Studying-in-germany.com की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार जर्मनी में हर वर्ष 4 लाख से ऊपर अंतरराष्ट्रीय छात्र पढ़ने जाते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि जर्मनी में शिक्षा का खर्च सबसे कम है और साथ में प्रैक्टिकल एजुकेशन पर यहां काफी महत्वपूर्ण ध्यान दिया जाता है। क्या आप जानते हैं? जर्मनी की कुछ टॉप मेडिकल यूनिवर्सिटीज को MCI द्वारा अनुमोदित किया गया है। जर्मनी की मेडिकल यूनिवर्सिटीज में न सिर्फ हाई क्वालिटी की शिक्षा दी जाती है, बल्कि भारतीय छात्रों को बेहतरीन एक्सपोजर भी मिलता है। जर्मनी के बहुत से मेडिकल विश्वविद्यालयों में मुफ्त शिक्षा दी जाती है। MBBS की शिक्षा के लिए किसी और देश का चयन करने से पहले आइए हम आपको जर्मनी में MBBS कैसे करें यह विस्तार से बताते हैं।
मूल पात्रता | 60% के साथ 10+2 (PCB) |
NEET परीक्षा | अनिवार्य |
IELTS | आवश्यक |
TOEFL | आवश्यक |
MBBS कोर्स की अवधि (साल में) | 5+1 (1 साल की इंटर्नशिप) |
जर्मनी में रहने का खर्च | Euro 172-230 (INR 14,448-19,320) प्रतिवर्ष |
कोर्स की कम से कम फ़ीस | Euro 5,744 (INR 4.82 लाख) प्रतिवर्ष |
कोर्स की ज्यादा से ज्यादा फ़ीस | Euro 12,636 (INR 10.61 लाख) प्रतिवर्ष |
शिक्षा का माध्यम | जर्मन और अंग्रेज़ी |
यूनिवर्सिटीज का रिकॉग्निशन | MCI और WHO द्वारा मान्यता दी गई है |
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जर्मनी में MBBS क्यों करें?
जर्मनी में MBBS क्यों करना चाहिए इसके कारण नीचे दिए गए हैं-
- कम खर्च: जर्मनी अपनी शून्य ट्यूशन फ़ीस और MBBS की पढ़ाई के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। यहां, शिक्षा प्राप्त करने का औसत खर्च Euro 5,744-12,636 (INR 4.82-10.61 लाख) प्रति वर्ष होता है। इसके अलावा, छात्र इंटर्नशिप के जरिए Euro 20,000-30,000 (INR 16.80-25.20 लाख) तक की वार्षिक कमाई कर सकते हैं। सस्ते ऑन-केंपस आवास और छात्रों के लिए मुफ्त यात्रा सेवाओं के कारण इस देश में रहन-सहन का खर्च बहुत कम है।
- पूरी दुनिया में मान्यता: जर्मनी में MBBS की यूनिवर्सिटीज पूरी दुनिया की टॉप मेडिकल यूनिवर्सिटी में शामिल हैं। ये यूनिवर्सिटीज बेहतरीन शिक्षा, आधुनिक उपकरण और गतिशील वातावरण के लिए जानी जाती हैं। इन्हें विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), भारतीय चिकित्सा परिषद (MCI) और संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO) जैसे विभिन्न संगठनों द्वारा मान्यता दी गई है। यहां, छात्रों को आधुनिक तकनीकों और प्रैक्टिस के साथ प्रैक्टिकल शिक्षा प्रदान की जाती है।
- यूरोपीय देशों में रोज़गार के अवसर: जर्मनी में MBBS के बाद न सिर्फ आप जर्मनी बल्कि दूसरे यूरोपीय देशों में भी रोज़गार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं। जर्मनी यूरोपीय देशों का हिस्सा होने के कारण वहां के ग्रैजुएट डॉक्टर आसानी से बिना किसी प्रतिबंध के दूसरे यूरोपीय देशों में आना-जाना कर सकते हैं।
