पिछले हाल के वर्षों में, फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री ने विभिन्न जीवन रक्षक दवाओं के अनूठे आविष्कारों के साथ तेजी से वृद्धि की है। मेडिकल साइंस दिन– प्रतिदिन उत्कृष्ट रिसर्च और टेक्नोलॉजिस के साथ और बेहतर होता जा रहा है, विशेष रूप से फार्मास्युटिकल क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। फार्मास्युटिकल उद्योग की अच्छी नॉलेज प्राप्त करने के लिए यदि आप एक शॉर्ट टर्म विशेष कोर्स का चयन करने की योजना बना रहे हैं, तो डी फार्मेसी आपके लिए एक सर्वश्रेष्ठ विकल्प है। आइए एक नजर डालते हैं कि डी फार्मेसी क्या है, इसका सिलेबस क्या है, टॉप विश्वविद्यालय जिन्हें आप चुन सकते हैं और साथ ही साथ इसमें करियर की क्या संभावनाएं शामिल हैं।
कोर्स | डी फार्मेसी |
फुल फॉर्म | Diploma in Pharmacy |
अवधि | 1-2 साल |
कोर्स लेवल | डिप्लोमा |
योग्यता | PCB के साथ 10+2 |
फीस | लगभग INR 45,000-1 लाख प्रति वर्ष |
प्रवेश प्रक्रिया | मेरिट/ प्रवेश परीक्षा द्वारा आधारित |
कोर्स के बाद रोजगार के अवसर | 1. कंसलटेंट फार्मासिस्ट 2. क्लिनिकल फार्मासिस्ट 3. डिस्पेंसरी फार्मासिस्ट 4. कम्युनिटी फार्मासिस्ट 5. अस्पताल फार्मासिस्टमेडिसिन 6. मैनेजमेंट टेक्निशियन |
सैलरी | INR 5-10 लाख/प्रति वर्ष ( भारत में) INR 30-35 लाख/प्रति वर्ष (विदेशों में) |
टॉप भर्ती कंपनियां | 1. Johnson & Johnson 2. Pfizer 3. Roche 4. Novartis 5. Merck & Co. 6. GlaxoSmithKline 7. Sanofi Abbvie |
This Blog Includes:
- डी फार्मेसी क्या है?
- डी फार्मेसी क्यों करें?
- डिप्लोमा इन फार्मेसी करने के लिए आवश्यक स्किल्स
- डी फार्मेसी के विषय और सिलेबस
- डी फार्मेसी का सम्पूर्ण सिलेबस
- डी फार्मा करने के फायदे
- विदेश में डी फार्मेसी की पेशकश करने वाली टॉप यूनिवर्सिटीज
- भारत में डी फार्मेसी की पेशकश करने वाली टॉप यूनिवर्सिटी
- डी फार्मेसी के लिए योग्यता
- आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं
- भारत में डी फार्मेसी के लिए सालाना औसत फीस
- छात्रवृत्तियां
- डी फार्मा के लिए किताबें
- डी फार्मेसी का करियर स्कोप
- डी फार्मेसी के लिए भर्ती करने वाली कंपनियां
- डिप्लोमा इन फार्मेसी करने के बाद जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
- FAQs
डी फार्मेसी क्या है?
डी फार्मेसी का फुल फॉर्म डिप्लोमा इन फार्मेसी है। इस डिप्लोमा प्रोग्राम का उद्देश्य फार्मेसी के लगातार बढ़ते क्षेत्र का मूलभूत ज्ञान प्रदान करना है। इस कोर्स की अवधि 1-2 साल के बीच होती है। इसके अंतर्गत छात्रों को विभिन्न फार्मास्युटिकल दवाओं के निर्माण के पीछे की बुनियादी प्रक्रियाओं के बारे में जानने को मिलता है। इसके साथ ही, डी फार्मेसी चिकित्सा प्रबंधन के कई सिद्धांतों को भी शामिल करता है और फार्मास्यूटिक्स, फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी आदि जैसे विषयों की एक गहन समझ प्रदान करता है।
डी फार्मेसी क्यों करें?
