डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग दसवीं के बाद सबसे बेहतरीन टेक्निकल कोर्स में से एक है, जो यह सुनिश्चित करता है कि छात्र इस कोर्स के बाद एक हाईली ग्रोइंग सेक्टर, मतलब कंस्ट्रक्शन सेक्टर का हिस्सा बन पाएंगे। यह कोर्स कंस्ट्रक्शन के बारे में है और अलग-अलग तरह के कंस्ट्रक्शन टेक्निक्स और कंस्ट्रक्शन टर्म्स के बारे में छात्रों को इस कोर्स के दौरान पढ़ाया जाता है। आज हम आपको इस ब्लॉग के जरिए सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बारे में विस्तृत से बताएंगे। इस कोर्स को करने की इच्छा रखने वाले छात्र पूरा ब्लॉग पढ़ें।
कोर्स का नाम | सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा |
कोर्स अवधि | 3 साल |
अकेडमिक सेशन | सेमेस्टर वाइज |
आवेदन प्रक्रिया | मेरिट बेसिस, प्रवेश परीक्षा द्वारा |
शीर्ष रिक्रूटिंग कंपनी | Unicon Development Construction, Rama Group, PCC, Shapoorji and Pallonji, Specialized contracting, Tata Projects etc. |
This Blog Includes:
- सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा क्या है?
- सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा क्यों करें?
- सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा का सिलेबस
- सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए विदेश का शीर्ष विश्वविद्यालय
- सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए भारत के शीर्ष विश्वविद्यालय
- सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए योग्यता
- सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज
- आवश्यक किताबें
- प्रवेश परीक्षाएं
- करियर स्कोप
- टॉप रिक्रूटर्स
- जॉब प्रोफ़ाइल और सैलरी
- FAQs
सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा क्या है?
सिविल इंजीनियरिंग कोर्स की पढ़ाई कम समय में करने के लिए डिप्लोमा कोर्स किया जाता है। डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग कोर्स कंस्ट्रक्शन, डिजाइन और मेंटेनेंस के बारे में है। जहां कहीं भी कोई पुल, सड़क, बांध, एयरपोर्ट, पाइपलाइन, सीवरेज सिस्टम, बिल्डिंग आदि का निर्माण कार्य होगा वहां सिविल इंजीनियर यह सुनिश्चित करता है, कि काम डिजाइन और प्लान के अनुसार ही हो रहा है। पॉलिटेक्निक सिविल कोर्स के 3 साल के दौरान छात्रों को सिविल इंजीनियरिंग का वह सब ज्ञान दिया जाता है जिससे वह कंस्ट्रक्शन साइट पर प्लानिंग के अनुसार काम को करवा सकें।
सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा क्यों करें?
हर कोर्स को करने के अपने फायदे होते है बस छात्रों को किसी कोर्स को चुनते समय उसके बारे में पता होना चाहिए। इसी प्रकार सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स के फायदे क्या है और छात्र इसे क्यों चुने यह नीचे बताया गया है-
- सिविल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में डिप्लोमा कोर्स छात्र 10वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें 12वीं की पढ़ाई पूरी होने का इंतजार करने की आवश्यकता नहीं है।
- इस कोर्स को करने के बाद छात्रों के पास एक अच्छा वार्षिक वेतन पैकेज होगा।
- छात्र DRDO, ONGC, Indian Railway, Water Boards आदि कंपनियों में सरकारी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- उम्मीदवारों को पीएफ, बीमा, पर्यटन आदि जैसे अन्य लाभ मिलते हैं।
सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा का सिलेबस
इस कोर्स में 6 सेमेस्टर होते हैं। प्रत्येक वर्ष 2 सेमेस्टर होते हैं। नीचे सिलेबस हर वर्ष के अनुसार दिए गए है
