वर्तमान में लोगों के जीवन में बाहरी और तेलीय भोजन की प्राथमिकता में वृद्धि हुई है। जिससे हृदय संबंधी रोग बढ़ गए हैं, जिसके लिए कार्डियोलॉजिस्ट की आवश्यकता भी बढ़ गई है, एक कार्डियोलॉजिस्ट बनने में आमतौर पर 3-4 साल लगते हैं। वे जन्मजात हृदय दोष, हृदय विफलता, कोरोनरी धमनी रोग और वाल्वुलर हृदय रोग जैसी बीमारियों के इलाज में विशेषज्ञ हैं। यदि आप कार्डियोलॉजिस्ट बनने के बारे में सोच रहे हैं तो इस ब्लॉग के माध्यम से आप सभी मुख्य बिंदुओं को पढ़कर कार्डियोलॉजिस्ट बनने की पूरी प्रक्रिया को समझ सकते हैं तो आइए विस्तार से जानते हैं कि कार्डियोलॉजिस्ट कैसे बनें।
कोर्स का नाम | कार्डियोलॉजिस्ट |
डिग्री | बैचलर |
कोर्स का स्तर | अंडरग्रेजुएट |
पात्रता मापदंड | भौतिकी रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के साथ 12 वीं कक्षा में न्यूनतम 50% |
आयु आवश्यकता | 17 वर्ष |
प्रवेश का मानदंड | प्रवेश परीक्षा |
प्रासंगिक फ़ील्ड | चिकित्सा/चिकित्सा विज्ञान |
सेक्टर/उद्योग | अनुसंधान प्रयोगशालाएंअस्पतालअंतर्राष्ट्रीय कल्याण संगठनफोरेंसिक विभाग |
औसत वार्षिक वेतन | INR 4-10 लाख लगभग |
This Blog Includes:
- कार्डियोलॉजिस्ट किन्हें कहते हैं?
- कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए आवश्यक स्किल्स की आवश्यकता
- कार्डियोलॉजिस्ट कैसे बने स्टेप वाइज गाइड
- कार्डियोलॉजी के प्रमुख कोर्सेज की लिस्ट
- कार्डियोलॉजी में टीएमटी परीक्षण क्या है?
- कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए प्रमुख विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
- कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए सर्वश्रेष्ठ भारतीय यूनिवर्सिटीज के नाम
- कार्डिओलॉजी कोर्स फीस
- कार्डियोलॉजिस्ट के लिए योग्यता की आवश्यकता
- कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?
- विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया
- कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट
- कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए एंट्रेंस एग्ज़ाम के नाम
- कार्डियोलॉजिस्ट बनने के बाद करियर स्कोप
- जॉब प्रोफाइल्स व सैलरी
- FAQs
कार्डियोलॉजिस्ट किन्हें कहते हैं?
