एरोनॉटिक्स एक बढ़ती हुई इंडस्ट्री है। इसके साथ साथ यह विद्यार्थियों के बीच पॉपुलर इंजीनियरिंग ब्रांचेस में से एक है। कंप्यूटर एडेड डिज़ाइन, एडवांस इंस्ट्रूमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग के साथ-साथ स्पेस और उससे आगे की खोज के साथ, एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में आने वाले प्रत्येक विद्यार्थी के लिए कुछ न कुछ प्रदान करता है। आप एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में बीटेक चुन सकते हैं तथा इसके बाद कमर्शियल एविएशन, डिफेंस सिस्टम, एयरक्राफ्ट क्रैश इंवेस्टिगेशन और एयरपोर्ट मैनेजमेंट कुछ ऐसे कॉन्सेप्ट हैं जिनमें आप आसानी से जॉब प्राप्त कर सकते हैं। इस ब्लॉग में बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी गई है इस कोर्स के बारे में अधिक जानने के लिए अंत तक पढ़ें।
कोर्स का नाम | बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग |
कोर्स का लेवल | अंडर ग्रेजुएट |
अवधि | 4 वर्ष |
योग्यता | मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 |
एग्जामिनेशन टाइप | सेमेस्टर सिस्टम |
एडमिशन प्रक्रिया | एंट्रेंस एग्जाम |
कोर्स की एवरेज फीस | INR 2 लाख से 10 लाख |
एंट्रेंस एग्जाम | JEE Mains, JEE Advance, VIT EEE, BIT SAT आदि। |
विदेशी एंट्रेंस एग्जाम | SAT, ACT |
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज | हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड, कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी आदि। |
टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज | दिल्ली इंस्टिट्यूट ऑफ एयरोनॉटिकल साइंस, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस, आईआईटी रोपड़ आदि। |
जॉब प्रोफाइल | एयरोस्पेस इंजीनियर, डिजाइन इंजीनियर आदि। |
टॉप रिक्रूटर्स | DRDO, NASA, ISRO,HAL, INDIAN AIR FORCE आदि। |
This Blog Includes:
- बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग क्या होती है?
- बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग क्यों चुनें?
- स्किल्स
- बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कैसे करें? स्टेप बाय स्टेप गाइड
- सिलेबस
- टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज
- टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज
- योग्यता
- विदेशी यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया
- भारतीय यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- प्रवेश परीक्षाएं
- आवश्यक पुस्तकें
- करियर स्कोप
- जॉब प्रोफाइल और सैलरी पैकेज
- FAQs
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग क्या होती है?
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग 4 वर्ष की अवधि वाला अंडरग्रैजुएट कोर्स है इस कोर्स में विद्यार्थियों को एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के बारे में पढ़ाया जाता है। बारहवीं कक्षा साइंस मैथ्स के स्ट्रीम से पूर्ण करने के बाद आप इस कोर्स में एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करने के बाद एडमिशन ले सकते हैं। एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग एक ऐसा सब्जेक्ट है जिसमें विशाल एयर केरियर, हल्के हेलीकॉप्टर, ड्रोन, मिसाइल और हवाई जहाज, हथियार प्रणाली और कई अन्य उड़ने वाले वाहनों जैसे वाहनों का अध्ययन शामिल है।
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग क्यों चुनें?
