D Pharma Syllabus in Hindi: डी फार्मा कोर्स क्या है? जानिए इस कोर्स का सम्पूर्ण सिलेबस

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D Pharma Syllabus in Hindi: जानिए डी फार्मा कोर्स का संपूर्ण सिलेबस

D Pharma Syllabus in Hindi: डी फार्मा (D. Pharma) एक ऐसा कोर्स है जो उन छात्रों के लिए बनाया गया है जो मेडिकल फील्ड में जल्दी नौकरी करना चाहते हैं। यह कोर्स 2 साल का होता है, जिसमें दवाओं से जुड़ी पढ़ाई करवाई जाती है। इस कोर्स को करने के बाद आप फार्मासिस्ट, हॉस्पिटल असिस्टेंट, या मेडिकल शॉप जैसे क्षेत्रों में काम कर सकते हैं। डी फार्मा के सिलेबस में आपको दवाओं की जानकारी, उनके असर, बनाने की प्रक्रिया और अस्पताल में दवाओं का सही इस्तेमाल कैसे होता है – ये सब पढ़ाया जाता है। इस लेख में हम डी फार्मा के सिलेबस (D Pharma Syllabus in Hindi) की पूरी जानकारी सरल भाषा में देने जा रहे हैं, ताकि आप समझ सकें कि इस कोर्स में क्या-क्या पढ़ाया जाता है।

डी फार्मा कोर्स क्या है?

डी फार्मा की फुल फॉर्म ‘डिप्लोमा इन फार्मेसी’ होती है। आपको बता दें कि इस डिप्लोमा कोर्स की अवधि 2 साल होती है। जिसके अंतर्गत छात्रों को विभिन्न फार्मास्युटिकल दवाओं एवं उनके निर्माण के पीछे की बुनियादी प्रक्रियाओं के बारे में जानने को मिलता है। इसके साथ ही यह कोर्स चिकित्सा प्रबंधन के कई सिद्धांतों को भी शामिल करता है।D Pharma कोर्स 2 साल का होता है। जिसमें प्रत्येक वर्ष 6 अलग-अलग विषय होते हैं। प्रथम और द्वितीय वर्ष के लिए डी फार्मा के सिलेबस का विवरण इस प्रकार है:

प्रथम वर्ष का सिलेबस 

डी फार्मा सिलेबस (D Pharma Syllabus in Hindi) के इस ब्लॉग में आप D Pharma के प्रथम वर्ष का सिलेबस यहाँ टेबल में देख सकते हैं। 

टॉपिक्स सब टॉपिक्स 
फार्मास्यूटिक्स 1 फार्मास्यूटिकल्स की पैकेजिंग
साइज सेपरेशन बाई फिल्ट्रेशन
क्लैरिफिकेशन एंड फिल्ट्रेशन
इंट्रोडक्शन ऑफ़ वेरियस डोसेज फॉर्म्स
मेट्रोलॉजी
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री 1एंटीऑक्सीडेंट
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एजेंट
टॉपिकल एजेंट
डेंटल प्रोडक्ट्स
एसिड
बेस और बफर
फार्माकोग्नॉसी फार्माकोग्नॉसी डेफिनिशन
हिस्ट्री एंड स्कोप ऑफ़ फार्मास्युटिकल एसिड
क्लासिफिकेशन ऑफ़ ड्रग्स
ड्रग एवल्यूशन
बायोकेमिस्ट्री और क्लीनिकल पैथोलॉजी इंट्रोडक्शन टू बायोकेमिस्ट्री
कार्बोहाइड्रेट्स
लिपिड्स
विटामिन्स
एन्ज़ाइम्स
मेडिकल साइंस
हेल्थ एजुकेशन एंड कम्युनिटी फार्मेसीहेल्थ
न्यूट्रिशन एंड हेल्थ कॉन्सेप्ट्स
फंडामेंटल्स ऑफ़ माइक्रोबायोलॉजी
कम्युनिकेबल डिसीस
फर्स्ट ऐड 
ह्यूमन एनॉटोमी एंड फिशियोलाॅजी स्कोप ऑफ़ एनाटॉमी और फिजियोलॉजी
प्राइमरी टिश्यू
स्केलेटल सिस्टम
रेस्पिरेटरी सिस्टम मस्क्युलर सिस्टम
कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम

