National Cinema Day 2024 : 20 सितंबर को सस्ते टिकट का तोहफा…100 रुपए से कम में देख सकते हैं मूवी, जानिए इसके पीछे की वजह

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National Cinema Day in Hindi

राष्ट्रीय सिनेमा दिवस सिनेमा प्रेमियों के लिए एक खास दिन है, जो हमें फिल्मों के अद्भुत सफर और उनकी सांस्कृतिक धरोहर का जश्न मनाने का मौका देता है। यह दिन सिनेमा के जादू, उसकी शक्ति और समाज पर उसके प्रभाव को समर्पित है। फिल्मों ने न केवल हमें मनोरंजन दिया, बल्कि विचारों, भावनाओं और कहानियों को एक सजीव रूप में प्रस्तुत किया है। इसलिए इस ब्लॉग में नेशनल सिनेमा डे (National Cinema Day in Hindi) का इतिहास, महत्व और उद्देश्य बताया गया है। 

क्या है नेशनल सिनेमा डे?

राष्ट्रीय सिनेमा दिवस दुनिया भर में सिनेमा और इसे संभव बनाने वाले सभी लोगों का उत्सव है। इस दिन विशेष छूट या ऑफर्स दिए जाते हैं। यह अपनी पसंदीदा फिल्म देखने या नई फिल्म आज़माने का एक शानदार अवसर है। यह फिल्म के प्रति हमारे प्यार का जश्न मनाने और फिल्में बनाने में लगने वाली सारी मेहनत की सराहना करने का दिन है। 

राष्ट्रीय सिनेमा दिवस हमें याद दिलाता है कि कैसे सिनेमा ने हमारी जीवनशैली, सोच और संवाद को प्रभावित किया है। चाहे वह ब्लैक एंड व्हाइट दौर की क्लासिक फिल्में हों या आज की आधुनिक टेक्नोलॉजी वाली फ़िल्में, सिनेमा ने हमेशा से ही हमारे दिलों को छुआ है। इस दिन का उद्देश्य न सिर्फ फिल्मों के इतिहास को सराहना, बल्कि सिनेमा के भविष्य को भी नई दिशा देना है। 

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नेशनल सिनेमा डे कब मनाया जाता है? 

साल 2024 में नेशनल सिनेमा डे 20 सितंबर को मनाया जाएगा। इस दिन का उद्देश्य लोगों को सिनेमा की दुनिया से जोड़ना और इस कला के महत्व को हर व्यक्ति तक पहुँचाना है।  

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नेशनल सिनेमा डे का उद्देश्य

नेशनल सिनेमा डे (National Cinema Day in Hindi ) का उद्देश्य यहाँ बताया गया है : 

  • नेशनल सिनेमा डे का मुख्य उद्देश्य सिनेमा के प्रति लोगों की भावनाओं, जुनून और इसके सांस्कृतिक महत्व को बढ़ावा देना है। 
  • सिनेमा मनोरंजन का एक बड़ा माध्यम होने के साथ-साथ समाज, संस्कृति और विचारधाराओं का प्रतिबिंब भी है। 
  • यह दिन फिल्म निर्माताओं, कलाकारों, निर्देशकों, तकनीशियनों और फिल्म उद्योग से जुड़े सभी लोगों के योगदान को सम्मानित करने के लिए है। 
  • इस दिन के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को सिनेमा थिएटरों की ओर आकर्षित करना और फिल्में देखने के अनुभव को बढ़ावा देना है। 
  • कई जगहों पर इस दिन विशेष छूट या ऑफर्स दिए जाते हैं ताकि लोग बड़े पर्दे पर फिल्में देखने के लिए प्रेरित हों।
  • इस दिन खासकर युवा पीढ़ी को सिनेमा से जोड़ने का प्रयास किया जाता है, ताकि वे इस कला के प्रति अधिक रुचि लें और सिनेमा के प्रभाव को समझ सकें।
  • यह दिन न केवल सिनेमा के स्वर्णिम इतिहास को याद करने का मौका है, बल्कि इसके भविष्य को संवारने के लिए भी एक प्रेरणा है। 
  • सिनेमा कैसे बदल रहा है, और नई टेक्नोलॉजी के साथ इसका विकास कैसे हो रहा है, इस पर ध्यान दिया जाता है। 

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नेशनल सिनेमा डे का इतिहास

राष्ट्रीय सिनेमा दिवस की शुरुआत सबसे पहले 2022 में मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (MAI) द्वारा की गई थी। 2022 में इसे पहली बार अमेरिका और ब्रिटेन सहित कई देशों में मनाया गया था, जब सिनेमा उद्योग कोविड-19 महामारी के बाद दर्शकों को फिर से सिनेमाघरों की ओर आकर्षित करने के लिए एक पहल के रूप में इसे शुरू किया गया। महामारी के कारण सिनेमाघर लंबे समय तक बंद रहे, जिससे दर्शकों और उद्योग दोनों को नुकसान हुआ। इस दिन का उद्देश्य दर्शकों को बड़े पर्दे पर फिल्में देखने का रोमांच फिर से अनुभव कराने के साथ-साथ सिनेमा उद्योग को एक नई दिशा देना था।

