World Liver Day in Hindi: विश्व लिवर दिवस पूरे विश्व में हर साल 19 अप्रैल को मनाया जाने वाला एक स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम है। यह दिन हमारे शरीर के दूसरे सबसे बड़े और दूसरे सबसे जटिल अंग लिवर से संबंधित कई विकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का कार्य करता है। लिवर हमारे शरीर में प्रतिरक्षा, चयापचय, पाचन और शरीर के भीतर पोषक तत्वों के भंडारण से संबंधित कई महत्वपूर्ण कार्यों को करने के लिए जिम्मेदार होता है। लापरवाही बरतने से इसकी कार्यप्रणाली और स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। इसलिए इस ब्लॉग में विश्व यकृत दिवस (World Liver Day in Hindi) के बारे में संपूर्ण जानकारी दी गई है।
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विश्व लिवर दिवस के बारे में
विश्व लिवर दिवस (World Liver Day in Hindi) हर साल 19 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिन लिवर की सेहत के प्रति जागरूकता फैलाने और लिवर से जुड़ी बीमारियों की रोकथाम को बढ़ावा देने के लिए समर्पित होता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को यह समझाना है कि लिवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिसकी देखभाल आवश्यक है। यदि इसकी अनदेखी की जाए, तो यह गंभीर बीमारियों जैसे फैटी लिवर, हेपेटाइटिस, सिरोसिस और लिवर कैंसर का कारण बन सकता है। यह दिन लिवर के कार्यों के बारे में लोगों को जागरूक करने जैसे यह शरीर से विषैले पदार्थ को बाहर निकालता है और पाचन क्रिया में सहायता करता है।
विश्व लिवर दिवस का इतिहास
यूरोपियन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ द लिवर (EASL) ने वर्ष 2010 में विश्व लिवर दिवस की शुरुआत की थी। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लिवर के स्वास्थ्य के बारे में वैश्विक जागरूकता फैलाना था। उन्होंने आधिकारिक तौर पर 19 अप्रैल को विश्व लिवर दिवस के रूप में नामित किया था। 19 अप्रैल की तारीख इसलिए चुनी गई क्योंकि 1966 में इसी दिन EASL की स्थापना की गई थी। यह दिन लिवर अनुसंधान और उपचार में संगठन के योगदान की याद दिलाता है। यह लोगों को लिवर की बीमारियों, उनकी रोकथाम और शुरुआती निदान के महत्व के बारे में शिक्षित भी करता है। अपनी स्थापना के बाद से, विश्व लिवर दिवस स्वास्थ्य पेशेवरों, शोधकर्ताओं और आम जनता के लिए एक वैश्विक मंच बन गया है।
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विश्व लिवर दिवस थीम 2025 – World Liver Day 2025 Theme
हर साल विश्व यकृत दिवस (World Liver Day in Hindi) को मनाने के लिए एक थीम चुनी जाती है। विश्व यकृत दिवस थीम 2025 है: ‘Food is Medicine (भोजन ही औषधि)’ रखी गई है। इस वर्ष का थीम संतुलित पोषण के महत्व पर जोर देने के लिए रखी गई है जो लिवर के स्वास्थ्य के लिए बड़ा परिवर्तनकारी हो सकता है।
विश्व लिवर दिवस का उद्देश्य
विश्व लिवर दिवस (World Liver Day in Hindi) मनाने के उद्देश्य इस प्रकार है:-
- लिवर की भूमिका और महत्त्व के बारे में लोगों को जानकारी देना है।
- हेपेटाइटिस, फैटी लिवर, सिरोसिस जैसी बीमारियों से बचाव और इलाज के उपाय बताना इसका मुख्य उद्देश्य है।
- लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और शराब, तंबाकू जैसे हानिकारक पदार्थों से बचने के लिए प्रेरित करना है।
- समय पर जांच और लक्षणों को नजरअंदाज न करने की सलाह देना है।
- सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों को इस विषय में नीतियाँ और कार्यक्रम बनाने के लिए प्रेरित करना है।
विश्व लिवर दिवस का महत्व
विश्व लिवर दिवस पूरे विश्व समेत भारत के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारतीय स्वास्थ्य विभाग के अनुसार भारत में लिवर संबंधी समस्याएं मृत्यु दर का 10वां सबसे आम कारण हैं। यह दिन लोगों को स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने और अपने लिवर की सुरक्षा के लिए चिकना और तैलीय खाद्य पदार्थों से बचने के महत्व के बारे में शिक्षित करने के लिए समर्पित है। यकृत पाचन तंत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए इसे बनाए रखना काफी महत्वपूर्ण है। विश्व यकृत दिवस निवारक उपायों और लिवर को बनाए रखने के लिए संतुलित आहार के माध्यम से बीमारी की रोकथाम को बढ़ावा देने का दिन है। विश्व यकृत दिवस के महत्व को समझने के लिए हम निम्न आंकड़ों पर भी नजर डाल सकते हैं:
- दुनिया भर में लिवर की बीमारियों से हर साल होने वाली 20 लाख मौतों में से सिर्फ़ आधी मौतें सिरोसिस से जुड़ी वजहों से होती हैं। बाकी मौतें वायरल हेपेटाइटिस और हेपेटोसेलुलर (लिवर ) कार्सिनोमा के कारण होती हैं।
- सिरोसिस और लिवर कैंसर मिलकर दुनिया भर में होने वाली सभी मौतों का 3.5% हिस्सा हैं।
- सिरोसिस अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मृत्यु का 11वां प्रमुख कारण है। लिवर कैंसर क्रमशः 16वां प्रमुख कारण (विश्व स्तर पर) और 10वां (भारत में) है।
- दुनिया भर में 200 मिलियन शराब पीने वाले हैं, जिनमें से 7.5 से 10 मिलियन शराब के कारण लिवर की बीमारी के जोखिम में हैं।
- 40 करोड़ लोगों को मधुमेह है और 200 करोड़ वयस्क मोटे या अधिक वजन वाले हैं, जो क्रमशः हेपेटोसेलुलर कार्सिनोमा और नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग (NAFLD) के लिए जोखिम कारक हैं।
- हेपेटाइटिस अभी भी दुनिया भर में काफी आम है, लेकिन नशीली दवाओं से होने वाली लिवर की क्षति अब तीव्र हेपेटाइटिस का मुख्य कारण है।
- अनुमान है कि 2030 तक 2005 की तुलना में हर साल 35% अधिक नए मामले सामने आएंगे।
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विश्व लिवर दिवस क्यों मनाया जाता हैं?
हर साल 19 अप्रैल को दुनिया भर में विश्व लिवर दिवस मनाया जाता है, जो आम लोगों में लिवर रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए निर्धारित किया गया दिन है। विश्व लिवर दिवस (World Liver Day in Hindi) निम्न कारणों से मनाया जाता है:
- विश्व लिवर दिवस का लक्ष्य लिवर से संबंधित बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और लिवर के स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है।
- विश्व लिवर दिवस लिवर के कार्य की जांच, कुछ गंभीर लिवर रोग, लिवर रोगों के विशिष्ट लक्षण, लिवर विकारों का प्रबंधन और लिवर विकारों की रोकथाम को बढ़ावा देने का कार्य करता है।
- इस दिन स्वास्थ्य जागरूकता दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की योजना दुनिया भर के कई संगठनों और स्थानीय सरकारी संगठनों के सहयोग से बनाई जाती है।
- अंतर्राष्ट्रीय लिवर दिवस को मनाकर पर उन पहलों पर जोर दिया जाता है जो लोगों को लिवर रोगों की गंभीरता, शुरुआती पहचान और रोकथाम के बारे में सूचित करती हैं।
- यह दिन सरकार और लोगों को एक स्वास्थ यकृत के लिए जागरूक करने के लिए मनाया जाता है।
विश्व लिवर दिवस कैसे मनाते हैं?
