजमेंट करते हैं, जिन्हें नई तकनीकों और उत्पादों को विकसित करने का काम सौंपा जाता है, जिनका उपयोग स्वास्थ्य देखभाल सेटिंग्स में किया जा सकता है। एक बायोमेडिकल मैनेजर का काम बहुत विविध हो सकता है और यह उद्योग या आर्गेनाइजेशन की आवश्यकताओं पर निर्भर करता है। यदि आप बायोमेडिकल मैनेजर बनने में रुचि रखते हैं, तो भूमिका और उसके कर्तव्यों के बारे में अधिक जानना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इस ब्लॉग में Biomedical manager in Hindi के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।

प्रोफाईल बायोमेडिकल मैनेजर 
क्षेत्रबायोमेडिकल इंजीनियरिंग 
आवश्यक योग्यता बायोमेडिकल इंजीनियरिंग संबंधी विषय में बैचलर्स की डिग्री 
प्रमुख कोर्सेज़– BSc Biomedical Engineering with Management
– BSc Health and Social Care Management (Hons)
टॉप रिक्रूटर्स Cipla, Wipro GE Healthcare, Cadila Healthcare, Piramal Healthcare, Apollo Life
औसत सालाना वेतनINR 4-8 लाख/वर्ष 
This Blog Includes:
  1. बायोमेडिकल मैनेजर किन्हें कहते हैं?
  2. बायोमेडिकल मैनेजर क्यों बनें?
  3. बायोमेडिकल मैनेजर की जिम्मेदारियां 
  4. बायोमेडिकल मैनेजर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स 
  5. बायोमेडिकल मैनेजर कैसे बनें? (स्टेप बाई स्टेप गाइड)
    1. स्टेप 1. बैचलर्स की डिग्री प्राप्त करें
    2. स्टेप 2. आवश्यक कौशल प्राप्त करें
    3. स्टेप 3. कुछ अनुभव प्राप्त करें
    4. स्टेप 4. मास्टर डिग्री पर विचार करें
  6. बायोमेडिकल मैनेजर बनने के लिए आवश्यक कोर्सेज़
  7. बायोमेडिकल मैनेजमेंट के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़
  8. बायोमेडिकल मैनेजमेंट के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़
  9. बायोमेडिकल मैनेजमेंट के जरूरी कोर्सेज़ के लिए योग्यता 
  10. बायोमेडिकल मैनेजमेंट कोर्सेज़ के लिए आवेदन प्रक्रिया
    1. विदेश में आवेदन प्रक्रिया
    2. आवश्यक दस्तावेज़
    3. भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया
    4. आवश्यक दस्तावेज
  11. बायोमेडिकल मैनेजमेंट कोर्सेस के लिए प्रवेश परीक्षाएं
  12. बायोमेडिकल मैनेजर के रूप में करियर
    1. एम्प्लॉयमेंट सेक्टर
    2. टॉप रिक्रूटर्स 
    3. बायोमेडिकल मैनेजर का वेतन
  13. FAQs

बायोमेडिकल मैनेजर किन्हें कहते हैं?

एक biomedical manager चिकित्सा उपकरणों के लिए नए डिजाइनों की खोज और बनाने वाले इंजीनियरों और तकनीशियनों की टीम का नेतृत्व करने का प्रभारी होता है। biomedical manager अध्ययन की विभिन्न शाखाओं में शामिल इंजीनियरों की एक टीम का नेतृत्व कर सकता है, जैसे क्लिनिकल इंजीनियरिंग, सेलुलर रिसर्च, बायोमैटेरियल्स, बायोमैकेनिक्स, मेडिकल इमेजिंग, रिहैबिलिटेशन या जेनेटिक इंजीनियरिंग, और बायोइंस्ट्रुमेंटेशन आदि। यह बायोमेडिकल मैनेजर की जिम्मेदारी है कि वह अपने इंजीनियरों और तकनीशियनों की टीम के दिन-प्रतिदिन के संचालन को व्यवस्थित करे। ये प्रबंधक चिकित्सा उपकरण, जैसे एमआरआई स्कैनर, हार्ट मशीन, लेजर और अन्य बनाने में आने वाली समस्याओं को भी तय करते हैं और हल करते हैं।

बायोमेडिकल मैनेजर क्यों बनें?