कार्डियोलॉजिस्ट, वह डॉक्टर हैं जो हृदय रोगों और हृदय रोगों का निदान और उपचार करते हैं। वे केवल उन लोगों के साथ काम करते हैं जिन्हें दिल से संबंधित विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है या पहले दिल से संबंधित स्थितियां होती हैं। एक कार्डियोलॉजिस्ट अक्सर एक प्रकार के रोगी पर ध्यान केंद्रित करते हैं। एक वयस्क कार्डियोलॉजिस्ट केवल वयस्क रोगियों को देखता है। इसी तरह, एक बाल रोग विशेषज्ञ केवल शिशु, बच्चे या किशोर रोगियों को देखता है। कार्डियोलॉजी चिकित्सा के सबसे जटिल क्षेत्रों में से एक है, इसलिए कई कार्डियोलॉजिस्ट विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञ होते हैं। सभी कार्डियोलॉजिस्ट क्लिनिकल कार्डियोलॉजिस्ट होते हैं जो कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों के निदान, चिकित्सा प्रबंधन और रोकथाम पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
कार्डियोलॉजी के प्रकार जानिए
अधिकांश हृदय रोग विशेषज्ञ उप-विशेष रुचि वाले क्षेत्रों में अपनी भूमिका विकसित करना पसंद करते हैं, जैसे:
- वयस्क जन्मजात हृदय रोग
- कार्डियक इमेजिंग
- विद्युत उपकरण चिकित्सा
- इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी
- दिल की विफलता (जिसमें हृदय प्रत्यारोपण और सहायक उपकरण शामिल हैं) इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी।
कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए आवश्यक स्किल्स की आवश्यकता
कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए आवश्यक स्किल्स नीचे दी गई है:
- अपनी योग्यता व ज्ञान में आत्मविश्वास होना चाहिए।
- उचित समय पर उचित निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए।
- अपने सहकर्मियों के साथ अच्छा ताल-मेल होना चाहिए।
- चुनौतियों का डटकर मुकाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
- मजबूत संचार कौशल होनी चाहिए।
- गम्भीर परिस्थिति में भी शांति से समस्याओं को हल करना आना चाहिए।
- रोगियों के प्रति सदैव सहानुभूति अपनानी चाहिए।
कार्डियोलॉजिस्ट कैसे बने स्टेप वाइज गाइड
कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए आपको गम्भीर होकर मेडिकल स्टडीज में कठिन परिश्रम के साथ अपनी लाइफ के कुछ साल देने होंगे। जिसमें आपकी मदद लिए स्टेप वाइज गाइड यहाँ सूचीबद्ध की गई है :
- चरण-1: स्कूल लेवल से ही कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए विज्ञान लें इसके लिए 10+2 (जीव विज्ञान, भौतिकी, रसायन विज्ञान) विषय से करें।
- चरण-2: अब एमबीबीएस (बैचलर ऑफ मेडिसिन, बैचलर ऑफ सर्जरी) करें जिसके लिए आपको एंट्रेंस टेस्ट भी क्लियर करना होगा, जिसमें CET, AIMEE, AIPMT, NEET कुछ इम्पोर्टेन्ट एंट्रेंस टेस्ट शामिल हैं।
- चरण-3: एमबीबीएस करने के बाद आपको पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन लेना होगा, यानी Doctor of Medicine [MD] की डिग्री लेनी होगी। यह डिग्री 3 साल की होती है।
- चरण-4: इसके बाद आप 3 साल का DM (डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन) कोर्स भी करना होगा। यह एक सुपर स्पेशलिटी कोर्स होता है, जो आपको कार्डियोलॉजिस्ट बनायेगा। यह कोर्स मेडिकल फील्ड का एक एडवांस प्रोग्राम होता है।
- चरण-5: चिकित्सा लाइसेंस लें,लाइसेंस के लिए गाइडलाइंस अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग हैं, हालांकि, जिन उम्मीदवारों ने सभी आवश्यक शिक्षा और परीक्षाएं पूरी कर ली हैं, वह अपने राज्य के लिए चिकित्सा लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं, जो आपको आम जनता के लिए कार्डियोलॉजी का अभ्यास करने की अनुमति देता है।
MBBS (5 वर्ष) + MD (3 वर्ष) + DM in कार्डियोलॉजी (3 वर्ष) = 11वर्ष = कार्डियोलॉजिस्ट
कार्डियोलॉजी के प्रमुख कोर्सेज की लिस्ट
कार्डियोलॉजी कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है जिन्हें आप कर सकते हैं:
- Diploma in Cardiovascular Technology
- PG Diploma in Clinical Complete Details Course (PGDCC)
- B.Sc in Cardiac Care Technology
- Post Graduate Diploma in Community
- Master of Science in Cardiological Nursing
- Master in Cardiology
- M. Ch Cardiovascular and Thoracic Surgery
- DNB Cardio Thoracic Surgery
- Doctor of Medicine
आप AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्स और उससे जुड़ी यूनिवर्सिटी का चयन कर सकते हैं।
कार्डियोलॉजी में टीएमटी परीक्षण क्या है?
