पैथोलॉजिस्ट यानी रोग विशेषज्ञ वह डॉक्टर होते हैं जो शरीर में होने वाली बीमारियों का कारण और उनकी पहचान माइक्रोस्कोप, लैब टेस्ट और मेडिकल रिपोर्ट की मदद से करते हैं। मेडिकल लाइन में यदि आप भी करियर बनाना चाहते हैं तो पैथोलॉजिस्ट आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। अगर आप मेडिकल फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं तो पैथोलॉजिस्ट बनकर इस क्षेत्र क्षेत्र में सुनहरा भविष्य बना सकते है। यदि आपके मन में सवाल है कि पैथोलॉजिस्ट कैसे बनें, तो ये गाइड आपके लिए ही है। इस गाइड में आपके लिए पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए योग्यता, स्किल्स, करियर स्कोप और पैथोलॉजिस्ट को मिलने वाले वेतन आदि विषयों को कवर किया गया है।
This Blog Includes:
पैथोलॉजिस्ट कौन होता है?
पैथोलॉजिस्ट असल में वो डॉक्टर होते हैं जो किसी भी बीमारी का सही कारण खोजने का काम करते हैं। सही मायनों में पैथोलॉजिस्ट मरीजों के ब्लड, यूरिन, ऊतक (टिश्यू) और शरीर के अन्य सैंपल की जांच करके यह पता लगाते हैं कि रोग किस वजह से हुआ है और उसका सही इलाज कैसे किया जा सकता है।
पैथोलॉजिस्ट का मुख्य कार्य खून, मूत्र, ऊतक और शरीर के अन्य नमूनों की जांच करके यह पता लगाना होता है कि मरीज किस बीमारी से पीड़ित है और उसके इलाज की दिशा क्या होनी चाहिए। यही कारण है कि आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं में पैथोलॉजी का महत्व और भी बढ़ गया है, क्योंकि कैंसर, डायबिटीज़ और संक्रमण जैसी जटिल बीमारियों की पहचान में पैथोलॉजिस्ट की भूमिका बेहद अहम होती है।
यह भी पढ़ें – रेडियोलॉजिस्ट कैसे बनें: आवश्यक योग्यता, कोर्सेज, प्रोसेस और स्किल्स
पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए प्रमुख कोर्स
NMC MD curriculum के अनुसार, पैथोलॉजी मेडिकल साइंस का वो हिस्सा है जहाँ आप रोगों की जड़ तक पहुँचकर रिपोर्ट बनाते हो। पैथोलॉजिस्ट के रूप में करियर बनने के लिए आप निम्नलिखित कोर्स को चुन सकते हैं, जिनके साथ-साथ टेबल में न्यूनतम योग्यता और कोर्स अवधि की जानकारी भी दी गई है –
| क्रम संख्या | कोर्स का स्तर | कोर्स का नाम | अवधि (लगभग) | विवरण और योग्यता |
| 1 | स्नातक मेडिकल डिग्री | MBBS (बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी) | 5.5 वर्ष + 1 साल इंटर्नशिप | योग्यता: 10+2 साइंस स्ट्रीम (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान) में न्यूनतम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए और NEET (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। |
| 2 | पोस्ट-ग्रेजुएशन | MD (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन) in Pathology | 3 वर्ष | योग्यता: NMC/NBEMS दस्तावेज़ों के अनुसार, MBBS की डिग्री पूरी करने के बाद NEET PG (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा – पोस्ट ग्रेजुएट) उत्तीर्ण करना और पैथोलॉजी में विशेषज्ञता का चयन करना आवश्यक है। |
| 3 | सुपर-स्पेशलाइजेशन (वैकल्पिक) | DM (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन) या DrNB | 2-3 वर्ष | MD पैथोलॉजी के बाद किसी विशिष्ट क्षेत्र, जैसे हिस्टोपैथोलॉजी, हेमेटोपैथोलॉजी या मॉलिक्यूलर पैथोलॉजी में विशेषज्ञता हासिल की जा सकती है। |
आवश्यक योग्यता
पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए आप में निम्नलिखित आवश्यक योग्यता जरूर होनी चाहिए –
- सबसे पहले छात्र को कक्षा 12वीं (फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी) विषयों के साथ पूरी करनी होती है।
- पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए NEET-UG (MBBS) और NEET-PG या INI-CET (MD Pathology) दोनों जरूरी हैं।
- MBBS की पढ़ाई पूरी करने के बाद एक 3 वर्ष का MD Pathology या DNB Pathology जैसे पोस्टग्रेजुएट कोर्स करना आवश्यक होता है।
- भारत में आप MD पैथोलॉजी तभी कर सकते हो जब MBBS NMC मान्यता प्राप्त कॉलेज से हुआ हो। इसमें आपको एनाटॉमी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री और क्लिनिकल पैथोलॉजी जैसे विषयों का गहराई से ज्ञान प्राप्त करना होता है।
- भारत में पैथोलॉजिस्ट के लिए रजिस्ट्रेशन NMC (National Medical Commission) से प्राप्त करना अनिवार्य है।
पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम्स
यहाँ पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम्स की जानकारी दी गई है –
- NEET PG
- INI CET
यह भी पढ़ें – लैब टेक्नीशियन कैसे बनें?
पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए कॉलेज
पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए NEET परीक्षा देना अनिवार्य होता है। छात्र परीक्षा की रैंकिंग के अनुसार अपनी संबंधित यूनिवर्सिटी या संस्थान में एडमिशन ले सकते हैं। इसके लिए कुछ प्रमुख कॉलेज की जानकारी निम्नलिखित है –
| क्रम संख्या | कॉलेज/संस्थान का नाम | स्थान | प्रवेश प्रक्रिया |
| 1 | अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) | नई दिल्ली | NEET PG (AIIMS में प्रवेश के लिए अपना एंट्रेंस होता था, पर अब NEET PG/INI CET के माध्यम से होता है) |
| 2 | संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGIMS) | लखनऊ, उत्तर प्रदेश | NEET PG / INI CET |
| 3 | जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER) | पुदुचेरी | NEET PG / INI CET |
| 4 | राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान (NIMHANS) | बेंगलुरु, कर्नाटक | NEET PG / INI CET |
| 5 | स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (PGIMER) | चंडीगढ़ | NEET PG / INI CET |
| 6 | मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज (MAMC) | नई दिल्ली | NEET PG |
| 7 | वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज (VMMC) और सफदरजंग अस्पताल | नई दिल्ली | NEET PG |
| 8 | क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC) | वेल्लोर, तमिलनाडु | NEET PG (संस्थान का अपना चयन प्रक्रिया भी हो सकती है) |
| 9 | ग्रांट मेडिकल कॉलेज (GMC) और सर जमशेदजी जीजीभोय अस्पताल | मुंबई, महाराष्ट्र | NEET PG |
| 10 | किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) | लखनऊ, उत्तर प्रदेश | NEET PG |
पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए आवश्यक स्किल्स
पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए आप में निम्नलिखित स्किल्स का होना जरूरी है:
- एनालिटिकल स्किल्स
- कम्युनिकेशन स्किल्स
- टेक्निकल स्किल्स
- प्रॉब्लम-सॉल्विंग माइंडसेट
- रिसर्च और अपडेटेड नॉलेज
पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए करियर स्कोप
पैथोलॉजिस्ट के रूप में आप अस्पतालों, डायग्नोस्टिक लैब्स, मेडिकल कॉलेजों, और दवा कंपनियों में काम कर सकते हैं, या अपना खुद का डायग्नोस्टिक सेंटर खोल सकते हैं। इसके साथ ही आप अस्पतालों और डायग्नोस्टिक लैब्स में नीचे दी गई जॉब्स में अपना करियर बना सकते हैं। साथ ही आपको फोरेंसिक पैथोलॉजी या हेमेटोपैथोलॉजी जैसी विशेषज्ञताओं में काम करने के अवसर भी उपलब्ध होते हैं।
- पैथोलॉजिस्ट
- क्लिनिकल पैथोलॉजिस्ट
- फोरेंसिक पैथोलॉजिस्ट
- हेमेटोपैथोलॉजिस्ट
- साइटोपैथोलॉजिस्ट
- हेमेटोपैथोलॉजिस्ट
- ब्रैस्ट पैथोलॉजी
- साइटोपैथोलॉजी
- डेमाटोपैथोलॉजी
- फोरेंसिक पैथोलॉजी
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल पैथोलॉजी
- गेनिटोरिनेरी पैथोलॉजी
- गयनेकोलॉजिक पैथोलॉजी
- हेमेटोपैथोलॉजी
- न्यूरोपैथोलॉजी
- पीडिएट्रिक पैथोलॉजी
- पुल्मोनरी पैथोलॉजी
पैथोलॉजिस्ट को मिलने वाला वेतन
पैथोलॉजिस्ट को मिलने वाला अनुमानित सालाना सैलरी Ambitionbox.com और Glassdoor के अनुसार नीचे दी गई तालिका में दर्शाई गई है, ये अनुमानित सैलरी कम-ज्यादा होती रहती है। वास्तविक सैलरी आपके अनुभव, कौशल और परफॉर्मेंस के आधार पर इससे अधिक भी हो सकती है।
| जॉब्स | अनुमानित औसतन सालाना सैलरी (INR) |
| पैथोलॉजिस्ट | INR 7 लाख – 12 लाख |
| क्लिनिकल पैथोलॉजिस्ट | INR 17.2 लाख – 18.8 लाख |
| फोरेंसिक पैथोलॉजिस्ट | INR 3 लाख – 12 लाख |
| हिस्टोपैथोलॉजिस्ट | INR 17 लाख – 36 लाख |
| साइटोपैथोलॉजिस्ट | INR 17 लाख – 34 लाख |
यह भी पढ़ें: डर्मेटोलॉजिस्ट कैसे बनें? जानिए स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
FAQs
पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए सबसे पहले आपको 12वीं कक्षा में विज्ञान विषय के साथ जीवविज्ञान लेना होता है। इसके बाद एमबीबीएस की पढ़ाई करनी होती है और फिर पैथोलॉजी में पोस्टग्रेजुएशन डिग्री यानी एमडी पैथोलॉजी करनी जरूरी होती है।
पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए कुल मिलाकर लगभग 8.5 साल का समय लगता है, जिसमें MBBS (5.5 वर्ष) + MD Pathology (3 वर्ष) = कुल 8.5 वर्ष का समय निर्धारित होता है।
पैथोलॉजिस्ट एक डॉक्टर होता है जो बीमारियों की पहचान और जांच करता है जबकि पैथोलॉजी लैब टेक्नीशियन केवल टेस्ट और सैंपल की जांच तकनीकी स्तर पर करता है। पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए एमबीबीएस और एमडी की पढ़ाई करनी पड़ती है।
पैथोलॉजिस्ट को हिंदी में रोगविज्ञानी या विकृतिविज्ञानी कहते हैं।
हमें आशा है कि आप इस लेख में जान पाए होंगे पैथोलॉजिस्ट कैसे बने, साथ ही ये जानकारी आपके लिए सहायक साबित होगी। करियर से सम्बंधित अन्य लेख पढ़ने के Leverage Edu के साथ जुड़े रहें।
One app for all your study abroad needs






60,000+ students trusted us with their dreams. Take the first step today!