बायोमेडिकल मैनेजर बनने के कुछ लाभों को नीचे व्यक्त किया गया है-

  • उच्च वेतन: बायोमेडिकल मैनेजर को आकर्षक वेतन मिलता है। विभिन्न बायोमेडिकल फैसिलिटीज़ में ये प्रोफेशनल्स अन्य मैनेजमेंट प्रोफेशन की तुलना में उच्च वेतन अर्जित करते हैं। 
  • अंतरराष्ट्रीय अवसर: बायोमेडिकल मैनेजर के पास नेशनल ही नहीं इंटरनेशनल लेवल पर भी नौकरी के विभिन्न अवसर हैं। प्रोफेशनल्स को विभिन्न बायोमेडिकल इंटरनेशनल प्रोजेक्ट के लिए भी काम के अवसर मिलते हैं। 
  • विशिष्ट नियोक्ता: बायोमेडिकल मैनेजर को आमतौर पर बायोमेडिकल फैसिलिटीज़ द्वारा काम पर रखा जाता है जो बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में काम करते हैं। इसमें सरकारी प्रयोगशालाएं, कॉलेज और विश्वविद्यालय, रिसर्च आर्गेनाइजेशन और निजी इंटरनेशनल कंपनियां भी शामिल हैं।

बायोमेडिकल मैनेजर की जिम्मेदारियां 

एक बायोमेडिकल मैनेजर कई आवश्यक कर्तव्यों को पूरा करने के लिए जिम्मेदार होता है, जिनमें शामिल हैं-

  • एक अस्पताल में biomedical manager, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स के इंजीनियरिंग और तकनीकी डिजाइन की देखरेख करता है। 
  • एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे विभिन्न प्रकार के इंजीनियरों के बीच कम्युनिकेशन और कोऑर्डिनेशन का मैनेजमेंट करता है। 
  • स्टेकहोल्डर्स के साथ प्रोजेक्ट शेड्यूल और बजट बनाने के साथ साथ, टीम को सुपरवाइज करता है।
  • नए उत्पादों और प्रोटोटाइप विकसित करने के लिए वैज्ञानिकों के साथ काम करता है।
  • बायोमेडिकल इंजीनियरिंग से संबंधित विषयों जैसे बायोइनफॉर्मेटिक्स, बायोटेक्नोलॉजी और नैनो टेक्नोलॉजी पर रिसर्च करता है।

बायोमेडिकल मैनेजर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स 

बायोमेडिकल मैनेजर बनने के लिए आवश्यक कुछ महत्वपूर्ण कौशल यहां दिए गए हैं:

  • कम्युनिकेशन स्किल्स: एक biomedical manager होने के लिए अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे अन्य वैज्ञानिकों, बायोमेडिकल इंजीनियरों व अन्य कर्मचारियों की टीमों के साथ मिलकर काम करते हैं।
  • प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स: बायोमेडिकल मैनेजर्स को अक्सर एडमिनिस्ट्रेटिव समस्याओं की पहचान करने और उन्हें दूर करने के लिए अच्छी प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स की आवश्यकता होती है। 
  • एनालिटिकल स्किल्स: बायोमेडिकल मैनेजर्स के काम का एक मुख्य घटक यह सुनिश्चित करना है कि फैसिलिटीज़ विनियमों, विधियों और कानूनों का अनुपालन कर रही हैं। इसके लिए एनालिटिकल स्किल्स आवश्यक है।
  • आर्गेनाइजेशनल स्किल्स: बायोमेडिकल मैनेजर्स को उत्कृष्ट आर्गेनाइजेशनल स्किल्स की आवश्यकता होती है जो उन्हें बायोमेडिकल रिसर्च में मदद करती है।

बायोमेडिकल मैनेजर कैसे बनें? (स्टेप बाई स्टेप गाइड)

यहां कुछ स्टेप्स दिए गए हैं, जिन्हें फॉलो करके आप एक बायोमेडिकल मैनेजर के रूप में अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं-

स्टेप 1. बैचलर्स की डिग्री प्राप्त करें

Biomedical manager बनने के लिए बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, नेचुरल साइंस, कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन या अन्य संबंधित विषयों में बैचलर्स की डिग्री होना आवश्यक है। मेडिकल टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, बिज़नेस मैनेजमेंट और फाइनेंस में एक मजबूत बैकग्राउंड भी जरूरी है। नियोक्ता अपने उद्योग और विशेषज्ञता के आधार पर अन्य योग्यताएं निर्धारित कर सकते हैं। 

