पर्यावरण विज्ञान क्या है और यह कोर्स कैसे करें जानिए यहां

2 minute read
पर्यावरण विज्ञान

वर्तमान में जनसंख्या बढ़ने और पेड़ों की कटाई से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। दिन-प्रतिदिन प्रदूषण बढ़ने के साथ ही फैल रही बीमारियों की रोकथाम के लिए पर्यावरण  विज्ञान का अध्ययन जरूरी है। समय के साथ पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज करने और इसमें भविष्य तलाशने वाले लोगोंं की मांग बढ़ रही है, इसलिए आज के इस ब्लॉग में हम Environmental Science (Environmental Studies in Hindi) कोर्स कैसे करें और Environmental Science in Hindi के बारे में विस्तृत जानेंगे।

This Blog Includes:
  1. पर्यावरण विज्ञान क्या है?
  2. पर्यावरण विज्ञान का महत्व
  3. पर्यावरण विज्ञान के विषय क्षेत्र
  4. पर्यावरण विज्ञान कोर्स क्यों करें?
  5. पर्यावरण विज्ञान कोर्सेज के लिए स्किल्स
  6. पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज
  7. पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज लिए टाॅप भारतीय यूनिवर्सिटीज
  8. पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज लिए टाॅप विदेशी यूनिवर्सिटीज
  9. पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज लिए योग्यता
  10. पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज के लिए आवेदन प्रक्रिया
  11. पर्यावरण विज्ञान कोर्सेज में एडमिशन के लिए आवश्यक दस्तावेज
  12. पर्यावरण विज्ञान के लिए प्रवेश परीक्षाएं
  13. पर्यावरण विज्ञान के लिए बेस्ट बुक्स
  14. पर्यावरण विज्ञान के बाद करियर स्कोप
  15. पर्यावरण विज्ञान कोर्स करने के बाद जॉब प्रोफाइल्स
  16. Environmental Science कोर्सेज करने के बाद सैलरी
  17. FAQs

पर्यावरण विज्ञान क्या है?

Environmental Studies in Hindi : पर्यावरण विज्ञान, विज्ञान की वह ब्रांच है, जिसमें वैज्ञानिक विषयों की एक विस्तृत सीरीज शामिल है। इन विषयों को प्राकृतिक पर्यावरण के आधार पर एक साथ ग्रुप में लाया जाता है, जिसमें वह शामिल होते हैं। इनमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायो केमिकल शामिल हैं। भूगर्भ, भूजल, मिट्टी विज्ञान, पेड़-पौधे, रासायनिक और जैविक घटकों का अध्ययन पर्यावरण विज्ञान में शामिल है। 

पर्यावरण विज्ञान का अध्ययन करने का सबसे आसान तरीका दुनियाभर में ग्लोबल वार्मिंग, ग्लेशियर के पिघलने और बहुत कुछ के रूप में पर्यावरण के लिए काम करने का है। पर्यावरण विज्ञान के तहत स्टूडेंट्स को पर्यावरण से संबंधित जानकारी का विश्लेषण और रिसर्च करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। रिसर्च प्रोजेक्ट्स, रिसर्च और फील्डवर्क भी इसमें मुख्यता शामिल हैं।

यह भी पढ़ें : विश्व पर्यावरण दिवस: जानिए पर्यावरण दिवस क्यों मनाया जाता है?

पर्यावरण विज्ञान का महत्व

पर्यावरण विज्ञान में प्रकृति को संतुलित और वातावरण को शुद्ध रखने के बारे में पढ़ाया जाता है। पर्यावरण विज्ञान में लोगों और वातावरण पर पड़ने वाले असर को समझना और इसका समाधान करने पर विचार करना महत्वपूर्ण माना जाता है। 

पर्यावरण की जानकारी रखना पृथ्वी के हर मनुष्य के लिए जरूरी है। अगर हमें पर्यावरण के बारे में जानकारी नहीं होगी तो हो सकता है हम प्राकृतिक चीजों और पर्यावरणीय जरूरतों को संरक्षित करने के बजाय नष्ट करते चले जाएं।

