PAN की फुल फॉर्म ‘स्थायी खाता संख्या’ (Permanent Account Number) होती है जिसे आसान भाषा में ‘परमानेंट अकाउंट नंबर’ कहा जाता है। बता दें कि ‘स्थायी खाता संख्या’ (PAN) का टैक्स भरने, बैंक अकाउंट खोलने, निवेश करने, आयकर रिटर्न दाखिल करने, लोन लेने, टैक्स रिफंड प्राप्त करने और पहचान के रूप में उपयोग किया जाता है। इसमें पैन नंबर और कार्डधारक की पहचान संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी होती है। पैन कार्ड नंबर में व्यक्ति का टैक्स और निवेश संबंधित डाटा होता है। PAN Full Form in Hindi के बारे में अधिक जानने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
PAN Full Form in Hindi | ‘स्थायी खाता संख्या’ (Permanent Account Number) |
पैन कार्ड क्या है?
‘स्थायी खाता संख्या’ (PAN) एक अल्फ़ान्यूमेरिक कोड है, यह दस नंबर का होता हैं जिसमें कुछ अक्षर भी शामिल होते हैं। पैन ‘आयकर विभाग’ (Income Tax Department) द्वारा जारी किया जाता है। वहीं पैन नंबर पूरे देश के आयकर दाताओं के लिए अलग-अलग होता है अर्थात हर करदाता के पास एक यूनिक नंबर होता है और इसकी वैद्यता जीवनभर के लिए होती है। बता दें कि पैन कार्ड को आयकर विभाग द्वारा प्लास्टिक कार्ड के रूप में जारी किया जाता है।
क्या आप जानते हैं कि पैन कार्ड से किसी व्यक्ति के सिविल स्कोर को भी जाना जा सकता है जिससे व्यक्ति की लोन लेने की योग्यता का पता चलता है। ध्यान दें कि आयकर रिटर्न भरते समय पैन नंबर की जानकारी देना सभी करदाताओं के लिए अनिवार्य होती है। पैन कार्ड केवल करदाताओं के लिए ही अनिवार्य नहीं है बल्कि यह कंपनियों और पार्टनरशिप फर्मो को भी जारी किया जाता है। वहीं ऐसी संस्थाओं के पास भी पैन नंबर होना अनिवार्य हो जाता है, जो टैक्स भरती हैं।
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आशा है कि आपको PAN Full Form in Hindi से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। फुल फॉर्म के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।