Jharkhand Foundation Day in Hindi 2024 : झारखंड स्थापना दिवस 15 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन झारखंड राज्य के गठन की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है। झारखंड 15 नवंबर 2000 को बिहार राज्य से अलग होकर बना था। यह दिन झारखंड की संस्कृति, इतिहास और विकास को समर्पित होता है। इस अवसर पर राज्य भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इनमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, रैली, और विशेष सरकारी कार्यक्रम शामिल होते है। झारखंड स्थापना दिवस झारखंड की पहचान और उसकी विविधता को उजागर करता है, इसलिए इस ब्लॉग झारखंड स्थापना दिवस (Jharkhand Foundation Day in Hindi) के बारे में विस्तार से बताया गया है।
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झारखंड स्थापना दिवस के बारे में
झारखंड 15 नवंबर 2000 को भारत का 28वां राज्य बन गया था। हर साल 15 नवंबर को पूरे राज्य में झारखंड स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है। सम्पूर्ण राज्य बनने से पहले झारखंड बिहार का हिस्सा था। एक लंबे आदिवासी आंदोलन के बाद झारखंड का निर्माण हुआ था। 15 नवंबर के दिन का दोहरा महत्व है। इस दिन आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की जयंती होती है। बिरसा मुंडा ने 1870 के दशक के समय में अंग्रेजों के खिलाफ आदिवासी आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 25 साल की छोटी उम्र में रांची की जेल में उनका निधन हो गया था।
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झारखंड स्थापना दिवस का इतिहास क्या है?
झारखंड के अलग राज्य बनने से पहले यह बिहार राज्य का हिस्सा था। झारखंड की अधिकतर आबादी आदिवासी लोगों की थी और यहां चुनौतियों के कारण दक्षिणी बिहार में अलग राज्य की मांग तीव्र हो गई थी। 1900 के दशक की शुरुआत में आदिवासी नेताओं ने झारखंड के लिए अपनी अलग पहचान की मांग शुरू कर दी थी। इस आंदोलन को आदिवासी समुदायों का समर्थन मिला था क्योंकि वे भी अपनी संस्कृति, भाषा और परंपराओं की रक्षा करना चाहते थे। इस कारण से 15 नवंबर 2000 को झारखंड को एक राज्य के रूप में दर्ज प्राप्त हुआ। झारखंड स्थापना दिवस झारखंड की समृद्ध संस्कृति, लोगों द्वारा किए गए बलिदान और विकास की निरंतर यात्रा को उजागर करता है।
झारखंड स्थापना दिवस कब मनाया जाता है?
Jharkhand Foundation Day in Hindi : 15 नवंबर को झारखंड राज्य अपना स्थापना दिवस मनाता है। संसद द्वारा बिहार पुनर्गठन अधिनियम, 2000 पारित किए जाने के बाद 2000 में इस राज्य को बिहार से अलग कर बनाया गया था। यह दिन आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की जयंती के साथ मेल खाता है जिन्हें भगवान बिरसा के नाम से भी जाना जाता है।
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झारखंड स्थापना दिवस क्यों मनाया जाता हैं?
झारखंड स्थापना दिवस हर साल 15 नवंबर को झारखंड राज्य के गठन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। 15 नवंबर 2000 को झारखंड को भारत के 28वें राज्य के रूप में बिहार से अलग किया गया था। यह दिन भारत के सबसे सम्मानित आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों में से एक बिरसा मुंडा की जयंती के लिए भी जाना जाता है।
झारखंड स्थापना दिवस (Jharkhand Foundation Day in Hindi) का महत्व क्या है?