पर्यावरण विज्ञान में वायु व औद्योगिक प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग, पेड़ों की कटाई और जल दोहन की रोकथाम पर विचार कर इन पर काम किया जाता है। पर्यावरण की फील्ड में काम करने वाले लोग दिन-रात स्टडी करने के बाद प्रकृति को बचाने के लिए रिसर्च कर रहे हैं। पेयजल की आपूर्ति, प्रदूषण से सुरक्षा और ठोस कचरे का संग्रह पर इस समय काम करना आवश्यक माना जा रहा है, इसके लिए भी पर्यावरण विज्ञान का अध्ययन जरूरी है।

पर्यावरण विज्ञान का अध्ययन करने से हम पर्यावरण को सुरक्षित करने के बारे में सीखते हैं। शुद्ध वातावरण, शुद्ध हवा और पानी हमारे जीवन के साथ ही आने वाली जेनरेशंस के लिए महत्वपूर्ण है। पर्यावरण में किसी प्रकार का प्रदूषण नहीं होना चाहिए। पर्यावरण में शिक्षा की व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए।

पर्यावरण विज्ञान के विषय क्षेत्र

Environmental Studies in Hindi : पर्यावरण विज्ञान के अध्ययन के लिए विषय क्षेत्र नीचे प्वाइंट्स में दिए गए हैं-

  • पर्यावरण, विकास और समाज
  • धरती और वायुमंडलीय विज्ञान
  • इंट्रोडक्शन टू एग्रीकल्चर एंड फूड सिस्टम
  • इकोलॉजी एंड एनवायरनमेंट
  • पर्यावरण जीव विज्ञान
  • प्रैक्टिसिंग आर्कियोलॉजी: मेथड्स एंड एप्रोचेज
  • सस्टेनेबल डेवलपमेंट
  • इवोल्यूशनरी बायलॉजी
  • एनवायरनमेंट: साइंस ऐंड सोसाइटी
  • सस्टेनेबल रिसोर्स मैनेजमेंट
  • इंट्रोडक्शन टू ग्लोबल डेवलपमेंट

पर्यावरण विज्ञान कोर्स क्यों करें?

पर्यावरण में स्वास्थ्यवर्धक और सभी सुविधाएं देने और नदियों और पेड़ों का कटान रोकने व लोगों को इसका महत्व बताने के लिए पर्यावरण विज्ञान की पढ़ाई जरूरी है। पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज क्यों करें के बारे में नीचे बताया गया है-

  • स्टूडेंट्स प्रकृति को संतुलित रखने के बारे में सीखेंगे।
  • स्टूडेंट्स वातावरण, हवा और पानी को शुद्ध रखने और रिसर्च कर लोगों को सही प्रयोग के बारे में बताएंगे।
  • ग्लोबल वार्मिंग और भूजल दोहन की रोकथाम और उसे समाधान निकालेंगे।
  • स्टूडेंट्स के लिए जाॅब्स की अपार संभावनाएं हैं, प्राइवेट और सरकारी संस्थाओं के साथ ही एनजीओ के साथ जुड़ सकते हैं।
  • पर्यावरण जीवविज्ञानी, पर्यावरण इंजीनियर, पर्यावरविद् और पर्यावरण जर्नलिस्ट के रूप में काम करने के अवसर मिलेंगे।

यह भी पढ़ें : जानिए कब और क्यों मनाया जाता है पर्यावरण दिवस?

पर्यावरण विज्ञान कोर्सेज के लिए स्किल्स

पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज के लिए आपको प्रकृति के बारे में अच्छे से समझना चाहिए, क्योंकि वातावरण और प्रकृति की अच्छी समझ आपको औरों से अलग बनाएगी। पर्यावरण विज्ञान कोर्सेज करने के लिए स्किल्स के बारे में नीचे हम प्वाइंट्स में जानेंगे-

  • तकनीकी ज्ञान
  • लैंंग्वेज पर मजबूत पकड़
  • कम्युनिकेशन
  • मैनेजमेंट स्किल
  • क्रिटिकल थिंकिंग
  • प्रेशर में काम करने की क्षमता
  • राइटिंग स्किल

पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज

जो लोग पर्यावरण और प्रकृति के लिए कुछ करना चाहते हैं और उन्हें प्रकृति से प्रेम है तो वह पर्यावरण विज्ञान में कोर्सेज कर आगे बढ़ सकते हैं। नीचे हम पर्यावरण विज्ञान के कुछ महत्वपूर्ण कोर्सेज के बारे में जानेंगे-

सर्टिफिकेट एंड डिप्लोमा कोर्सेज इस प्रकार हैं-

  • सर्टिफिकेट इन एनवायरोमेंटल स्टडीज
  • सर्टिफिकेट कोर्स इन एनवायरोमेंटल साइंस
  • डिप्लोमा इन एनवायरोमेंटल साइंस
  • ग्लोबल एनवायरोमेंट मैनेजमेंट
  • डिप्लोमा इन एनवायरोमेंटल प्रोटेक्शन
  • डिप्लोमा इन एनवायरोमेंटल लॉ

बैचलर और मास्टर्स कोर्सेज इस प्रकार हैं-

  • बैचलर ऑफ एनवायरोमेंटल मैनेजमेंट
  • बीएससी इन एनवायरोमेंटल साइंस
  • एमए एनवायरोमेंट एंड डेवलपमेंट
  • एमएससी एनवायरोमेंटल साइंस
  • एमएससी एनवायरोमेंटल स्टडीज
  • पोस्ट ग्रेजुएशन इन एनवायरोमेंट
  • मास्टर ऑफ फिलॉस्फी इन एनवायरोमेंटल साइंस
  • एमएससी इन एनवायरोमेंटल मैनेजमेंट

पीएचडी कोर्सेज इस प्रकार हैं-

  • पीएचडी इन एनवायरोमेंटल साइंस
  • पीएचडी इन अर्थ साइंस

यह भी पढ़ें : जानिए क्या है पर्यावरण संरक्षण और क्यों है यह आवश्यक

पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज लिए टाॅप भारतीय यूनिवर्सिटीज

पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज करने के टाॅप भारतीय काॅलेज और यूनिवर्सिटीज नीचे दी गई हैं-

  • अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
  • दिल्ली यूनिवर्सिटी
  • जवाहर नेहरू यूनिवर्सिटी (जेनएनयू)
  • चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी
  • बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी
  • अन्ना यूनिवर्सिटी
  • मद्रास यूनिवर्सिटी
  • राजस्थान यूनिवर्सिटी
  • निम्स यूनिवर्सिटी, जयपुर
  • बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी
  • आईआईटी बॉम्बे
  • हिंदुस्तान कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी
  • दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू)
  • दिल्ली पीईएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
  • इगनू दिल्ली
  • एलपीयू, जालंधर

पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज लिए टाॅप विदेशी यूनिवर्सिटीज

पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज करने के लिए टाॅप विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है-

पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज लिए योग्यता

किसी भी यूनिवर्सिटी या काॅलेज में एडमिशन के लिए अलग-अलग कोर्सेज के लिए योग्यता निर्धारित होती है। नीचे हम पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज के लिए योग्यता के बारे में जानेंगे-

  • बैचलर्स कोर्सेज के लिए कैंंडिडेट्स को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ 10+2 स्तर की परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। 
  • बैचलर्स कोर्सेज के लिए स्टूडेंट्स को कॉलेजों या यूनिवर्सिटीज द्वारा एंट्रेस एग्जाम में भी बैठना पड़ सकता है।
  • मास्टर्स कोर्सेज के लिए कैंंडिडेट्स को किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से कम से कम 55 प्रतिशत के साथ ग्रेजुएशन होना चाहिए। स्टूडेंट्स को काॅलेज या यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित एंट्रेस एग्जाम भी देना पड़ सकता है।
  • पीएचडी या डाॅक्टरेट डिग्री के लिए कैंडिडेट्स को किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज/यूनिवर्सिटी से संबंधित क्षेत्र में कम से कम 55 प्रतिशत अंकों के साथ पोस्ट-ग्रेजुएशन परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। कॉलेजों/यूनिवर्सिटीज द्वारा एंट्रेस एग्जाम लिया जा सकता है।
  • विदेशी यूनिवर्सिटीज में अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में IELTS या TOEFL या PTE आदि के टेस्ट स्कोर जरूरी होते हैं।
  • विदेश में इन आवश्यकताओं के अलावा LOR, SOP, सीवी/रिज्यूमे, पोर्टफोलियो आदि की भी आवश्यकता होती है।

