मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कैसे करें?

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यदि आप साइंस स्ट्रीम के छात्र हैं और विभिन्न मशीनरी के डिजाइन, विकास और संचालन में रुचि रखते हैं। तो आपको मैकेनिकल इंजीनियरिंग जैसे कोर्सेज का अध्ययन करने पर विचार करना चाहिए। यदि आप इस मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्पेशलाइजेशन हासिल करना चाहते हैं। जबकि आप कोई अन्य कोर्स कर रहे हैं या अपनी बैचलर की डिग्री पूरी करने के बाद मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा चुनने का एक अच्छा विकल्प है। यह कोर्स आपको मैकेनिकल इंजीनियरिंग की बुनियादी बातों के साथ-साथ उसके प्रैक्टिकल और थ्योरेटिकल ज्ञान के बारे में जानकारी देगा। इस ब्लॉग में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बारे में बताया गया है। 

कोर्स का नाम डिप्लोमा इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग 
कोर्स का लेवलडिप्लोमा
एग्जामिनेशन टाइप ईयरली/सेमेस्टर वाइज 
इंडिया में एवरेज ट्यूशन फीस लगभग INR 15 से 60 हज़ार 
भारतीय कॉलेज APC पॉलिटेक्निक, जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी, जयपुर पॉलिटेक्निक आदि। 
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़ यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन,यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी आदि। 

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा क्या होता है?

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा एक पॉलिटेक्निक कोर्स है जिसे कक्षा 10वीं के बाद के छात्र कर सकते हैं। इस कोर्स के अवधि 3 साल की होती है तथा साइंस स्ट्रीम से 12वीं कक्षा करने के बाद आवेदन करने पर इसकी अवधि 2 वर्ष होती है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा मैकेनिक्स के बुनियादी सिद्धांतों को लागू करके मैकेनिक्स उपकरणों के डिजाइन, निर्माण और रखरखाव से संबंधित है। 10वीं या 12वीं कक्षा की परीक्षा के तुरंत बाद उम्मीदवारों को मैकेनिकल डिप्लोमा या मैकेनिकल इंजीनियरिंग पॉलिटेक्निक कोर्स प्रदान किया जाता है। मैकेनिकल डिप्लोमा कोर्सेज के लिए योग्यता कक्षा 10 में न्यूनतम 55% अंक है। इस कोर्स में रिजर्व कैटेगरी के उम्मीदवारों को 5% की छूट प्रदान की जाती है।

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा को क्यों चुने?

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा को चुनने के कुछ मुख्य कारण नीचे दिए गए हैं:

  • विद्यार्थी इस डिप्लोमा के पूर्ण होने के बाद डायरेक्ट बीटेक के सेकंड ईयर में प्रवेश ले सकते हैं। 
  • विद्यार्थियों को उनकी पढ़ाई पूरी होने के बाद में किसी भी सरकारी या प्राइवेट संस्थान में आसानी से जॉब मिल जाती है। 
  • विद्यार्थी इस कोर्स में ग्रेजुएशन डिग्री के बराबर सीखते हैं। 
  • विद्यार्थी मैकेनिकल पार्ट्स को डिजाइन और उन्हें मेंटेन करने के बारे में सीखते हैं। 
  • विद्यार्थी इस कोर्स को करने के बाद में एविएशन इंडस्ट्री में टेक्नीशियन के तौर पर भी कार्य कर सकते हैं। 
  • एक और खास बात यह भी है की छात्र प्रशिक्षित हो जाते हैं और मैकेनिक्स के रूप में अपनी पहल शुरू करने और अपनी खुद की रिसर्च लैब शुरू करने की स्किल्स रखते हैं।

स्किल्स

एक मैकेनिकल इंजीनियर के रूप में आपके पास निम्न स्किल्स होनी आवश्यक है:

  • टीम वर्किंग स्किल्स
  • कमर्शियल अवेयरनेस
  • वर्बल और रिटन कम्युनिकेशन स्किल्स
  • इंटरपर्सनल स्किल्स 
  • क्रिएटिविटी
  • प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स
  • प्रेशर के अंदर काम करने की एबिलिटी
  • इफेक्टिव टेक्निकल स्किल्स 

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड नीचे दी गई है। जिसकी सहायता से आप अपनी तैयारी कर सकते हैं:

  • स्टेप 1: आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स के लिए अपनी 10वीं कक्षा को 55% अंको के साथ पूर्ण करें। 10वीं के बाद आप इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। तब इसकी अवधि 3 वर्ष होगी। 
  • स्टेप 2: 11वीं कक्षा में मैथमेटिक्स के स्ट्रीम को चुनकर आप अपनी 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने के बाद इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। 12वीं के बाद आपके लिए इस कोर्स की अवधि 2 वर्ष ही होगी। 
  • स्टेप 3: आप अपने लिए किसी कॉलेज को चुनकर उसमें एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं। कई सारे ऐसे संस्थान हैं जो मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा ऑफर करते हैं। 
  • स्टेप 4: आप अपने डिप्लोमा कोर्स की अवधि पूर्ण होने के बाद में आसानी से जॉब प्राप्त कर सकते हैं। कई बार कंपनीज़ के प्लेसमेंट कॉलेजों में आयोजित होते हैं। 

टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के नाम नीचे दिए गए हैं:

टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़

आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के साथ-साथ अन्य इंजीनियरिंग फील्ड में डिप्लोमा के लिए भी नीचे दिए गए कॉलेजों में से किसी कॉलेज को चुन सकते हैं:

  • दिल्ली पॉलिटेक्निक कॉलेज
  • जयपुर पॉलिटेक्निक कॉलेज
  • वालचनाड कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
  • GLA यूनिवर्सिटी
  • जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी
  • संदीप यूनिवर्सिटी
  • पिल्लई HOC कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
  • संगम यूनिवर्सिटी