वर्ष 1
- अप्लाइड मैथमेटिक्स 1
- अप्लाइड मैकेनिक
- अप्लाइड केमिस्ट्री
- प्रोफेशनल कम्युनिकेशन
- अप्लाइड फिजिक्स
- कंप्यूटर एप्लीकेशन फॉर इंजीनियरिंग
- इंजीनियरिंग ड्रॉइंग
- वर्क प्रैक्टिस
- बिल्डिंग मटेरियल
वर्ष 2
- हाइड्रॉलिक्स
- थर्मल इंजीनियरिंग
- कंक्रीट टेक्नोलॉजी
- इलेक्ट्रिक एंड मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- स्ट्रैंथ आफ मैटेरियल
- बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन एंड मेंटेनेंस इंजीनियरिंग
- सिविल इंजीनियरिंग ड्रॉइंग
- पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग
वर्ष 3
- डिजाइन ऑफ इंग्लैंड मशोनरी स्ट्रक्चर
- ट्रांस्पिरेशन इंजीनियरिंग
- इरिगेशन इंजीनियरिंग
- डिजाइन ऑफ रेनफोर्सड कंक्रीट स्ट्रक्चर
- ऐस्टीमेटिंग कॉस्टिंग एंड वैल्यू
- कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट अकाउंट्स एंड एंटरप्रेन्योरशिप
- सिविल इंजीनियरिंग ड्रॉइंग II
- अर्थक्वेक इंजीनियरिंग
- एनवायरमेंटल पॉल्यूशन एंड कंट्रोल
- सिविल लैब- III (आरसीसी एंड हाईवे)
- प्रोजेक्ट वर्क
- फील्ड एक्स्पोज़र
आप AI Course Finder की मदद से अपनी प्रोफाइल के अनुसार सही यूनिवर्सिटी और अपनी पसंद का कोर्स चुन सकते हैं।
सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए विदेश का शीर्ष विश्वविद्यालय
सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स करने के लिए विदेश के कुछ शीर्ष विश्वविद्यालय निम्नलिखित हैं:
विश्वविद्यालय | औसत शुल्क |
यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो | INR 47.8 लाख |
यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया | INR 41.7 लाख |
यूनिवर्सिटी ऑफ अल्बर्टा | INR 30.4 लाख |
यूनिवर्सिटी ऑफ ग्रीनविच | INR 20.6 लाख |
कोवेंटरी यूनिवर्सिटी | INR 24.9 लाख |
यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन | INR 18.6 लाख |
यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर | INR 33.2 लाख |
यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न | INR 21.2 लाख |
यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी | INR 40.4 लाख |
आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।
सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए भारत के शीर्ष विश्वविद्यालय
सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स करने के लिए भारत के कुछ शीर्ष विश्वविद्यालय निम्नलिखित हैं:
विश्वविद्यालय | औसत शुल्क |
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी | INR 8,970 |
गलगोटियस यूनिवर्सिटी | INR 45,000 |
वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट | INR 12,679 |
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी | INR 53,200 |
संत लोंगोवाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी | INR 28,400 |
नॉर्थ ईस्टर्न रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी | INR 11,320 |
वालचंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग | INR 8,815 |
नरूला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | INR 99,000 |
श्री वेंकटेश्वर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी | INR 28,000 |
सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए योग्यता
सिविल इंजीनियरिंग मे डिप्लोमा कोर्स करने के लिए आवेदक के पास कुछ योग्यता होनी चाहिए जो इस प्रकार है-
- छात्रों को किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या संस्थान से न्यूनतम 50% अंकों के साथ 10वीं कक्षा को पास करना अनिवार्य है।
- आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए 5% मॉडरेशन है
- छात्रों को पीसीएम स्ट्रीम से अपनी पढ़ाई करनी चाहिए।
- छात्र के पास इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL, PTE के अंक होने चाहिए।
क्या आप IELTS/TOEFL/SAT/GRE में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं? आज ही इन एक्साम्स की बेहतरीन तैयारी के लिए Leverage Live पर रजिस्टर करें और अच्छे अंक प्राप्त करें।
सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए आवेदन प्रक्रिया
योग्यता-आधारित चयन और प्रवेश परीक्षा प्रवेश करने के दो विकल्प हैं जिनके द्वारा आप इस कोर्स का अध्ययन करने के लिए किसी कॉलेज और विश्वविद्यालय में अपना नामांकन करा सकते हैं।
- योग्यता आधारित आवेदन में छात्र को उनके दसवीं के अंक के आधार पर चयन किया जाता है।
- आवेदन करने के लिए कॉलेज कट ऑफ जारी करता है। छात्रों के अंक अगर उसके अनुकूल है तो वह कॉलेज में आवेदन कर सकते हैं।
- प्रवेश परीक्षा द्वारा आवेदन करने का अर्थ है कि पहले प्रवेश परीक्षा देनी होती है और उसके अंक के आधार पर चयन किया जाता है।
- आवेदन करने की तिथि कॉलेज द्वारा बताई जाती है।
- आवेदन करने के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म कॉलेज द्वारा कॉलेज और यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर प्रदान किए जाते हैं।
- छात्र इन रजिस्ट्रेशन फॉर्म को भरकर शुल्क के साथ आवेदन करने की तिथि समाप्त होने से पहले जमा करें।
- प्रवेश परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड परीक्षा से 72 घंटे पहले प्राप्त होते हैं।
विदेश के विश्वविद्यालय में आवेदन करने के लिए
- जो छात्र सिविल इंजीनियरिंग मे डिप्लोमा का कोर्स विदेश के विश्वविद्यालय से करना चाहते हैं परंतु उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वें आवेदन कैसे करें तो, वें Leverage Edu के विशेषज्ञों की सहायता ले सकते हैं।
- छात्र आवेदन करने के लिए यूनिवर्सिटी के वेबसाइट का इस्तेमाल कर सकते हैं। यूके जैसे देश के विश्वविद्यालय में आवेदन करने के लिए UCAS की सहायता ले सकते हैं।
- छात्र आवेदन करने के लिए पहले यूनिवर्सिटी का चुनाव करें और फिर उसके वेबसाइट पर जाकर रजिस्टर करें।
- रजिस्टर करने के बाद एप्लीकेशन फॉर्म को खोलें और उसे भरने के साथ-साथ कुछ दस्तावेज भी जोड़ें जो उस फॉर्म में मांगे जा रहे हैं।
- अंत में शुल्क के साथ फॉर्म को जमा करें।
- आवेदन स्वीकार होने पर आपको एक स्वीकृत मेल प्राप्त होता है।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर संपर्क करें।
आवश्यक दस्तावेज
सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए आवेदन करते वक्त छात्रों के पास कुछ दस्तावेज होने अनिवार्य हैं जिसकी सूची यहां दी गई है-
- एकेडमिक ट्रांसक्रिप्ट
- रिज्यूमे
- पासपोर्ट
- फाइनेंसियल स्टेटमेंट की एक कॉपी
- वीजा
- लेटर आफ रिकमेंडेशन(LOR)
- स्टेटमेंट आफ पर्पस(SOP)
- IELTS, TOEFL
छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
आवश्यक किताबें
सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा की शीर्ष पुस्तकें यहां दी गई हैं। नीचे दी गई पुस्तकों को पढ़ें।
बुक्स | लेखक |
कंकरीट टेक्नोलॉजी | एमएस शेट्टी |
फ्लूड मैकेनिक | आरके बंसाली |
बेसिक सिविल इंजीनियरिंग | एसएस भाविकट्टी |
स्ट्रक्चरल एनालिसिस | सीएस रेड्डी |
बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन इलस्ट्रेटेड | फ्रांसिस डीके चिंग |
कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट शेड्यूलिंग एंड कंट्रोल | सालेह ए मुबारक |
