आज के समय में इंजीनियरिंग के बिना दुनिया के विकास की कल्पना करनी मुश्किल है। इसी के चलते भारत और विदेश में इंजीनियरिंग की पढ़ाई ट्रेंडिंग कोर्सेज की लिस्ट में शामिल है। इंजीनियरिंग के फील्ड में अपना करियर बनाना चाहने वाले छात्रों के पास कई बेहतरीन विकल्प हैं। अनेकों विकल्पों में से एक विकल्प स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग भी है, जिसके अंतर्गत छात्रों के लिए करियर ऑप्शन अच्छे हैं। आइए इस ब्लॉग में structural engineering in Hindi के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कोर्स नेम | स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग |
एकेडमिक कैलेंडर | सेमेस्टर |
बेसिक कोर्सेज | बीटेक, एमटेक |
स्वीकृत प्रवेश परीक्षाएं | GATE और TANCET |
टॉप रिक्रूटर्स | -Hindustan Construction Company (HCC) -Mott MacDonald -Tata Consultancy Services |
बेसिक सैलेरी | INR 4-5 लाख हर साल |
जॉब | -क्वालिटी एनालिस्ट -स्ट्रक्चर इंजीनियर -स्ट्रक्चरल कंसलटेंट |
आवश्यक दस्तावेज | -हाई स्कूल मार्कशीट -इंटरमीडिएट मार्कशीट -पासपोर्ट साइज फोटो-बैचलर्स डिग्री -मास्टर डिग्री |
This Blog Includes:
- स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग क्या है?
- स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग कोर्स को क्यों चुनें?
- स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के कोर्सेज
- स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के विषय
- स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के लिए विदेश की यूनिवर्सिटीज
- स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के लिए भारतीय यूनिवर्सिटी
- स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के लिए योग्यता
- स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के लिए आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- प्रवेश परीक्षाएं
- टॉप रिक्रूटर्स
- स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के बाद जॉब्स
- सैलरी
- FAQs
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग क्या है?
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग के क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन कोर्स हैं। यह पाइपलाइन इंजीनियरिंग से लेकर ब्रिज इंजीनियरिंग और बिल्डिंग इंजीनियरिंग से लेकर विमान और जहाजों जैसी विशाल वायु और जल संरचनाओं तक के बारे में हो सकता हैं। स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग इमारतों, पुलों, भूकंप और औद्योगिक संरचनाओं के लिए संरचनात्मक सहायता प्रणालियों का डिज़ाइन है। इंजीनियरिंग की यह शाखा एक लोड को सुरक्षित रूप से समर्थन करने पर केंद्रित है, और इन समर्थनों को डिजाइन करने के लिए भौतिकी और गणित के सिद्धांतों पर निर्भर करती है। भारत में, स्ट्रक्चरल इंजीनियरों की मांग अधिक है क्योंकि प्रत्येक निर्माण के लिए कुशल इंजीनियरों की आवश्यकता होती है ताकि इसकी स्थायित्व और गुणवत्ता बनाए रखी जा सके। बड़ी संख्या में बिल्डर, ठेकेदार या आर्किटेक्ट स्ट्रक्चरल इंजीनियरों को अपने सलाहकार के रूप में नियुक्त करते हैं।
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग कोर्स को क्यों चुनें?
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग कोर्स को क्यों चुनें इसकी जानकारी नीचे दी गई है-
- स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग अध्ययन के सबसे लोकप्रिय क्षेत्रों में से एक है। स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग क्षेत्र के उद्योग में मांग लगातार पिछले 10 वर्षों की तुलना में ज्यादा बढ़ रही है।
- स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के कोर्स के पूरा होने पर छात्रों को आसानी से विभिन्न आईटी फर्मों और मल्टी नेशनल कंपनियों में प्लानिंग इंजीनियर, असिस्टेंट इंजीनियर, प्रोजेक्ट इंजीनियर, साइट इंजीनियर के रूप में नौकरी मिल जाती है।
- सिविल टेक्नोलॉजी के सभी पहलुओं को समझने में रुचि रखने वाले उम्मीदवारों को निश्चित रूप से इस कोर्स को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर रहना चाहिए।
- स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में बी.टेक के छात्र के लिए औसत पैकेज निजी और सार्वजनिक दोनों संगठनों के लिए उच्च लेवल पर हैं।
- स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में वेतन अत्यधिक आकर्षक है और करियर के विकास के लिए बहुत सारे अवसर हैं।
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के कोर्सेज