योग्यता

विदेश के शीर्ष विश्वविद्यालयों से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा का कोर्स करने के लिए, आपको कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा। हालांकि योग्यता मानदंड एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते हैं, यहां कुछ सामान्य शर्तें दी हैं:

  • यदि आपको 10वीं कक्षा के आधार पर एडमिशन लेना है 10वीं कक्षा मे आपके कम से कम 55% अंक होने चाहिए। 
  • आवेदक के बारहवीं में अंक कम से कम 50% से अधिक होने अनिवार्य हैं।
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के  कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं इसके बाद ही आप इन कोर्सेज के लिए एलिजिबल हो सकते हैं। विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज़ में मास्टर्स के लिए GRE और GMAT स्कोर की अवश्यकता होती है।
  • साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।

क्या आप IELTS/TOEFL/SAT/GRE में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं? आज ही इन टेस्ट की बेहतरीन तैयारी के लिए Leverage Live पर रजिस्टर करें और अच्छे अंक प्राप्त करें।

आवेदन प्रक्रिया विदेशी यूनिवर्सिटी के लिए

कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।

भारतीय यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया 

भारतीय यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़

आपको निम्न आवश्यक दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:

छात्र वीज़ा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu  विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।

प्रवेश प्रक्रिया

अलग-अलग कॉलेजों में एडमिशन प्राप्त करने के लिए प्रवेश परीक्षाएं अलग प्रकार की होती है लेकिन कुछ ऐसी सामान्य परीक्षाएं है जो अधिकतर सभी कॉलेज या यूनिवर्सिटीज़ के द्वारा मान्य होती हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं: 

विदेशी प्रवेश परीक्षाएं

लैंग्वेज रिक्वायरमेंट

भारतीय प्रवेश परीक्षाएं 

  • JEECUP
  • JEXPO
  • Odisha DET
  • AP POLYCET 
  • Delhi CET
  • HP PAT
  • BCECE
  • Assas PAT

आवश्यक पुस्तकें

मैकेनिकल इंजीनियरिंग के लिए आप नीचे दी गई पुस्तकों में से किसी पुस्तक को पढ़ सकते हैं:

आवश्यक पुस्तकें लेखक का नामयहां से खरीदें 
ए टेक्स्टबुक ऑफ फ्लूइड मैकेनिक्स एंड हाइड्रोलिक मशीनडॉक्टर आरके बंसलयहां से खरीदें 
ए टेक्स्ट बुक ऑफ मशीन डिजाइनआरएस कुर्मी और जेके गुप्तायहां से खरीदें 
थ्योरी ऑफ मशीन्सआरएस कुर्मी और जेके गुप्तायहां से खरीदें 
एन इंट्रोडक्शन टू मशीन्सडेविड केल्पनर और रॉबर्ट कोलेंकोवयहां से खरीदें 
मैकेनिकल वाइब्रेशंसजी के ग्रोवरयहां से खरीदें 

करियर स्कोप

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा हासिल करने के बाद कई टॉप इंडस्ट्रीज़ में काम कर सकते हैं। कुछ टॉप रिक्रूटर्स की लिस्ट नीचे दी गई है:

टॉप रिक्रूटर्स

  • Tata Group 
  • Hindustan Petroleum Corporation Limited
  • Honda Siel Car Division
  • Larsen and Toubro 
  • National Aluminium Company Ltd. 
  • Indian Oil Corporation Limited
  • BOSCH India 
  • Siemens 
  • Thermex 
  • Oil and Natural Gas Corporation Limited 
  • Godrej Group 
  • Thyssen Group 

जॉब प्रोफाइल और सैलरी पैकेज

Glassdoor.in मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बाद प्राप्त होने वाली जॉब प्रोफाइल और अनुमानित सैलरी पैकेज निम्न है:

जॉब प्रोफाइल अनुमानित सालाना सैलरी 
ऑटोमोटिव इंजिनियर लगभग INR 4 से 5 लाख
मैकेनिकल इंजीनियर लगभग INR 3 से 4.5 लाख 
मेंटेनेंस इंजीनियरलगभग INR 2.5 से 4.5 लाख 
कंट्रोल एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजिनियरलगभग INR 3 से 5.5 लाख 
सुपर वाइजर लगभग INR 3 से 5 लाख 

FAQs

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्राप्त करने के बाद क्या करना चाहिए?

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा आप बहुत की कम आयु में कर लेते हैं अतः आपके पास सामने उपलब्ध विकल्पों के लिए पर्याप्त समय भी होता है। आप किसी अच्छी यूनिवर्सिटी में सीधे सेकंड ईयर में बीटेक के लिए प्रवेश ले सकते हैं। इसके अलावा आप कार्य करके इस क्षेत्र की इंडस्ट्री तथा बिज़नेस के बारे में अधिक ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। 

क्या मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा में डिप्लोमा करियर के लिए फायदेमंद साबित होता है?

हां, ऐसा कहा जा सकता है क्योंकि आप एक शॉर्ट टर्म वाली डिग्री में बहुत अधिक सीखते हैं।  

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के लिए किस कक्षा के बाद एडमिशन लेना अच्छा रहता है?

यदि आपने हाल ही में अपनी 10वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की है और आपको किसी अच्छी यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिल गया है तो आप इस डिप्लोमा को जारी रख सकते हैं। लेकिन यदि आपने अपनी बारहवीं की पढ़ाई पूरी कर ली है और आप अपने लिए किसी प्रोफेशनल जॉब को पाने के इंतजार में हैं। तो इस कोर्स की सहायता से ऐसा किसी जा सकता है। 

उम्मीद है आपको मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के संदर्भ में हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।

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