- अंग्रेजी में पढ़ सकते हैं: जर्मनी में मेडिसिन की शिक्षा प्राप्त करने का सबसे अच्छा फायदा यह है कि आपको जर्मन भाषा की जानकारी होनी जरूरी नहीं है। कोर्स जर्मन और अंग्रेजी दोनों में उपलब्ध होते हैं। ध्यान रखें, अगर आप अंग्रेजी के कोर्स के लिए अप्लाई करना चाहते हैं, तो आपको अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी टेस्ट देना होगा। जर्मन भाषा में प्रोफिशिएंसी अधिक फायदेमंद होती है।
- ज्यादा रिक्तियां: जर्मनी में MBBS की बहुत डिमांड है और यह मांग इस तथ्य से और भी बढ़ जाती है, कि जर्मन MBBS डिग्री की दूसरे यूरोपीय देशों में भी मान्य है। यही कारण है कि, जर्मनी में MBBS के बाद रोज़गार के अवसर बढ़ जाते हैं। छात्र अपनी डिग्री पूरी करने के बाद वर्क परमिट के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं।
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जर्मनी में मेडिसिन कोर्सेज के लिए एडमिशन की आख़िरी तारीख
जर्मनी में मेडिसीन डिग्री के लिए, अलग-अलग यूनिवर्सिटी में प्रवेश प्रक्रिया एक दूसरे से अलग हो सकती है। आमतौर पर, जर्मनी के अधिकांश मेडिकल स्कूल दो भागों में एड-मिशन आयोजित करते हैं:
- आने वाले शीतकालीन सेमेस्टर के लिए 15 जुलाई 2022
- आने वाले गर्मी के सेमेस्टर के लिए 15 जनवरी 2022
नोट: अपना एडमिशन जल्द से जल्द शुरू करें, एड-मिशन से जुड़ी सूचनाओं के लिए आपको यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट को मुसलसल चेक करते रहना चाहिए।
कोर्स की अवधि और विवरण
जर्मनी के किसी भी मेडिकल स्कूल में मेडिकल डिग्री 6 से 7.5 वर्षों में पूरी होती है, जिसमें एक से डेढ़ साल की इंटर्नशिप भी शामिल है। कोर्स के लिए मूल पात्रता यह है, कि छात्र ने विज्ञान (बॉयोलॉजी) में 10+2 75% मार्क्स से उत्तीर्ण की हो और NEET की परीक्षा दी हो। जर्मनी में MBBS या दूसरी मेडिकल डिग्री के लिए निम्नलिखित स्टेज से गुजरना होता है-
- पहला स्टेज: जर्मनी में MBBS का प्री-क्लिनिकल स्टेज: यह 2 वर्षीय स्टेज है, जिसमें 4 सेमेस्टर होते हैं। इस शुरुआती स्टेज में विज्ञान और चिकित्सा की मूल बातें सिखाई जाती हैं। इस स्टेज के आखिर में उम्मीदवार को पहली मेडिकल लाइसेंसिंग परीक्षा पास करनी होती है।
- दूसरा स्टेज: जर्मनी में MBBS का क्लिनिकल स्टेज: यह स्टेज 6 सेमेस्टर पर आधारित है, जो 3 साल तक चलता है। यह प्रोग्राम का मुख्य स्टेज है, जिसमें सभी अहम विषय शामिल हैं, जिन्हें विभिन्न व्यावहारिक तरीकों से सिखाया जाता है। इन तरीकों में लेक्चर, प्रैक्टिकल कोर्सेज, सेमिनार और लाइव इंटर्नशिप शामिल हैं।
- तीसरा स्टेज: जर्मनी में MBBS का प्रैक्टिकल वर्ष: इस स्टेज में 1 साल की क्लिनिकल ट्रेनिंग दी जाती है, जिससे आपको पहले पढ़े गए कॉन्सेप्ट के प्रैक्टिकल पहलू समझने में सहायता मिलती है। इसमें इंटरनल मेडिसीन, सर्जरी और इलेक्टिव के तौर पर चुना गया विषय शामिल है। यह एक महत्वपूर्ण स्टेज है, जिसमें आवेदक को ऑन-द -जॉब एक्सपीरियंस का अवसर मिलता है, जो उन्हें भविष्य के लिए तैयार करता है।
