Digital Marketing in Hindi: डिजिटल मार्केटिंग क्या है और यह कैसे काम करती है?

2 minute read
Digital Marketing Kya Hai

Digital Marketing in Hindi : आज के डिजिटल युग में, जब हर कोई इंटरनेट का उपयोग करता है, तो व्यापारों के लिए अपने उत्पादों और सेवाओं को प्रमोट करने के नए तरीके अपनाना जरूरी हो गया है। यही कारण है कि डिजिटल मार्केटिंग ने पारंपरिक मार्केटिंग को पछाड़ते हुए अपनी जगह बनाई है। डिजिटल मार्केटिंग वह प्रक्रिया है, जिसमें इंटरनेट और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का उपयोग कर ब्रांड, उत्पाद या सेवा का प्रचार किया जाता है। इसमें सोशल मीडिया, ईमेल, सर्च इंजन, और वेबसाइट्स जैसे प्लेटफॉर्म्स शामिल हैं। यह व्यवसायों को न सिर्फ एक विस्तृत ग्राहक वर्ग तक पहुंचने का मौका देता है, बल्कि मार्केटिंग अभियानों को मापने और अनुकूलित करने की भी सुविधा प्रदान करता है। इस ब्लॉग में, हम जानेंगे कि डिजिटल मार्केटिंग क्या है (Digital Marketing Kya hai), इसके प्रमुख घटक क्या हैं, और यह कैसे काम करती है।

This Blog Includes:
  1. Digital Marketing Kya Hai?
  2. डिजिटल मार्केटिंग के लाभ
  3. डिजिटल मार्केटिंग का महत्व
  4. डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार
  5. डिजिटल मार्केटिंग की उपयोगिताएं
  6. B2B डिजिटल मार्केटिंग बनाम B2C डिजिटल मार्केटिंग
  7. डिजिटल मार्केटिंग का सिलेबस
  8. डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कैसे करें?
  9. डिजिटल मार्केटिंग के लिए लोकप्रिय कोर्सेज
  10. डिजिटल मार्केटिंग सीखने के लिए विदेशी यूनिवर्सिटीज
  11. टॉप भारतीय डिजिटल मार्केटिंग संस्थान
  12. डिजिटल मार्केटिंग कोर्स फीस
  13. योग्यता
  14. आवेदन प्रक्रिया
  15. आवश्यक दस्तावेज
  16. डिजिटल मार्केटिंग के लिए बेस्ट पुस्तकें
  17. प्रवेश परीक्षाएं
  18. डिजिटल मार्केटिंग में करियर
  19. टॉप रिक्रूटर्स
  20. डिजिटल मार्केटिंग सैलरी
  21. FAQs

Digital Marketing Kya Hai?

आज से कुछ साल पहले लोग अपनी वस्तुओं को बेचने के लिए विभिन्न प्रकार के तरीके जैसे पोस्टर,टेम्प्लेट, विज्ञापन, अखबारों द्वारा अपनी वस्तुओं की मार्केटिंग करते थेऔर ग्राहकों तक पहुंचाते थे। लेकिन ये सब क्रियाएं (साधन) बहुत ही कम ग्राहकों को लुभा पाती थी, इसलिए व्यापारियों ने अपनी चीजों की मार्केटिंग का तरीका बदला और आजकल हर कोई ऑनलाइन खरीदारी, पैसे भेजने हो या लेने हो, पढ़ाई से जुड़े विभिन्न प्रकार के कोर्स आदि अपने फोन या लैपटॉप से आसानी से कर सकते हैं। 