ट्रेड मिल टेस्ट को टीएमटी भी कहा जाता है। ट्रेड मिल टेस्ट की मदद से चलने की स्थिति में मरीज की हृदय बीट को मापा जा सकता है, जिस कारण मरीज की सही स्थिति का पता चल जाता है कि मरीज चलने की अवस्था में किस प्रकार महसूस करता है। हार्ट अटैक से जूझ रहे मरीज को टीएमटी मशीन वरदान सिद्ध होगी।
कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए प्रमुख विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
निम्नलिखित विदेश के विश्वविद्यालय से आप कार्डियोलॉजी कोर्सेज कर सकते हैं-
- इंपीरियल कॉलेज लंदन
- लंदन मेट्रोलोपियन यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ डर्बी
- यूनिवर्सिटी ऑफ केंट
- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी
- कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- येल यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कले
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोरंटो
- यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन
रहने का खर्च अपने रहन-सहन के अनुसार जानने के लिए आप Cost of Living Calculator का उपयोग कर सकते हैं।
कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए सर्वश्रेष्ठ भारतीय यूनिवर्सिटीज के नाम
निम्नलिखित भारतीय विश्वविद्यालय से आप कार्डियोलॉजी कोर्स कर सकते हैं :
- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), दिल्ली
- महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज और अनुसंधान संस्थान, पांडिचेरी
- सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज (AFMC), पुणे
- अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर, कोच्चि
- दयानंद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (DMCH), पंजाब
- जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च
- पुडुचेरी,
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर (CMC वेल्लोर)
- अन्नामलाई विश्वविद्यालय, तमिलनाडु
आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।
कार्डिओलॉजी कोर्स फीस
कर्दिओलॉजी कोर्स की औसत फीस Rs. 50,000 से Rs. 5,00,000 तक होती है। कोर्स की लागत आपके स्थान और विश्वविद्यालय पर निर्भर करती है।
कार्डियोलॉजिस्ट के लिए योग्यता की आवश्यकता
कार्डियोलॉजिस्ट कोर्स के लिए कुछ सामान्य योग्यताओं के बारे में नीचे बताया गया है
- उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 PCB (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान) से बेसिक स्कूली शिक्षा पूरी करनी होगी।
- आवेदक का इंटरमीडिट मे परिणाम 50% से अधिक होना अनिवार्य हैं।
- इस कोर्स के लिए आवेदन करते समय उम्मीदवारों की आयु न्यूनतम 17 वर्ष और अधिकतम 25 वर्ष होनी चाहिए।
- यदि आप विदेशी विश्वविद्यालय में सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट की पढ़ाई करने की योजना बना रहे हैं, तो विश्वविद्यालय को आपको SAT स्कोर के साथ-साथ IELTS/TOEFL इत्यादि जैसे अंग्रेजी भाषा प्रवीणता के अंक जमा करने की भी आवश्यकता होगी।
- इसके साथ, आपको प्रदान करना होगा एक Statement of purpose और ऑप्शनल Letters of Recommendation
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कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?