स्टेप 2. आवश्यक कौशल प्राप्त करें

अपनी शिक्षा के दौरान अधिक से अधिक कौशल प्राप्त करने पर विशेष ज़ोर दें। विभिन्न बायोमेडिकल एस्पेक्ट्स और मैनेजेरियल पोस्ट्स में काम आने वाले विभिन्न कौशल को बढ़ाने का प्रयास करें। इन स्किल्स में कम्युनिकेशन स्किल्स, क्रिटिकल थिंकिंग स्किल्स आदि कुछ प्रमुख स्किल्स हैं।

स्टेप 3. कुछ अनुभव प्राप्त करें

बायोमेडिकल मैनेजर आमतौर पर इंटर्नशिप के रूप में प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। इन अवधियों के दौरान, आप अपनी भूमिकाओं को निभाने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान सीख सकते हैं। अतः कुछ कार्यानुभव प्राप्त करके आप एक बायोमेडिकल मैनेजर बन सकते हैं।

स्टेप 4. मास्टर डिग्री पर विचार करें

कुछ एंप्लॉयर्स को अक्सर आवश्यकता होती है कि आवेदकों के पास कम से कम बैचलर्स की डिग्री हो, वहीं कुछ एप्लॉयर्स मास्टर्स डिग्री वाले एप्लीकेंट्स को भी पसंद करते हैं। अतः आप बायोमेडिकल इंजीनियरिंग मैनेजमेंट या संबंधित क्षेत्र में मास्टर्स डिग्री के लिए भी विचार कर सकते हैं।

बायोमेडिकल मैनेजर बनने के लिए आवश्यक कोर्सेज़

कुछ ऐसे कोर्सेज़ जो बायोमेडिकल मैनेजमेंट की डीप नॉलेज प्रदान करते हैं, इस प्रकार हैं –

  • BSc Biomedical Engineering with Management
  • BSc Health and Social Care Management (Hons)
  • BSc in Healthcare Administration
  • BSc in Health Information Administration
  • Bachelor of Science in Biomedical Engineering
  • BSc in Mechanical Engineering – Biomedical Engineering (Co-op)
  • Master of Science in Biomedical Engineering
  • Masters Degree (Coursework) Engineering Science – Sustainable Systems
  • MSc in Electrical and Computer Engineering (Biomedical Engineering) – Thesis-based

बायोमेडिकल मैनेजमेंट के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़

नीचे हमने बायोमेडिकल मैनेजमेंट में कोर्स पेश करने वाली कुछ प्रमुख यूनिवर्सिटीज की सूची दी है:

  1. ब्राउन यूनिवर्सिटी
  2. यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल 
  3. डार्ट माउथ कॉलेज 
  4. द यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न
  5. फ्लाइंडर्स यूनिवर्सिटी 
  6. ट्रॉय यूनिवर्सिटी
  7. यूनिवर्सिटी ऑफ एबेरडीन 
  8. यूनिवर्सिटी ऑफ अल्बर्टा
  9. द यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स
  10. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी  

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बायोमेडिकल मैनेजमेंट के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़

बायोमेडिकल मैनेजमेंट के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई हैं:

  1. आईआईटी दिल्ली
  2. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड 
  3. एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
  4. दिल्ली स्कूल ऑफ बिजनेस
  5. एमिटी यूनिवर्सिटी, मुंबई
  6. एनएमआईएमएस
  7. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट
  8. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
  9. इलाहाबाद विश्वविद्यालय
  10. दिल्ली विश्वविद्यालय

बायोमेडिकल मैनेजमेंट के जरूरी कोर्सेज़ के लिए योग्यता 

बायोमेडिकल मैनेजमेंट कोर्सेज़ के लिए कुछ सामान्य योग्यताएं इस प्रकार हैं-

  • बायोमेडिकल इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 पास किया हो।
  • भारत में बायोमेडिकल मैनेजमेंट में बैचलर्स के लिए कुछ कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज़ अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करतीं हैं। 
  • विदेश में इन कोर्सेज़ के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा निर्धारित आवश्यक ग्रेड आवश्यकताओं को पूरा करना जरुरी है, जो हर यूनिवर्सिटी और कोर्स के अनुसार अलग-अलग हो सकती है।
  • बायोमेडिकल मैनेजमेंट में PG प्रोग्राम के लिए संबंधित क्षेत्र में बैचलर्स डिग्री होना आवाश्यक है। साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज़ प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
  • विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज़ बैचलर्स के लिए SAT और मास्टर्स कोर्सेज़ के लिए GRE या GMAT स्कोर की मांग करते हैं।
  • विदेश की यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं। 
  • विदेश यूनिवर्सिटीज़ में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो (कुछ कोर्सेज़ के लिए) भी जमा करने की जरूरत होती है।।