Digital Marketing in Hindi, यह शब्द साल 2000 के बाद ज्यादा लोकप्रिय होना शुरू हुआ। जब इंटरनेट में सर्च इंजन मार्केटिंग, सोशल मीडिया, ऐप्स आदि का विकास हुआ तब से यह शब्द लोगों के लिए आम बन गया। डिजिटल मार्केटिंग वह है जिसमें हम अपने मोबाइल और कंप्यूटर जैसे डिजिटल उपकरणों द्वारा अपने प्रोडक्ट को विश्व स्तर पर प्रचार कर सकते हैं। 1980 के दशक में सर्वप्रथम कुछ प्रयास किये गये डिजिटल मार्किट को स्थापित करने में परंतु यह सम्भव नही हो पाया । 1990 के दशक मे आखिर मे इसका नाम व उपयोग शुरु हुआ।

डिजिटल मार्केटिंग के लाभ

Digital Marketing kya hai जानने के साथ-साथ इसके लाभ जानने भी आवश्यक हैं, जो इस प्रकार हैं:

  1. यह बहुत कम पैसों में की जा सकती है। इसे आप INR 100 या 1,000 से भी शुरू कर सकते हैं।
  2. यह हम सिर्फ और सिर्फ उन्हीं लोगों तक अपने विज्ञापनों को पहुंचा सकते हैं जिन्हें हमारे प्रोडक्ट्स या फिर सर्विसेज की जरूरत है। जबकि ट्रेडिशनल मार्केटिंग में ऐसा संभव नहीं है।
  3. डिजिटल मार्केटिंग करने में आसान है।
  4. साथ ही साथ हम आसानी से अपने कैंपेन में जरूरी बदलाव कर सकते हैं।
  5.  इसमें प्राय: कन्वर्शन रेट अच्छा होता है। यानी लोग जल्दी से ग्राहक बन जाते हैं।
  6. इंटरनेट मार्केटिंग में जॉब के कई विकल्प हैं।
  7. इंटरनेट मार्केटिंग की मुख्य अवधारणाओं को मजबूत करना। 
  8. अपनी मौजूदा व्यावसायिक वेबसाइट या ब्लॉग का प्रचार करना। 
  9. आपकी SEO टीम कैसे काम कर रही है, इसकी बेहतर निगरानी कर सकते हैं। 
  10. इंटरनेट मार्केटर्स के रूप में घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) से एक फ्रीलान्स के रूप में काम कर सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग का महत्व

डिजिटल मार्केटिंग के महत्व निम्नलिखित है :

  1. यह दौर टेक्नोलॉजी का है और इस आधुनिक समय में हर वस्तु में टेक्निकल विकास हुआ है, इंटरनेट भी इसी आधुनिकता का हिस्सा है।
  2. आज का समाज समय की कमी से परेशान है, इसलिए यह यह काफी आवश्यक हो गया है।
  3. जनता इंटरनेट द्वारा अपनी सुविधा अनुसार अपना मनपसंद व आवश्यक सामान आसानी से प्राप्त कर सकती है ।
  4. कोरोनावायरस के दौर में लोग बाज़ार जाने से बचते हैं ऐसे में यह बिज़नेस को अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेज लोगों तक पहुंचाने में मदद करती है। 
  5. यह कम समय में एक ही वस्तु के कई प्रकार दिखा सकता है और उपभोक्ता को जो पसंद है वे तुरंत उसे ले सकता है। इस माध्यम से उपभोकता का बाज़ार जा कर वस्तु पसंद करने व आने-जाने में जो समय लगता है वो बच जाता है।
  6. इसके द्वारा व्यापारी भी  कम समय में अधिक लोगो से जुड़ सकता है और अपने उत्पाद की खूबियाँ उपभोक्ता तक पहुँचा सकता  है।
  7. यह तो आप सबको पहले से ही पता है कि परिवर्तन जीवन का नियम है ,पहले के समय में और आज के जीवन में कितना बदलाव हुआ है और आज इंटरनेट का जमाना है।
  8. इसकी की मांग वर्तमान समय में बहुत ही मजबूती से देखने को मिल रही है। व्यापारी जो अपना सामान बना रहा है,वो बिना किसी तीसरे व्यक्ति के अपने सामानों को आसानी से ग्राहकों तक पहुंचा रहा है। इससे व्यापार को बढ़ावा मिल रहा है ।
  9. आज के समय में हर व्यक्ति Google, Facebook और YouTube आदि उपयोग कर रहा है, जिसके द्वारा व्यापारी अपने उत्पाद ग्राहकों को दिखाता है। 

डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार

Digital Marketing kya hai के अंतर्गत डिजिटल मार्केटिंग करने के लिए इंटरनेट एकमात्र साधन है, इसके प्रकार नीचे दिए गए हैं-

  • सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO): यह एक ऐसी तकनीक (माध्यम) है जो आपकी वेबसाइट को सर्च इंजन के परिणाम पर सबसे ऊपर जगह दिलाता है जिससे व्यूअर्स की संख्या में वृद्धि होती है। इसके लिए हमें अपनी वेबसाइट को कीवर्ड्स और SEO गाइडलाइन्स के मुताबिक बनाना होता है।
  • सोशल मीडिया: सोशल मीडिया कई प्रकार की वेबसाइटों जैसे Facebook, Twitter, Instagram, LinkedIn आदि से मिलकर बना है। सोशल मीडिया के माध्यम से व्यक्ति अपने विचारों, भावों को हजारों लोगों के सामने रख सकता है। जैसा कि आप सब ने देखा होगा कि जब हम ये साइटों को देखते हैं, तो इस पर थोड़ी-थोड़ी देर में विज्ञापन दिखते हैं यह विज्ञापन आपकी पसंद से जुड़े हो भी सकते हैं और नहीं भी। 
  • ईमेल मार्केटिंग: ईमेल मार्केटिंग हर प्रकार से हर कंपनी के लिए आवश्यक है क्योंकि कोई भी कंपनी नये प्रस्ताव और छूट ग्राहकों को समय अनुसार इसके द्वारा देते हैं जिसके लिए ईमेल मार्केटिंग, डिजिटल विपणन का एक सुगम रास्ता है। किसी भी कंपनी द्वारा अपने उत्पादों को ईमेल द्वारा पहुंचाने को ईमेल मार्केटिंग कहते है। 
  • यूट्यूब चैनल: यूट्यूब, सोशल मीडिया मार्केटिंग का एक ऐसा माध्यम है जिसमे उत्पादक अपने प्रोडक्ट्स को लोगों के सामने सीधा पहुंचा सकता है।
  • एफिलिएट मार्केटिंग: वेबसाइट, ब्लॉग और लिंक्स के माध्यम से उत्पादों के विज्ञापन करने को एफिलिएट मार्केटिंग कहा जाता है। इसके अन्तर्गत आप अपना लिंक बना कर अपने उत्पाद को उस लिंक पर अपलोड करते हैं। जब ग्राहक उस लिंक द्वारा आपका उत्पाद खरीदता है तो आपको उस पर मेहनताना मिलता है।
  • एप्स मार्केटिंग: इंटरनेट पर अलग-अलग प्रकार के एप्स बनाकर लोगों तक पहुंचने और उन एप्स द्वारा अपने उत्पाद का प्रचार करने को ही एप्स मार्केटिंग कहते हैं । आजकल बड़ी संख्या में लोग स्मार्टफोन्स का उपयोग कर रहे हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने एप्स बनाती हैं और एप्स को लोगों तक पहुंचाती है।

डिजिटल मार्केटिंग की उपयोगिताएं

Digital Marketing in Hindi में डिजिटल मार्केटिंग की उपयोगिता के बारे में बताया जा रहा है :