डी फार्मेसी क्यों करें इससे जुड़े कुछ पॉइंट नीचे बताएं गए हैं-
- डी फार्मेसी के बाद आप आसानी से निजी और सरकारी अस्पतालों या दुकानों में नौकरी कर सकते हैं।
- NGO, हेल्थ क्लिनिक्स, पब्लिक हेल्थ क्लिनिक्स जैसे केंद्र, फार्मासिस्ट की नौकरी प्रदान करते हैं जहां आप प्रिसक्रिप्शन चेक कर सकते हैं और दवाएं दे सकते हैं।
- विशाल फार्मास्युटिकल कंपनियां विभिन्न नौकरी पदों जैसे प्रोसेस कंट्रोलर, मैन्युफैक्चरिंग हेड और क्वालिटी कंट्रोलर के लिए हायर करती हैं।
- चिकित्सा प्रतिनिधि एक बहुत ही आकर्षक नौकरी प्रोफ़ाइल है जिसमें अच्छा वेतन शामिल होता है, जिसे आप डी फार्मेसी के बाद आसानी से करियर के रूप में चुन सकते हैं।
- आप थोक या अन्य मेडिकल सर्जिकल वस्तुओं में दवाएं बेचने के लिए अपना खुद का फ़ार्मेसी आउटलेट शुरू कर सकते हैं।
- अपने पारस्परिक कौशल में सुधार करके और अनुभव प्राप्त करने के साथ अपनी प्रोफ़ाइल को आगे बढ़ाकर, करियर की ऊंचाइयों को छू सकते हैं।
डिप्लोमा इन फार्मेसी करने के लिए आवश्यक स्किल्स
फार्मासिस्टों के आवश्यक स्किल्स सेट का उल्लेख नीचे किया गया है–
- खाद्य एवं औषधि अधिनियम (FDA) के अनुसार सटीक रिकॉर्ड रखना।
- प्रिस्क्रिप्शन का सेफ और एक्यूरेट प्रोसेसिंग।
- दवाओं का डिस्ट्रीब्यूशन और स्टोरेज।
- परचेजिंग, मर्चेंडाइजिंग और इन्वेंटरी कंट्रोल
- ड्रग अप्रूवल प्रोसेस
- दवाओं के परीक्षण, जांच और नैदानिक परीक्षणों से संबंधित रेगुलेटरी आवश्यकताओं की नॉलेज
- फार्मास्युटिकल न्यायशास्त्र (jurisprudence)
- पेशेंट प्रोवाइडर रिलेशन
- नारकोटिक्स कंट्रोल
- थर्ड पार्टी बिलिंग
- कंप्यूटर प्रोसेसिंग
डी फार्मेसी के विषय और सिलेबस
डी फार्मेसी कोर्स आगे के बैचलर और मास्टर लेवल के कोर्सेज के लिए एक मजबूत नींव स्थापित करता है। इसके अंतर्गत छात्रों को फार्मास्युटिकल के बेसिक कॉन्सेप्ट्स की गहन शिक्षा प्रदान की जाती है। चूंकि यह कोर्स भारत और विदेशों के कई प्रमुख विश्वविद्यालयों द्वारा पेश किया जाता है, इसलिए कोर्स का सिलेबस अलग हो सकता है। नीचे दी गई तालिका में कुछ आवश्यक विषय दिए गए हैं, जो कार्यक्रम का हिस्सा हैं–
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री | फार्माकोलॉजी एंड टॉक्सिकोलॉजी | ह्यूमन एनाटॉमी साइंस एंड फिजियोलॉजी |
मेडिसिन | ड्रग स्टोर एंड बिजनेस मैनेजमेंट | फार्माकोग्नॉसी |
बायोकेमिस्ट्री एंड क्लीनिकल फिजियोलॉजी | हॉस्पिटल एंड क्लीनिकल फार्मेसी | फार्मास्युटिकल न्यायशास्त्र |
हेल्थ एजुकेशन एंड कम्युनिटी फार्मेसी | एडवांस्ड फार्मास्युटिकलकेमिस्ट्री | क्लिनिकल बायो-केमिस्ट्री |
डी फार्मेसी का सम्पूर्ण सिलेबस
डी फार्मेसी का सम्पूर्ण सिलेबस नीचे दिया गया है-
प्रथम वर्ष
फर्मास्युटिक्स I | इंट्रोडक्शन टू डिफरेंट डोसेज फॉर्म्स |
मैट्रोलोजी | |
पैकेजिंग ऑफ फार्मास्युटिकल | |
साइज सेपेरशन बाय शिफ्टिंग | |
क्लैरिफिकेशन एंड फिल्ट्रेशन | |
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री 1 | एसिड, बेस एंड बफर्स |