यह भी पढ़ें : 10 Lines On Environment: छात्रों के लिए पर्यावरण पर 10 लाइन

पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज के लिए आवेदन प्रक्रिया

पर्यावरण विज्ञान (Environmental Studies in Hindi) के कोर्सेज करने के लिए हर काॅलेज और यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया अलग-अलग है, जोकि नीचे बताई गई है-

पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज के लिए विदेश में आवेदन प्रक्रिया-

  • आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स और यूनिवर्सिटी का चुनाव है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।  
  • कोर्स और यूनिवर्सिटी चुनने के बाद उस कोर्स के लिए उस यूनिवर्सिटी की पात्रता मानदंड के बारे में रिसर्च करें। 
  • अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे- IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यूनिवर्सिटी की साइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भरें या फिर आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की भी सहायता ले सकते हैं।
  • ऑफर की प्रतीक्षा करें और सिलेक्ट होने पर इंटरव्यू की तैयारी करें। 
  • इंटरव्यू राउंड क्लियर होने के बाद आवश्यक ट्यूशन शुल्क का भुगतान करें और स्कॉलरशिप, छात्रवीजा, एजुकेशन लोन और छात्रावास के लिए आवेदन करें।
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।

पर्यावरण विज्ञान के लिए भारतीय काॅलेज-यूनिवर्सिटीज में आवेदन प्रक्रिया-

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

पर्यावरण विज्ञान कोर्सेज में एडमिशन के लिए आवश्यक दस्तावेज

पर्यावरण विज्ञान (Environmental Studies in Hindi) के कोर्सज में एडमिशन के लिए आपको निम्न दस्तावेजों की जरूरत होगी-

पर्यावरण विज्ञान के लिए प्रवेश परीक्षाएं

Environmental Studies in Hindi : कई कोर्सेज में एडमिशन के लिए आपको प्रवेश परीक्षाएं देनी होती हैं। कुछ काॅलेज और यूनिवर्सिटीज में काॅमन एंट्रेस एग्जाम और कुछ में यूनिवर्सिटीज और काॅलेज अपने एंट्रेस एग्जाम से एडमिशन मिलता है। पर्यावरण विज्ञान के लिए प्रवेश परीक्षाएं नीचे दी गई हैं-

  • जवाहर नेहरू यूनिवर्सिटी एंट्रेस एग्जाम
  • फाॅरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट एंट्रेस एग्जाम
  • बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी एंट्रेस एग्जाम
  • यूपीएसईई
  • गेट
  • पीजीईसीईटी

यह भी पढ़ें : World Environment Day Speech : जानिए कैसे तैयार करें विश्व पर्यावरण दिवस पर भाषण

पर्यावरण विज्ञान के लिए बेस्ट बुक्स

Environmental Studies in Hindi : किसी भी सब्जेक्ट को समझने व पढ़ने में बुक्स की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बुक्स से आप अपने सब्जेक्ट से जुड़े टाॅपिक्स अच्छे से समझ सकते हैं। पर्यावरण विज्ञान के काॅंसेप्ट और टाॅपिक्स समझने के लिए बेस्ट बुक्स नीचे तालिका में दी गई हैं-

