एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी क्या है?

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नैनोटेक्नोलॉजी में एमटेक 2 वर्षीय मास्टर डिग्री प्रोग्राम है। एम.टेक नैनोटेक्नोलॉजी उन छात्रों के लिए है, जो नैनोमीटर-स्केल पर फिजिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार उपकरणों, बायोटेक्नोलॉजी उपकरणों आदि में अपने ज्ञान को बढ़ाना चाहते हैं। एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी छात्रों को कई क्षेत्रों जैसे- कृषि, भोजन, जेनेटिक्स, अंतरिक्ष रिसर्च, चिकित्सा आदि में करियर के अवसर प्रदान करती हैं। एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी के बारे में विस्तार से जानने के लिए यह ब्लॉग पूरा पढ़ें।

कोर्स एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी
अवधि 2 वर्ष 
एडमिशन एंट्रेंस/मेरिट आधारित 
योग्यता नैनोटेक्नोलॉजी में BTech की डिग्री या सम्बंधित विषय में बैचलर डिग्री 
करियर -एसोसिएट एडिटर
-ऑपरेशंस एनालिस्ट
-ऑपरेशंस मैनेजर
-रिसर्च एसोसिएट
कोर्स फीस INR 30,000 से INR 2,00,000
टॉप रिक्रूटर्स -CSIR
-DRDO
-BARC
-Applied Materials
-GE Engineering
-Dr. Reddy’s Lab
-IISC
This Blog Includes:
  1. एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स का परिचय
  2. एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स का अध्ययन क्यों करें? 
  3. एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी सिलेबस
  4. विदेश में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़
  5. भारत में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़
  6. एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए शीर्ष 3 देश
    1. कनाडा में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए विश्वविद्यालय 
    2. संयुक्त राज्य अमेरिका में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए विश्वविद्यालय
    3. जर्मनी में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए विश्वविद्यालय
  7. एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए योग्यता 
  8. आवेदन प्रक्रिया 
  9. आवश्यक दस्तावेज़  
  10. प्रवेश परीक्षाएं
  11. करियर स्कोप
  12. जॉब प्रोफाइल
  13. सैलरी
  14. FAQs 

एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स का परिचय

एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी 2 साल की मास्टर डिग्री हैं। इसे BTech के बाद किया जाता है। देश के विभिन्न IIT, NIT, कुछ IIIT और निजी संस्थान इस कोर्स की पढ़ाई करवाते हैं। एम.टेक नैनोटेक्नोलॉजी में पढ़ाए जाने वाले कुछ विषय मॉलिक्यूलर इलेक्ट्रॉनिक्स, सामग्री विज्ञान, क्वांटम मैकेनिक्स, कम्प्यूटेशनल तरीके आदि हैं।

एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स का अध्ययन क्यों करें? 

नैनो टेक्नोलॉजी कोर्स का अध्ययन क्यों करें इसका जवाब नीचे दिए गए पॉइंट्स के जरिए जानिए:

  • एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी साइंस और टेक्नोलॉजी के सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है जो दुनिया भर में बढ़ते करियर के अवसरों की पूर्ति करता है।
  • यह एक एक्साइटिंग एक्सपीरियंस बनाने के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री, जीव विज्ञान और गणित में अपने कौशल में महारत हासिल करने के लिए एक मल्टीडिसीप्लिनरी एरिया है।
  • विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रमुख विश्वविद्यालय और कॉलेज अंतरराष्ट्रीय छात्रों को एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्सेज का अध्ययन करने के अवसर प्रदान कर रहे हैं।
  • एमटेक नैनो टेक्नोलॉजी का कंप्यूटर और माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक रेवोलुशन पर सामाजिक प्रभाव है।
  • कई स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने और बीमारियों के लिए संभावित उपचार खोजने में मदद करने के लिए विकासशील देशों द्वारा नैनोमेडिसिन का उपयोग किया जाता है।
  • इसके अलावा, इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की शुद्धि और औद्योगिक प्रक्रियाओं में भी किया जा रहा है।
  • पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों में नैनोसाइंस के एप्लीकेशन के साथ, वैज्ञानिक पर्यावरण पर पोइज़निंग के बोझ को कम करने के लिए किफायती, स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत बनाने के लिए नैनो तकनीक का उपयोग कर रहे हैं।

एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी सिलेबस

विभिन्न कॉलेजों में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी के लिए पढ़ाए जाने वाले विषय लगभग समान हैं। एम.टेक नैनोटेक्नोलॉजी के लिए सेमेस्टर के अनुसार सिलेबस नीचे दिया गया है। यह सिलेबस आपकी यूनिवर्सिटी के अनुसार अलग अलग भी हो सकता हैं: –

