भारतीय इतिहास निश्चित रूप से कई देशभक्त स्वतंत्रता सेनानियों और समाज सुधारकों से भरा हुआ है। उनमें से एक प्रसिद्ध नाम भीमराव रामजी अम्बेडकर का है। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के महू जिले के एक गांव में हुआ था। बचपन से उन्हें सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ा था। उनके घर की आर्थिक स्थिति भी बहुत ख़राब थी। इसके बावजूद भी उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की। अपनी प्रतिभा के बल पर ही उन्होंने कुल 32 डिग्रियां प्राप्त की थीं और आजादी के बाद अंबेडकर जी ने संविधान भी लिखा था जिसके बारे में आपको पूरी जानकारी होनी चाहिए। इसलिए आज के इस ब्लॉग में हम डॉ भीमराव अंबेडकर ने संविधान में क्या लिखा था के बारे में जानेंगे।
डॉ भीमराव अंबेडकर कौन हैं?
डॉ भीमराव अम्बेडकर अनेक प्रतिभाओं के धनि थे। वह एक राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और समाज सुधारक थे। उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्यप्रदेश के महू जिले के एक छोटे से गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई मुरबादकर था।
अम्बेडकर दलित बौद्ध आंदोलन के पीछे भी एक प्रमुख शक्ति थे। इसके अलावा, यह व्यक्ति उस समय भारतीय समाज में मौजूद असंख्य असमानताओं का मुकाबला करने के लिए प्रतिबद्ध था। अम्बेडकर ने अन्याय के खिलाफ अपने संघर्ष के तहत अछूतों की ओर से एक अभियान चलाया और भारत की आजादी के बाद वह देश के पहले कानून एवं न्याय मंत्री बने।
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डॉ. भीमराव अंबेडकर ने संविधान में क्या लिखा था?
भारतीय संविधान वास्तव में नियमों और कानूनों का एक लंबा समूह है जिसे डॉ. भीमराव अंबेडकर ने 26 नवंबर 1949 को लिखकर तैयार किया था। इसमें अलग-अलग चीज़ों के लिए अलग-अलग नियमों वाले 395 अनुच्छेद, 22 भाग और 8 अनुसूचियां है। 26 जनवरी 1950 को आधिकारिक तौर पर इसका उपयोग शुरू हुआ। बाद में, इसे थोड़ा छोटा और समझने में आसान बनाने के लिए संविधान में कुछ बदलाव किए गए। आज भारतीय संविधान में 448 अनुच्छेद, 22 भाग और 12 अनुसूचियाँ हैं। यदि कोई इन नियमों को तोड़ता है तो उसे भारत के नागरिक के रूप में नहीं बल्कि अपराधी के रूप में देखा जाएगा। संविधान को भारत देश में इंडिया या भारत नाम से कहा गया है।
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FAQs
डॉ. भीमराव अंबेडकर के पास कुल 32 डिग्रियां थीं।
भीमराव अंबेडकर के पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई था। वे रामजी मालोजी सकपाल और भीमाबाई के 14वीं व अंतिम संतान थे।
मधुमेय (डायबिटीज) की बीमारी के चलते, 6 दिसंबर 1956 को बाबासाहेब की मृत्यु हो गई।
बाबा साहेब के गुरु का नाम कृष्ण केशव अंबेडकर था।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको डॉ भीमराव अंबेडकर ने संविधान में क्या लिखा था के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।