World Braille Day in Hindi : जानिए विश्व ब्रेल दिवस क्यों मनाते हैं और क्या है इसका इतिहास?

1 minute read
World Braille Day in Hindi

दुनिया 4 जनवरी को विश्व ब्रेल दिवस मनाने की तैयारी कर रही है तो यह जानना जरूरी है कि नेत्रहीन व कम दृष्टि वाले व्यक्तियों के लिए संचार के एक महत्वपूर्ण माध्यम के रूप में ब्रेल के महत्व को स्वीकार करने के लिए यह महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन को ब्रेल लिपि के दूरदर्शी आविष्कारक लुई ब्रेल के जन्मदिन का प्रतीक माना जाता है। स्टूडेंट्स के लिए विश्व ब्रेल दिवस काफी महत्व रखता है और उन्हें इसके इतिहास के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए, जोकि इस ब्लाॅग World Braille Day in Hindi में विस्तार से बताया जा रहा है।

आयोजनविश्व ब्रेल दिवस 
आयोजन दिवस4 जनवरी, 2024
आयोजन का उद्देश्यलुई ब्रेल का सम्मान और स्मरण करना। दृष्टिबाधित लोगों के लिए संचार के सुलभ साधन के रूप में ब्रेल के बारे में जागरूकता फैलाना।
आयोजन की थीमEmpowering Through Inclusion and Delivery.

विश्व ब्रेल दिवस क्या है?

हर वर्ष 4 जनवरी को विश्व ब्रेल दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य दृष्टिबाधित लोगों के लिए संचार के साधन के रूप में ब्रेल के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इसके अलावा यह दिन लुई ब्रेल की जयंती का भी प्रतीक है, जिन्होंने 15 साल की छोटी उम्र में दृष्टिबाधित या आंशिक दृष्टि वाले लोगों के लिए पढ़ने और लिखने के लिए स्पर्श प्रणाली का आविष्कार किया था। बता दें कि ब्रेल कोई भाषा नहीं है बल्कि यह एक कोड है जिसका उपयोग किसी भी भाषा को लिखने के लिए किया जाता है। ब्रेल कई भाषाओं में उपलब्ध है जैसे- संस्कृत, अरबी, चीनी, हिब्रू, स्पेनिश आदि।

विश्व ब्रेल दिवस का इतिहास क्या है?

World Braille Day in Hindi का इतिहास इस प्रकार बताया जा रहा हैः

  • लुई ब्रेल का जन्म आज ही के दिन 1809 में फ्रांस में हुआ था और बचपन में एक दुर्घटना के कारण जन्म के बाद ही वे अंधे हो गए थे।
  • ब्रेल प्रणाली के प्रणेता लुई ब्रेल को श्रद्धांजलि के रूप में 4 जनवरी को प्रतिवर्ष विश्व ब्रेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। 
  • 6 नवंबर 2018 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव पारित किया गया था, जिसमें हर साल 4 जनवरी को ‘विश्व ब्रेल दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था। 

विश्व ब्रेल दिवस पहली बार कब मनाया गया?

विश्व ब्रेल दिवस की स्थापना संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसंबर 2018 में की गई थी। तब से इसे सबसे महत्वपूर्ण दिनों और तारीखों में से एक माना जाता है। हालांकि ऐसा देखा गया है कि दुनिया ने वास्तव में इसे वर्ष 2019 में मनाना शुरू किया है। 

यह भी पढ़ें- 4 जनवरी को कौन सा दिवस मनाया जाता है?

विश्व ब्रेल दिवस पहली बार कहां मनाया गया?

ब्रेल दिवस (World Braille Day in Hindi) को पहली बार 4 जनवरी 2019 में विश्वभर में मनाया गया था। यह दिन नेत्रहीन लोगों के लिए बेहद खास होता है और आज के दिन जगह-जगह कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और ब्रेल दिवस का महत्व समझाया जाता है।

विश्व ब्रेल दिवस क्यों मनाते हैं?

World Braille Day in Hindi क्यों मनाया जाता है के बारे में यहां बताया जा रहा हैः

  • विश्व ब्रेल दिवस का प्राथमिक उद्देश्य दृष्टिबाधित लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
  • लुई ब्रेल का सम्मान और स्मरण करना और दृष्टिबाधित लोगों के लिए ब्रेल के बारे में जागरूकता फैलाना।
  • इस दिन संचार के साधन के रूप में ब्रेल के उपयोग को बढ़ावा देना है।
  • ब्रेल के माध्यम से व्यक्तियों को सूचना, शिक्षा और रोजगार के अवसरों तक पहुंचाना।
  • ब्रेल के जरिए व्यक्तियों के लिए स्वतंत्रता को बढ़ावा देकर सशक्त बनाना है।

विश्व ब्रेल दिवस का महत्व क्या है?