- चौथा स्टेज: जर्मनी में MBBS की राज्य परीक्षा: जर्मनी में मेडिकल डिग्री पूरी करने के लिए आखिरी स्टेज में राष्ट्रीय स्तर पर मानकीकृत, राज्य परीक्षा में देनी होती है। इस परीक्षा में सफल होने के बाद ही आप मेडिकल लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकते हैं और सर्टिफाइड डॉक्टर के तौर पर काम कर सकते हैं। यदि आप अपनी शिक्षा को जारी रखना चाहते हैं, तो आप अगले 5 से 6 साल किसी एक विशेषज्ञ विषय पर शिक्षा प्राप्त करके मेडिकल स्पेशलिस्ट बन सकते हैं।
नोट: जर्मनी में पोस्ट ग्रैजुएट लेवल के मेडिकल कोर्सेज की तुलना में बैचलर लेवल और इंग्लिश प्रोग्राम में मेडिसीन डिग्री बहुत कम हैं। आप DAAD इंटरनेशनल प्रोग्राम सर्च टूल का उपयोग करके अपने लिए सही मेडिसीन डिग्री और MBBS कोर्स का चयन कर सकते हैं।
जर्मनी में अन्य मेडिकल कोर्स और विशेषज्ञता
जर्मनी में अन्य मेडिकल कोर्स और विशेषज्ञता नीचे दी गई हैं-
- जनरल मेडिसिन (MBBS)
- डेंटिस्ट (BDS)
- थेरेपी
- नर्सिंग और सार्वजनिक स्वास्थ्य
- पशु (वेटर्निटी) मेडिसिन
- फार्मेसी
आप AI Course Finder की मदद से अपनी प्रोफाइल के अनुसार सही यूनिवर्सिटी और अपनी पसंद का कोर्स चुन सकते हैं।
जर्मनी में MBBS के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज
जर्मनी में MBBS के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है-
- आरडब्ल्यूटीएच आकिन विश्वविद्यालय
- लुबेकी विश्वविद्यालय
- फ़्री यूनिवर्सिटी बर्लिन
- हीडलबर्ग विश्वविद्यालय
- वुर्जबर्ग विश्वविद्यालय
- हैम्बर्ग विश्वविद्यालय
- गोटिंगेन विश्वविद्यालय
- लीपज़िग विश्वविद्यालय
- मैगडेबर्ग-स्टेंडल विश्वविद्यालय
- बोनो विश्वविद्यालय
- प्रौद्योगिकी के ड्रेसडेन विश्वविद्यालय
- तुबिंगेन विश्वविद्यालय
- टेक्नीश यूनिवर्सिटी मुनचेन
- Universidad de Duisburg-Essen
- फ्रीबर्ग यूनिवर्सिटी
- एर्लांगेन-नूर्नबर्ग विश्वविद्यालय
- गोएथे विश्वविद्यालय फ्रैंकफर्ट
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जर्मनी में MBBS के लिए योग्यता
जर्मनी में शिक्षा के लिए सही मेडिसीन डिग्री और यूनिवर्सिटी का चयन कर लेने के बाद आपको यूनिवर्सिटी द्वारा जारी की गई पात्रताओं को क्वालीफाई करना होगा। साथ ही, यहां जरूरी दस्तावेज़ की जानकारी दी गई है, जिन्हें आपको जर्मनी में MBBS के एप्लीकेशन के समय सबमिट करने की जरूरत होगी।
- जर्मन भाषा की प्रवीणता: जर्मनी में अंग्रेजी में शिक्षा देने वाली मेडिसिन डिग्री की संख्या कम है (जिनके लिए आपको इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट का प्रूफ देना होगा), आपको जर्मन के प्रोग्राम में एडमिशन के लिए जर्मन भाषा प्रोफिशिएंसी का प्रमाण देना पड़ सकता है। यह आवश्यकता एक मेडिकल यूनिवर्सिटी से दूसरे में अलग हो सकती है। आमतौर पर, C1 प्रमाण-पत्र स्वीकार किया जाता है लेकिन यदि आप कोई प्रारंभिक कोर्स ले रहे हैं, तो B1 जर्मन प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी।
