इंजीनियरिंग में गणित और विज्ञान के अध्ययन का उपयोग करके मशीनी संरचनाओं और प्रक्रियाओं का डिजाइन परीक्षण और निर्माण किया जाता है। इंजीनियरिंग आपके लिए एक रिवार्डिग करियर है। असाधारण जीवन तथा उन सपनों का परिवर्तन कर हकीकत में लाती है जिनकी मानव ने इससे पहले कल्पना ही की थी। इंजीनियरिंग समस्या समाधान के लिए समर्पित एक डिसिप्लिन है। आज के इस ब्लॉग में हम Executive Engineer in Hindi के बारे में उनकी पढ़ाई से लेकर कार्य के प्रकारों पर चर्चा करने जा रहे है।
इंजीनियरिंग के लिए प्रमुख कॉलेज भारतीय कॉलेज | IIT, NIT |
एक्जीक्यूटिव इंजीनियर की सैलरी | एवरेज सैलरी 5 लाख रुपए सालाना |
एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के लिए सरकारी संस्थाएं | NTPC, ONGC, NHPC, BHEL |
एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के लिए निजी संस्थाएं | JCB, Tata Group, Reliance industries तथा अन्य ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कंपनियां |
This Blog Includes:
- एक्जीक्यूटिव इंजीनियर क्या होता है?
- एक्जीक्यूटिव इंजीनियरिंग को क्यों चुनें?
- एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के मुख्य कार्य
- एक्जीक्यूटिव इंजीनियर का कार्य सीखने के लिए स्किल्स
- एक्जीक्यूटिव इंजीनियर कैसे बनें?(चरण दर चरण प्रक्रिया)
- कुछ प्रमुख एक्जीक्यूटिव इंजीनियर कोर्सेज
- एक्जीक्यूटिव इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट फॉरेन यूनिवर्सिटी
- एक्जीक्यूटिव इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट भारतीय यूनिवर्सिटी
- योग्यता
- विदेशी यूनिवर्सिटीज कि आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज :
- एक्जीक्यूटिव इंजीनियरिंग कोर्स के बाद जॉब स्कॉप
- एक्जीक्यूटिव इंजीनियरिंग की सैलरी
- FAQs
एक्जीक्यूटिव इंजीनियर क्या होता है?
एक इंजीनियर मुद्दों से निपटने के लिए एक संसाधन है। यदि Executive Engineer in Hindi की बात की जाए तो ये वह व्यक्ति होते हैं जो एग्जिक्यूशन प्रोजेक्ट्स में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये सभी प्रोजेक्ट्स के विवरण और उनके स्टेटस अपडेट के लिए जानकारी प्रदान करने के लिए अपने अन्य जूनियर इंजीनियर्स, क्लाइंट्स, कंपनी की मार्केटिंग टीम, एच आर तथा अन्य विभागों से बात करता है। यह एक प्रकार का मेंटल वर्क है जिसमें टाइम टेबल मेजरमेंट सारिणी मापन और किसी प्रोजेक्ट के अंतिम डिस्क्रिप्शन पर विस्तार से ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
एक्जीक्यूटिव इंजीनियरिंग को क्यों चुनें?
यदि आप भी एक एक्जीक्यूटिव इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आपके मन में कई सवाल रहते हैं कि हमे इंजीनियरिंग को क्यों चुनना चाहिए नीचे दिए गए कुछ कारण आपको इस सवाल का जवाब सोचने में मदद कर सकते हैं
- जिज्ञासा – आपकी जिज्ञासा ही एक्जीक्यूटिव इंजीनियरिंग को चुनने का सबसे बड़ा कारण हो सकती है। सभी इंजीनियरों के अंदर में तेजी से बदलती जरूरतों और उपकरणों के साथ सफल होने की के लिए जिज्ञासा होनी जरूरी है। जिज्ञासा की भावना ही होती है जो फैकल्टी छात्रों को असाधारण परिणाम देने के लिए तैयार करती है आप किसी भी बड़े प्रोजेक्ट या बात को लेकर उत्सुक हो सकते हैं।
- जुनून – इंजीनियरिंग का अर्थ होता है सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान निकालना चाहे आप सिविल एक्जीक्यूटिव इंजीनियर है मेकेनिकल या फिर इलेक्ट्रिकल। श्रेष्ठ इंजीनियरों को अपने सामने आने वाली समस्या का समाधान निकालना आता है। सामने आने वाली हर एक समस्या का समाधान किसी किताब से प्राप्त नही होता है और यदी ऐसा होता तो इनका समाधान निकलने के लिए इंजीनियरों की कोई जरूरत भी होती।
- रुचि – अपने कार्य के प्रति रुचि रखना भी एक्जीक्यूटिव इंजीनियरिंग को चुनने का सबसे बड़ा कारण हो सकती है। आप किसी भी प्रोजेक्ट को कितनी रुचि के साथ पूरा करते हैं, आपके द्वारा उस प्रोजेक्ट को पूरा करने में किए गए प्रयास, उस प्रोजेक्ट का समय सीमा से फल पूर्ण होना तथा उसकी सफलता ही आपके लिए उसकी रुचि को दर्शाती है।
