वर्तमान में माइक्रोब्स के कारण होने वाली बीमारियों की इंक्रीसिंग कम्प्लेक्सिटी के कारण बीएससी माइक्रोबायोलॉजी कोर्स उच्च मांग में है। यह कोर्स करने के बाद स्टूडेंट्स के लिए माइक्रोबायोलॉजी की फील्ड में करियर के कई सुनहरे अवसर उपलब्ध हैं। यदि आप बीएससी माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई कर रहे हैं या इसकी पढ़ाई पूरी कर चुके हैं तो आपके सामने सबसे बड़ा प्रश्न यह होगा कि अब BSc Microbiology ke baad kya kare । आपके बेहतर मार्गदर्शन के लिए इस ब्लॉग में BSc Microbiology ke baad kya kare विस्तार से बताया गया है।
This Blog Includes:
- BSc माइक्रोबायोलॉजी के बाद टॉप करियर विकल्प
- BSc माइक्रोबायोलॉजी के बाद गवर्नमेंट जॉब्स
- अन्य जॉब विकल्प
- BSc माइक्रोबायोलॉजी के बाद टॉप कोर्सेज
- PG डिप्लोमा इन फॉरेंसिक साइंस
- पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन माइक्रोबायोलॉजी
- एमएससी इन माइक्रोबायोलॉजी
- एमएससी इन बायोटेक्नोलॉजी
- मास्टर ऑफ़ साइंस इन एप्लाइड माइक्रोबायोलॉजी
- मास्टर ऑफ़ साइंस इन मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी
- एमएससी बायोइंफॉर्मेटिक्स
- एमएससी लाइफ साइंस
- एमएससी बायोकेमिस्ट्री
- एमएससी जेनेटिक्स
- विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज
- टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज
- FAQs
BSc माइक्रोबायोलॉजी के बाद टॉप करियर विकल्प
माइक्रोबायोलॉजी एक ऐसा विषय है जिसमें बैक्टीरिया, वायरस, फंगस, प्रोटोज़ोआ आदि जैसे माइक्रोऑर्गेनिस्म शामिल होते हैं। BSc माइक्रोबायोलॉजी कोर्स माइक्रोऑर्गेनिस्म के गुणों और मानव शरीर पर उनके प्रभाव के बारे में शिक्षा प्रदान करता है। इस कोर्स के बाद स्टूडेंट्स के पास माइक्रोऑर्गेनिस्म की ग्रोथस और उनके इफ़ेक्ट से संबंधित रिसर्च में करियर बनाने का सुनहरा अवसर मौजूद है। नीचे कुछ टॉप जॉब प्रोफाइल और उनकी एवरेज सैलरी दी गई है:
जॉब प्रोफाइल | अनुमानित सालाना सैलरी (INR में) |
माइक्रोबियोलॉजिस्ट | ₹1.10 लाख-₹10 लाख |
रिसर्च एनालिस्ट | ₹2.48 लाख-₹10 लाख |
क्वालिटी असुरेन्स मैनेजर | ₹3.01 लाख-₹20 लाख |
रिसर्च साइंटिस्ट | ₹2.39 लाख-₹20 लाख |
हाई स्कूल टीचर | ₹85000-₹4.98 लाख |
मार्केटिंग मैनेजर | ₹3.78 लाख-₹30 लाख |
रिसर्च एसोसिएट, बायोटेक्नोलॉजी | ₹1.85 लाख- ₹8.23 लाख |
ह्यूमन रिसोर्स एसोसिएट | ₹2.16 लाख-₹7.99 लाख |
सीनियर ह्यूमन रिसोर्सेज मैनेजर | ₹6.53 लाख-₹30 लाख |
मेडिकल कॉडर | ₹89000- ₹2.60 लाख |
मेडिकल लेबोरेटरी टेकनीशियन | ₹1.19 लाख -₹5.26 लाख |
मेडिकल राइटर | ₹3.49 लाख-₹10 लाख |
एरिया सेल्स मैनेजर | ₹3.71 लाख-₹20 लाख |
ऑपरेशन्स मैनेजर | ₹4.26 लाख-₹20 लाख |