द्वितीय वर्ष का सिलेबस 

D Pharma Syllabus in Hindi के इस ब्लॉग में आप D Pharma के द्वितीय वर्ष का सिलेबस नीचे दिए टेबल में देख सकते हैं। 

टॉपिक्स सब टॉपिक्स 
फार्माकोलॉजी II रीडिंग एंड अंडरस्टैंडिंग प्रिस्क्रिप्शन
स्टडीज ऑफ़ वेरियस टाइप्स ऑफ़ इंकंपैटिबिलिटी
टाइप्स ऑफ़ पाउडर्स
पोसोलॉजी एंड लिपिड
फॉर्म्स ऑफ़ डोस
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री II इंट्रोडक्शन टू नोमेनक्लेचर ऑफ़ आर्गेनिक केमिकल सिस्टम
एंटीसेप्टिक्स एंड डिसइंफेक्टेंट्स
एंटीलेप्रोटिक ड्रग्स
एंटीबायोटिक्स
हिप्नोटिक्स
फार्माकोग्नॉसी टॉक्सिकोलॉजी इंट्रोडक्क्शन टू फार्माकोलॉजी
स्कोप ऑफ़ फार्माकोलॉजी
ड्रग्स: फायदे और नुकसान
जनरल मैकेनिज्म ऑफ़ ड्रग्स एक्शन
ड्रग्स एक्टिंग ऑन सेंट्रल नर्वस सिस्टम
फार्मास्युटिकल जुरिस्प्रूडेंस ऑरिजिन एंड नेचर ऑफ़ फार्मास्युटिकल लॉ
प्रिंसिपल एंड इम्पोर्टेंस ऑफ़ प्रोफेशनल एथिक्स
फार्मेसी एक्ट 1948
ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट 1940
ड्रग्स एंड मेजिकल रेमेडीज एक्ट 1954
ड्रगस्टोर बिज़नेस मैनेजमेंटइंट्रोडक्शन टू हाउस मैनेजमेंट
सेल्स
रिक्रूटमेंट
ट्रेनिंग
बैंकिंग एंड फायनांस
इंट्रोडक्शन टू अकॉउंटिंग 
हॉस्पिटल क्लीनिकल फार्मेसीडेफिनिशन
फंक्शन्सएंड क्लासिफिकेशन ऑफ़ हॉस्पिटल्स
ड्रग्स डिस्पेन्सिंग सिस्टम इन हॉस्पिटल
क्लीनिकल फार्मेसी
मॉडर्न डिस्पेंसिंग एस्पेक्ट्स 

डी फार्मेसी के लिए बेस्ट बुक्स

अगर आप डी फार्मा का कोर्स करना चाहते हैं और आप इसके लिए बेस्ट बुक्स की तलाश कर रहे हैं, तो D Pharma Syllabus in Hindi के इस ब्लॉग में आपको टेबल में कुछ बुक्स के नाम दिए जा रहे हैं जो आपके के लिए मददगार साबित हो सकती हैं:

किताब का नाम लेखक यहाँ से खरीदे 
सिम्पलीफाइड नोट्स इन फार्माकोलॉजी डॉ. सतीश बहेकरयहाँ से खरीदे 
डी फार्मा 1st ईयर बुक पैक of 5 सब्जेक्ट्स के शिव प्रसाद और डॉ. वेणु गोपाल राय यहाँ से खरीदे 
साल्व्ड पेपर्स फॉर डी फार्मा 1st ईयर एक्सपीरियंस फैकल्टी यहाँ से खरीदे 
ठाकुर पब्लिकेशन बुक फॉर डी फार्मा 1st ईयर ठाकुर पब्लिकेशन यहाँ से खरीदे 
ऑल इन वन (5 इन  1) डी फार्मा 1st ईयर बाई लिन्न्गुअल जॉय पब्लिकेशन यहाँ से रीदे 