भारत में, अधिकांश कॉलेज, विश्वविद्यालय और तकनीकी संस्थान यूजी स्तर पर structural engineering in Hindi की पेशकश नहीं करते हैं। कोर्स यूजी स्तर पर एक इंटीग्रेटेड डिग्री के रूप में पेश किया जाता है। भारत में कुछ कॉलेज स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में पार्ट टाइम के साथ-साथ डिस्टेंस प्रोग्राम भी प्रदान करते हैं। नीचे कोर्सेज के लेवल के बारे में डिटेल में जानते में जानते हैं-
अंडरग्रेजुएशन
पोस्ट ग्रेजुएशन
- Structural Engineering में M.Tech
- Structural Engineering में Post Graduation Diploma
- Civil Engineering (Structural) में Master of Science
- Structural Engineering में MSc
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स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के विषय
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग कोर्स में आने वाले कुछ विषय और उनके टॉपिक्स नीचे दिए गए हैं-
- थ्योरी ऑफ इलास्टिसिटी एंड प्लास्टिसिटी
- एडवांस इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स
- स्ट्रक्चरल मैनेजमेंट
- एडवांस स्ट्रक्चरल एनालिसिस
- स्वाइल स्ट्रक्चरल इंटरेक्शन
- ब्रिज इंजीनियरिंग
- स्ट्रक्चरल ऑप्टिमाइजेशन
- रिपेयर एंड रिहैबिलिटेशन ऑफ स्ट्रक्चर
- स्ट्रक्चरल डायनेमिक एंड अर्थक्वेक इंजीनियरिंग
- एडवांस स्ट्रक्चरल डिजाइन
- एडवांस फाउंडेशन इंजीनियरिंग
- प्री स्ट्रेस्ड कॉन्करेट स्ट्रक्चर्स
- कंपोजिट मैटेरियल एंड स्ट्रक्चर्स
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के लिए विदेश की यूनिवर्सिटीज
Structural engineering in Hindi के लिए विदेश की यूनिवर्सिटीज के नाम इस प्रकार हैं:
यूनिवर्सिटीज | अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए औसत वार्षिक ट्यूशन फीस (यूजी) |
मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT), यूएसए | USD 40,000-42,000 (₹30- 31.50 लाख) |
डेल्फ यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी नीदरलैंड | 10,000-12,000 EURO (₹8.70-10.44 लाख) |
यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज यूके | GBP 24,000-26,000 (₹24-26 लाख) |
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले | GBP 34,000-36,000 (₹34-36 लाख) |
इंपीरियल कॉलेज लंदन, यूके | GBP 38,000-40,000 (₹38-40 लाख) |
यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया | AUD 30,000-32,000 (₹16.20-17.28 लाख) |
यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी, ऑस्ट्रेलिया | AUD 30,000-32,000 (₹16.20-17.28 लाख) |
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स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के लिए भारतीय यूनिवर्सिटी
कॉलेज | सालाना शुल्क (INR) |
राजर्षि साहू कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे | 2.16 लाख |
एमिटी यूनिवर्सिटी, रायपुर | 4.23 लाख |
आइ.आइ.टी खड़कपुर | 82.6 हजार – 9.15 लाख |
एन.आइ.टी त्रिची | 2.27 लाख |
आई.आई.टी बनारस | 10.41 लाख |
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | 1.81 लाख |
मणिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | 4.3 लाख |
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के लिए योग्यता
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग कोर्स करने के लिए योग्यता नीचे दी गई है-
अंडरग्रेजुएशन के लिए
- छात्रों को किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या संस्थान से न्यूनतम 55% अंकों के साथ इंटरमीडिएट पास करना होता है।
- एससी/एसटी/ओबीसी जैसे आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए 5% मॉडरेशन है।
- भौतिक, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान मुख्य अनिवार्य विषय होने चाहिए।
- विदेश में पढ़ने के लिए अंग्रेजी दक्षता परीक्षा IELTS,TOEFL, PTE के अंक अनिवार्य हैं।
पोस्टग्रेजुएशन के लिए
- स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में पोस्टग्रेजुएशन कार्यक्रम के लिए आवेदन करने के लिए न्यूनतम योग्यता किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग में बी.ई./बी.टेक डिग्री है।
- जिन्होंने कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी, आर्किटेक्चर इंजीनियरिंग आदि संबंधित क्षेत्रों में बी.टेक की डिग्री हासिल की है, वे भी आवेदन करने के योग्य हैं।
- उम्मीदवार को अपनी स्नातक डिग्री में कम से कम 60% अंक प्राप्त करने चाहिए।
- विदेश में पढ़ने के लिए अंग्रेजी दक्षता परीक्षा IELTS,TOEFL, PTE के अंक अनिवार्य हैं।
- वहीं GRE अंक भी अनिवार्य हैं।
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स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के लिए आवेदन प्रक्रिया
Structural engineering in Hindi के लिए आवेदन प्रक्रिया नीचे दी गई है-
- विश्वविद्यालयों द्वारा प्रवेश परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म जारी किया जाता है।