- इंडोर तथा आउटडोर प्रोजेक्ट्स – एक एक्जीक्यूटिव इंजीनियर आमतौर पर एक ऑफिस के अंदर रहकर के इंडोर कार्यों में काम करता है लेकिन अपने वर्किंग प्रोजेट्स के कारण उन साइटों की यात्रा करने की आवश्यकता हो सकती है जो बाहर हो सकती है। तो यदी आप अपने काम में विभिन्नता चाहते हैं तो आप एक्जीक्यूटिव इंजीनियरिंग को चुन सकते हैं क्योंकि इसमें इंडोर तथा आउटडोर दोनों तरीके से कार्य करने को मिलता है।
एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के मुख्य कार्य
किसी भी एक्जीक्यूटिव इंजीनियर को अपने क्षेत्र में अच्छी तरह से ऑर्गनाइज्ड और अच्छी तरह से वाकिफ होना चाहिए।
- उसे अपने कार्यों में सख्त दिशानिर्देशों और समय सीमा के तहत काम करने में सक्षम होना चाहिए।
- एक एक्जीक्यूटिव इंजीनियर एक प्रोजेक्ट के लिए जरूरी मजबूत परिचित कंपनी नीतियों और उपायों सहित विस्तार पर ध्यान देता है।
- एक एक्जीक्यूटिव इंजीनियर अपने सहायक इंजीनियर्स का प्रबंधन का कार्य करता है, उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों का निर्धारण करता है, उन्हें कंपनी की सभी नीतियों और रेगुलेटरी मेजर्स से अवगत कराने तथा उनके बारे में शिक्षित करने का कार्य करता है।
- एक्जीक्यूटिव इंजीनियर्स सामान्यतः उन जगहों पर कार्य करते हैं जहां सार्वजनिक कार्य क्षेत्र होता है या फिर इंजन और मशीनरी का उपयोग होने वाली कंपनियों में।
- एक्जीक्यूटिव इंजीनियर अपने वर्तमान कार्य परियोजनाओं के साथ-साथ कार्यभार के रूप में सामान्यतः 40 घंटे साप्ताहिक कार्य करते हैं।
एक्जीक्यूटिव इंजीनियर का कार्य सीखने के लिए स्किल्स
एक सफल एग्जीक्यूटिव इंजीनियर बनने के लिए प्रतिभाओं में सभी प्रकार के कौशल संयोजन का होना आवश्यक है। कार्य चाहे जो भी हो, एक इंजीनियर को विश्वसनीयता तथा श्रेष्ठता प्राप्त करने के लिए अलग अलग प्रकार की स्किल्स की आवश्यकता होती है। हम कुछ सामान्य स्किल्स बताई हैं, जिससे शायद आपको सहायता मिले –
- किसी भी समस्या को सुलझाने का सामर्थ्य।
- कंप्यूटर विज्ञान की समझ होना।
- उद्योग में कुशलता का होना।
- अपने ऊपर आने वाले किसी भी दबाव का प्रबंधन करना।
- सभी सहयोगियों के साथ मिलकर अच्छी टीम की तरह कार्य करना।
- अपने कार्यों में रचनात्मकता लाना।
- स्ट्रक्चरल विश्लेषण की समझ होना।
- सहयोगियों के साथ संचार स्थापित करना।
- शैक्षिक प्रतिबद्धता का होना।
- एक अच्छा लीडर होना आवश्यक है।
एक्जीक्यूटिव इंजीनियर कैसे बनें?(चरण दर चरण प्रक्रिया)
Executive Engineer in Hindi बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड नीचे दी है जिसे आप फॉलो कर सकते हैं:
- स्टेप 1: एक्जीक्यूटिव इंजीनियर बनने के लिए सबसे पहले आपको अपनी बाहरवी कक्षा में अच्छे प्रतिशत अंको के साथ पास होना आवशयक है।
- स्टेप 2:अपनी 12वी कक्षा पूर्ण होने के बाद में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग या फिर बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री प्राप्त करना आवश्यक होता है।
- स्टेप 3:इसके अलावा आप अन्य किसी टेक्निकल कोर्स के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
- स्टेप 4: एक इंजीनियर के पास इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री होनी ही चाहिए।
- स्टेप 5: अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद किसी कंपनी में कार्य करके अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
- स्टेप 6: विद्यार्थी के पास में 5–6 वर्षों का अनुभव होना जरूरी है।
- स्टेप 7: अपने क्षेत्र में पारंगत लोगों की जिम्मेदारी और आवश्यकता को देखते हुए कुछ कर्मचारियों को मास्टर डिग्री या अधिक अनुभव की आवश्यकता हो सकती है।
कुछ प्रमुख एक्जीक्यूटिव इंजीनियर कोर्सेज
एक्जीक्यूटिव इंजीनियर सिर्फ मशीन और इंजन कंपनीज में ही नही बल्कि अन्य टेक कंपनियों में भी कार्य करते हैं Executive Engineer in Hindi से जुड़े कोर्सेज नीचे दिए गए हैं –