प्रवेश परीक्षाएं
कुछ कॉलेज और विश्वविद्यालय सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा में प्रवेश के लिए अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं। कुछ प्रवेश परीक्षाओं की चर्चा नीचे की गई है।
करियर स्कोप
सिविल इंजीनियरिंग मे डिप्लोमा कोर्स करने के बाद गवर्नमेंट और प्राइवेट दोनो सेक्टर में जॉब के अवसर मिलते हैं। निजी सेक्टर में रिसर्च, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, कंस्ट्रक्शन, रियल स्टेट आदि में जॉब के भरपूर अवसर हैं। इसमे जॉब की ज्यादा संभावनाएं रियल स्टेट में आई क्रांति है। आजकल हर जगह बिल्डिंग, शॉपिंग मॉल, रेस्टोरेंट, हॉस्पिटल, ब्रिज, हाईवे, आदि निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। इसमे आप मेंटिनेंस से लेकर कंस्ट्रक्शन, कन्सल्टेंसी फर्म, हाउसिंग सोसायटी, क्वालिटी टेस्टिंग लेबोरेटरी आदि में काम कर सकते हैं। इसके अलावा प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनी, मिल्रिटी, इंजीनियरिंग सर्विसेज, अनुभव होने के बाद खुद की भी कंसल्टेंसी सर्विस दे सकते हैं।
टॉप रिक्रूटर्स
सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पूरा करने के बाद छात्रों के पास आगे बढ़ने के लिए बहुत सारे विकल्प हैं। यहां कुछ कंपनी के नाम दिए गए हैं जो सिविल इंजीनियर को रिक्रूट करती है-
- NPCIL
- Indore Engineering
- R Deco
- L&T Construction
- Aashray Design Consultants
- DS Home Construction Private Limited
- Delhi Urban Shelter Improvement Board
जॉब प्रोफ़ाइल और सैलरी
सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा करने के बाद छात्र कुछ निम्नलिखित प्रकार की नौकरियां कर सकते हैं और इन नौकरियों के अनुसार दिए गए वेतन के लगभग कमा सकते हैं।
जॉब | औसत आय (INR) |
सीनियर सिविल इंजीनियर | 28-30 लाख |
कंस्ट्रक्शन इंजीनियर | 30-35 लाख |
एनवायरमेंटल इंजीनियर | 23-27 लाख |
स्ट्रक्चरल इंजीनियर | 25-28 लाख |
जिओटेक्निकल इंजीनियर | 29-32 लाख |
FAQs
उत्तर – सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बीच का अंतर यह है कि सिविल इंजीनियरिंग कोर्स में डिप्लोमा सड़क, बांध, पुल, भवन आदि की डिजाइनिंग प्रक्रिया, रखरखाव और निर्माण के बारे में है। जबकि मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स में डिप्लोमा यांत्रिक प्रणालियों के आवेदन से संबंधित है।
उत्तर – हां, इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट मैनेजर एक अच्छा मेजर है क्योंकि इस पेशे में सैलरी अच्छी है। विदेशी वेतन पैकेज राष्ट्रीय वेतन पैकेज से अधिक हैं।
उत्तर – इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट मैनेजर की सैलरी $1-1.50 लाख (INR 54-77 लाख) सालाना हो सकती है।
उत्तर – सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा में भर्ती के क्षेत्रों में कॉलेज और विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग परिवहन, भूमि विकास, निर्माण कंपनियां, राज्य फर्म, निजी कंपनियां, सुरंग इंजीनियरिंग आदि शामिल हैं।
उत्तर – हां, सरकारी क्षेत्रों में नौकरी पाने के लिए सिविल इंजीनियरिंग एक बहुत अच्छा करियर विकल्प है।
आज इस ब्लॉग के जरिए हमने आपको सिविल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में डिप्लोमा कोर्स करने के बारे में बताया है। अगर आप इस कोर्स को करने में रुचि रखते हैं और आपकी इच्छा विदेश से किसी विश्वविद्यालय से करने की है तो आज ही Leverage Edu के विशेषज्ञों से संपर्क करने के लिए 1800 57 2000 पर 30 मिनट का मुफ्त सेशन बुक करें।