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बायोमेडिकल मैनेजमेंट कोर्सेज़ के लिए आवेदन प्रक्रिया

बायोमेडिकल मैनेजमेंट कोर्सेज़ के लिए भारत और विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है-

विदेश में आवेदन प्रक्रिया

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है-

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स और यूनिवर्सिटी का चुनाव है। 
  • कोर्स और यूनिवर्सिटी के चुनाव के बाद उस कोर्स के लिए उस यूनिवर्सिटी की पात्रता मानदंड के बारे में रिसर्च करें। 
  • आवश्यक टेस्ट स्कोर और दस्तावेज एकत्र करें।
  • यूनिवर्सिटी की साइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भरें या फिर आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की भी सहायता ले सकते हैं।
  • ऑफर की प्रतीक्षा करें और सिलेक्ट होने पर इंटरव्यू की तैयारी करें। 
  • इंटरव्यू राउंड क्लियर होने के बाद आवश्यक ट्यूशन शुल्क का भुगतान करें और स्कॉलरशिप, छात्रवीजा, एजुकेशन लोन और छात्रावास के लिए आवेदन करें।

एक आकर्षक SOP लिखने से लेकर वीजा एप्लिकेशन तक, कंप्लीट एप्लिकेशन प्रॉसेस में मदद के लिए आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की सहायता ले सकते हैं। 

आवश्यक दस्तावेज़

कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं-

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भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है-

  1. सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  2. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  6. यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज

कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं-

  • आपकी दसवीं या बारहवीं की परीक्षा की मार्कशीट और पास सर्टिफिकेट।
  • विद्यालय छोड़ने का प्रमाणपत्र
  • स्थानांतरण प्रमाणपत्र
  • अधिवास प्रमाण पत्र / आवासीय प्रमाण या प्रमाण पत्र
  • अस्थायी प्रमाण – पत्र
  • चरित्र प्रमाण पत्र
  • अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ी जाति प्रमाण पत्र
  • विकलांगता का प्रमाण (यदि कोई हो)
  • प्रवासन प्रमाणपत्र (माइग्रेशन)

बायोमेडिकल मैनेजमेंट कोर्सेस के लिए प्रवेश परीक्षाएं

बायोमेडिकल मैनेजमेंट कोर्सेस के लिए यहां कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं दी गई हैं-

इंजीनियरिंग में बैचलर्स कोर्सेस के लिएइंजीनियरिंग में मास्टर्स कोर्सेस के लिए
SAT CAT 
JEE MainsMAT 
UPSEEXAT 
Assam CEESNAP 
KCETGATE 
JEE AdvancedGRE 

बायोमेडिकल मैनेजर के रूप में करियर

Biomedical managers के पास आने वाले दिनों में उत्कृष्ट बायोमेडिकल इंजीनियरिंग नौकरियों के अवसर हैं। बीएलएस के अनुसार बायोमेडिकल व्यवसायों को 2018 से 2025 तक 62 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है। यह अन्य सभी व्यवसायों के लिए अनुमानित 14 प्रतिशत विकास दर से अधिक है। चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र में, बायोमेडिकल मैनेजर अस्पतालों और उन कंपनियों में नियुक्त हो सकते हैं जो स्वास्थ्य सेवा उद्योग के लिए उपकरणों का निर्माण करती हैं, जैसे कि मेडिकल इमेजिंग के लिए। सरकारी क्षेत्र में, सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठनों की प्रयोगशालाओं में रिसर्च और विकास के अवसर हो सकते हैं। पढ़ाने के इच्छुक लोग आईआईटी और प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में फैकल्टी के पदों पर भी काम कर सकते हैं।

एम्प्लॉयमेंट सेक्टर

Biomedical managers निम्न सेक्टर्स के अंतर्गत काम की तलाश कर सकते हैं-

  • बायोमेडिकल फैसिलिटीज़
  • जेनेटिक इंजीनियरिंग कॉलेज 
  • जेनेटिक रिसर्च सेंटर्स 
  • हॉस्पिटल और क्लिनिक
  • नर्सिंग होम
  • रिहैलिटेशन सेंटर
  • हेल्थकेयर डिपार्टमेंट