- शैक्षिक योग्यता: अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए जरूरी है, कि उनकी शैक्षिक योग्यता जर्मनी के मेडिकल स्कूल द्वारा मानी जाएं और सभी निर्धारित आवश्यक मानकों का पालन करती हो। यूनिवर्सिटी की एडमिशन कमेटी या जर्मन शैक्षणिक विनिमय सेवा (DAAD) से संपर्क करें और देखें कि आपकी सभी डिग्री यूनिवर्सिटी की आवश्यकताओं के साथ मेल खाती हैं। आप मंत्री का स्थायी सम्मेलन से संपर्क करके भी यह जान सकते हैं, कि यदि आपके अकादमिक रिकॉर्ड पूर्वापेक्षा योग्य हैं या नहीं। अगर आपकी योग्यता को मान्यता न दी जाए, तो आप यूनिवर्सिटी से 1 वर्ष के प्रारंभिक कोर्स की दरख्वास्त कर सकते हैं, जिसके बाद आप मेडिसीन डिग्री में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं।
- ग्रेड सर्टिफिकेट: जर्मनी के मेडिकल स्कूलों में अधिक कॉम्पटीशन होने के कारण आपके ग्रेड और शैक्षिक सर्टिफ़िकेट आपको मेडिसीन कोर्स या MBBS की डिग्री में प्रवेश दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि आपको मेडिसिन संबंधित विषयों जैसे जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, आदि में अच्छे ग्रेड मिले हैं, तो आपको एडमिशन मिलने की संभावना दूसरों की तुलना में अधिक होती है।
- मेडिकल प्रवेश परीक्षा: मेडिसीन प्रोग्राम में अप्लाई करने के लिए यूनिवर्सिटी आपको मेडिकल प्रवेश परीक्षा का प्रमाण देने के लिए कहेगी। जर्मनी में MBBS में एडमिशन के लिए भारतीय छात्रों के लिए NEET परीक्षा के स्कोर आवश्यक हैं।
- कुछ यूनिवर्सिटीज के द्वारा मास्टर्स करने के लिए GRE अंकों की आवश्यकता होती है।
आवेदन प्रक्रिया
नीचे जर्मनी में MBBS करने के लिए आवेदन प्रक्रिया बताई गई है-
- उम्मीदवारों को अपने पसंदीदा विश्वविद्यालयों को शॉर्टलिस्ट करना होगा और प्रोग्राम के लिए प्रवेश आवश्यकताओं के बारे में जानकारी इकठ्ठा करने के लिए उनकी ऑफिशियल वेबसाइट विजिट करनी होगी। आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए आप Leverage Edu विशेषज्ञों की मदद लें सकते हैं।
- आवश्यकताओं का आकलन करने और यह सुनिश्चित करने के बाद कि आप उस विशेष विश्वविद्यालय में कार्यक्रम के लिए योग्यता को पूरा करते हैं, विश्वविद्यालय की ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध आवेदन फॉर्म भरें।
- वहां बताए गए सभी आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करें और विश्वविद्यालय द्वारा उल्लिखित टर्म्स और गाइडलाइन्स के अनुसार प्रासंगिक जानकारी दें।
- फॉर्म जमा करने के लिए, सभी उम्मीदवारों को वेबसाइट में दिए गए पेमेंट शुल्क का उपयोग करके कार्यक्रम के लिए आवेदन फीस का भुगतान करना होगा। इस चरण को सावधानी से करना सुनिश्चित करें क्योंकि ज्यादातर मामलों में आवेदन फीस वापस नहीं हो सकती है।
- आवेदक के स्टेटस को अपडेट करने में विश्वविद्यालयों को कम से कम 2 से 3 सप्ताह का समय लगता है। एक बार ऑफर लेटर प्राप्त करने के बाद उम्मीदवारों को विश्वविद्यालय में वापस जाना होगा। संबंधित विश्वविद्यालयों से अपना ऑफर लेटर प्राप्त करने के बाद, उन्हें अपने-अपने देशों में छात्र वीजा के लिए आवेदन करना होगा।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर संपर्क करें।
आवश्यक दस्तावेज
आवेदन के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेज नीचे दिए गए हैं-
- हाई स्कूल का ट्रांसक्रिप्ट
- निबंध
- GMAT, GRE के अंक
- IELTS, TOEFL, PTE के अंक
- लेटर आफ रिकमेंडेशन (LOR)
- वीजा
- पासपोर्ट की कॉपी
