इस पोस्ट के माध्यम से आप ‘अपि उपसर्ग से शब्द’ के बारे में जान पाएंगे, जो कि आपके ज्ञान में विस्तार करेगा। अपि उपसर्ग से शब्द के बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें। मुख्यतः अपि शब्द का प्रयोग समीप, संबध आदि अर्थो के लिए किया जाता है।
उपसर्ग किसे कहते है?
शब्दांश या अव्यय जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ बनाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहा जाता है। आसान भाषा में समझा जाए तो यह कुछ इस प्रकार होगा कि वह अव्यय जो शब्द के पहले लगकर उसका अर्थ बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं। या इसको इस प्रकार भी समझा सकता है, उपसर्ग = उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है- किसी शब्द के साथ जुड़कर नया शब्द बनाना।
अपि उपसर्ग से शब्द
अपि उपसर्ग से शब्द की सूची नीचे दी गई है:
- अपिहित
- अपिधानम्
- अपितु इत्यादि।
अपि उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का अर्थ
अपि उपसर्ग से बनने वाले शब्दों के अर्थ निम्नवत हैं:
- अपिहित : अपिहित का अर्थ ‘ढका या आवृत्त’ होता है।
- अपिधानम् : अपिधानम् का अर्थ ‘आवरण या ढक्कन’ होता है।
- अपितु : अपितु का अर्थ ‘बल्कि या किंतु’ होता है।
अपि उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग
अपि उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग निम्नलिखित है:
- सपनों को साकार करने के लिए गए संघर्षों में अपितु वाली कोई बात नहीं होनी चाहिए।
- अन्याय की पराकष्ठा हो गयी अपितु न्याय का कहीं नामोनिशान नहीं मिला।
- कूकर का अपिधानम् खराब होने से साड़ी चावल तली से लगकर जल गए।
- चंद्रमा को आज बादलों ने पुनः अपिहित कर दिया है।
- तमस को प्रकाश से अपिहित करने के लिए सूर्य का उदय हुआ है।
संबंधित आर्टिकल
FAQs
अपि का उपसर्ग अपिधानम्, अपिहित और अपितु होता है।
अपिधानम् शब्द में ‘अपि’ उपसर्ग है।
अपि शब्द का प्रयोग समीप, संबध आदि अर्थो के लिए किया जाता है। साथ ही संभावना, प्रश्न, गर्हा, शंका, समुच्चय, अयुक्त पदार्थ, कामचार क्रिया,विरोध, वितर्क आदि के अर्थ में भी इसका प्रयोग किया जाता है।
आशा है कि अपि उपसर्ग से शब्द आपके लिए फायदेमंद होंगे। ऐसे ही अन्य उपसर्ग के बारे में पढ़ने के Leverage Edu के साथ बने रहिए।