रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट कैसे बनें?

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रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट

हादसों के बाद अक्सर लोगों को गंभीर शारीरिक चोटों के अलावा भी कई तरह की मानसिक और दूसरी परेशानियों से गुजरना पड़ता है। इससे उबरने के लिए उन्हें फिजिकल के साथ-साथ ऑक्यूपेशनल थेरेपी की जरूरत पड़ती है। ऑक्यूपेशनल थेरेपी, जहां मरीज को उसके सामान्य दिनचर्या में लौटने में मदद करती है, वहीं फिजियोथेरेपी (एक्सरसाइज) शारीरिक रूप से सशक्त बनाती है। लेकिन रिहैबिलिटेशन थेरेपी को इन दोनों का मिश्रण कहा जा सकता है। एक रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट मरीज की शारीरिक, मानसिक या कॉग्निटिव दिक्कतों पर एक साथ फोकस करते हुए उन्हें ठीक करने का प्रयत्न करते हैं। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि एक रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट कैसे बनें। 

प्रोफाइलरिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट 
क्षेत्ररिहैबिलिटेशन थेरेपी 
प्रमुख कोर्सेजBachelor of Science (Hons.) Physical Therapy, Bachelor in Mental Retardation, Bachelor of Education(Hearing Impaired) आदि।
टॉप यूनिवर्सिटीहार्वर्ड यूनिवर्सिटी, जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो आदि। 
एम्प्लॉयमेंट सेक्टर अस्पताल और आर्म्ड फोर्सेस हॉस्पिटल्स, निजी क्लीनिक, विशेष स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र, एनजीओ, आवासीय देखभाल सुविधाएं आदि। 
औसत वेतन6 लाख INR से 10 लाख INR
This Blog Includes:
  1. रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट किसे कहते है?
  2. रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट के कार्य 
  3. रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट बनने के लिए आवश्यक कौशल
    1. डिटेल ओरिएंटेड 
    2. भावनात्मक बुद्धि
    3. निपुणता
    4. टाइम मैनेजमेंट
    5. शारीरिक सहनशक्ति
  4. रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट कैसे बनें? (स्टेप बाई स्टेप गाइड)
    1. बैचलर्स की डिग्री प्राप्त करें
    2. फिजिकल ट्रीटमेंट कार्यक्रम में डॉक्टरेट डिग्री पूरी करें
    3. रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट के रूप में काम करने के लिए राज्य लाइसेंस प्राप्त करें
    4. एक रेजीडेंसी कार्यक्रम शुरू करें
    5. नौकरी के लिए आवेदन करें
  5. रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट बनने के लिए आवश्यक कोर्सेज
  6. दुनिया के टॉप विश्वविद्यालय
  7. भारत के टॉप विश्वविद्यालय
  8. जरूरी कोर्सेज के लिए योग्यता 
  9. आवेदन प्रक्रिया
    1. भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया
    2. विदेश में आवेदन प्रक्रिया
  10. आवश्यक दस्तावेज़
  11. प्रवेश परीक्षाएं
  12. रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट के रूप में करियर
  13. रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट का वेतन
  14. FAQs

रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट किसे कहते है?

एक रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट एक प्रशिक्षित स्वास्थ्य विशेषज्ञ होता है जो विकलांगों, बीमारियों या चोटों से ग्रसित या अपनी फिटनेस में सुधार करने वाले सभी लोगों की शारीरिक स्थितियों में सुधार करने में मदद करता है। अधिकांश रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट अस्पतालों, सरकारी संस्थानों, गैर-सरकारी संगठनों और निजी संस्थाओं में काम करते हैं ताकि मरीजों को उनकी गतिशीलता में सुधार करने और शारीरिक तथा मानसिक चोटों से उभरने में सहायता मिल सके। वे स्वास्थ्य सुविधाओं में उपचार करने के लिए नई तकनीक और उपकरणों का भी उपयोग करते हैं। 

रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट के कार्य 

एक रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट की भूमिका में निम्नलिखित जिम्मेदारियां शामिल हैं-

  • संभावित समस्याओं का निर्धारण करने के लिए रोगी के कार्य का विश्लेषण करना और परीक्षण करना।
  • रोगियों को उनकी कार्यात्मक और शारीरिक क्षमताओं में सुधार करने में मदद करना।
  • निपुणता और गतिशीलता के साथ मुद्दों का मैनेजमेंट और डायग्नोसिस करने के लिए ग्राहकों का मूल्यांकन करना।
  • रोगी की प्रगति का मूल्यांकन करना और बेहतर परिणाम के लिए अन्य डॉक्टरों से सलाह लेना। 
  • ग्राहकों को उनके फिटनेस लक्ष्यों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन की गई चिकित्सा योजनाओं के बारे में जानकारी देना।
  • एक सक्रिय और स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए फिटनेस योजना बनाना।

रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट बनने के लिए आवश्यक कौशल

इस करियर में एक रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट को सफल होने के लिए कुछ विशिष्ट कौशलों की आवश्यकता होती हैं, जिसमें शामिल हैं:

डिटेल ओरिएंटेड 

रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट को एक डिटेल ओरिएंटेड, तेज़ एनालिस्टिक दिमाग की आवश्यकता होती है, जो ग्राहक की समस्या के इलाज और डायग्नोसिस करने के लिए गहराई से विचार कर सकें। 

भावनात्मक बुद्धि

एक रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट को मरीजों की चिंताओं को समझाना, सुनना और उपचार करना आना चाहिए। भावनात्मक बुद्धिमत्ता इस क्षेत्र में एक पेशेवर को रोगियों के साथ सहयोग करने में मदद कर सकती है।

निपुणता

रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट रोगियों के ईलाज के समय अपने हाथों का उपयोग करते हैं और आवश्यकतानुसार मैनुअल उपचार और चिकित्सीय अभ्यास प्रदान कर सकते हैं। अभ्यास के माध्यम से जोड़ों और मांसपेशियों को हिलाने पर उन्हें शारीरिक रूप से रोगियों की सहायता करनी चाहिए।

टाइम मैनेजमेंट

रिहैबिलिटेशन थेरेपिस्ट रोजाना कई मरीजों का इलाज करते हैं और एक साथ कई मरीजों के साथ काम भी करते हैं। यहां तक ​​कि वे प्रशासनिक कार्यों को भी पूरा करते हैं, जिसमें मरीजों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करना और मेडिकल रिपोर्ट चेक करना आदि शामिल है।

शारीरिक सहनशक्ति

अधिकांश रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट अपना समय रोगियों के साथ बिताते हैं। अतः उन्हें तंदरुस्त और आलस से दूर रहने में सक्षम होना चाहिए। शारीरिक सहनशक्ति प्राप्त करने से आपको एक सफल रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट बनने और विभिन्न कार्य वातावरणों में काम करने में मदद मिल सकती है।

रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट कैसे बनें? (स्टेप बाई स्टेप गाइड)

नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप एक रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट कैसे बनें के हर पहलू को समझ सकते हैं–

बैचलर्स की डिग्री प्राप्त करें

रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से कम से कम बैचलर्स की डिग्री होनी चाहिए। ये कार्यक्रम रसायन विज्ञान , जीव विज्ञान, भौतिकी, शरीर विज्ञान और शरीर रचना विज्ञान के साथ-साथ स्वास्थ्य विज्ञान, व्यायाम कार्यक्रम, एथलेटिक प्रशिक्षण और पूर्व-भौतिक चिकित्सा में एक मजबूत आधार प्रदान करते हैं।

फिजिकल ट्रीटमेंट कार्यक्रम में डॉक्टरेट डिग्री पूरी करें

इस क्षेत्र में एक पेशेवर के रूप में काम करने के लिए आपको डॉक्टर ऑफ फिजियोथैरेपी (डीपीटी) योग्यता का डॉक्टर होना चाहिए। आपको उन विषयों पर कौशल हासिल करना चाहिए जो आपको एक रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट बनने में मदद कर सकते हैं। एक डॉक्टरेट कोर्स की तलाश करें जिसमें शामिल हो:

  • कॉम्प्लिकेटेड सिचुएशन 
  • एथिक्स, पेशेंट एडवोकेसी, लॉ एंड सोशल रिस्पांसिबिलिटी
  • फंक्शनल एनाटॉमी
  • लाइफस्पैन डेवलपमेंट
  • एक्सरसाइज फिजियोलॉजी
  • मेडिकल डायग्नोस्टिक टेक्नीक्स
  • रेडियोलॉजी
  • मेडिकल स्क्रीनिंग

रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट के रूप में काम करने के लिए राज्य लाइसेंस प्राप्त करें

सभी रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट्स को को काम करने के लिए स्टेट लाइसेंस प्राप्त करने के आवश्यकता होती है, लेकिन ये आवश्यकताएं आपके राज्य के आधार पर भिन्न होती हैं। 

एक रेजीडेंसी कार्यक्रम शुरू करें

एक बार जब आप लाइसेंस प्राप्त कर लेते हैं और रिहैबिलिटेशन के डॉक्टर बनने के योग्य हो जाते हैं, तो आप क्लिनिकल रेजिडेंसी या फेलोशिप पूरा करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। एक साल का कोर्स आपको अपने ज्ञान और अनुभव का विस्तार करने और अपनी विशेषता के क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगा।