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कोर्स को क्यों चुनें इसके प्रमुख कारण नीचे दिए गए हैं:
- 20वीं सदी के बाद से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है। इस इंडस्ट्री का और अधिक बढ़ना निश्चित है क्योंकि हवाई यात्रा करने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। इंडिया जैसी डेवलपिंग कंट्रीज में पैसेंजर ट्रैफिक 15% की दर से बढ़ रहा है।
- एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग स्पेशलाइजेशन और डिंस्टिक्शन वाला कोर्स है, इसी वजह से यह अन्य स्ट्रीम्स का से अध्ययन करने वाले छात्रों द्वारा नहीं किया जा सकता है। एक एरोनॉटिकल इंजीनियर का काम बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि पूरी दुनिया उन्हें देखती है।
- एयरोनॉटिक्स और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग रिसर्च,, डिजाइन, विमान के कामकाज और रखरखाव से सीधे जुड़ी नौकरियों में कई अवसर उपलब्ध हैं। वास्तव में बहुत बड़ी संख्या में एयरोनॉटिक्स जॉब्स के अवसर उपलब्ध होने के बावजूद, देश वर्तमान में एयरोनॉटिक्स इंजीनियरों की कमी का सामना कर रहा है। एयरोनॉटिक्स इंजीनियरिंग को चुनने से आप देश की ग्रोथ में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
- क्योंकि एयरोस्पेस एक चुनौतीपूर्ण और जिम्मेदारी वाला पेशा है, यह एक प्रोफेशनल से प्रतिबद्धता, हार्डवर्क और डेडीकेशन मांगता है। इसके परिणाम स्वरूप एयरोनॉटिक्स इंजीनियर्स को हाई सैलरी पैकेज भी दिया जाता है। इंडिया में एयरोनॉटिक्स इंजीनियरों की शुरुआती सैलरी INR 4 लाख से 6 लाख रूपए तक होती है।
- एयरोनॉटिक्स इंजीनियर के रूप में आपके पास पूरे विश्व का भ्रमण करने के अवसर उपलब्ध होते हैं। और ये अवसर आपको कंपनी की तरफ से उपलब्ध होते हैं।
स्किल्स
एरोनॉटिकल इंजीनियर के पास कुछ प्रमुख स्किल्स होनी आवश्यक है जो इस क्षेत्र में ग्रो करने में आपकी सहायता करेगी:
- एनालिटिकल स्किल्स
- बिज़नेस स्किल्स
- क्रिटिकल थिंकिंग स्किल्स
- मैथ स्किल्स
- प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स
- राइटिंग स्किल्स
- टीमवर्क
- इनोवेशन और क्रिएटिविटी
- इंटरपर्सनल स्किल्स
- ऑर्गनाइजेशनल और प्लानिंग स्किल्स
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कैसे करें? स्टेप बाय स्टेप गाइड
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कैसे करें इसके लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड नीचे दी गई है। एक सफल एयरोनॉटिकल इंजीनियर बनने के लिए आपको आपको इन स्टेप्स को फॉलो करना होगा:
- स्टेप 1: स्कूलिंग कंप्लीट करें: आप अपने स्कूल की पढ़ाई पूरी करें और खासकर इस चीज़ का ध्यान रखें कि आपके मुख्य विषय फिजिक्स, केमेस्ट्री, और मैथ्स होने चाहिए।
- स्टेप 2: एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करें: आप अपनी स्कूली शिक्षा पूर्ण होने के बाद फिजियोलॉजिस्ट बनने के लिए एंट्रेस एग्जाम की तैयारी कर सकते हैं इंडिया में मुख्य तौर पर JEE, DSAT तथा विदेशों के एंट्रेंस एग्जाम भी हैं जैसे SAT, ACT आदि। इन एग्जाम्स की सहायता से आप बीटेक कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- स्टेप 3: ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त करें: आप एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग बीटेक डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। ये कोर्स सामान्यत: 4 वर्ष का होता है।
- स्टेप 4: जॉब प्राप्त करें: बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के बाद आप अपनी डिग्री और स्किल्स के आधार पर जॉब के लिए आवेदन कर सकते हैं। एक जॉब प्राप्त के लिए कोशिश करें और जॉब प्राप्त करें जो आपको इस क्षेत्र में काम सीखने में अत्यधिक मदद करेगी क्योंकि जितना आप एक्सपीरियंस से सीखते हैं आप उतने ही उस क्षेत्र में एक्सपर्ट होते जाते हैं।
- स्टेप 5: पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त करें: आप अपनी जॉब में बेहतर अवसरों के लिए एक पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री भी प्राप्त कर सकते हैं। आप एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में एमटेक या MBA जैसी पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। इन कोर्सेज की अवधि सामान्यत: 2 वर्षों की होती है।