एंटीऑक्सिडेंट्स | |
गैस्ट्रोइंटेस्टिनल एजेंट्स | |
टोपिकल एजेंट्स | |
डेंटल प्रोडक्ट्स | |
डेफिनिशन, हिस्ट्री एंड स्कोप | |
फार्मास्युटिकल एड्स | |
वेरियस सिस्टम ऑफ क्लॉस्फिकेशन ऑफ ड्रग्स एंड नेचुरल ओरिजिनल | |
अडल्ट्रेशन एंड ड्रग इवेलुएशन | |
बायोकेमिस्ट्री क्लीनिकल पैथोलॉजी | इंट्रोडक्शन टू बायोकेमिस्ट्री |
कार्बोहाइड्रेट्स | |
लिपिड्स | |
विटामिन्स | |
एन्ज़ाइम्स | |
थेरप्यूटिक्स | |
ह्यूमन एनाटोमी फिजियोलॉजी | स्कोप ऑफ एनाटोमी एंड फिजियोलॉजी |
एलीमेंट्री टिश्यू | |
स्केलटल सिस्टम्स | |
कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम्स | |
रेस्पिरेटरी सिस्टम्स | |
मस्कुलर सिस्टम्स | |
हेल्थ एजुकेशन कम्युनिटी फार्मेसी | कांसेप्ट ऑफ हेल्थ |
न्यूट्रिशन एंड हेल्थ | |
फर्स्ट एड | |
एनवायरनमेंट एंड हेल्थ | |
फंडामेंटल प्रिंसिपल्स ऑफ माइक्रोबायोलॉजी | |
कम्युनिकेबल डिज़ीज़ |
दूसरा वर्ष
फर्मास्युटिक्स 2 | रीडिंग एंड अंडरस्टैंडिंग प्रेस्क्रिप्शन्स |
स्टडी ऑफ वेरियस टाइप्स ऑफ इंकम्पेटाबिलिटी | |
पोसोलोजी | |
डिस्पेंसेड मेडिकेशन्स | |
टाइप्स ऑफ पाउडर्स | |
लिपिड्स एंड डोसेज फॉर्म्स | |
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री 2 | इंट्रोडक्शन टू नोमेनक्लेचर ऑफ आर्गेनिक केमिकल सिस्टम्स |
एंटीसेप्टिक एंड डिसइंफेक्टेंट्स | |
एंटीलेपरोटिक ड्रग्स | |
फार्माकोलॉजी एंड टॉक्सिकोलॉजी | इंट्रोडक्शन टू फार्माकोलॉजी |
स्कोप ऑफ फार्माकोलॉजी | |
ड्रग्स: उनके एडवांटेज और डिसएडवांटेज | |
जनरल मैकेनिज्म ऑफ ड्रग एक्शन | |
ड्रग्स एक्टिंग ऑन द सेंट्रल नर्वस सिस्टम | |
फार्मास्युटिकल ज्यूरिस्प्रूडेंस | ओरिजिन एंड नेचर ऑफ फार्मास्युटिकल लेजिस्लेशन इन इंडिया |
प्रिंसिपल्स एंड सिग्नीफिकेन्स ऑफ प्रोफेशनल एथिक्स | |
फार्मेसी एक्ट 1948 | |
द ड्रग्स एंड कास्मेटिक एक्ट 1940 | |
द ड्रग्स एंड मैजिक रेमेडीज़ एक्ट 1954 | |
ड्रग स्टोर बिज़नेस मैनेजमेंट | इंट्रोडक्शन |
ड्रग हाउस मैनेजमेंट | |
सेल्स | |
रिक्रूटमेंट एंड ट्रेनिंग | |
बैंकिंग एंड फाइनेंस | |
इंट्रोडक्शन टू एकाउंटिंग | |
हॉस्पिटल क्लीनिकल फार्मेसी | डेफिनिशन, फंक्शन, एंड क्लासिफिकेशन ऑफ हॉस्पिटल्स |
हॉस्पिटल फार्मेसी | |
द ड्रग डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम इन द हॉस्पिटल | |
मैन्युफैक्चरिंग | |
ड्रग इनफार्मेशन सर्विस | |
इंट्रोडक्शन टू क्लीनिकल फार्मेसी | |
मॉडर्न डिस्पेंसिंग आस्पेक्ट्स |
नोट: ऊपर वर्णित विषय केवल सांकेतिक उद्देश्यों के लिए हैं और एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते हैं।
डी फार्मा करने के फायदे
डी फार्मा करने के कुछ फायदे नीचे बताए गए हैं-
- डी फार्मा करने के बाद आप एक वैज्ञानिक अधिकारी बन सकते हैं।
- आप अपनी खुद की मेडिकल शॉप भी खोल सकते हैं।
- डी फार्मा करने के बाद आप फार्मासिस्ट कंपनी में नौकरी कर सकते हैं।
- आप रिसर्च में अपना करियर बना सकते हैं।