सेमेस्टर- Iसेमेस्टर- II
साइंस एंड टेक्नोलॉजी ऑफ़ सॉलिड-स्टेट नैनोमटेरियल एंड नैनोटेक्नोलाजी
इंट्रोडक्शन टू नैनो साइंस फंडामेंटल ऑफ़ सेमीकंडक्टर फिजिक्स एंड डिवाइस
सिंथेसिस एंड कैरेक्टराइजेशन ऑफ़ फंक्शनल मटेरियल फंक्शनल मटेरियल, सेंसर एंड ट्रान्सडूसर्स
टेक्निक्स ऑफ़ कैरेक्टराइजेशन ऑफ़ मटेरियल एंड फिजिकल मेजरमेंट इलेक्टिव 1
लेबोरेटरी फॉर सिंथेसिस एंड कैरेक्टराइजेशन ऑफ़ फंक्शनल मटेरियललेबोरेटरी फॉर फिजिकल प्रॉपर्टी मेजरमेंट एंड ट्रान्सडूसर्स/सेंसर एलिमेंट कैरेक्टरिस्टिक ऑफ़ फंक्शनल मटेरियल
सेमेस्टर- IIIसेमेस्टर- IV
प्रोजेक्ट प्रोजेक्ट
इलेक्टिव 2सेमिनार
इलेक्टिव 3

विदेश में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़

विदेश में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़ यहाँ दी गई हैं:

भारत में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़

भारत में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़ यहाँ दी गई हैं:

  • शिवाजी यूनिवर्सिटी
  • SRM यूनिवर्सिटी
  • एमिटी यूनिवर्सिटी
  • IIT मद्रास
  • IIT रुड़की
  • नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
  • एमिटी यूनिवर्सिटी
  • वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
  • जादवपुर यूनिवर्सिटी
  • NIT कालीकट

एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए शीर्ष 3 देश

कनाडा, अमेरिका, जर्मनी नैनो टेक्नोलॉजी से संबंधित कोर्स करने वाले शीर्ष तीन देश हैं। इन देशों के कुछ बेहतरीन विश्वविद्यालयों की सूची नीचे दी गई है:

कनाडा में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए विश्वविद्यालय 

कनाडा में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए विश्वविद्यालय निम्नलिखित है :-

  1. कार्लटन विश्वविद्यालय
  2. वाटरलू विश्वविद्यालय
  3. ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय
  4. अल्बर्टा विश्वविद्यालय
  5. न्यू ब्रंसब्रिक विश्वविद्यालय

संयुक्त राज्य अमेरिका में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए विश्वविद्यालय

संयुक्त राज्य अमेरिका में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए विश्वविद्यालयों की लिस्ट नीचे दी गई है :-

  1. मिशिगन यूनिवर्सिटी
  2. पर्ड्यू विश्वविद्यालय
  3. सेंट्रल फ्लोरिडा विश्वविद्यालय
  4. पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी
  5. नॉर्थ डकोटा स्टेट यूनिवर्सिटी

जर्मनी में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए विश्वविद्यालय

जर्मनी में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए विश्वविद्यालयों की सूची नीचे दी गई है :-

  1. ट्यूबिंगन विश्वविद्यालय
  2. ड्रेसडेन यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी 
  3. फ्रीबर्ग विश्वविद्यालय
  4. जोहान्स गुटेनबर्ग विश्वविद्यालय मेंजो

एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए योग्यता 

यदि आप एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में डिग्री प्राप्त करने के इच्छुक हैं, तो आपको अपने चुने हुए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित योग्यताओं को पूरा करना होगा। ये आवश्यकताएं कोर्सेज के स्तर के अनुसार भिन्न होती हैं, जैसे बैचलर, मास्टर या डिप्लोमा। एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए कुछ सामान्य योग्यताएं इस प्रकार हैं–

  • बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से PCM (फिज़िक्स, केमिस्ट्री, गणित) से 10+2 प्रथम श्रेणी से पास किया हो।
  • एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के लिए संबंधित क्षेत्र में प्रथम श्रेणी के साथ बैचलर्स डिग्री होना आवाश्यक है। साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
  • विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
  • विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं।
  • विदेश यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की ज़रूरत होती है।

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टैस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लैटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूज़र नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़  

कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

प्रवेश परीक्षाएं

एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स में एडमिशन के लिए अलग-अलग संस्थानों द्वारा अलग-अलग प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जिनमें से कुछ यहां दी गई हैं :