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जर्मनी में मेडिसिन की शिक्षा का कुल खर्च
हालांकि, जर्मनी में सभी तरह के कोर्स के लिए मुफ्त शिक्षा दी जाती है, देश की सरकार ने मेडिसीन डिग्री पर कुछ शुल्क रखने का फैसला किया है। जर्मनी में MBBS करने का खर्च आप की नागरिकता और सरकारी या निजी यूनिवर्सिटी की शिक्षा पर निर्भर करता है। यूरोपीय छात्रों को सिर्फ एडमिनिस्ट्रेटिव फ़ीस भरनी होती है, जो लगभग Euro 300 (INR 25,200) प्रति वर्ष है, जबकि गैर यूरोपीय छात्रों के लिए जर्मनी में MBBS के लिए ट्यूशन फ़ीस चार्ज की जाती है, जो शिक्षा के दूसरे मशहूर स्थानों की तुलना में काफी सस्ती है।
भारतीय या किसी दूसरे गैर यूरोपीय देशों के छात्रों को जर्मनी में MBBS के लिए सरकारी और निजी यूनिवर्सिटी में Euro 3,500-15,000 (INR 2.94-12.60 लाख) तक की औसत फ़ीस जमा करनी होती है। इसके अलावा, इस बात ध्यान में रखनी जरूरी है, कि प्राइवेट यूनिवर्सिटी सरकारी यूनिवर्सिटी की तुलना में बहुत ज्यादा चार्ज करती हैं। अगर आप बाडेन-वुर्टेमबर्ग राज्य में MBBS की शिक्षा प्राप्त करने वाले हैं, तो ध्यान दें कि अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए ट्यूशन फ़ीस दोबारा शुरू की गई है, इसलिए वहां MBBS की डिग्री महंगी हो सकती है।
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जर्मनी में रहने की लागत
जर्मनी में रहने की लागत छात्रों की लाइफस्टाइल पर निर्भर करती है, नीचे रहने की आम लागत दी गई है-
खर्चों के प्रकार | राशि (Euro) |
भाड़ा (रेंट) | 323 (INR 27,132) |
भोजन | 170 (INR 14,280) |
यात्रा | 100 (INR 8,400) |
इंटरनेट, फ़ोन | 40 (3,360) |
अन्य खर्चे | 150 (12,600) |
अपने चुनाव व रहन-सहन के हिसाब से विदेश में रहने के खर्च को आसानी से और अधिक जानने के लिए Cost of Living Calculator का उपयोग करें।
वीजा प्रक्रिया
जर्मनी में MBBS की शिक्षा के लिए छात्रों को जर्मनी जाने से 3 महीने पहले वीजा के लिए अप्लाई करने की सलाह दी जाती है। यदि आप शिक्षा के लिए 3 महीने से ज्यादा रहने वाले हैं, तो आपको नेशनल विजा के लिए अप्लाई करना चाहिए। छात्रों को वित्तीय स्थिति का प्रमाण पत्र जमा करना जरूरी है, जिसपर यह स्पष्ट रुप से लिखा होना चाहिए कि वह जर्मनी में MBBS की ट्यूशन फीस का खर्च उठा सकता है।
छात्र वीजा के लिए आवश्यक दस्तावेज़
छात्र वीजा के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट इस प्रकार है:
- 10वीं-12वीं और पहले वर्ष की ग्रेजुएशन मार्कशीट की फोटो कॉपी – प्रत्येक दस, गैजेटेड ऑफिसर द्वारा अटेस्टेड
- पासपोर्ट साइज फोटो – दस
- पासपोर्ट की फोटो कॉपी – दस
- सिफारिश पत्र (LOR) – दो
- स्कूल लीविंग सर्टिफ़िकेट की फोटो कॉपी – दस
- फ़ीस के भुगतान का प्रमाण, यदि जरुरत हो तो
- अंग्रेजी और/या जर्मन में भाषा प्रोफिशिएंसी का प्रमाण
UK छात्र वीजा पाने में मदद के लिए भी आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की सहायता ले सकते हैं।
छात्रवृत्तियां
जर्मनी में MBBS करने के लिए छात्रों को छात्रवृत्तियां भी प्रदान की जाती हैं, जो इस प्रकार हैं:
छात्रवृत्तियां | राशि (Euro) |