नौकरी के लिए आवेदन करें

उस राज्य में नौकरी पोस्टिंग के लिए आवेदन करें जहां आपके पास आपका लाइसेंस है और एक ऐसी स्थिति की तलाश करें जो आपकी योग्यता और कार्य अनुभव से मेल खाती हो। एक कवर लेटर के साथ आवेदन जमा करें और नौकरी विवरण के अनुरूप रिज्यूमे बनाएं ताकि इंप्लॉयर्स को आपकी सारी खूबियां बताई जा सकें।

रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट बनने के लिए आवश्यक कोर्सेज

रिहैबिलिटेशन थैरेपी से जुड़े कुछ प्रमुख कोर्सेज, जिनकी शिक्षा आपको रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट बनने के लिए ज़रूरी है, इस प्रकार हैं-

  • Diploma in Special Education(Hearing Impaired)
  • Diploma in Special Education(Visually handicapped)
  • Diploma in Special Education(Mental Retardation)
  • Bachelor of Science (Hons.) Physical Therapy
  • Bachelor in Mental Retardation
  • Bachelor of Education(Hearing Impaired)
  • Bachelor of Education(Visually handicapped)
  • Bachelor of Special Education(Hearing impairment)
  • Master of Rehabilitation Therapy
  • Master of Occupational Therapy
  • Master of Science in Rehabilitation with Persons of Multiple Disabilities
  • Certificate in Rehabilitation Counseling
  • Doctor of Rehabilitation Therapy 

दुनिया के टॉप विश्वविद्यालय

रिहैबिलिटेशन थैरेपी में कोर्स प्रदान करने वाले दुनिया के टॉप विश्वविद्यालय इस प्रकार हैं-

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भारत के टॉप विश्वविद्यालय

रिहैबिलिटेशन थैरेपी कोर्सेज की पेशकश करने वाले कुछ टॉप भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों की लिस्ट नीचे दी गई है–

  • AIIMS दिल्ली
  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज
  • कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज
  • मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज
  • सेंट जॉन मेडिकल कॉलेज
  • आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज
  • ग्रांट मेडिकल कॉलेज
  • इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस
  • बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
  • MS रमैया मेडिकल कॉलेज
  • जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च

जरूरी कोर्सेज के लिए योग्यता 

रिहैबिलिटेशन थैरेपी कोर्सेज के लिए कुछ सामान्य योग्यता इस प्रकार हैं–

  • रिहैबिलिटेशन थैरेपी में बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से PCM (फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायलॉजी) से 10+2 प्रथम श्रेणी से पास किया हो।
  • रिहैबिलिटेशन थैरेपी में PG प्रोग्राम के लिए संबंधित क्षेत्र में प्रथम श्रेणी के साथ बैचलर्स डिग्री होना आवाश्यक है। साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज़ प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
  • विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज़ बैचलर्स के लिए SAT और मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
  • विदेश की यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं। 
  • विदेश यूनिवर्सिटीज़ में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की जरूरत होती है।।

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आवेदन प्रक्रिया

विभिन्न रिहैबिलिटेशन थैरेपी कोर्सेज के लिए भारत और विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है–

भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–

  1. सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  2. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  6. यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

विदेश में आवेदन प्रक्रिया

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

यदि आप विदेश में पढ़ना चाहते हैं, तो एप्लीकेशन प्रोसेस की जानकारी के लिए आप  Leverage Edu एक्सपर्ट्स को 1800 572 000 पर कॉल कर सकते है। 

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

एक आकर्षक SOP लिखने से लेकर कंप्लीट एप्लीकेशन प्रोसेस में मदद के लिए आप Leverage Edu के एक्सपर्ट्स की सहायता ले सकते हैं। एक्सपर्ट्स के साथ फ्री सेशन बुक करने के लिए 1800 572 000 पर कॉल करें।

आवश्यक दस्तावेज़

कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

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प्रवेश परीक्षाएं

कुछ प्रमुख प्रवेश परिक्षाओं की लिस्ट नीचे दी गई हैं-

SAT (विदेश में बैचलर्स के लिए)GRE (विदेश में मास्टर्स के लिए)
DUETJNUEE
IPU CETOUCET
BIT SATB.Sc Entrance Exam
NEET PGMCAT 

रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट के रूप में करियर

बैचलर्स की डिग्री वाले रिहैबिलिटेशन थेरेपी छात्रों के पास अपने करियर में उन्नति और सफलता के लिए कई विकल्प हैं। हर अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र में इनकी आवश्यकता होती हैं। एक दुर्घटना, बीमारी, या विकलांगता के बाद, वे ग्राहकों को शारीरिक और मानसिक गतिशीलता को वापस लाने और जल्दी ठीक होने में सहायता करते हैं। कोई भी रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट किसी भी स्वास्थ्य और फिटनेस सेंटर में काम कर सकता है या एक निजी रिहैबिलिटेशन थेरेपी का अभ्यास शुरू कर सकता है। इसके अलावा, कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए भी इन्हें काम पर रखती हैं। इन स्पेशलिस्ट के लिए कुछ प्रमुख एम्प्लॉयमेंट सेक्टर इस प्रकार हैं-

  • अस्पताल और आर्म्ड फोर्सेस हॉस्पिटल्स 
  • निजी क्लीनिक
  • विशेष स्कूल
  • स्वास्थ्य केंद्र
  • एनजीओ 
  • आवासीय देखभाल सुविधाएं
  • स्पोर्ट्स टीम
  • सामुदायिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र
  • मेडिकल कॉलेज और विश्वविद्यालय
  • रिसर्च लेबोरेट्री 
  • डोमेस्टिक वॉयलेंस शेल्टर
  • नर्सिंग होम
  • अल्कोहल एडिक्शन फैसिलिटीस

रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट का वेतन

रिहैबिलिटेशन थैरेपी के क्षेत्र में फ्रेशर्स 8,000 रुपये से 10,000 रुपये प्रति माह तक पैसा कमाना शुरू कर सकते हैं। उनके पास पैसा कमाने के लिए फुल टाइम या पार्ट टाइम काम करने के वैकल्पिक विकल्प हैं। कई वर्षों के अनुभव में वृद्धि के साथ, इनका वेतन भी बढ़ता है। जबकि निजी अस्पतालों और क्लीनिकों में सैलरी पैकेज काफी ज्यादा होता है। Payscale के अनुसार भारत में एक रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट का वार्षिक वेतन 1 लाख INR से 4 लाख INR के बीच है।

FAQs

रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट किसे कहते हैं?

एक रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट एक प्रशिक्षित स्वास्थ्य विशेषज्ञ होता है जो विकलांगों, बीमारियों या चोटों से ग्रसित या अपनी फिटनेस में सुधार करने वाले सभी लोगों की शारीरिक स्थितियों में सुधार करने में मदद करता है। 

रिहैबिलिटेशन थैरेपी क्या है?

ऑक्यूपेशनल थेरेपी, जहां मरीज को उसके सामान्य दिनचर्या में लौटने में मदद करती है, वहीं फिजियोथेरेपी (एक्सरसाइज) शारीरिक रूप से सशक्त बनाती है। लेकिन रिहैबिलिटेशन थेरेपी को इन दोनों का मिश्रण कहा जा सकता है। एक रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट मरीज की शारीरिक, मानसिक या कॉग्निटिव दिक्कतों पर एक साथ फोकस करते हुए उन्हें ठीक करने का प्रयत्न करते हैं।

रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट कैसे बनें?

रिहैबिलिटेशन कोर्सेस में प्रवेश के लिए 10+2 स्तर पर भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान का अध्ययन ज़रूरी है।  इस क्षेत्र में यूजी स्तर पर पेश किया जाने वाला कोर्स बैचलर ऑफ रिहैबिलिटेशन साइंस (बी.आर. एससी) है। इसके बाद आप सर्टिफिकेट प्राप्त करके प्रमाणित रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट बन सकते हैं।

क्या रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट के रूप में करियर अच्छा है?

बैचलर्स की डिग्री वाले रिहैबिलिटेशन थेरेपी छात्रों के पास अपने करियर में उन्नति और सफलता के लिए कई विकल्प हैं। हर अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र में इनकी आवश्यकता होती हैं। इनका वेतन पैकेज भी काफ़ी आकर्षक होता है। इन सब स्कोप के चलते रीहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट के रूप में करियर बनाना अच्छा विकल्प है।

हम आशा करते हैं कि इस ब्लॉग के माध्यम से आप रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट कैसे बनें जान गए होंगे। यदि आप रिहैबिलिटेशन थैरेपी से संबंधित कोर्स विदेश से करना चाहते हैं तो आप आज ही हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से सलाह ले सकते हैं, वे आपको एक उचित मार्गदर्शन के साथ एप्लीकेशन प्रोसेस और वीजा प्राप्त करने तक में आपकी मदद करेंगे। एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए हमें 1800 572 000 पर कॉल करें।

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