- आप टीचिंग के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं।
विदेश में डी फार्मेसी की पेशकश करने वाली टॉप यूनिवर्सिटीज
दुनिया भर में कई शैक्षणिक संस्थान हैं जो फार्मास्युटिकल क्षेत्र में विशेष डिप्लोमा और प्रमाणपत्र प्रदान करते हैं। डी फार्मेसी के साथ विदेशी शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए, नीचे कुछ प्रमुख अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों की लिस्ट दी गई है–
- तस्मानिया यूनिवर्सिटी
- हर्टफोर्डशायर यूनिवर्सिटी
- एस्टन यूनिवर्सिटी
- बाथ यूनिवर्सिटी
- हंबर कॉलेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड एडवांस्ड लर्निंग
- नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी
- कैंब्रिज यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन
- यूनिवर्सिटी ऑफ अलस्टा
- अमोरी यूनिवर्सिटी
UniConnect, भारत का पहला और सबसे बड़ा यूनिवर्सिटी फेयर जहाँ आपको घर बैठे ही मिल सकता है आपकी पसंद की यूनिवर्सिटी के रिप्रेजेंटेटिव से बात करने का मौका।
भारत में डी फार्मेसी की पेशकश करने वाली टॉप यूनिवर्सिटी
नीचे हमने भारत में डी फार्मेसी की पेशकश करने वाले कुछ प्रमुख और टॉप मेडिकल संस्थानों और कॉलेजों को सूचीबद्ध किया है–
- मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज, कर्नाटक
- डीआईटी विश्वविद्यालय, उत्तराखंड
- जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी, ऊटी
- देवभूमि ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस
- ओम साई पैरामेडिकल कॉलेज
- आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज
- ग्रांट मेडिकल कॉलेज
- इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
- MS रमैया मेडिकल कॉलेज
- जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च
डी फार्मेसी के लिए योग्यता
दुनिया भर के किसी भी प्रमुख विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने के लिए, छात्रों को कुछ प्रमुख शर्तें पूरी करनी होंगी। डी फार्मेसी कोर्स के लिए, उम्मीदवार को निम्नलिखित योग्यता को पूरा करना होगा–
- उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान (BiPC विषय) के साथ 12वीं की पढ़ाई पूरी करनी होगी।
- भारत में कई कॉलेजों में इस कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षाएं भी आयोजित की जाती हैं। वहीं विदेशों में कोई विदेश परीक्षा नहीं हैं।
- उम्मीदवार को 12वीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने चाहिए, खासकर जीव विज्ञान में।
- यदि आप विदेश में इस कोर्स की पढ़ाई करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको SOP, LOR के साथ IELTS/ TOEFL / PTE/ डुओलिंगो आदि के स्कोर इंग्लिश प्रोफिशिएंसी प्रमाण के रूप में प्रदान करना होगा।
क्या आपको IELTS और TOEFL की तैयारी में मदद और एक उचित मार्गदर्शन चाहिए, तो आज ही Leverage Live पर रजिस्टर करें और अपने टेस्ट में उमदा प्रर्दशन करें।