- छात्रों को अंतिम तिथि से पहले ऑनलाइन माध्यम से रजिस्ट्रेशन फॉर्म शुल्क के साथ भरा जा सकता है।
- प्रवेश पत्र कॉलेजों और विश्वविद्यालयों द्वारा आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए जाते हैं।
- परीक्षा की तारीख संबंधित कॉलेजों और विश्वविद्यालयों द्वारा आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की जाती है।
- इसके बाद परिणाम आधिकारिक वेबसाइट पर घोषित किया जाता है।
- काउंसलिंग सेशन सभी छात्रों को ऑफलाइन मोड में प्रदान किया जाता है।
- दस्तावेज़ वेरीफिकेशन की तारीख कॉलेजों और विश्वविद्यालयों द्वारा दी जाएगी। छात्रों को ट्यूशन फीस के साथ अपने मूल दस्तावेज कॉलेज में जमा करने होंगे।
- आवश्यक दस्तावेज हाई स्कूल मार्कशीट, इंटरमीडिएट मार्कशीट, पासपोर्ट साइज फोटो, बैचलर्स डिग्री, मास्टर डिग्री हैं।
- मास्टर्स के लिए आवेदन GATE के द्वारा किया जा सकता है।
यूके के लिए आवेदन प्रक्रिया
छात्र यूके के यूनिवर्सिटी से स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए आवेदन कैसे करें यह नीचे बताया गया है-
- छात्र यूके की यूनिवर्सिटी में या तो UCAS की सहायता से या फिर यूनिवर्सिटी के वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदन करने के लिए छात्रों को पहले खुद को रजिस्टर कराना होता है।
- रजिस्टर पूरा होने के बाद छात्रों को लॉगइन आईडी और पासवर्ड प्राप्त होता है, जिसके माध्यम से वे लॉगइन करते हैं तो उनके सामने एप्लीकेशन फॉर्म खुल जाता है।
- एप्लीकेशन फॉर्म में उन्हें सभी आवश्यक सूचना को भरना होता है।
- सारी सूचनाओं को भरने के बाद उनके सामने अगला पेज आता है जिसमें उन्हें आवश्यक दस्तावेज जोड़ने होते हैं और अंत में शुल्क के साथ फॉर्म को जमा करना होता है।
- आवेदक विदेश के विश्वविद्यालय में आवेदन करने के लिए Leverage Edu के विशेषज्ञों से संपर्क कर सकते हैं। वह आपकी आवेदन से लेकर वीजा आवेदन तक सहायता करेंगे।
आवश्यक दस्तावेज़
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग कोर्स करने के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेज़ नीचे दिए गए हैं-
- IELTS,TOEFL के अंक
- बैचलर्स डिग्री
- करिकुलम वाइटा
- LOR
- SOP
- आईडी प्रूफ
प्रवेश परीक्षाएं
कुछ प्रवेश परीक्षाएं जो स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग कोर्स करने के लिए सहायक है –
- JEE Main
- HITSEEE
- HPCET
- SRMJEEE
- GATE
- PGEE
- TANCET
कृपया ध्यान दें: विदेश में स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग कोर्स करने के लिए किसी भी एंट्रेंस एग्जाम की ज़रूरत नहीं होती है।
टॉप रिक्रूटर्स
कुछ कंपनियां जो स्ट्रक्चरल इंजीनियर को रिक्रूट करती हैं, उनके नाम नीचे दिए गए हैं-
- Gammon India Ltd
- KK Engineers Larsen & Toubro Ltd
- Vintec Consultants
- Afcons Infrastructure Ltd
- Arcadis
- Godrej Properties Ltd
- Petrofac
- Floor Corporation
- Reliance Construction
- Tata Projects
- Jacob
- Hindustan Construction Company (HCC)
- Engineering Contracting Company (ECC)
- Mott Macdonald
- Tata Consultancy
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के बाद जॉब्स
कुछ जॉब प्रोफाइल जिनमें स्ट्रक्चरल इंजीनियर अपना फ्यूचर आजमा सकते हैं-
- क्वालिटी एनालिस्ट
- स्ट्रक्चर इंजीनियर
- स्ट्रक्चरल कंसलटेंट
- ब्रिज इंजीनियर
- ऑफसोर कंस्ट्रक्शन इंजीनियर
- ऑफ शोर डिजाइन इंजीनियर
- कंस्ट्रक्शन इंजीनियर
सैलरी
यूके में स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग करने के बाद सालाना औसत सैलरी GBP 36,389 (INR 36.38 लाख) और अमेरिका में USD 84,249 (INR 63.21 लाख) होती है। Glassdoor के अनुसार स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग करने के बाद मिलने वाली सैलरी नीचे दी गई है-
लेवल | सालाना सैलेरी (INR) |
एंट्री लेवल | 4-5 लाख |
मिड करियर | 8-9 लाख |
एक्सपीरियंस | 12-20 लाख |
FAQs
हां, पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम के बाद कोई भी व्यक्ति सिविल इंजीनियरिंग से संबंधित विषय में एम.फिल या पीएचडी कर सकता है।
हां, इस कोर्स के लिए डिस्टेंस लर्निंग शिक्षा कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
यदि आवेदक इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में रिसर्च आधारित करियर बनाना चाहते हैं, तो उनको एमटेक स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग करना चाहिए, अन्यथा, वे बेहतर करियर विकल्पों के लिए MBA कोर्सेज में जा सकते हैं।
आशा करते हैं कि structural engineering in Hindi से जुड़ी हर जानकारी प्राप्त हो गई होगी। अगर आपको विदेश में स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करनी है तो आप हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल कर आज ही 30 मिनट्स का फ्री सेशन बुक कीजिए।