- Google Project Management (Google)
- Engineering project management (Rice University)
- Leadership development for engineers (Rice University)
- Managing major Engineering projects
यूनिवर्सिटी ऑफ़ लीड्स
- Engineering project management : initiating and planning (Rice University)
- Master of engineering in Engineering Management
यूनिवर्सिटी ऑफ़ कोलोराडो बॉल्डर
- Engineering Management graduate certificate (University of Colorado boulder)
- Business analytics for managers master track certificate (tufts University)
- Major engineering project performance (University of leeds)
- Financing and initiating measure Engineering projects (University of leeds)
- Self awareness and the effective leader (Rice University)
- Construction Engineering and Management master track certificate (university of Michigan)
- Introduction to system engineering (the University of new south wales)
- Electric utilities fundamentals and future (University of colorado system)
एक्जीक्यूटिव इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट फॉरेन यूनिवर्सिटी
विश्व में बहुत सारी यूनिवर्सिटीज है जोकि एग्जीक्यूटिव इंजीनियरिंग के लिए कई सारे प्रोग्राम ऑफर करती है उन्हीं यूनिवर्सिटीज में से कुछ यूनिवर्सिटी की सूची हमने नीचे दी है –
- राइस यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स
- कोलंबिया यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो बोल्डर
- टफ्ट्स यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन
- द यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यू साउथ वेल्स
ये उन पोपुलर यूनिवर्सिटीज की सूची थी जी की सबसे प्रसिद्ध इंजीनियरिंग मैनेजमेंट कोर्सेज के लिए जानी जाती है। अपने बेहतर भविष्य के लिए आप इनमे से किसी एक यूनिवर्सिटी को पढ़ने के लिए चुन सकते हैं।
एक्जीक्यूटिव इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट भारतीय यूनिवर्सिटी
भारत में भी इंजीनियरिंग के लिए कई सारी यूनिवर्सिटीज है जहां बहुत अच्छी पढ़ाई होती है जैसे की IIT तथा NIT। भारतीय ITTs में पढ़े हुए विद्यार्थी पूरे विश्व में सबसे अधिक लोकप्रिय विद्यार्थियों में गिने जाते हैं। IIT बॉम्बे को भारत के सबसे लोकप्रिय इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में मान्यता प्राप्त है। IITs और NITs के अलावा इंजीनियरिंग के लिए कुछ प्रमुख कॉलेज इस प्रकार हैं –
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी हैदराबाद
- बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस पिलानी
- इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी, वाराणसी
- नेताजी सुभाष इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, दिल्ली
- इंस्टिट्यूट ऑफ़ केमिकल टेक्नोलॉजी मुंबई
- जादवपुर यूनिवर्सिटी कोलकाता
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी, चेन्नई
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग साइंस एंड टेक्नोलॉजी
- जामिया मिल्लिया इस्लामिया
- दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी
योग्यता
विदेश के शीर्ष विश्वविद्यालयों से 12वीं के बाद उपरोक्त कोर्स करने के लिए, आपको कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा। हालांकि योग्यता मानदंड एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते हैं, यहां कुछ सामान्य शर्तें दी हैं:
- उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 PCM (भौतिकी, रसायन विज्ञान, ) से बेसिक स्कूली शिक्षा पूरी करनी होगी।
- आवेदक का बाहरवी मे परिणाम 50% से अधिक होना अनिवार्य हैं।
- कुछ कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं। विदेश में बैचलर्स के लिए SAT या ACT स्कोर्स की मांग की जाती है।