भारतीय यूनिवर्सिटीज द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-
- देश भर में यूनिवर्सिटी में प्रेवश NEET के माध्यम से कराया जाता है।
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया
कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- हमारे एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे हमारे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।
कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट
विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट होने आवश्यक है:
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- वीजा
- अपडेट किया गया रिज्यूमे
- अंग्रेजी भाषा कुशलता परीक्षा के अंक
- सिफारिश पत्र या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस
छात्र वीजा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए एंट्रेंस एग्ज़ाम के नाम
कार्डियोलॉजिस्ट कोर्स के लिए एडमिशन आमतौर पर दो तरीकों से हो सकता है – मेरिट और प्रवेश परीक्षा के आधार पर। हर यूनिवर्सिटी में प्रवेश प्रक्रिया अलग-अलग हो सकती है-
- मेरिट के आधार पर: कुछ यूनिवर्सिटी में कार्डियोलॉजिस्ट कोर्स के लिए एडमिशन मेरिट पर आधारित होता है। इसमें यूनिवर्सिटी या कॉलेज में योग्यता और कट ऑफ को पूरा करने वाले आवेदकों को प्रोविजनल प्रवेश की पेशकश की जाती है।
- प्रवेश परीक्षा के आधार पर: कार्डियोलॉजिस्ट कोर्स कोर्स में छात्रों को प्रवेश देने के लिए कई कॉलेज और विश्विद्यालयों द्वारा प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती हैं। प्रवेश प्रक्रिया के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाता है, जिसमें इन प्रवेश परीक्षाओं को पास करने के बाद काउंसलिंग राउंड शामिल हैं।
नीचे कुछ प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों के एंट्रेंस एग्जाम के नाम दिए गए हैं:
- NEET
- Aligarh Muslim University Entrance Exam
- Jammu and Kashmir CET
- Himachal Institute of Dental Sciences Entrance Exam
- Buddha Institute of Dental Sciences and Hospital Entrance Exam
- Bapuji Dental College and Hospital Entrance Exam
ध्यान दें: विदेश में कार्डियोलॉजिस्ट कोर्स पढ़ने के लिए एंट्रेंस टेस्ट की आवश्यकता नहीं होती है।
कार्डियोलॉजिस्ट बनने के बाद करियर स्कोप
कार्डियोलॉजिस्ट के सम्बंधित करियर स्कोप यहां दिया गया है:
- बढ़ते दिल के मरीज और अस्पतालों की संख्या में वृद्धि के साथ इस कोर्स का स्कोप भी अब सरकारी और कॉर्पोरेट दोनों ही क्षेत्रों में फैलता जा रहा है। कार्डियोलॉजिस्ट बनना भी अब एक आकर्षक रोजगार के रूप में देखा जा रहा है। एक कार्डियोलॉजिस्ट, अस्पताल में डॉक्टर के रूप में तो काम कर ही सकता है, साथ ही वह मेडिकल कॉलेजों में लेक्चरर भी बन सकता है।
- कार्डियोलॉजिस्ट अस्पतालों में साप्ताहिक, प्रति घंटा और मासिक आधार पर काम कर सकते हैं। अधिकांश उम्मीदवार अनुभव प्राप्त करने के लिए सार्वजनिक/निजी अस्पतालों में काम करते हैं और फिर अपना स्वास्थ्य देखभाल केंद्र खोलते हैं। इसलिए यदि आप भी कार्डियोलॉजिस्ट बनने का सोच रहें हैं तो यह एक अच्छा जॉब का विकल्प है।
जॉब प्रोफाइल्स व सैलरी
कार्डियोलॉजिस्ट फील्ड में मिलने वाली जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी, जो नीचे दी गई हैं-
जॉब प्रोफाइल्स | औसत सालाना सैलरी/ INR |
कार्डिक सर्जन | 9-10 लाख |
कार्डियोलॉजी में क्लिनिकल नर्स विशेषज्ञ | 3-4 लाख |
इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिस्ट कार्डियोलॉजिस्ट | 4-5 लाख |
मेडिकल सोनोग्राफर | 2-3 लाख |
कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजिस्ट | 8-10 लाख |
डायलिसिस टेक्नीशियन | 2-3 लाख |
नेफ्रोलॉजिस्ट टेक्नीशियन | 5-6 लाख |
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FAQs
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी आदि हैं।
आप सिलेबस से सम्बंधित MCQ और थ्योरी पढ़ें जिससे आप बेहतर तरीके से अपनी तैयारी कर सकते हैं।
आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
एक सलाहकार कार्डियोलॉजिस्ट की यूके में वार्षिक सैलरी £82,096 से £110,683 (INR 80 लाख- INR 1 करोड़) तक हो सकती है।
जहाँ तक सैलरी की बात है तो एक कार्डियोलॉजिस्ट को एक फ्रेशर के तौर पर 4 से 10 लाख रूपये सालाना की सैलरी मिलती है।
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