हालांकि यह दिन अन्य देशों में पहले भी मनाया गया था, लेकिन भारत में 2023 में पहली बार राष्ट्रीय सिनेमा दिवस बड़े पैमाने पर मनाया गया। इस दिन टिकटों की कीमतें कम की गईं ताकि ज्यादा से ज्यादा दर्शक सिनेमाघरों में जाकर फिल्में देख सकें। यह प्रयास भारत में बहुत सफल रहा और लाखों लोग इस दिन सिनेमाघरों में पहुँचे। 

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नेशनल सिनेमा डे का महत्व 

नेशनल सिनेमा डे का महत्व यहाँ बताया गया है : 

  • सांस्कृतिक प्रशंसा : सिनेमा अक्सर फिल्म के सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डालता है और दिखाता है कि सिनेमा कैसे सामाजिक मूल्यों, विश्वासों और पहचानों को प्रतिबिंबित और आकार देता है। यह लोगों को विभिन्न संस्कृतियों और क्षेत्रों की फिल्मों को देखने और सराहने का अवसर प्रदान करता है।
  • फिल्म शिक्षा को बढ़ावा देना : राष्ट्रीय सिनेमा दिवस का उपयोग फिल्म शिक्षा और साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है। 
  • आर्थिक प्रभाव : टिकटों की बिक्री में वृद्धि के माध्यम से फिल्म उद्योग को बढ़ावा देकर राष्ट्रीय सिनेमा दिवस का आर्थिक महत्व भी हो सकता है।

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नेशनल सिनेमा डे से जुड़े तथ्य

रिसर्च, स्टडी और रिपोर्ट्स के अनुसार नेशनल सिनेमा डे (National Cinema Day in Hindi) पर सिनेमा से जुड़े तथ्य यहाँ बताए गए हैं  :  

  • भारत में बनी पहली फिल्म राजा हरिश्चंद्र थी। यह एक मूक फिल्म थी और 1913 में दादा साहब फाल्के द्वारा रिलीज़ की गई थी। 
  • इंडिया ग्लिट्ज़ के अनुसार, 1970 के दशक में, भारतीय सिनेमा अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म निर्माता बन गया और ‘बॉलीवुड’ नाम गढ़ा गया। 
  • 1932 में रिलीज हुई बॉलीवुड फिल्म इंदर सभा के नाम 70 गानों के साथ एक फिल्म में सबसे ज्यादा गाने का रिकॉर्ड है।
  • स्टेटिस्टा ने उल्लेख किया है कि जीवनी पर आधारित फिल्म दंगल ने मार्च 2022 तक भारत के बाहर बॉक्स ऑफिस पर लगभग 233 मिलियन अमेरिकी डॉलर की कमाई की थी।
  • ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ ने भारतीय सिनेमा में सबसे लंबे समय तक चलने वाली फिल्म का रिकॉर्ड बनाया है। 
  • भारत में पहली मोशन पिक्चर ‘द रेसलर्स’ 1899 में हरिश्चंद्र सखाराम भटावडेकर नामक फोटोग्राफर द्वारा प्रदर्शित की गई थी।
  • छोटा चेतन भारत की पहली बॉलीवुड 3D फिल्म थी। 
  • 2002 में फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ का नाम गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया था क्योंकि इस फिल्मों को कुल मिलाकर 92 अवॉर्ड मिले थे। 
  • बॉलीवुड शब्द बॉम्बे और हॉलीवुड का मिश्रण है।
  • राज कपूर की फिल्म मेरा नाम जोकर पहली हिंदी फिल्म थी जिसमें दो इंटरवल थे। 

FAQs

राष्ट्रीय सिनेमा दिवस क्यों मनाया जाता है?

राष्ट्रीय सिनेमा दिवस भारतीय सिनेमा के समृद्ध इतिहास की खुशी मनाने के लिए मनाया जाता है।

राष्ट्रीय सिनेमा दिवस 2024 कब मनाया जाता है? 

2024 में राष्ट्रीय सिनेमा दिवस 20 सितंबर को मनाया जाएगा। 

राष्ट्रीय सिनेमा दिवस पर टिकट की कीमत कितनी होती है?

इस दिन अधिकांश मल्टीप्लेक्स सिनेमाघरों में टिकट की कीमत 99 रुपये या 100 रुपये तक होती है। हालांकि, यह कीमत मल्टीप्लेक्स और शहर के अनुसार थोड़ी भिन्न हो सकती है।

राष्ट्रीय सिनेमा दिवस का उद्देश्य क्या है?

इसका उद्देश्य सिनेमाघरों में दर्शकों की वापसी को प्रोत्साहित करना और फिल्म देखने की संस्कृति को बढ़ावा देना है, खासकर COVID-19 महामारी के बाद जब लोग सिनेमाघरों से दूर हो गए थे।

राष्ट्रीय सिनेमा दिवस की शुरुआत कब हुई?

भारत में राष्ट्रीय सिनेमा दिवस की शुरुआत 2022 में की गई थी, ताकि लोगों को महामारी के बाद फिर से सिनेमा हॉल में लौटने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

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आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको नेशनल सिनेमा डे (National Cinema Day in Hindi) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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