डी फार्मा पात्रता मानदंड (D. Pharmacy Eligibility Criteria in Hindi)

डी फार्मा कोर्स में प्रवेश के लिए कुछ मुख्य योग्यताएं निम्नलिखित हैं:

  • छात्र ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की हो।
  • 12वीं में भौतिकी, रसायन और जीवविज्ञान/गणित (PCB/PCM) विषय होना अनिवार्य है।
  • न्यूनतम 45%–50% अंक आवश्यक होते हैं (आरक्षित वर्ग के लिए छूट हो सकती है)।
  • कुछ राज्यों/कॉलेजों में प्रवेश परीक्षा देना पड़ सकता है।

डी फार्मा में एडमिशन (D. Pharma admission process in hindi)

डी फार्मा में एडमिशन के लिए दो मुख्य तरीके अपनाए जाते हैं:

  1. सीधा प्रवेश (Direct Admission):
    • कई निजी संस्थान 12वीं के अंकों के आधार पर सीधे प्रवेश देते हैं।
  2. प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam):
    • कुछ राज्य स्तरीय या संस्थान-स्तरीय परीक्षाएं होती हैं जैसे कि:
      • JEECUP (उत्तर प्रदेश)
      • GUJCET (गुजरात)
      • D Pharmacy Entrance Test (कुछ निजी विश्वविद्यालय)
    • परीक्षा पास करने के बाद मेरिट लिस्ट के आधार पर काउंसलिंग और कॉलेज अलॉटमेंट होता है।

डी फार्मा सिलेबस की तैयारी कैसे करें?

डी फार्मा सिलेबस (D Pharma Syllabus in Hindi) की तैयारी करने के लिए यहाँ कुछ साधारण टिप्स दी गई है:

  • फार्मास्यूटिक्स: दवा निर्माण की प्रक्रियाएं और फॉर्मूलेशन की थ्योरी को अच्छे से समझें।
  • फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री: दवाओं के रासायनिक गुणधर्म और उनके संश्लेषण पर ध्यान दें।
  • फार्माकोग्नोसी: औषधीय पौधों के स्रोत, गुण, और उनके उपयोग को याद करें।
  • बायोकैमिस्ट्री और क्लिनिकल पैथोलॉजी: एंजाइम, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और ब्लड टेस्टिंग से जुड़ी अवधारणाओं को स्पष्ट करें।
  • ह्यूमन एनाटॉमी और फिजियोलॉजी: शरीर की संरचना और कार्यप्रणाली को चार्ट और डायग्राम के माध्यम से पढ़ें।
  • फार्माकोलॉजी: दवाओं के प्रभाव, उपयोग, साइड इफेक्ट और इंटरैक्शन को याद रखने के लिए नोट्स बनाएं।
  • फार्मास्युटिकल ज्यूरिसप्रुडेंस: फार्मेसी कानून और दवा विनियमन से जुड़े महत्वपूर्ण अधिनियमों को समझें।
  • हॉस्पिटल और क्लिनिकल फार्मेसी: दवा वितरण प्रणाली और मरीजों की देखभाल से जुड़े पहलुओं का अध्ययन करें।
  • प्रैक्टिकल नॉलेज: लैब वर्क और प्रैक्टिकल एक्सपेरिमेंट्स को नियमित रूप से करें।
  • मॉक टेस्ट और रिवीजन: नियमित रूप से टेस्ट दें और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें।

FAQs

डी फार्मा में कितने विषय होते हैं?