आवेदन प्रक्रिया
डी फॉर्मेसी कोर्स के लिए भारत और विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है–
विदेश में आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:
यदि आप विदेश में पढ़ना चाहते हैं, तो एप्लीकेशन प्रोसेस की जानकारी के लिए आप हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स को 1800 572 000 पर कॉल कर सकते है।
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। आप Leverage Finance के ज़रिए भी अपने कोर्स और यूनिवर्सिटी के आधार पर एजुकेशन लोन प्राप्त कर सकते हैं।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
एक आकर्षक SOP लिखने से लेकर कंप्लीट एप्लीकेशन प्रोसेस में मदद के लिए आप हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स की सहायता ले सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज़
विदेश में पढ़ने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई है–
- आधिकारिक अकादमिक ट्रांसक्रिप्ट्स
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी / रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक डिटेल्स
विभिन्न देशों में रहन-सहन के खर्चों का अधिक विस्तृत विवरण जानने के लिए Cost of Living Calculator देखें।
प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं
डी फार्मा कार्यक्रम में प्रवेश के लिए कई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षाएं होती हैं। इन लोकप्रिय डी फार्मा प्रवेश परीक्षाओं में से कुछ नीचे सूचीबद्ध हैं–
Annamalai University All India Medical Entrance Exam Pharmacy(AU AIMEE Pharmacy) | Graduate Pharmacy Aptitude Test (GPAT) |
West Bengal Joint Entrance Exam (WBJEE- Pharmacy) | Uttar Pradesh State Entrance Exam (UPSEE- Pharmacy) |
Odisha Joint Entrance Exam – Pharmacy (OJEE-P) | Maharashtra Common Entrance Test – Pharmacy (MHT CET) |
Rajasthan University of Health Sciences (RUHS-P) | Karnataka Common Entrance Test (KCET) |
Gujarat Common Entrance Test (GUJCET) | Goa Common Entrance Test (Goa CET) |
नोट– विदेश में पढ़ने के लिए, कोर्स के अनुसार जरूरी परीक्षाओं के बारे में जानने के लिए Leverage Edu एक्सपर्ट्स से संपर्क करें।
भारत में डी फार्मेसी के लिए सालाना औसत फीस
यह संस्थान, निजी, अर्ध-निजी, या सरकारी होने के प्रकार और देशों के आधार पर कम या ज्यादा हो सकता है। भारत में D Pharm कोर्स की औसत फीस INR 45,000-1 लाख प्रति वर्ष है। वहीं विदेशों में इसकी फीस INR 10-20 लाख प्रतिवर्ष है।
छात्रवृत्तियां
फार्मेसी पाठ्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए उपलब्ध कुछ अंतर्राष्ट्रीय छात्रवृत्ति का उल्लेख नीचे किया गया है-
- Richard Cullen and Siu-Kuen Chan Scholarship at International House
- Education Future International Scholarship
- Out-of-State Competitive Tuition Waiver in the United States