विश्व यकृत दिवस (World Liver Day in Hindi) इस प्रकार मनाया जाता है:
- स्वास्थ्य संस्थानों, स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर लिवर स्वास्थ्य के महत्व को समझाने के लिए रैलियाँ, पोस्टर प्रदर्शनी और पब्लिक लेक्चर आयोजित किए जाते हैं।
- सरकारी और निजी अस्पतालों द्वारा मुफ्त लिवर जांच, ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड और हेपेटाइटिस स्क्रीनिंग कैम्प लगाए जाते हैं।
- लिवर रोग विशेषज्ञ (Hepatologists) द्वारा लोगों को बताया जाता है कि कैसे स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और नशे से दूर रहकर लिवर की रक्षा की जा सकती है।
- इस दिन निबंध प्रतियोगिता, क्विज़, पोस्टर मेकिंग और लघुनाट्य जैसे आयोजनों के माध्यम से युवाओं को शिक्षित किया जाता है।
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विश्व लिवर दिवस से जुड़े तथ्य
विश्व यकृत दिवस (World Liver Day in Hindi) से जुड़े तथ्य इस प्रकार है:
- विश्व यकृत दिवस हर साल 19 अप्रैल को मनाया जाता है।
- इस दिन की शुरुआत 2010 में यूरोपियन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ द लिवर (EASL) द्वारा की गई थी।
- EASL की स्थापना 1966 में हुई थी, और 19 अप्रैल को इसी की याद में विश्व यकृत दिवस मनाया जाता है।
- विश्व यकृत दिवस का उद्देश्य है लोगों को लिवर से जुड़ी बीमारियों जैसे कि हेपेटाइटिस, फैटी लिवर, सिरोसिस और लिवर कैंसर के बारे में जागरूक करना है।
- लिवर हमारे शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग है, जो लगभग 500 से अधिक कार्य करता है, जैसे – विषैले तत्वों को बाहर निकालना, पाचन में सहायता करना और ऊर्जा का भंडारण करना।
- अत्यधिक शराब का सेवन, अनहेल्दी डाइट, वायरल संक्रमण, मोटापा और ड्रग्स का दुरुपयोग लिवर को नुकसान पहुँचा सकते हैं।
- भारत में हर साल लाखों लोग लिवर से जुड़ी बीमारियों से प्रभावित होते हैं, और जागरूकता की कमी के कारण समय पर इलाज नहीं मिल पाता है।
- विश्व लिवर दिवस 2025 की थीम ‘Food is Medicine (भोजन ही औषधि)’ है।
FAQs
लिवर से जुड़ी बीमारियों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 19 अप्रैल को लिवर दिवस मनाया जाता है।
लिवर को प्रभावित करने वाली प्रमुख बीमारियाँ हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी हैं।
इस साल ‘विश्व लिवर दिवस’ की थीम का नाम ‘Food is Medicine’ यानी ‘भोजन ही दवा’ है।
यूरोपियन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ द लीवर (EASL) ने वर्ष 2010 में विश्व लीवर दिवस की शुरुआत की थी। 1966 में EASL की स्थापना के उपलक्ष्य में 19 अप्रैल को इस दिवस की स्थापना की गई थी।
अपने आहार में खरबूजे (तरबूज, खरबूजा और हनीड्यू), खीरे, जामुन, आड़ू और कीवी जैसे पानी से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करने से हाइड्रेशन और ज़रूरी पोषक तत्व बढ़ सकते हैं जो लिवर के कामकाज में मदद करते हैं।
लिवर की सेहत के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 19 अप्रैल को विश्व लिवर दिवस मनाया जाता है।
यकृत रक्त को छानता है (साफ़ करता है), विषाक्त पदार्थों और अपशिष्ट को निकालता है जो अंततः मूत्र और मल के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
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