  • आप अपनी वेबसाइट पर ब्रोशर बनाकर उस पर अपने उत्पाद का विज्ञापन लोगों के लेटेर-बॉक्स पर भेज सकते हैं। कितने लोग आपको देख रहे हैं यह भी पता लगाया जा सकता है।
  • वेबसाइट ट्रेफ़िक- सबसे ज्यादा दर्शकों की भीड़ किस वेबसाइट पर है – पहले ये आप जान ले , फिर उस वेबसाइट पर अपना विज्ञापन डाल दें ताकी आपको अधिक लोग देख सकें ।
  • एट्रीब्यूशन मॉडलिंग – इसके द्वारा आप यह पता कर सकते है की आजकल लोग किस उत्पाद में रुचि ले रहे हैं या किन-किन विज्ञापनों को देख रहे हैं ।
  • आप अपने उपभोक्ता से किस प्रकार सम्पर्क बना रहे हैं यह विषय महत्वपूर्ण है। आप उनकी आवश्यक्ता के साथ पसंद का भी ध्यान रख सकते हैं।

B2B डिजिटल मार्केटिंग बनाम B2C डिजिटल मार्केटिंग

Digital Marketing kya hai यहाँ B2B बिजनेस और B2C बिजनेस के बारे में विस्तार से समझाया जा रहा है :

  • B2B बिजनेस एक लम्बी प्रक्रिया है। इसके अलावा इसका बिक्री फनल भी बड़ा होता है। इसमें ग्राहकों को ध्यान में रखकर ही डिजिटल मार्केटिंग से जुड़ी नीतियां बनाई जाती हैं। जबकि B2C में छोटे अवधि वाले ऑफर्स पर अधिक ध्यान दिया जाता है। यह मैसेजिंग की प्रक्रिया पर अधिक निर्भर होता है।
  • B2B में डील्स तर्क और प्रूफ्स पर बेस्ड होती हैं। इसके विपरीत B2C में डिजिटल मार्केटिंग में इमोशनल वेल्यू मायने रखती है। यह कस्टमर को परचेजिंग से संबंधित अच्छा अनुभव प्रदान करने पर ध्यान देती है। ताकि ग्राहक बार बार खरीददारी के लिए आए।
  • B2B में निर्णय लेने के लिए एक से अधिक इनपुट की जरूरत होती है। इन इनपुट को संचालित करने वाले डिजिटल मार्केटिंग टूल्स शेयरिंग और डाउनलोडिंग की प्रक्रिया पर निर्भर होती हैं। इसके उलट B2C में ग्राहक किसी एक ब्रांड के साथ जुड़े रहना पसंद करते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग का सिलेबस

Digital Marketing kya hai जानने के साथ-साथ इसका सिलेबस भी जानना आवश्यक है। हालांकि डिजिटल मार्केटिंग कोर्सेज के लिए वास्तविक सिलेबस की पेशकश मुख्य रूप से कोर्स लेवल के साथ-साथ इंस्टिट्यूट के अनुसार भिन्न होगी, कुछ मुख्य विषय हैं जो सभी स्तरों पर ऐसे कोर्सेज में शामिल हैं। यहां डिजिटल मार्केटिंग सिलेबस के अंतर्गत शामिल प्रमुख विषयों की सूची दी गई है:

  • इंट्रोडक्शन टू डिजिटल मार्केटिंग
  • SEO ऑप्टिमाइजेशन
  • इंट्रोडक्शन टू CRM
  • ईमेल मार्केटिंग
  • कॉम्पिटिटर एंड वेबसाइट एनालिसिस
  • मार्केट रिसर्च
  • कंटेंट क्रिएशन, मैनेजमेंट & प्रोमोशन
  • इंट्रोडक्शन टू वेब एनालिटिक्स
  • मोबाइल मार्केटिंग
  • सोशल मीडिया मार्केटिंग
  • डिजिटल मार्केटिंग बजटिंग, प्लानिंग & फोरकास्ट
  • डिजिटल मार्केटिंग प्रोजेक्ट मैनेजमेंट
  • प्रोडक्ट मार्केटिंग (फेसबुक, इंस्टाग्राम, गूगल ऐड्स) 
  • एफिलिएट मार्केटिंग
  • वेबसाइट डाटा एनालिटिक्स
  • पेड ऐड्स ऑप्टिमाइजेशन स्ट्रेटजीज़ 
  • न्यूरोमार्केटिंग फंडामेंटल्स 

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कैसे करें?