BSc माइक्रोबायोलॉजी के बाद गवर्नमेंट जॉब्स
BSc माइक्रोबायोलॉजी के बाद गवर्नमेंट सेक्टर में भी करियर के काफी अवसर हैं। भारत सरकार समय–समय पर गवर्नमेंट जॉब ऑफर करती हैं जिसके अंतर्गत आप इस कोर्स के बाद किसी भी गवर्नमेंट हॉस्पिटल में परमानेंट पोस्ट पर जॉब कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप समय–समय पर उन सरकारी हॉस्पिटल्स की जॉब चेक करते रहें, साथ ही अगर कोई वेकन्सी निकलती है तो आपको उसके लिए आयोजित एग्ज़ाम के लिए अप्पियर होना पड़ेगा। वहीं कुछ टॉप गवर्नमेंट कम्पनीज भी जॉब्स ऑफर करती हैं। उन कम्पनीज और उनके द्वारा ऑफर कुछ पॉपुलर गवर्नमेंट जॉब्स के बारे में नीचे टेबल में दिया गया है।
गवर्नमेंट कंपनी | जॉब प्रोफाइल |
Union Public Service | सीनियर लेक्चरर |
T&M Service Consulting | माइक्रोबायोलॉजिस्ट |
Achiever Spot | मेडिकल कॉडर |
Union Public Service Commission | जूनियर साइंटिफिक ऑफिसर |
अन्य जॉब विकल्प
कुछ अन्य गवर्नमेंट जॉब्स के बारे में नीचे बताया गया है:
एंट्रेंस एग्ज़ाम | जॉब प्रोफाइल |
UPSC | कलेक्टर, CBI, CSD, MDN, नवी ऑफिसर |
CSE | IAS, IFS, IRS, IPS ऑफिसर |
PCS | -रेंज फारेस्ट ऑफिसर -असिस्टेंट कंज़र्वेटर -डिप्टी सुपरिंटेंडेंट -डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट |
SSC CGL | -सब इंस्पेक्टर इन CBI -मिनिस्ट्री ऑफ़ इंटरनल अफेयर्स -इंस्पेक्टर इन इनकम टैक्स डिपार्टमेंट |
RBI Exam | -बैंक मेडिकल कंसलटेंट -सुपरिटेंडिंग इंजीनियर -डायरेक्टर इन इंडिया ऑफ़ बैंक मैनेजमेंट |
BSc माइक्रोबायोलॉजी के बाद टॉप कोर्सेज
अगर आप BSc Microbiology ke baad kya kare सोच रहे हैं तो इसके बाद कुछ बेहतरीन कोर्सेज भी उपलब्ध हैं जो आपके करियर निर्माण में आपकी काफी मदद कर सकते हैं। यहां कुछ टॉप कोर्सेज की लिस्ट दी गई है जो आप BSc Microbiology के बाद कर सकते हैं।
- PG Diploma in Forensic Science
- Postgraduate Diploma in Microbiology
- MSc Microbiology
- MSc Biotechnology
- Master of Science in Applied Microbiology
- Master of Science in Medical Microbiology
- MSc Bioinformatics
- MSc in Life Science
- MSc Biochemistry
- MSc Genetics
PG डिप्लोमा इन फॉरेंसिक साइंस
क्रिमिनल इन्वेस्टीगेशन में साइंटिफिक मेथड्स के उपयोग को फॉरेंसिक साइंस कहा जाता है। PG Diploma in Forensic Science 1 वर्षीय पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा प्रोग्राम है। आप इस डिप्लोमा के जरिए कंप्यूटर या टॉक्सिकोलॉजी जैसे फॉरेंसिक के एक स्पेसिफिक फील्ड में एक्सपर्ट हो सकते हैं। आप लेबोरेटरी टेक्निक्स, रिस्क मैनेजमेंट, एविडेंस ट्रेस और क्राइम सीन इन्वेस्टीगेशन के बारे में जानेंगे। BSc Microbiology ke baad kya kare के जवाब के रूप में PG Diploma in Forensic Science एक अच्छा विकल्प है।
