अपने जीवन में सफ़ल होना हर किसी का सपना होता है। हर कोई यही चाहता है कि उसे एक अच्छा जॉब मिले। इसके लिए विद्यार्थी को अच्छे से अच्छा कोर्स करने की आवश्यकता होते हैं। छात्र अपना करियर बनाने के लिए कई सारे कोर्सेज करते हैं। छात्र आमतौर पर 12वीं के बाद बीए और फिर एमए की पढ़ाई करते हैं। MA की पढ़ाई पूरी करने के बाद अधिकांश छात्रों के मन में यह प्रश्न होता है कि क्या वे पीएचडी का कोर्स कर सकते हैं तो आज हम यहां पर MA के बाद पीएचडी कैसे करें इसके बारे में पूरी तरह से बताने जा रहे हैं।
पीएचडी का फुल फॉर्म | डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी |
पीएचडी कोर्स अवधि | 3 से 4 साल |
एडमिशन के प्रकार | एंट्रेंस बेसिस, मेरीट बेसिस |
कोर्सेज | PhD Philosophy, PhD Humanities and social Science, PhD in Arts |
स्वीकृत परीक्षाएं | IELTS, TOEFL |
This Blog Includes:
- क्या MA के बाद पीएचडी की जा सकती है?
- MA के बाद पीएचडी क्यों करें?
- MA के बाद पीएचडी के लिए प्रमुख विषय
- MA के बाद पीएचडी के लिए विदेश के विश्वविद्यालय
- MA के बाद पीएचडी के लिए भारत में शीर्ष कॉलेज
- MA के बाद पीएचडी के लिए योग्यता
- MA के बाद पीएचडी करने के लिए प्रवेश प्रक्रिया
- विदेश के विश्वविद्यालय में आवेदन करने के लिए
- आवश्यक दस्तावेज़
- प्रमुख किताबें
- करियर स्कोप
- जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
- FAQs
क्या MA के बाद पीएचडी की जा सकती है?
पीएचडी एक डॉक्टर डिग्री है जिसे पीजी कोर्स करने के बाद ही कर सकता है। जैसा कि आप जानना चाहते हैं की पीएचडी कोर्स MA करने के बाद किया जा सकता है या नहीं। तो हम आपको बता दें MA पीजी कोर्स है, जिसके बाद पीएचडी का कोर्स किया जा सकता है। यदि आप किसी कॉलेज या फिर विश्वविद्यालय में प्रोफेसर या फिर लेक्चरर बनना चाहते हैं। तो इसके लिए आपको पीएचडी करना अनिवार्य है। तभी आप प्रोफेसर या फिर लेक्चरर बन पाएंगे। यदि आप चाहें तो रिसर्च या फिर एनालिसिस के क्षेत्र में भी इसके माध्यम से जा सकते हैं। पीएचडी में किसी एक खास विषय पर पढ़ाई की जाती है। पीएचडी की पढ़ाई पूरी होने में लगभग 4 से 5 साल लगता है। यह छात्र पर निर्भर करता है कि वह अपना थीसिस कितने दिन में पूरा करता है।
MA के बाद पीएचडी क्यों करें?
पीएचडी की डिग्री मास्टर्स डिग्री पूरी होने के बाद प्राप्त की जा सकती है, अर्थात् MA की पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्र पीएचडी का कोर्स कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के क्या फायदे हैं और छात्र इसका चुनाव क्यों करें इससे जुड़ी कुछ बातें नीचे बताई गई हैं-
- इस क्षेत्र में छात्रों के पास भरपूर समय होता है कि वह अपने विषय पर अनुसंधान करें और उसके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करें। डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी के छात्रों को किसी प्रतिस्पर्धा का सामना नहीं करना होता है, बल्कि वह शांति के साथ अपने शोध को पूरा कर सकते हैं।
- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी के छात्रों को दर्शकों के सामने थीसिस दिखाना होगा। इसमें क्रॉस-प्रश्न होंगे और इस प्रकार डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी के अंतिम चरण में वाद-विवाद बहुत महत्वपूर्ण है।
- दर्शकों के लिए अनुसंधान और शोध कार्य को बताने की आवश्यकता है। इसके अलावा डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी के छात्रों को सुपरवाइजर को विषय के बारे में बताने की आवश्यकता होती है।
- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री प्राप्त करने के बाद छात्रों के नाम के आगे डॉक्टर की उपाधि लग जाती है। जो कि किसी भी व्यक्ति के लिए गर्व की बात है।
MA के बाद पीएचडी के लिए प्रमुख विषय