Digital Marketing in Hindi के कोर्सेज ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से किए जा सकते हैं। ऑनलाइन माध्यम में आप google के फ्री सर्टिफाइड कोर्स कर सकते हैं और ऑफलाइन माध्यम में आप कोर्स अपने शहर के किसी अच्छे इंस्टिट्यूट से कर सकते हैं। Google से आप घर बैठे ही मुफ्त में इस कोर्स को सीख सकते हैं। इसके लिए आपको इन दो वेबसाइटों पर जाना है-

  1. Google Digital Unlocked
  2. Google Skill Shop

यह दोनों ही Google की वेबसाइट है जहां से आप घर बैठे आसानी से सीख सकते हैं, नीचे कुछ महत्वपूर्ण बिंदु हैं-

  1. Google की इन दोनों ही वेबसाइटों के द्वारा आप बिना किसी फीस के इस कोर्स को सीख सकते हैं। 
  2. जब आप यहां से कोर्स ख़तम कर लेते हैं तो आपको Google की तरफ से सर्टिफिकेट भी  दिया जाता है। इस सर्टिफिकेट की अन्य के मुकाबले काफी अहमियत होती है।
  3. Google डिजिटल अनलॉक से आप डिजिटल मार्केटिंग की बुनियादी बातों सीख सकते है वो भी टेक्स्ट और वीडियो दोनों फॉर्मेट में । यहां से आप डिजिटल मार्केटिंग की बारीकियों को बहुत अच्छे तरीके से समझ सकते है।
  4. Courses को अनलॉक करने के लिए आपको आपके Google अकाउंट से साइन-अप करना होगा। 
  5. साइन-अप करने के बाद आपके सामने कोर्सेज की डिटेल आ जाएगी, जिसमें 26 मॉड्यूल होंगे जिनकी अवधि 40 घंटे होगी।

डिजिटल मार्केटिंग के लिए लोकप्रिय कोर्सेज

डिजिटल मार्केटिंग में कई सारे कोर्स होते हैं, जिनके अलग-अलग स्पेशलिस्ट होते हैं। ऐसे ही टॉप कोर्स की लिस्ट नीचे दी गई है-

  • CDMM (Customer-Driven Marketing Management) – कस्टमर-ड्रिवन मार्केटिंग मैनेजमेंट
  • SEO (Search Engine Optimization) – सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन
  • SMM (Social Media Marketing) – सोशल मीडिया मार्केटिंग
  • E-mail Marketing – ईमेल मार्केटिंग
  • Inbound Marketing – इनबाउंड मार्केटिंग
  • Growth Hacking – ग्रोथ हैकिंग
  • Web Analytics – वेब एनालिटिक्स
  • Mobile Marketing – मोबाइल मार्केटिंग

डिजिटल मार्केटिंग सीखने के लिए विदेशी यूनिवर्सिटीज

विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट इस प्रकार है:

आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सक सकते हैं।

टॉप भारतीय डिजिटल मार्केटिंग संस्थान

नीचे डिजिटल मार्केटिंग संस्थान के नाम इस प्रकार हैं-

  • सिम्पलीलर्न, बैंगलोर
  • AIMA- अखिल भारतीय प्रबंधन संघ, दिल्ली
  • DSIM- दिल्ली स्कूल ऑफ इंटरनेट मार्केटिंग, दिल्ली और बैंगलोर
  • लर्निंग कैटलिस्ट, मुंबई
  • डिजिटल विद्या, पूरे भारत में शाखाएं
  • नई दिल्ली वाईएमसीए, दिल्ली
  • Zica, इंदौर
  • डिजिटल मार्केटिंग संस्थान-आईडीएम, मुंबई
  • इंटरनेट मार्केटिंग स्कूल, कोलकाता

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स फीस

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स करने के लिए आपको फीस कई कॉलेजों में अलग-अलग होती है। एक अनुमान से डिजिटल मार्केटिंग कोर्स की फीस INR 15-60 हजार तक की फीस हो सकती है।