योग्यता
PG Diploma in Forensic Science में एडमिशन के लिए सामान्य योग्यता नीचे दी गई है:
- कैंडिडेट को साइंस स्ट्रीम से 12वीं पास होना जरूरी है।
- कॉलेज द्वारा निर्धारित न्यूनतम अंकों के साथ बैचलर्स डिग्री आवश्यक है।
- GRE ,IELTS या TOEFL स्कोर की आवश्यकता होती है।
- अब्रॉड यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जरूरी होते हैं।
जॉब प्रोफाइल
- फॉरेंसिक साइंटिस्ट
- क्राइम सीन इन्वेस्टिगेटर
- फॉरेंसिक फिजियोलॉजिस्ट
- फॉरेंसिक एक्सपर्ट
- प्रोफेसर
पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन माइक्रोबायोलॉजी
पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन माइक्रोबायोलॉजी 1 वर्षीय डिप्लोमा लेवल कोर्स है, जो 2 सेमेस्टर में विभाजित होता है। यह कोर्स बक्टेरिओलॉजी, माइकोलॉजी और विरोलॉजी पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य इंटेलेक्चुअल और स्किल्ड माइक्रोबायोलॉजिस्ट तैयार करना है। BSc माइक्रोबायोलॉजी के बाद किए जाने वाले पॉपुलर डिप्लोमा कोर्सेज में से एक यह कोर्स है।
योग्यता
पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन माइक्रोबायोलॉजी में एडमिशन के लिए सामान्य योग्यता नीचे दी गई है:
- कैंडिडेट को साइंस स्ट्रीम से 12वीं पास होना जरूरी है।
- कैंडिडेट ने BSc Microbiology या अन्य सम्बंधित क्षेत्र में बैचलर्स डिग्री प्राप्त किया हो।
- कॉलेज द्वारा निर्धारित न्यूनतम अंकों के साथ बैचलर्स डिग्री आवश्यक है।
- इस कोर्स के लिए GRE स्कोर जरूरी है।
- IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
- अब्रॉड यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जरूरी होते हैं।
जॉब प्रोफाइल
- माइक्रोबायोलॉजी रिसर्च ऑफिसर
- असिस्टेंट प्रोफेसर
- चीफ हाइजीनिस्ट
- माइक्रोबायोलॉजिस्ट
- डेमोंस्ट्रेटर
एमएससी इन माइक्रोबायोलॉजी
BSc माइक्रोबायोलॉजी के बाद अधिकतर युवा स्पेशलाइजेशन के लिए MSc माइक्रोबायोलॉजी को चुनते हैं। यह कोर्स स्टूडेंट्स को वायरस, बैक्टीरिया, फंगस और माइक्रोब्स की डीप नॉलेज प्रदान करता है। इसके अंतर्गत स्टूडेंट्स को वेस्ट मैनेजमेंट और फर्मेन्टेड फ़ूड प्रोडक्शन में इन माइक्रोऑर्गनिज़मस की भूमिका के बारे में भी बताया जाता है। M.Sc माइक्रोबायोलॉजी कोर्स में स्टूडेंट्स ब्रॉड माइक्रोबायोलॉजी टॉपिक्स के साथ-साथ इंटरडिसकीप्लीनरी फ़ील्ड्स का अध्ययन करते हैं।
एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
- माइक्रोबायोलॉजी, जूलॉजी, लाइफ साइंस माइक्रोबायोलॉजी, मेडिसिन या रिलेटेड फ़ील्ड्स में बैचलर डिग्री जरूरी है।