झारखंड स्थापना दिवस (Jharkhand Foundation Day in Hindi) एक महत्वपूर्ण दिन है। यह दिन यहां के लोगों और उनके बलिदानों को उजागर करता है। कई वर्षों की कड़ी मेहनत और राजनीतिक प्रयासों के बाद भारत सरकार के द्वारा 2000 में बिहार पुनर्गठन अधिनियम नामक एक कानून पारित किया गया। कानून पारित होने के बाद झारखंड के लिए अपना अलग राज्य बनना संभव हो गया। यह राज्य के सभी आदिवासी समुदायों के लिए एक बड़ी जीत थी। झारखंड के आदिवासी समुदायों ने खुद पर शासन करने के अधिकार के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी। झारखंड स्थापना दिवस एक खास दिन है। यह दिन हर किसी को इस क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति, इसके लोगों द्वारा किए गए बलिदान और विकास की निरंतर यात्रा की याद दिलाता है।
झारखंड स्थापना दिवस कैसे मनाते हैं?
झारखंड स्थापना दिवस (Jharkhand Foundation Day in Hindi) पूरे राज्य में जश्न के साथ में मनाया जाता है:
- इस दिन बिरसा मुंडा की जयंती होती है। झारखंड स्थापना दिवस पर लोग समारोह में आदिवासियों द्वारा प्रचलित एक प्रसिद्ध नृत्य शैली छऊ का प्रदर्शन करते हैं।
- झारखंड की राजधानी रांची और अन्य कई जिलों में इस दिन कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों में भाषण, सांस्कृतिक प्रदर्शन और पुरस्कार समारोह आयोजित होते हैं। इस दिन पारंपरिक नृत्य, संगीत और कला प्रदर्शनियों का भी आयोजन होता है।
- युवाओं में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए खेल प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं। जागरूकता अभियान भी आयोजित किए जाते हैं जो झारखंड की उपलब्धियों और इसकी अनूठी संस्कृति के महत्व के बारे में बताते हैं।
झारखंड स्थापना दिवस पर 10 लाइन
झारखंड स्थापना दिवस पर 10 लाइन इस प्रकार हैं-
- झारखंड स्थापना दिवस हर साल 15 नवंबर को वर्ष 2000 में राज्य के गठन की याद में मनाया जाता है।
- झारखंड को बिहार से अलग करके बनाया गया था। तब यह भारत का 28वां राज्य बना था।
- यह दिन आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती के लिए भी जाना जाता है।
- झारखंड का गठन इस क्षेत्र की अनूठी सामाजिक-आर्थिक और सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देने के लिए किया गया था।
- यह राज्य अपनी समृद्ध खनिज संपदा, घने जंगलों और विविध आदिवासी आबादी के लिए जाना जाता है।
- झारखंड स्थापना दिवस के समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड और सरकारी योजनाओं की घोषणा शामिल हैं।
- राज्य इस दिन आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा देने और विकास प्रयासों को प्रदर्शित करने के लिए उपयोग करता है।
- राज्य की राजधानी रांची में बड़े-बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें गणमान्य व्यक्ति और नागरिक भाग लेते हैं।
- झारखंड स्थापना दिवस प्रगति, एकता और राज्य की विरासत के प्रति सम्मान पर जोर देता है।
- यह झारखंड के निर्माण के लिए किए गए संघर्षों और आकांक्षाओं की याद दिलाता है।
FAQs
15 नवंबर 2000 को छोटानागपुर क्षेत्र को बिहार के दक्षिणी हिस्से से अलग करके झारखंड नामक एक और राज्य बनाया गया था। ऐसा करके, झारखंड भारत का 28वां राज्य बन गया। झारखंड स्थापना दिवस 2023: 15 नवंबर को झारखंड स्थापना दिवस मनाया जाएगा।
“छोटानागपुर पठार” में बसा होने के कारण इसे “छोटानागपुर प्रदेश” भी बोलते हैं। झारखण्ड को “जंगलों का प्रदेश” भी कहा जाता है। मुग़ल काल में इस क्षेत्र को कुकरा नाम से जाना था।
1972 में बिनोद बिहारी महतो, शिबू सोरेन और ए.के. रॉय ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की स्थापना की। निर्मल महतो ने ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (AJSU) की स्थापना की। उन्होंने झारखंड के अलग राज्य के लिए आंदोलन का नेतृत्व किया।
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