योग्यता

डिजिटल मार्केटिंग कोर्सेस के लिए सामान्य योग्यताओं के बारे में नीचे बताया गया है–

  • बैचलर्स कोर्सेस में प्रवेश लेने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में 12वीं पूरा किया हो। 
  • कुछ कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं। विदेश में बैचलर्स के लिए SAT या ACT स्कोर्स की मांग की जाती है।
  • मास्टर्स कोर्सेस के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से किसी भी स्ट्रीम में बैचलर्स डिग्री प्राप्त की हो।
  • मास्टर्स कोर्सेस में एडमिशन के लिए कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं इसके बाद ही आप इन कोर्सेस के लिए पात्र हो सकते हैं। विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज में मास्टर्स के लिए GRE स्कोर की आवश्यकता होती है।
  • साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।

आवेदन प्रक्रिया

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स के लिए नीचे आवेदन प्रक्रिया दी गई है-

  • कैंडिडेट को 12 साल की बेसिक एजुकेशन पूरी करनी होगी। 12th (किसी भी स्ट्रीम) उत्तीर्ण करनी आवश्यक है।
  • इस कोर्स करने के लिए सबसे पहले प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करना होगा।
  • छात्रों को परीक्षा ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड के माध्यम से देनी होगी।
  • प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों का विश्लेषण किया जाएगा। शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों की एक मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी।
  • कुछ कॉलेज ग्रुप डिस्कशन (GD) और पर्सनल इंटरव्यू के जरिए भी एडमिशन प्रदान करते हैं।

आवश्यक दस्तावेज

नीचे दिए गए आवश्यक दस्तावेज इस प्रकार हैं:

डिजिटल मार्केटिंग के लिए बेस्ट पुस्तकें

Digital Marketing in Hindi एक लोकप्रिय कोर्स है और ऑनलाइन और स्थानीय बाजारों में बहुत सारी किताबें उपलब्ध हैं। यहां कुछ बेहतरीन पुस्तकें दी गई हैं जिनके द्वारा डिजिटल मार्केटिंग के बारे में आप काफी जानकारी ले सकते हैं-

Digital Marketing for Dummies by Ryan Deiss & Russ Henneberryयहां से खरीदें
New Rules of Marketing and PR by David Meerman Scottयहां से खरीदें
The Art of SEO by Eric Enge, Stephan Spencer, Jessie Stricchiolaयहां से खरीदें
Digital Marketing 2020 by Danny Starयहां से खरीदें
Epic Content Marketing by Joe Pulizziयहां से खरीदें
डिजिटल मार्केटिंग से सीखो और कमाओयहां से खरीदें

प्रवेश परीक्षाएं

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स के लिए नीचे प्रवेश परीक्षाओं के नाम दिए गए हैं-

अंडर ग्रेजुएट लेवल

  • DU JAT
  • PESSAT
  • NPAT
  • B-MAT
  • DSAT

पोस्ट ग्रेजुएट लेवल

  • CAT
  • XAT
  • SNAP
  • MAT
  • CMAT

डिजिटल मार्केटिंग में करियर

Digital Marketing kya hai जानने के साथ Digital Marketing in Hindi में भी जानना चाहिए कि इसमें क्या-क्या करियर प्रोफाइल हो सकती हैं, जो नीचे दी गई हैं-

  1. कंटेंट मार्केटर
  2. कॉपीराइटर
  3. कन्वर्शन रेट ऑप्टिमाइजेशन
  4. PPC मैनेजर/एग्जीक्यूटिव
  5. SEO एग्जीक्यूटिव/मैनेजर
  6. SEM मैनेजर/एक्सपर्ट
  7. सोशल मीडिया मैनेजर/एग्जीक्यूटिव
  8. ई-कॉमर्स मैनेजर
  9. एनालिटिकल मैनेजर
  10. CRM & ईमेल मार्केटिंग मैनेजर
  11. वेब डिजाइनर/डेवलपर और डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर/निदेशक
  12. SEO एग्जीक्यूटिव/मैनेजर 