ब्रेल का आगमन दृष्टिबाधित लोगों के लिए शिक्षा और साहित्य तक पहुंच के लिए परिवर्तनकारी साबित हुआ। ब्रेल ने ऐसे लोगों को अपने दूरदर्शी समकक्षों के समान पढ़ने, लिखने और शैक्षणिक विषयों में भाग लेने की क्षमता दी। विश्व ब्रेल दिवस का महत्व दृष्टिबाधित व्यक्तियों के सामने आने वाली चुनौतियों, उनके अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। यह दिन बिना दृष्टि के दुनिया में यात्रा करने वालों के लिए सहानुभूति के महत्व के रूप में भी देखा जाता है।

विश्व ब्रेल दिवस 2024: कैसे मनाते हैं?

ब्रेल लाइब्रेरी के अलावा कई पुस्तकालयों में ब्रेल पुस्तकें और सामग्रियां हैं जिन्हें आप बेहतर ढंग से समझने के लिए देख सकते हैं और लोगों को जागरूक कर सकते हैं। ब्रेल किताबें, पत्रिकाएं या न्यूजपेपर खरीदकर खुद जानकारी हासिल करने के अलावा दूसरों को इनके बारे में बता सकते हैं जिससे दृष्टिबाधित व्यक्तियों के बीच साक्षरता को बढ़ावा देने में मदद मिलती है।

ब्रेल साक्षरता और पहुंच पर ध्यान केंद्रित करने वाली चैरिटीज़ को दान देकर उन संगठनों को योगदान दे सकते हैं जो नेत्रहीनों और दृष्टिबाधितों का समर्थन करते हैं। ब्रेल के महत्व और दृष्टिबाधित व्यक्तियों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में समाधान बता सकते हैं। ब्रेल-थीम वाले खेलों या गतिविधियों के आयोजनों में शामिल हो सकते हैं।

विश्व ब्रेल दिवस 2024: थीम क्या है?

किसी भी आयोजन की थीम उसकी सफलता में अहम भूमिका निभाती है। इस बार यानि विश्व ब्रेल दिवस 2024 की थीम- समावेशन और वितरण के माध्यम से सशक्तीकरण (Empowering Through Inclusion and Delivery) है। 

विश्व ब्रेल दिवस से जुड़े रोचक तथ्य

विश्व ब्रेल दिवस से जुड़े रोचक तथ्य इस प्रकार हैंः

  • 6-डॉट सेल प्रणाली, ब्रेल एक कोड है जिसका कई भाषाओं में अनुवाद किया जा सकता है।
  • फ्रेंच, स्पेनिश, चीनी और अन्य भाषाओं के लिए ब्रेल कोड मौजूद है। अंग्रेजी बोलने वाले यूनिफाइड इंग्लिश ब्रेल (यूईबी) का उपयोग कर सकते हैं।
  • ब्रेल पारंपरिक वर्णमाला की तुलना में अधिक जगह लेता है, यही कारण है कि ब्रेल किताबें अपने समकक्षों की तुलना में बहुत बड़ी होती हैं।
  • 2019 में मैटल के एक कार्ड गेम ‘यूएनओ’ ने यूएनओ ब्रेल की शुरुआत की घोषणा की थी, जो ब्रेल की विशेषता वाला पहला आधिकारिक यूएनओ कार्ड डेक था।
  • 2017 में बैंक ऑफ इंग्लैंड ने रॉयल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ब्लाइंड पीपल (RNIB) के साथ मिलकर ब्रेल-शैली सुविधाओं के साथ पहला पॉलीमर £10 नोट जारी किया था।
  • जब लुई ब्रेल ने नेत्रहीनों के लिए ब्रेल प्रणाली प्रकाशित की तो यह सिर्फ किताबें पढ़ने के लिए नहीं थी। उन्होंने दूसरों को संगीत पढ़ने और लिखने में मदद करने का एक तरीका भी बनाया था। ब्रेल संगीत प्रत्येक नोट की पिच और लय का प्रतिनिधित्व करने के लिए साहित्यिक ब्रेल के समान 6-डॉट सेल प्रणाली का उपयोग करता है।

FAQs

ब्रेल लिपि का आविष्कार कब हुआ था?

ब्रेल लिपि का आविष्कार 1821 में लुई ब्रेल ने किया था। 

ब्रेल लिपि में कितने अक्षर होते हैं?

ब्रेल लिपि में प्रत्येक आयताकार सेल में 6 बिन्दु यानि डॉट्स होते हैं, जो थोड़े उभरे होते हैं। 

विश्व ब्रेल दिवस क्यों मनाया जाता है?

विश्व ब्रेल दिवस हर दिन 4 जनवरी को मनाया जाता है क्योंकि यह लुई ब्रेल की जन्मतिथि के साथ मेल खाता है। महज 15 साल की छोटी उम्र में, वह नेत्रहीन या आंशिक रूप से दृष्टिहीन लोगों के लिए पढ़ने और लिखने के लिए एक स्पर्श प्रणाली के रूप में ब्रेल प्रणाली का आविष्कार करने के पीछे के मास्टरमाइंड बन गए।

आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको विश्व ब्रेल दिवस (World Braille Day in Hindi) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

प्रातिक्रिया दे

Required fields are marked *

*

*