सिलेबस
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कोर्स का 4 वर्षों का सेमेस्टर के अनुसार सिलेबस नीचे दिया गया है:
सेमेस्टर 1 | सेमेस्टर 2 |
कम्युनिकेटिव इंग्लिश | वेक्टर कैल्कूलस एंड ऑर्डिनरी डिफरेंशियल इक्वेशंस |
कैल्कूलस एंड मैट्रिक्स एलजेब्रा | केमिस्ट्री/फिजिक्स |
कम्पुटेशनल थिंकिंग एंड प्रोब्लम सॉल्विंग | कंप्यूटर प्रोग्रामिंग |
फिजिक्स/केमिस्ट्री | इंजीनियरिंग मैकेनिक्स |
फिजिक्स/केमिस्ट्री लैब | इंट्रोडक्शन टू एयरो स्पेस टेक्नोलॉजी |
वर्कशॉप ए/वर्कशॉप बी | केमिस्ट्री लैब/ फिजिक्स लैब |
इंजीनियरिंग ड्राइंग सीएडी | वर्कशॉप ए/ वर्कशॉप बी |
कल्चरल एजुकेशनल 1 | कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैब |
– | कल्चरल एजुकेशन 2 |
सेमेस्टर 3 | सेमेस्टर 4 |
ह्यूमैनिटीज इलेक्टिव 1 | ह्यूमैनिटीज इलेक्टिव 2 |
अमृटा वैल्यूज प्रोग्राम 1 | अमृटा वैल्यूज प्रोग्राम 2 |
ट्रांसफॉर्म्स एंड पार्शियल डिफरेंशियल इक्वेशंस | कैल्कूलस ऑफ वेरिएशंस एंड न्यूमेरिकल मेथड्स |
मैकेनिक्स ऑफ फ्लूइड | एयरोडायनामिक्स 1 |
मैकेनिक्स ऑफ मैटेरियल्स | कंप्रेसिबल फ्लूइड फ्लो |
मैटेरियल्स फॉर एविएशन एंड स्पेस | एयरोस्पेस स्ट्रक्चर 1 |
इंट्रोडक्शन टू थर्मोडायनेमिक्स | इंट्रोडक्शन टू कंट्रोल थ्योरी |
मीजरमेन्ट एंड इंस्ट्रूमेंटेशन लैब | फ्लूइड मैकेनिक्स लैब |
फिजिक्स 2 | मैटेरियल्स टेस्टिंग लैब |
– | सॉफ्ट स्किल्स |
सेमेस्टर 5 | सेमेस्टर 6 |
लीनियर अलजेब्रा | फिनाइट एलिमेंट मेथड्स फॉर एयरोस्पेस |
एयरोडायनामिक्स 2 | फ्लाइट मैकेनिक्स |
एयरोस्पेस प्रोपल्शन | इलेक्टिव 2 |
एयरोस्पेस स्ट्रक्चर्स 2 | साइंस इलेक्टिव |
एवियोनिक्स | एनवायरनमेंटल स्टडीज |
एयरो स्ट्रक्चर्स लैब | प्रोपल्शन लैब |
एवियोनिक्स लैब | लो स्पीड एयरोडायनामिक्स लैब |
सॉफ्ट स्किल्स 2 | इनोवेशंस लैब |
लाइव इन लैब | सॉफ्ट स्किल्स 3 |
सेमेस्टर 7 | सेमेस्टर 8 |
कंप्यूटेशनल फ्लूइड डायनामिक्स फॉर एयरोस्पेस | इलेक्टिव 5 |
एयरोडायनामिक्स डिजाइन | इलेक्टिव 6 |
फ्लाइट डायनामिक्स कंट्रोल | प्रोजेक्ट फेज 2 |
इलेक्टिव 3 | – |
इलेक्टिव 4 | – |
यूएवी लैब | – |
लाइव इन लैब | – |
प्रोजेक्ट फेज 1 | – |
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग का कोर्स करने के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज के नाम नीचे दिए गए हैं:
यूनिवर्सिटी का नाम | लोकेशन |
यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड | यूनाइटेड किंगडम |
कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी | यूनाइटेड स्टेट्स |
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी | यूनाइटेड स्टेट्स |
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी | यूनाइटेड स्टेट्स |
यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज | यूनाइटेड किंगडम |
मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | यूनाइटेड स्टेट्स |
प्रिंसटन यूनिवर्सिटी | यूनाइटेड स्टेट्स |
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले | यूनाइटेड स्टेट्स |
येल यूनिवर्सिटी | यूनाइटेड स्टेट्स |
कोलंबिया यूनिवर्सिटी | यूनाइटेड स्टेट्स |
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टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कोर्स के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज निम्न प्रकार से हैं:
- दिल्ली इंस्टिट्यूट ऑफ एयरोनॉटिकल साइंस
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस
- आईआईटी रोपड़
- आईआईटी इंदौर
- थापर इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी
- आईआईटी गांधीनगर
- जामिया मिल्लिया इस्लामिया
- पंजाब यूनिवर्सिटी
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
- बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, राउरकेला
योग्यता
विदेश के शीर्ष विश्वविद्यालयों से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में बीटेक का कोर्स करने के लिए, आपको कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा। हालांकि योग्यता मानदंड एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते हैं, यहां कुछ सामान्य शर्तें दी हैं:
- उम्मीदवार की उम्र कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए।