MA के बाद पीएचडी करने का निर्णय छात्रों को उनके रुतबे को बढ़ाने में सहायता कर सकता है। इसके लिए प्रमुख कोर्सेज होते हैं जिनमें MA की पढ़ाई पूरी करने के बाद पीएचडी की जा सकती है। ऐसे ही कुछ कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है-
- PhD इंग्लिश
- PhD इकोनॉमिक्स
- PhD हिस्ट्री
- PhD हिंदी
- PhD सोशियोलॉजी
- PhD पॉलिटिकल साइंस
- PhD साइकोलॉजी
- PhD जियोग्राफी
- PhD संस्कृत
- PhD लाईब्ररी एंड इंफॉर्मेशन साइंस
- PhD सोशल वर्क
- PhD फिलॉसोफी
- PhD ह्यूमेनिटीज़ एंड सोशल साइंस
- PhD इन आर्ट्स
MA के बाद पीएचडी के लिए विदेश के विश्वविद्यालय
MA के बाद पीएचडी की पढ़ाई करने के लिए विदेश के कुछ विश्वविद्यालय निम्नलिखित है-
- मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी)
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- हावर्ड यूनिवर्सिटी
- कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी केल्टेक
- यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज
- इंपेरियल कॉलेज लंदन
- यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो
- यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन
- ईटीएच ज्यूरिख – स्विस फेडरल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
MA के बाद पीएचडी के लिए भारत में शीर्ष कॉलेज
MA के बाद पीएचडी के लिए भारत में शीर्ष कॉलेज नीचे दिए गए हैं-
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी बॉम्बे
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली
- बीएचयू
- जेएनयू
- जामिया मिलिया इस्लामिया
- एनआईटी दुर्गापुर
- मणिपाल अकैडमी आफ हायर एजुकेशन
- PRIST यूनिवर्सिटी
MA के बाद पीएचडी के लिए योग्यता
डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी का अध्ययन करने के लिए छात्रों के पास कुछ बुनियादी योग्यता होनी चाहिए। डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की कुछ बुनियादी योग्यताएं यहाँ दी गई हैं:
- पीएचडी कोर्स का अध्ययन करने के लिए छात्रों के पास मास्टर्स या पीजी डिग्री होनी चाहिए।
- छात्र के पास पीजी कोर्स में कम से कम 50-55% अंक होने चाहिए।
- अनुसंधान के क्षेत्र में कार्य अनुभव रखने वाले उम्मीदवारों को अत्यधिक प्राथमिकता दी जाती है और उन्हें अधिक वरीयता दी जाती है।
- इन सभी के साथ विदेशी विश्वविद्यालय से पीएचडी करने के लिए इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL के अंक होने चाहिए।
MA के बाद पीएचडी करने के लिए प्रवेश प्रक्रिया
पीएचडी में आवेदन, प्रवेश परीक्षा और योग्यता आधारित प्रवेश दोनों के माध्यम से कर सकते है।
- योग्यता आधारित आवेदन में छात्र के पास मास्टर्स डिग्री में 50% अंक होना आवश्यक है।
- योग्यता आधारित आवेदन में छात्रों को केवल अपने अनुसंधान के लिए विषय के बारे में कुछ बातें बतानी होती है, जिसके आधार पर उन्हें चुना जाता है।
- प्रवेश परीक्षा द्वारा आवेदन करने का अर्थ है कि पहले प्रवेश परीक्षा देनी होती है और उसके अंक के आधार पर चयन किया जाता है।
- आवेदन करने की तिथि कॉलेज द्वारा बताई जाती है।
- आवेदन करने के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म कॉलेज द्वारा कॉलेज और यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर प्रदान किए जाते हैं।
- छात्र इन रजिस्ट्रेशन फॉर्म को भरकर शुल्क के साथ आवेदन करने की तिथि समाप्त होने से पहले जमा करें।
- प्रवेश परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड परीक्षा से 72 घंटे पहले प्राप्त होते हैं।
विदेश के विश्वविद्यालय में आवेदन करने के लिए
विदेश के विश्वविद्यालय में आवेदन करने के लिए नीचे दिए गए पॉइंट्स को ध्यान से पढ़ें :-
- छात्र विदेश के विश्वविद्यालय से MA की पढ़ाई पूरी करने के बाद पीएचडी करने की योजना बना रहे हैं परंतु उन्हें विश्वविद्यालय चुनने और आवेदन को लेकर समस्या हो रही है, तो वे Leverage Edu के विशेषज्ञों से संपर्क कर आवेदन प्रक्रिया को संपन्न कर सकते हैं।