- Laurentian University Academic Excellence Scholarship
- School of Nursing International Awards in USA
- Purdue University Trustees Scholarship
- WAY TO VICTORIA INTERNATIONAL SCHOLARSHIPS IN AUSTRALIA
यह भी पढ़ें: कनाडा में फार्मेसी में मास्टर्स: एक गाइड
डी फार्मा के लिए किताबें
डी फार्मा के लिए किताबों की टेबल इस प्रकार है:
किताब | यहाँ खरीदें |
DR-ASHOK-SHARMA (6 पुस्तकें द्विभाषी अंग्रेजी हिंदी दोनों में) | यहाँ खरीदें |
Pharmaceutical chemistry by Udit Narayan Vishwakarma | यहाँ खरीदें |
D,Pharma 1st Year (6 पुस्तकें द्विभाषी अंग्रेजी हिंदी दोनों में) | यहाँ खरीदें |
D.Pharma 2nd Year (6 पुस्तकें द्विभाषी अंग्रेजी हिंदी दोनों में) | यहाँ खरीदें |
डी फार्मेसी का करियर स्कोप
जब आप डी फार्मेसी पूरी कर लेते हैं, तो आपके सामने करियर की ढेर सारी संभावनाएं हो जाती हैं। यदि आप इस विशेष डोमेन में गहराई से जाना चाहते हैं, तो आप बैचलर या मास्टर स्तर पर उपलब्ध उच्च-स्तरीय डिग्री प्राप्त कर सकते हैं, जिसके बाद आप ड्रग इंस्पेक्टर, ड्रग कंट्रोलर, टेक्निकल सुपरवाइजर, क्वालिटी एनालिस्ट, प्रोडक्शन एग्जीक्यूटिव जैसे जॉब प्रोफाइल पा सकते हैं। नीचे हमने फार्मेसी में डिप्लोमा पूरा करने वाले छात्रों के लिए उपलब्ध कुछ प्रमुख नौकरी के अवसरों की लिस्ट तैयार की है–
- एडवाइजर फार्मासिस्ट
- क्लिनिकल फार्मासिस्ट
- डिस्पेंसरी फार्मासिस्ट
- कम्युनिटी फार्मासिस्ट
- हॉस्पिटल फार्मासिस्ट
- मेडिसिन मैनेजमेंट टेक्निशियन
- मेडिकल ट्रांसक्रिप्शनिस्ट
- फार्मेसी असिस्टेंट
डी फार्मेसी के लिए भर्ती करने वाली कंपनियां
फार्मासिस्ट के लिए टॉप रिक्रूटर्स निम्नलिखित हैं–
- Johnson & Johnson
- Pfizer
- Roche
- Novartis
- Merck & Co.
- GlaxoSmithKline
- Sanofi Abbvie
डिप्लोमा इन फार्मेसी करने के बाद जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
डिप्लोमा इन फार्मेसी करने के बाद जॉब प्रोफाइल्स और उनकी औसत सालाना सैलरी नीचे दी गई है-
जॉब प्रोफाइल्स | औसत सालाना सैलरी (INR) |
फार्मासिस्ट | 2-3 लाख |
एनालिटिकल केमिस्ट | 5-6 लाख |
रिसर्च अफसर | 4-5 लाख |
साइंटिफिक अफसर | 7-8 लाख |
रिसर्च एंड डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव | 6-7 लाख |
मेडिकल ट्रांस्क्रिप्शनिस्ट | 3-4 लाख |
प्रोडक्शन एग्जीक्यूटिव | 4-5 लाख |
पैथोलॉजिकल लैब साइंटिस्ट | 4-5 लाख |
FAQs
डी फार्मेसी का फुल फॉर्म डिप्लोमा इन फार्मेसी है। इस डिप्लोमा प्रोग्राम का उद्देश्य फार्मेसी के लगातार बढ़ते क्षेत्र का मूलभूत ज्ञान प्रदान करना है। इस कोर्स की अवधि 1-2 साल के बीच होती है। इसके अंतर्गत छात्रों को विभिन्न फार्मास्युटिकल दवाओं के निर्माण के पीछे की बुनियादी प्रक्रियाओं के बारे में जानने को मिलता है।
नहीं, आप 12वीं आर्ट्स के बाद फार्मेसी में डिप्लोमा नहीं कर सकते। डी फार्मेसी के लिए योग्यता 12वीं कक्षा में न्यूनतम 50% के साथ पीसीबी (भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान) है।