- मास्टर्स कोर्सेस के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से किसी भी स्ट्रीम में बैचलर्स डिग्री प्राप्त की हो।
- मास्टर्स कोर्सेस में एडमिशन के लिए कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं इसके बाद ही आप इन कोर्सेस के लिए पात्र हो सकते हैं। विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज में मास्टर्स के लिए GRE स्कोर की अवश्यकता होती है।
- साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
- विदेश के विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने होंगे।
क्या आप IELTS/TOEFL/SAT/GRE में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं? आज ही इन टेस्ट की बेहतरीन तैयारी के लिए Leverage Live पर रजिस्टर करें और अच्छे अंक प्राप्त करें।
विदेशी यूनिवर्सिटीज कि आवेदन प्रक्रिया
कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।
आवश्यक दस्तावेज :
विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट होने आवश्यक है:
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- वीजा
- अपडेट किया गया रिज्यूमे (professional resume)
- अंग्रेजी भाषा कुशलता परीक्षा के अंक
- सिफारिश पत्र या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस SOP
इसके अलावा विद्यार्थियों को अपनी अन्य सभी आइडेंटिटी डॉक्यूमेंट्स तथा पूर्व डिग्री प्रमाण पत्रों की आवश्यकता होती है।
एक्जीक्यूटिव इंजीनियरिंग कोर्स के बाद जॉब स्कॉप
इंजीनियरिंग विद्यार्थियों को जॉब के लिए कई सारे ऑफर उनकी पढ़ाई पूरी होने से पहले ही प्री–प्लेसमेंट–ऑफर के रूप प्राप्त हो जाते हैं।
- अपनी पढ़ाई के बाद विद्यार्थी किसी कंपनी में कार्य करके अपने अनुभव को बढ़ा सकता है।
- आप निजी या सरकारी कंपनी में एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के रूप में शामिल हो सकते हैं। ऐसे कुछ क्षेत्र हैं जिनमें आपको पूरे करियर में एक कर्मचारी होने के लिए न्यूनतम 60% अंक प्राप्त करने होते हैं।
- विद्यार्थी कई सरकारी संस्थाओं जैसे की NTPC, ONGC, NHPC, BHEL आदि में एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के रूप में कार्य कर सकता है।
एक्जीक्यूटिव इंजीनियरिंग की सैलरी
एक एक्जीक्यूटिव इंजीनियर की सैलरी उसकी संस्था या उस कंपनी के उपर निर्भर करती है जिसमे वह कार्य करता है। शिक्षण संस्थान का भी इसमें अत्यधिक योगदान शामिल है। किसी भी भारतीय एक्जीक्यूटिव इंजीनियर की एवरेज सैलरी 4.5 लाख रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक होती है। अगर एक्जीक्यूटिव इंजीनियर किसी सरकारी संस्था में कार्य करता है तो उसे अच्छी सैलरी पैकेज के साथ–साथ जीवन यापन की दूसरी महत्वपूर्ण सुविधाएं भी प्राप्त होती है।
FAQs
हां, कई सारी कंपनियां है, जो ऐसे विद्यार्थियों की तलाश में होती है जिन्होंने अपनी पढ़ाई किसी विदेशी कॉलेज से पूरी की हो, क्योंकि यह उसके कार्यों में शिक्षा की डायवर्सिटी तथा कार्य करने के तरीके में डायवर्सिटी को दिखाएगा।
किसी भी एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के पास कम से कम एक इंजीनियरिंग की डिग्री होना आवश्यक है।
कई सारे कॉलेज एसे हैं जो की JEE के अंको के आधार विद्यार्थियों को प्रवेश दे देते हैं लेकिन कई कॉलेजों में एंट्रेंस एग्जाम का प्रावधान होता है जिसे विद्यार्थी को क्लियर करना होता है। अधिक जानकारी के लिए आप हमारे Leverage Edu के 1800 572 000 पर कॉल कर बुक करके AI Course Finder की सहायता ले सकते हैं।
उम्मीद है, आपको Executive Engineer in Hindi के विषय में हमारा ब्लॉग पसंद आया होगा यदि आप किसी फोरेन यूनिवर्सिटी से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने की इच्छा रखते हैं तो आप हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 30 मिनिट का फ्री सेशन बुक करके इस बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं या फिर 1800 572 000 पर कॉल कर बुक करें।