टॉप रिक्रूटर्स 

बायोमेडिकल मैनेजर्स को नौकरी प्रदान करने वाले कुछ प्रमुख रिक्रूटर्स इस प्रकार हैं-

  • Siemens Healthcare
  • Johnson & Johnson
  • GE Healthcare
  • Dräger
  • Fresenius Medical Care AG & Co. KGAA
  • Wipro GE Medical System
  • Recorders & Medicare Systems (P) Ltd.
  • BPL Healthcare
  • Electrocare System & Services Pvt. Ltd.
  • Philips Healthcare
  • Samsung Healthcare
  • B. Braun

बायोमेडिकल मैनेजर का वेतन

बायोमेडिकल मैनेजर का वेतन एजुकेशन, स्थान और एक्सपीरियंस के आधार पर भिन्न भिन्न हो सकता है। बायोमेडिकल मैनेजर का औसत वेतन (Payscale के अनुसार) भारत में 4 से 8 लाख INR है। भारत की तुलना में विदेशों में इन प्रोफेशनल्स को काफ़ी अच्छा वेतन मिलता है। बीएलएस के अनुसार यूएसए में एक बायोमेडिकल इंजीनियर का वार्षिक वेतन $40,000 से $90,000 के आसपास है, जो INR में 33.01 लाख से 74.28 लाख है।

FAQs

बायोमेडिकल मैनेजर क्या होता है?

एक बायोमेडिकल मैनेजर चिकित्सा उपकरणों के लिए नए डिजाइनों की खोज और बनाने वाले इंजीनियरों और तकनीशियनों की टीम का नेतृत्व करने का प्रभारी होता है। बायोमेडिकल मैनेजर अध्ययन की विभिन्न शाखाओं में शामिल इंजीनियरों की एक टीम का नेतृत्व कर सकता है, जैसे क्लिनिकल इंजीनियरिंग, सेलुलर रिसर्च, बायोमैटेरियल्स, बायोमैकेनिक्स, मेडिकल इमेजिंग, रिहैबिलिटेशन या जेनेटिक इंजीनियरिंग, और बायोइंस्ट्रुमेंटेशन आदि।

बायोमेडिकल मैनेजर क्या करता है?

एक अस्पताल में बायोमेडिकल मैनेजर, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स के इंजीनियरिंग और तकनीकी डिजाइन की देखरेख करता है। एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे विभिन्न प्रकार के इंजीनियरों के बीच कम्युनिकेशन और कोऑर्डिनेशन का मैनेजमेंट करता है। स्टेकहोल्डर्स के साथ प्रोजेक्ट शेड्यूल और बजट बनाने के साथ साथ, टीम को सुपरवाइज करता है।

बायोमेडिकल मैनेजर कितना वेतन कमाते हैं?

बायोमेडिकल मैनेजर का वेतन एजुकेशन, स्थान और एक्सपीरियंस के आधार पर भिन्न भिन्न हो सकता है। बायोमेडिकल मैनेजर का औसत वेतन (Payscale के अनुसार) भारत में 4 से 8 लाख INR है। भारत की तुलना में विदेशों में इन प्रोफेशनल्स को काफ़ी अच्छा वेतन मिलता है।

बायोमेडिकल मैनेजर कैसे बनें?

Biomedical manager बनने के लिए बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, नेचुरल साइंस, कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन या अन्य संबंधित विषयों में बैचलर्स की डिग्री होना आवश्यक है। मेडिकल टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, बिज़नेस मैनेजमेंट और फाइनेंस में एक मजबूत बैकग्राउंड भी जरूरी है। नियोक्ता अपने उद्योग और विशेषज्ञता के आधार पर अन्य योग्यताएं निर्धारित कर सकते हैं।


हम आशा करते हैं कि इस ब्लॉग ने आपको biomedical manager किसे कहते हैं से लेकर कैसे बनें तक की सारी जानकारी दी होगी। यदि आप बायोमेडिकल मैनेजमेंट से संबंधित कोर्स विदेश से करना चाहते हैं तो आप आज ही हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए हमें 1800 572 000 पर कॉल करें और उचित मार्गदर्शन प्राप्त करें।

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