Carl Duisberg Scholarships for Medical Students | रहने, यात्रा और परियोजना लागत को कवर करता है। |
University Hamburg Scholarships For International Students | 1,000 (INR 84,000) प्रति माह |
Friedrich-Ebert-Stiftung Scholarship | -मूल छात्रवृत्ति भत्ता: 650 (INR 54,600) -परिवार भत्ता: 276 (INR 23,184) |
Bachelor And Masters UDE International Scholarships | 300 (INR 25,200)/महीना |
जर्मनी में MBBS के बाद सैलरी और नौकरी की संभावनाएं
हर जगह उच्च वेतन पैकेज और अधिक रोज़गार अवसरों के कारण MBBS डिग्री की बहुत मांग है, जर्मनी में भी यही स्थिति है। जर्मनी में मेडिकल डिग्री आपको दोनों बातों की गारंटी देती है: बेहतरीन रोज़गार और शानदार वेतन।
जर्मनी में MBBS की दुनिया भर में मान्यता है, और आपको कहीं भी आसानी से नौकरी मिल जाएगी। इसके अलावा, MBBS से आप विभिन्न कौशल सीख सकेंगे, जिसके बाद आपके पास कैरियर की शानदार शुरुआत के लिए हजारों विकल्प होंगे। जर्मनी की लगभग सभी मेडिकल यूनिवर्सिटी के खुद के मेडिकल सेंटर हैं, जो छात्रों को डिग्री के प्रैक्टिकल पहलू बताते हैं और व्यक्तिगत अनुभवों और अभ्यास के माध्यम से सीखने में सहायता करते हैं।
दूसरे क्षेत्रों की तरह, मेडिकल पेशेवर की तनख्वाह भी आप के पद और एक्सपीरियंस पर निर्भर करती है लेकिन मेडिकल पेशेवर की डिमांड ज्यादा होती है। जर्मनी में, एक विशेषज्ञ के लिए औसत वेतन लगभग € 80,000 प्रति वर्ष है। सबसे अधिक वेतन पाने वाले डॉक्टरों में फिजीशियन भी शामिल हैं। जर्मनी में, कुछ वर्षों के अनुभव वाले एक फिजीशियन प्रति वर्ष Euro 1 लाख (INR 84 लाख) से अधिक वेतन कमा सकते हैं।
पैसों के फायदे के अलावा, जर्मनी में MBBS करने से आप दूसरे यूरोपीय देशों में बिना किसी रूकावट मेडिसीन प्रैक्टिस कर सकते हैं। चूंकि जर्मनी यूरोपीय संघ का हिस्सा है, इसलिए यूरोपीय संघ में यात्रा करने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। इन देशों में फ्रांस, इटली, स्पेन, नीदरलैंड, आयरलैंड आदि जैसे देश शामिल हैं।
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FAQs
जर्मनी में किसी भी कोर्स के लिए जर्मन भाषा की जानकारी होनी जरूरी नहीं है। हालांकि, यह अलग-अलग कोर्स पर भिन्न हो सकता है। जर्मनी में MBBS की टॉप मेडिकल यूनिवर्सिटी पूरा अंग्रेजी मीडियम प्रोग्राम प्रदान करती हैं जिसके लिए आपको जर्मन सीखने की जरूरत नहीं होती।
जर्मनी में एड मिशन के लिए उम्मीदवारों को 60% मार्क्स के साथ NEET प्रवेश परीक्षा पास करनी जरूरी है। गैजेट नोटिफिकेशन ऑफ मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के अनुसार, विदेश में मेडिकल कोर्स करने के लिए NEET परीक्षा क्वालीफाई करना अनिवार्य है।
जर्मनी से प्रोफेशनल डिग्री प्राप्त करना जाहिरी तौर पर आपके मेडिकल करियर को बेहतर बनाता है। जर्मनी की MBBS डिग्री विश्व भर में मानी जाती है और हर देश में स्वीकार की जाती है। जर्मनी से मेडिकल डिग्री प्राप्त करने के बाद आप दुनिया की किसी भी हिस्से में मेडिसिन प्रैक्टिस कर सकते हैं।
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