डी फार्मा का कोर्स करने पर हमें फार्मेसी में डिप्लोमा की डिग्री मिलती है। यह कोर्स 2 साल का होता है जिसके पहले साल में आपको 6 सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं। जबकि दुसरे साल में भी 6 सब्जेक्ट पढ़ने अनिवार्य होते हैं। 

डी फार्मा कोर्स में 1 साल की फीस कितनी होती है?

डी फार्मा की फीस अलग अलग देशों और संस्थानों के आधार पर कम या ज्यादा हो सकती है। भारत में अगर D Pharma कोर्स की औसत फीस की बात करें तो यह अनुमानित INR 45,000 से लेकर 1 लाख रूपये प्रति वर्ष है।

क्या डी फार्मा एक अच्छा कोर्स है?

डी. फार्मा कोर्स को पूरा करने के बाद एक व्यक्ति को भारत के निजी और सरकारी अस्पतालों में फार्मासिस्ट के रूप में रोजगार के अवसर मिलते हैं।

डी फार्मा और बी फार्मा में सबसे अच्छा कोर्स कौन सा है?

D Pharma हो या B Pharma दोनों कोर्स को करने के बाद आपको मेडिकल लाइसेंस मिल जाता है। लेकिन D Pharma एक डिप्लोमा कोर्स होता जबकि B Pharma एक स्नातक लेवल का कोर्स है। इसलिए बी फार्मा की वैल्यू डी फार्मा से ज्यादा होती है।

डी फार्मा करने के क्या क्या फायदे हैं?

डी फार्मा कोर्स करने के निम्नलिखित फायदे हैं:-
D फार्मा करने के बाद आप Scientific officer बन सकते हैं।
खुद का मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं।
सरकारी या फिर फार्मसिस्ट कंपनी मे जॉब्स पा सकते हैं।

डी फार्मा फर्स्ट ईयर में कितने सब्जेक्ट होते हैं?

फार्मास्यूटिक्स, फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री, फार्माकोग्नॉसी, एनाटॉमी और फिजियोलॉजी तथा सोशल फार्मेसी डी फार्म प्रथम वर्ष में सामान्य रूप से शामिल किए जाने वाले विषय हैं। इसे फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) द्वारा निर्धारित किया जाता है। विषय वही रहते हैं, लेकिन अलग-अलग कॉलेजों में शामिल किए जाने वाले विषय अलग-अलग हो सकते हैं।

डी फार्मा की पढ़ाई कैसे करें?

किसी भी कॉलेज में डिप्लोमा इन फार्मेसी [डी. फार्म.] कोर्स में प्रवेश के लिए न्यूनतम पात्रता योग्यता किसी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक बोर्ड से विज्ञान स्ट्रीम में 10+2 स्तर की शिक्षा है। 10+2 स्तर पर न्यूनतम कुल स्कोर 35% (पासिंग मार्क्स) भी आवश्यक है।

क्या डी फार्मा के बाद मेडिकल स्टोर खोला जा सकता है?

हाँ, डी फार्मा कोर्स पूरा करने के बाद रजिस्ट्रेशन करवाकर आप खुद का मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं।

डी फार्मा कोर्स के लिए आयु सीमा क्या है?

अधिकांश संस्थानों में न्यूनतम आयु 17 वर्ष होती है। अधिकतम आयु सीमा संस्थान पर निर्भर करती है।

क्या डी फार्मा करने के बाद सरकारी नौकरी मिल सकती है?

हाँ, डी फार्मा के बाद आप सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य विभाग, रेलवे, सेना और अन्य सरकारी संस्थानों में फार्मासिस्ट के पद पर आवेदन कर सकते हैं।

आशा करते हैं कि आपको D Pharma Syllabus in Hindi के इस ब्लॉग से सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। सिलेबस से जुड़े ऐसे ही या अन्य ज्ञानवर्धक ब्लॉग्स पढ़ने के लिए बने रहिए Leverage Edu के साथ।

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