- अपने पसंदीदा विश्वविद्यालयों में कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट करने के लिए AI Course Finder की सहायता लें और उम्मीदवार 1800 57 2000 पर संपर्क पर विशेषज्ञों की सहायता भी ले सकते हैं। हमारे एक डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों में अपना आवेदन शुरू करें।
- अपने सभी दस्तावेजों जैसे एसओपी, निबंध, प्रमाण पत्र और एलओआर और IELTS, TOEFL, GRE, GMAT आदि जैसे परीक्षा स्कोर संकलित करें।
- सभी आवेदन समय सीमा को पूरा करें और आवास, छात्र वीजा, और छात्रवृत्ति / छात्र ऋण के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करें।
- अपना वीज़ा स्वीकृत करवाएं और अपने सपनों के विश्वविद्यालय के लिए उड़ान भरें।
आवश्यक दस्तावेज़
MA के बाद पीएचडी करने के लिए विश्वविद्यालय में आवेदन करने वक्त कुछ दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है जिसकी सूची नीचे दी गई है-
- मास्टर की मार्क लिस्ट
- सीवी
- एक स्पष्ट इरादा तर्क
- आपके द्वारा चुने गए शोध विषय से संबंधित सह-पाठयक्रम घटनाओं में स्वस्थ जुड़ाव
- IELTS, TOEFL, GRE
- LOP
प्रमुख किताबें
MA के बाद अंग्रेजी में पीएचडी कोर्स करने के लिए कुछ किताबें जो छात्रों को पढ़ाई के लिए आवश्यक हैं, उसकी सूची यहां दी गई है-
बुक्स | लेखक |
मंसफील्ड पार्क | जेन ऑस्टेन |
विलेट | चार्लोटे ब्रॉन्टा |
सेवरल पोयम्स | ऐनी ब्रैडस्ट्रीट |
लिटिल वूमेन | लुइसा मे अल्कोटे |
शैडो लाइंस | अमिताभ घोष |
करियर स्कोप
MA के बाद पीएचडी के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए करियर के बहुत सारे अवसर उपलब्ध हैं। सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में उम्मीदवारों के लिए नौकरी के अवसर उपलब्ध हैं। वे मीडिया हाउस, प्रकाशन गृहों, शैक्षणिक संस्थानों, प्रिंट एजेंसियों आदि में काम कर सकते हैं। नौकरी की भूमिकाएं संपादकों, पत्रकारों, आलोचक लेखकों, प्रोफेसर, स्कूल शिक्षकों, जनसंपर्क अधिकारियों आदि की हैं। पीएचडी अंग्रेजी साहित्य को दी जाने वाली शुरुआती वेतन INR 4.5 से 6 लाख के बीच है।
जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
MA के बाद पीएचडी कोर्स करने के बाद उम्मीदवार विभिन्न ने नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं। ऐसे ही कुछ नौकरियां और उसके लगभग औसत आय (ambitionbox.com के अनुसार) यहां बताई गई है:
जॉब | औसत आय |
यूनिवर्सिटी प्रोफेसर | 2-4 लाख |
मार्केट रिसर्चर एनालिस्ट | 4-5 लाख |
स्टार्टअप मेंटोर | 4-5 लाख |
ऑथर्स | 3-4 लाख |
FAQs
उत्तर – हां, कभी-कभी अपने मास्टर्स कार्यक्रम को छोड़ना और डॉक्टरेट पाठ्यक्रमों के लिए जाना संभव है। अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी करके, आप एक शोध कार्यक्रम में नामांकन करके अपनी पीजी डिग्री को बायपास करने का विकल्प चुन सकते हैं।
उत्तर – कई पीएचडी पाठ्यक्रमों में से कुछ सबसे आसान पीएचडी कोर्स संस्कृत, इंग्लिश, पॉलिटिकल साइंस आदि हैं।
उत्तर – छात्रों का एक निश्चित समूह दो साल में अपनी पीएचडी पूरी कर सकता है। हालाँकि, ऐसा कुछ भी स्पेसिफाइड नहीं किया जा सकता है।
उत्तर – पूरी तरह से वित्त पोषित पीएचडी कार्यक्रम करना मुफ्त में डिग्री प्राप्त करने का एक अच्छा तरीका है। कार्यक्रम के भीतर, छात्र ऋण का उपयोग किए बिना उम्मीदवार के शिक्षण और उनके रहने की लागत का एक प्रतिशत भुगतान किया जाता है।
उत्तर – अंग्रेजी साहित्य में पीएचडी का अर्थ डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी है।
उम्मीद करते हैं कि MA के बाद पीएचडी करने को लेकर आपके मन में जितने भी प्रश्न होंगे वाह इस ब्लॉग को पढ़ने के बाद समाप्त हो गए होंगे। अगर आपने पीएचडी करने का निर्णय ले लिया है और आपकी इच्छा विदेश के विश्वविद्यालय से करने की है, तो उचित विश्वविद्यालय में आवेदन करने के लिए Leverage Edu के विशेषज्ञों को संपर्क 1800 57 2000 करें और आज ही 30 मिनट का मुफ्त सेशन बुक करें।