- आवेदक के बारहवीं में अंक कम से कम 50% से अधिक होने अनिवार्य हैं।
- आवेदक के बारहवीं कक्षा में विषय फिजिक्स, केमेस्ट्री, और मैथ्स होने चाहिए।
- किसी भी यूनिवर्सिटी में बैचलर डिग्री कोर्स के लिए SAT/ACT की मांग भी की जा सकती है।
- साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
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विदेशी यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया
कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।
भारतीय यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया
भारतीय यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
आपको निम्न आवश्यक दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- वीज़ा
- अपडेट किया गया रिज्यूमे
- इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट स्कोर
- लेटर आफ रिकमेंडेशन या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस SOP
- पोर्टफोलियो
छात्र वीज़ा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
प्रवेश परीक्षाएं
अलग-अलग कॉलेजों में एडमिशन प्राप्त करने के लिए प्रवेश परीक्षाएं अलग प्रकार की होती है लेकिन कुछ ऐसी सामान्य परीक्षाएं है जो अधिकतर सभी कॉलेज या यूनिवर्सिटीज़ के द्वारा मान्य होती हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
विदेशी प्रवेश परीक्षाएं
भारतीय प्रवेश परीक्षाएं
- CUCET
- IPU CET
- GSAT
- BIT SAT
- JEE MAINS
- JEE ADVANCED
- JMI एंट्रेंस टेस्ट
लैंग्वेज रिक्वायरमेंट
आवश्यक पुस्तकें
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के लिए नीचे कुछ आवश्यक पुस्तकें दी गई हैं:
आवश्यक पुस्तकें | लेखक का नाम | यहां से खरीदें |
द डेवलपमेंट ऑफ जेट एंड टरबाइन एयरो इंजिंस | बिल गैंसटन | यहां से खरीदें |
अंडरस्टैंडिंग एयरोडायनामिक्स | डॉग मैक्लीन | यहां से खरीदें |
रशियन पिंस्टन एयरो इंजिंस | विक्टर कोटेलनिकोव | यहां से खरीदें |
एयरक्राफ्ट परफॉर्मेंस एंड डिजाइन | जॉन एंडरसन | यहां से खरीदें |
डायनामिक्स ऑफ एयरोस्फेरिक फ्लाइट | बर्नार्ड अटकिन | यहां से खरीदें |
करियर स्कोप
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कोर्स में डिग्री हांसिल करने के बाद कई टॉप इंडस्ट्रीज में काम कर सकते हैं। कुछ टॉप इंडस्ट्रीज और टॉप रिक्रूटर्स की लिस्ट नीचे दी गई है:
टॉप इंडस्ट्रीज
- स्पेस एजेंसीज
- यूनिवर्सिटीज
- डिफेंस इंडस्ट्रीज
- कमर्शियल एविएशन
- कंट्री डिफेंस सिस्टम
- एयरपोर्ट मैनेजमेंट
- सिविल एविएशन डिपार्टमेंट
टॉप रिक्रूटर्स
- DRDO
- Hindustan Aeronautics Limited
- ISRO
- Indian Army
- NASA
- Airbus
- Boeing
जॉब प्रोफाइल और सैलरी पैकेज
Glassdoor.in के अनुसार बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कोर्स करने के बाद में जॉब प्रोफाइल तथा अनुमानित सालाना वेतन निम्न प्रकार से हो सकता है:
जॉब प्रोफाइल | एवरेज सैलरी पैकेज |
---|---|
प्रोफेसर | INR 8 लाख से 12 लाख |
एयरोस्पेस इंजीनियर | INR 6 लाख से 12 लाख |
डिजाइन इंजीनियर | INR 6 लाख से 8 लाख |
असिस्टेंट इंस्ट्रक्टर | INR 4 लाख से 6 लाख |
सिस्टम सेफ्टी मैनेजमेंट इंजीनियर | INR 9 लाख से 10 लाख |
FAQs
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के प्रमुख सब्जेक्ट्स हैं:
मैटेरियल साइंस
फ्लूइड डायनामिक्स
स्ट्रक्चरल एनालिसिस
प्रोपल्शन
ऑटोमैटिक कंट्रोल एंड गाइडेंस
एयरक्राफ्ट परफॉर्मेंस एंड एयरक्राफ्ट स्ट्रक्चर्स
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कोर्स के लिए इंडिया में फीस INR 50,000 से 2.5 लाख तक है वहीं यदि आप किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से पढ़ना चाहते हैं तो फीस लगभग INR 15-25 लाख तक होती है। लेकिन युनिवर्सिटीज की तरफ से आपको स्कॉलरशिप भी उपलब्ध करवाई जाती है।
एयरोनॉटिकल इंजीनियर इंडिया में ISRO, DRDO और HAL के साथ साथ NASA, यूके और फ्रांस की स्पेस एजेंसीज में भी आसानी से जॉब प्राप्त कर सकता है इन जगहों इंडियंस की अधिक संख्या देखी जा सकती है।
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कोर्स की अवधि 4 वर्ष है।
उम्मीद है आपको बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के संदर्भ के हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।