बुक्सराइटर-पब्लिशरलिंक
Environmental Studies: From Crisis to cureR. Rajagopalan यहां से खरीदें
The Wild Heart of IndiaT.R. Shankar Raman यहां से खरीदें
Secrets of Fertile Soils: Humus as the Guardian of the Fundamentals of Natural Life Erhard Hennig यहां से खरीदें
Fundamentals Of Environmental Studies Mahua Basuयहां से खरीदें
Disaster by ChoiceIlan Kelmanयहां से खरीदें
Environment Revised EditionShankarयहां से खरीदें
Wild Law: A Manifesto for Earth Justice: 2Cormac Cullinan यहां से खरीदें
A Short History of Nearly Everything (Paperback)Bill Bryson यहां से खरीदें
The Nature of Endangerment in India: Tigers, ‘Tribes’, Extermination & Conservation, 1818-2020 Ezra Rashkow यहां से खरीदें
Principles of Environmental Science: Inquiry and Applications (SIE)William Cunningham, Mary Cunninghamयहां से खरीदें
Environmental Science: A Global ConcernWilliam Cunningham , Mary Cunninghamयहां से खरीदें
Energy and Civilization – A History (The MIT Press)Vaclav Smilयहां से खरीदें
Paryavaran Adhyayan [Textbook of Environmental Studies in HINDI]Erach Bharucha यहां से खरीदें
Proficiency & Pedagogy Of Environmental Studies D.EL.ED (JBT) Ist Year in Hindi Medium Jatinder Kumar Atela यहां से खरीदें
CSAT Environmental Ecology Biodiversity & Climate Change Sanjeev Royयहां से खरीदें
India Physical Environment – Textbook in GeographyNCERTयहां से खरीदें
Environment – 8/editionShankarयहां से खरीदें
Secrets of Fertile Soils: Humus as the Guardian of the Fundamentals of Natural Life Erhard Hennigयहां से खरीदें 
TB of Environmental StudiesErach Bharucha यहां से खरीदें
Environmental Science and Pollution ControlMamta, R. J. Rao, Khursheed Ahmad यहां से खरीदें
Ecology,environmental Science & ConservationSp Singh Js Singh यहां से खरीदें
Living in the EnvironmentG. Tyler Millerयहां से खरीदें
Environment & Ecology – A Dynamic ApproachNeeraj Nachiketa यहां से खरीदें
Objective Environmental Sciences Dr. B.B. Singh यहां से खरीदें
Environment & Ecology – A Dynamic Approach 2edNeeraj Nachiketaयहां से खरीदें
A Textbook Of Environmental ChemistryV. Subramanianयहां से खरीदें
Readings In Ecology and Environmental ScienceMadhab Chandra Dash यहां से खरीदें

पर्यावरण विज्ञान के बाद करियर स्कोप

Environmental Studies in Hindi : पर्यावरण अध्ययन सबसे अधिक प्रासंगिक विषयों में से एक है, जिसमें सस्टनेवेल डेवलपमेंट पर जोर दिया जा रहा है। इसमें करियर के कई अवसर हैं। पर्यावरण विज्ञान के  कोर्सेज या पढ़ाई के बाद संयुक्त राष्ट्र और डब्ल्यूएचओ जैसे बड़े संगठन विभिन्न परियोजनाओं के लिए पर्यावरणविदों की भर्ती, पर्यावरण इंजीनियर, इनवायरोमेंट जर्नलिस्ट, पर्यावरण कंसल्टेंट आदि पोस्टों पर जाॅब्स रहती हैं। 

पर्यावरण अध्ययन ग्रेजुएट्स की मदद, नेशनल और ग्लोबल मंचों पर ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण, वायु गुणवत्ता और ओजोन रिक्तीकरण आदि से लड़ने और नीतियां बनाने में ली जाती है। रिसर्च सेंटर्स, वाॅटर मैनेजमेंट रिसोर्सेज, एनजीओ, पाॅल्यूशन कंट्रोल बोर्ड्स, इंजीनियरिंग फर्म्स, मीडिया इंंडस्ट्री में जाॅब्स की अपार संभावनाएं हैं। पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज के  बाद आपकों गवर्नमेंट जाॅब्स के भी कई अवसर मिलते हैं।

यह भी पढ़ें : World Environment Day Quotes: विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण के लिए जागरूक करेंगे ये अनमोल विचार

पर्यावरण विज्ञान कोर्स करने के बाद जॉब प्रोफाइल्स

Environmental Science (Environmental Studies in Hindi) का कोर्स करने के बाद जाॅब प्रोफाइल्स के बारे में प्वांइट्स में बताया गया है-

