लोहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल एक ऐसे महान स्वतंत्रता सेनानी रहे, जिन्होंने अपने अविस्मरणीय योगदान से भारत को अखंडता और एकता सूत्र में रहने का मंत्र दिया। सरदार पटेल ने आधुनिक भारत के लिए आचार्य चाणक्य की भांति अपनी भूमिका को निभाया, परिणामस्वरूप उन्होंने खंड-खंड भारत को अखंड बनाया। सरदार पटेल का जीवन परिचय युगों-युगों तक युवाओं को प्रेरित कराता रहेगा। सरदार पटेल के अहम योगदान को सम्मान देने के लिए भारत सरकार की ओर से, सरदार वल्लभ भाई पटेल की विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा की स्थापना की गयी। इस ब्लॉग के माध्यम से आप जानेंगे कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति कहां पर है? साथ ही ये जानकारी आपको एकता का महत्व समझाएगी।
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सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति कहां पर है?
भारत को अखंड बनाए रखने के लिए लोहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी ने, स्वतंत्रत भारत की हर छोटी-बड़ी रियासत को एकता सूत्र में बांधने का काम किया। लोहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी ने स्वतंत्रत भारत की हर छोटी-बड़ी रियासत को, एकता सूत्र में बांधने का काम किया। उनके महान कार्यों को देखते हुए भारत सरकार द्वारा भारत के गुजरात राज्य के नर्मदा जिले में नर्मदा नदी के तट पर, सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की मूर्ति की स्थापना की गयी। इसके पीछे का उद्देश्य भारत के लोगों को एकता के प्रति प्रेरित करना है। स्टैचू ऑफ यूनिटी के नाम से प्रसिद्ध सरदार वल्लभ भाई पटेल की यह मूर्ति विश्व की सबसे बड़ी मूर्ति है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण
31 अक्टूबर 2018 को सरदार वल्लभभाई पटेल की 143वीं जयंती के अवसर पर भारत सरकार द्वारा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण करवाया गया था। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया, जिसका उद्देश्य भारत की युवा पीढ़ी और आने वाली पीढ़ी को एकता का महत्व बताना और स्वतंत्र भारत में उनके अतुल्नीय बलिदान को सम्मान देना है। यह परियोजना गुजरात सरकार के अधीन थी, और इसके निर्माण में लगभग 42 महीनों का समय लगा। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण में लार्सन एंड टूब्रो (L&T) कंपनी ने एक प्रमुख भूमिका निभाई, जबकि इसका डिज़ाइन प्रसिद्ध मूर्तिकार राम वी. सुतार ने तैयार किया है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से होने वाले लाभ
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से होने वाले लाभ को नीचे दिए गए बिंदुओं द्वारा आसानी से समझ सकते हैं, जो आपके ज्ञान में वृद्धि करेंगे;
- पर्यटक आकर्षण और सुविधाओं के माध्यम से गुजरात में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है।
- इस प्रतिमा के माध्यम से आने वाली पीढ़ियों को एकता से रहने के लिए प्रेरित करने में आसानी होगी।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के माध्यम से सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है, जिनके अथक प्रयासों से भारतीय रियासतों का विलय भारत में हुआ।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और एकता का प्रतीक है, जो देशवासियों को दृढ़ निश्चय के साथ एकजुट रहने के लिए प्रेरित करती है।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के माध्यम से पर्यटन की संख्या बढ़ी है, जो आज आर्थिक विकास का केंद्र बन चुकी है क्योंकि इससे रोजगार का सृजन होता है।
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FAQs
सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति गुजरात के नर्मदा जिले में नर्मदा नदी के तट पर स्तिथ है।
विश्व की सबसे ऊँची मूर्ति भारत के गुजरात राज्य के नर्मदा नदी के तट पर स्तिथ है, जिसे स्टेचू ऑफ यूनिटी के नाम से जाना जाता है।
सरदार पटेल को लौह पुरुष की उपाधि महात्मा गांधी ने नीतिगत दृढ़ता के लिए दी थी।
आशा है कि आपको ‘सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति कहां पर है’ पर आधारित यह ब्लाॅग जानकारी से भरपूर लगा होगा। इसी तरह के अन्य जनरल नॉलेज के ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।