करियर स्कोप

एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी में डिग्री हाशिल करने के बाद कई टॉप इंडस्ट्रीज में काम कर सकते हैं। कुछ टॉप इंडस्ट्रीज और टॉप रिक्रूटर्स की लिस्ट नीचे दी गई है:

टॉप इंडस्ट्रीज

  • इलेक्ट्रॉनिक/सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री
  • टेक्सटाइल इंडस्ट्री
  • ऑटो एंड एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज
  • बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री
  • मेडिकल फील्ड एंड फार्मास्यूटिकल्स 
  • फूड साइंस इंडस्ट्री (क्वालिटी कंट्रोल और पैकेजिंग) 
  • फॉरेंसिक इंडस्ट्री
  • रिसर्च इंडस्ट्री

टॉप रिक्रूटर्स

  • CSIR
  • DRDO
  • BARC
  • Applied Materials
  • GE Engineering
  • Dr. Reddy’s Lab
  • IISC

जॉब प्रोफाइल

एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी के बाद मिलने वाली टॉप जॉब प्रोफाइल की लिस्ट नीचे दी गई है: 

  • एप्लीकेशन इंजीनियर 
  • डायरेक्टर ऑफ़ प्रोडक्ट मार्केटिंग 
  • डायरेक्टर ऑफ़ रिसर्च 
  • होलोग्रफ़ी एंड ऑप्टिक्स टेक्निशियन 
  • मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियर 
  • मार्केट डेवलपमेंट मैनेजर 
  • मैकेनिकल इंजीनियर 
  • ऑप्टिकल असेंबली टेक्निशियन
  • ऑप्टिकल इंजीनियर 
  • प्रोडक्ट मार्केटिंग मैनेजर 
  • रिसर्च एंड डेवलपमेंट इंजीनियर 
  • रिसर्च साइंटिस्ट 
  • सेल्स मैनेजर 
  • टेक्निकल प्रोग्राम मैनेजर 
  • एयरोस्पेस इंजीनियरिंग जॉब 
  • एस्ट्रोनॉमी जॉब 
  • कोटिंग जॉब 
  • मेडिकल इमेजिंग जॉब 
  • ऑप्टिक्स जॉब 
  • मेडिकल साइंटिस्ट 

सैलरी

एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी के लिए जॉब प्रोफ़ाइल और Payscale के अनुसार सैलरी नीचे दी गई है:

जॉब प्रोफ़ाइलसालाना सैलरी
एसोसिएट एडिटरINR 2 लाख-6.12 लाख
ऑपरेशंस एनालिस्टINR 2.55 लाख-8.50 लाख
ऑपरेशंस मैनेजरINR 4.98 लाख-20 लाख
रिसर्च एसोसिएटINR 1.8 लाख-7.88 लाख
रिसर्च साइंटिस्टINR 2.97 लाख-20 लाख
डिजाइन इंजीनियरINR 1.77 लाख-9.87 लाख

FAQs 

नैनो तकनीक से आप क्या समझते हैं?

नैनो तकनीक वह तकनीक है जिसके द्वारा किसी भी पदार्थ में परमाणु, एटॉमिक और सुपरमॉलीक्यूलर स्तर पर परिवर्तन किया जा सकता है। नैनो टेक्नोलॉजी अणुओं व परमाणुओं की एक इंजीनियरिंग है, जो की फिजिक्स, बायो इन्फॉर्मेटिक्स व बायो टेक्नोलॉजी जैसे अन्य कई विषयों को आपस में जोड़ती है।

नैनो टेक्नोलॉजी कब शुरू हुई थी?

1980 में इसकी परिभाषा एरिक ड्रेक्स्लर ने समझाई थी, जिन्होंने नैनो स्केल के विज्ञान और यंत्रों को लोकप्रिय बनाया। 1980 में इसकी शरुआत इन दो अविष्कारों से हुई- क्लस्टर साइंस एंड ऑब्ज़र्वेशनल टनलिंग माइक्रोस्कोप (STM)।

नैनो टेक्नोलॉजी के जनक कौन हैं?

प्रो. सी. एन. राव को भारतीय नैनो टेक्नोलॉजी का पिता कहा जाता है ।

उम्मीद है कि हमारे आज के ब्लॉग से आपको एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी कोर्स के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। यदि आप भी विदेश में एमटेक नैनोटेक्नोलॉजी की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के विशेषज्ञों के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे आपको उचित मार्गदर्शन के साथ ऊपर दी गई सभी सुविधाएं प्रदान करने में मदद करेंगे।

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