नहीं, आप 10वीं कक्षा के बाद डी. फार्मेसी नहीं कर सकते। इस कोर्स के लिए न्यूनतम योग्यता कक्षा 12वीं विज्ञान है।
बी फार्मेसी 4 साल का कोर्स है और यह एक बैचलर डिग्री कोर्स है जबकि डीफार्मा 2 साल का डिप्लोमा कोर्स है।
हम आशा करते हैं कि इस ब्लॉग ने आपको डी फार्मेसी और इसकी अनिवार्यताओं के बारे में सारी जानकारी प्रदान की हैं। यदि आप विदेश में इस कोर्स को करने और टॉप चिकित्सा संस्थानों के बारे में जानना चाहते हैं, तो आज ही हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से संपर्क करें और उचित मार्गदर्शन पाएं। एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए 1800 572 000 पर कॉल करें।
-
Mohamed Raees Ali 10+2 me pcm hai mujhe D pharma karna hai ho jayega ya nhi
-
हैलो मोहम्मद रईस, 12वीं में पीसीएम होने के बाद भी आप डी फाॅर्मा कर सकते हैं।
-
Yes honjayega
-
-
PCM wale D farma course kr sakte hai ki nhi…??
-
ताहिर परवाज़ जी, D फार्मा कोर्स करने के लिए PCB की आवश्यकता होती है।
-
Mera 12(pcb) me 47.71% h kya me D farma kar sakta hu plz bataye
-
विकास जी, आप इतने प्रतिशत पर डी-फार्मा का कोर्स कर सकते हैं।
-
-
17 comments
Rajasthan me d Pharma karane wale institute kaha h sir
सुलतान जी, राजस्थान में कई ऐसे इंस्टिट्यूट है जो डी फार्मा का कोर्स करवाते हैं।
Main 10. Ke baad D pharmacy karna chahata hoon
राहुल जी, आप बिलकुल कर सकते हैं। इसके लिए आपको 10वीं में 40% अंक लाने की आवश्यकता होगी।
88 ka 12 pass hu d pharmacy ka course karna chahta hu
संजीव जी, आपका उत्तर स्पष्ट नहीं है। वर्ष 1988 में आपने 12th पास की है या आपके 12th में 88% हैं?
Mene 12th agriculture chemistry and biology me ki hai to kya me d.pharma kar sakta hu?
हैलो मुकेश, आप कोर्स कर सकते हैं।
Sir hme d pharma krna tha to aap career ke bare btaye aur entrance je process ko bhi btaye
हैलो प्रदुम, डी फार्मेसी का फुल फॉर्म डिप्लोमा इन फार्मेसी है। इस डिप्लोमा प्रोग्राम का उद्देश्य फार्मेसी के लगातार बढ़ते क्षेत्र का मूलभूत ज्ञान प्रदान करना है। इस कोर्स की अवधि 1-2 साल के बीच होती है। इसके अंतर्गत छात्रों को विभिन्न फार्मास्युटिकल दवाओं के निर्माण के पीछे की बुनियादी प्रक्रियाओं के बारे में जानने को मिलता है। डी फार्मा के बारे में अधिक जानने के लिए आप हमारा ब्लाॅग पढ़ सकते हैं।
Mohamed Raees Ali 10+2 me pcm hai mujhe D pharma karna hai ho jayega ya nhi
हैलो मोहम्मद रईस, 12वीं में पीसीएम होने के बाद भी आप डी फाॅर्मा कर सकते हैं।
Yes honjayega
PCM wale D farma course kr sakte hai ki nhi…??
ताहिर परवाज़ जी, D फार्मा कोर्स करने के लिए PCB की आवश्यकता होती है।
Mera 12(pcb) me 47.71% h kya me D farma kar sakta hu plz bataye
विकास जी, आप इतने प्रतिशत पर डी-फार्मा का कोर्स कर सकते हैं।