  • एनवायरोमेंट जर्नलिस्ट
  • एनवायरोमेंट कंसल्टेंट
  • एनवायरोमेंट फोटोग्राॅफर
  • लेक्चरर
  • पाॅल्यूशन कंट्रोल ऑफिशर
  • डायरेक्टर ऑफ बेस्ट मैनेजमेंट
  • कमर्शियल हार्टिकल्चरिस्ट
  • एनवायरोमेंटल केमिस्ट
  • हॉर्टिकल्चर थेरेपिस्ट
  • मरीन बायोलॉजिस्ट
  • लैंडस्केप आर्किटेक्ट
  • एनवायरोमेंटल मैनेजर
  • नेचर कंजर्वेशन ऑफिसर
  • वेस्ट मैनेजमेंट एसोसिएट
  • रीसाइक्लिंग ऑफिसर

Environmental Science कोर्सेज करने के बाद सैलरी

Environmental Studies in Hindi : किसी भी फील्ड में सैलरी आपकी जाॅब प्रोफाइल पर निर्भर करती है। पर्यावरण विज्ञान के कोर्सेज के बाद आपकी सैलरी गवर्नमेंट या प्राइवेट जाॅब्स से निर्धारित होती है। पर्यावरण विज्ञान में किसी भी जाॅब प्रोफाइल के लिए शुरुआत में 25 से 30 हजार रुपये महीने आसानी से मिल जाते हैं। बाद में अनुभव बढ़ने के साथ-साथ आपका वेतन 50 से 80 हजार रुपये महीने तक पहुंच जाता है। 

सम्बंधित आर्टिकल्स 

विश्व पर्यावरण दिवसकब और क्यों मनाया जाता है पर्यावरण दिवस
प्रदुषण पर छात्र ऐसे लिख सकते हैं निबंधपर्यावरण और हम पर निबंध
पर्यावरण संरक्षण पर्यावरण की पैरवी करने वाले प्रदूषण पर नारे
छात्रों के लिए पर्यावरण पर 10 लाइनविश्व पर्यावरण दिवस पर भाषण
विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध विश्व पर्यावरण दिवस पर अनमोल विचार 
विश्व पर्यावरण दिवस पर शायरीविश्व पर्यावरण दिवस पर स्लोगन
पर्यावरण के बारे में कितना जानते हैं आप?भारत में पर्यावरण आंदोलन 
पर्यावरण विज्ञान क्या है और यह कोर्स कैसे करें विश्व पर्यावरण दिवस पर कविताएं

FAQs

विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है?

उत्तर- विश्व पर्यावरण दिवस हर साल 5 जून को मनाया जाता है।

पर्यावरण को इंग्लिश में क्या कहते हैं?

उत्तर- पर्यावरण को एनवायरोमेंट (environment) कहते हैं।

पर्यावरण विज्ञान का क्या मीनिंग है?

उत्तर- पर्यावरण विज्ञान या एनवायरोमेंटल साइंस का मतलब है कि पर्यावरण के सामने आने वाली समस्याओं की स्टडी करना और उनका समाधान करना।

पर्यावरण विज्ञान में करियर स्कोप क्या है?

उत्तर- पर्यावरण विज्ञान में कोर्सेज के बाद सरकारी और प्राइवेट दोनों फील्ड में जाॅब्स के अवसर हैं। कई बड़ी कंपनियां अच्छे सैलरी पैकेज पर जाॅब्स ऑफर करती हैं।

पर्यावरण विज्ञान में ग्रेजुएशन कोर्सेज की अवधि क्या है?

उत्तर- पर्यावरण विज्ञान में ग्रेजुएशन कोर्सेज की अवधि 3 से 4 साल होती हैै।

पर्यावरण कितने प्रकार के होते हैं?

पर्यावरण तीन प्रकार के होते हैं – (1) भौतिक पर्यावरण (2) जैविक पर्यावरण (3) सामाजिक पर्यावरण।

उम्मीद है कि आपको पर्यावरण विज्ञान क्या है के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से पर्यावरण विज्ञान की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu  के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।

प्रातिक्रिया दे

Required fields are marked *

*

*