टॉप रिक्रूटर्स

Digital Marketing kya hai जानने के बाद अब टॉप रिक्रूटर्स के नाम दिए गए हैं-

  • गूगल
  • फेसबुक
  • आईप्रॉस्पेक्ट इंडिया
  • WAT कंसल्ट
  • वेबचटनी
  • मिरम इंडिया
  • क्वासर मीडिया
  • पिनस्टॉर्म
  • आईस्ट्रैट
  • बीबीसी वेबवाइज

डिजिटल मार्केटिंग सैलरी

Digital Marketing kya hai जान लेने के बाद अब बारी आती है मिलने वाली जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी जानने की, जो नीचे मौजूद हैं-

जॉब प्रोफाइल्सभारत में औसत सालाना सैलरी (INR)
डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर6-7 लाख
SEO स्पेशलिस्ट4-5 लाख
सोशल मीडिया मैनेजर5-6 लाख
कंटेंट मार्केटिंग स्पेशलिस्ट4-5 लाख
पे पर क्लिक या SEM एनालिस्ट3-4 लाख
कंटेंट राइटर3-4 लाख

FAQs

डिजिटल मार्केटिंग से आप क्या समझते?

अपनी वस्तुएं और सेवाओं की डिजिटल साधनो से मार्केटिंग करने की प्रतिक्रिया को डिजिटल मार्केटिंग कहते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स की फीस कितनी है?

Digital Marketing in Hindi कोर्स करने के लिए आपको INR 10,000-60,000 सालाना तक की फीस का भुगतान करना पड़ सकता है।

डिजिटल मार्केटिंग कितने प्रकार के होते हैं?

सर्च इंजन मार्केटिंग (SEO), सोशल मीडिया, ईमेल मार्केटिंग, यूट्यूब चैनल, एफिलिएट मार्केटिंग आदि।

डिजिटल मार्केटिंग क्यों जरूरी है?

इसके जरिए आप अपने प्रोडक्ट या सर्विस को ग्राहकों के पास आसानी से कम समय मे पहुँचा सकते है। इस प्रकार आपके व्यापार में मुनाफा होगा। आप इसके द्वारा अपने बिज़नेस से लाखों रुपये का मुनाफा कमा सकते है।

डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार कितने होती है? 

डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार निम्न हैं:
1. सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन
2. सोशल मीडिया
3. ईमेल मार्केटिंग
4. यूट्यूब चैनल
5. अफिलिएट मार्केटिंग
6. PPC मार्केटिंग
7. एप्स मार्केटिंग

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कितने महीने का होता है? 

Digital Marketing in Hindi में सर्टिफिकेट कोर्स 3 से 6 महीने का होता है। बैचलर कोर्स जैसे BBA आदि 3-4 साल का होता है। डिजिटल मार्केटिंग में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स 2 साल का होता है। 

उम्मीद है, Digital Marketing in Hindi के बारे में आपको सभी जानकारी मिल गयी होगी। ऐसे ही ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu पर बने रहिए।

Leave a Reply

Required fields are marked *

*

*

26 comments
  1. We read the blog available on your site, which we and those to whom I recommended the blog, found this blog very informative and liked it very much. It was also very nice to read.

  2. आपने बहुत कम शब्दों में Digital Marketing In Hindi को बहुत अच्छे से समझा दिया
    इसके लिए आपका बहुत -बहुत धन्यवाद !

    1. आपका धन्यवाद, ऐसी ही आप हमारी वेबसाइट पर बने रहिये।

  3. आपको डिजिटल मार्केटिंग की अच्छी जानकारी है। डिजिटल मार्केटिंग को आसान तरीके से समझाने के लिए धन्यवाद। और हमारी मातृभाषा में सामग्री लिखने के लिए विशेष धन्यवाद।