कई शब्दों का इस्तेमाल शॉर्ट फॉर्म में किया जाता है और ऐसे शब्दों की फुल फॉर्म को जानना ज़रूरी है। अगर आप SSC, बैंकिंग और रेलवे आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो आपके लिए फुल फाॅर्म बेहद महत्वपूर्ण हैं क्योंकि प्रतियोगी परीक्षाओं और साक्षात्कारों में फुल फाॅर्म के बारे में पूछा जाता है। उन्हीं फुल फाॅर्म की लिस्ट में एक फुल फाॅर्म Bcom Full Form in Hindi है जिसके बारे में यहां बताया गया है।
Bcom की फुल फाॅर्म क्या है? (Bcom Full Form in Hindi)
Bcom Full Form in Hindi | बैचलर ऑफ काॅमर्स (Bachelor of Commerce) |
बैचलर ऑफ काॅमर्स क्या है?
बी कॉम का पूरा नाम बैचलर ऑफ कॉमर्स होता है। यह एक अंडर ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स है। यह कोर्स 12वीं पास करने के बाद किया जा सकता है। बीकॉम में आपको एकाउंटिंग कोर्स, बैंकिंग, फाइनेंस तथा इनकम, टैक्स, बिजनेस संबंधित पाठ पढ़ाया जाता है। बीकॉम एक प्रोफेशनल डिग्री कोर्स है। यह 3 साल और 6 सेमेस्टर में विभाजित होता है।
बैचलर ऑफ काॅमर्स के लिए योग्यता क्या है?
बैचलर ऑफ काॅमर्स करने के लिए 12वीं उत्तीर्ण होना जरूरी है। इसके बाद आपको किसी बीकॉम कॉलेज में एडमिशन लेना होगा, और रेगुलर पढ़ाई करके इस कोर्स को पास कर सकते हैं। उसके बाद फाइनेंस बैंक बिजनेस या किसी बिजनेस स्टार्टअप में अपना करियर बना सकते हैं। यदि आप बिजनेस मैनेजमेंट या बिजनेस लॉ के बारे में पढ़ाई करना चाहते हैं तो यह एक बेहतरीन कोर्स है आप अपने लक्ष्य को पाने के लिए इस कोर्स को कर सकते हैं।
बीकॉम कौन सी पढ़ाई है?
बीकॉम सबसे पुरानी और सबसे लोकप्रिय अंडरग्रेजुएट डिग्री है, जिसे बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन, एकाउंटेंसी, इकोनॉमिक्स, फाइनेंस एंड इंडस्ट्रियल पॉलिसीज जैसे विषयों को सीखने की क्षमता बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कॉमर्स में डिग्री वाले छात्र आगे एमकॉम या एमबीए या प्रोफेशनल कोर्सेज जैसे CA, CS आदि कर सकते हैं ।
बीकॉम से क्या बन सकते हैं?
बीकॉम के बाद आप एक अकाउंटेंट, बिज़नेस अनालीसिस्ट, ऑडिटर, इकोनॉमिस्ट, फाइनेंस ऑफिसर, स्टॉक ब्रोकर, कंसलटेंट और बिजनेस प्लानर के तौर पर जॉब कर सकते हैं।
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