- कुछ यूनिवर्सिटीज एंट्रेंस एग्जाम भी कंडक्ट करते हैं। कोर्स के लिए एलिजिबल होने के लिए इनमें उचित अंक प्राप्त करना अत्यंत जरूरी है ।
- विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज वैलिड GRE स्कोर की मांग करती हैं।
- इस कोर्स के लिए IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
- विदेश यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/Resume और Portfolio भी जरूरी होते हैं।
जॉब प्रोफाइल
- वाइरोलॉजिस्ट
- माइक्रोबायोलॉजिस्ट
- बैक्टेरियोलॉजिस्ट
- रिसर्च एसोसिएट
- माइक्रो बायोलॉजी लैब टेकनीशियन
एमएससी इन बायोटेक्नोलॉजी
BSc Microbiology ke baad kya kare का एक बेहतरीन उत्तर एमएससी बायोटेक्नोलॉजी है। एमएससी बायोटेक्नोलॉजी दो साल का पोस्टग्रेजुएट कोर्स है। यह कोर्स टेक्नोलॉजी, डिज़ाइन औरइंजीनियरिंग की फील्ड में बायोलॉजी और केमिस्ट्री के अनुप्रयोग के एडवांस्ड नॉलेज पर केंद्रित है। इसमें बायो प्रोडक्ट्स के प्रोडक्शन के लिए लिविंग ऑर्गनिज़मस के उपयोग का अध्ययन शामिल है। एमएससी बायोटेक्नोलॉजी एक करियर ओरिएंटेड कोर्सेज है जिसमें जेनेटिक्स, सेल टेक्नोलॉजी, फेरमेंटशन टेक्नोलॉजी, एडवांस्ड बायोटेक्नोलॉजी, ट्यूमर इत्यादि जैसे विषयों को शामिल किया गया है।
एलिजिबिलिटी
- कैंडिडेट ने साइंस स्ट्रीम से अच्छे अंकों के साथ 12th पास किया हो।
- माइक्रो बायोलॉजी, जूलॉजी, लाइफ साइंसेज, मेडिसिन या रिलेटेड फ़ील्ड्स में बैचलर डिग्री जरूरी है।
- भारत की कुछ यूनिवर्सिटीज एंट्रेंस एग्जाम भी कंडक्ट करते हैं। कोर्स के लिए एलिजिबल होने के लिए इनमें उचित अंक प्राप्त करना अत्यंत जरूरी है।
- विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज वेलिड GRE स्कोर की मांग करती हैं।
- इस कोर्स के लिए IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
- विदेश यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/Resume और Portfolio भी जरूरी होते हैं।
जॉब प्रोफाइल्स
- बायोटेक्नोलॉजिस्ट
- बायोकेमिस्ट
- असिस्टेंट साइंटिस्ट
- रिसर्चर
- प्रोफेसर
मास्टर ऑफ़ साइंस इन एप्लाइड माइक्रोबायोलॉजी
मास्टर ऑफ़ साइंस इन एप्लाइड माइक्रोबायोलॉजी एक मास्टर डिग्री कोर्स है, जिसकी अवधि 2 वर्ष है। माइक्रोऑर्गेनिस्म का अन्य लिविंग ऑर्गैनिस्म पर उनके इफ़ेक्ट का अध्ययन एप्लाइड माइक्रोबायोलॉजी में शामिल है। यह कोर्स बायोटेक्नोलॉजी और फार्मास्यूटिकल प्रोफेशंस में एस्पिरिंग एनालिस्ट के लिए फायदेमंद है, और यह माइक्रोबीएल फिजियोलॉजी में डीप नॉलेज प्रदान करता है। यह कोर्स स्टूडेंट्स को हॉस्पिटल्स, फ़ूड & बेवरीज इंडस्ट्री और फार्मास्यूटिकल कम्पनीज में नौकरी के अवसर प्रदान करता है।
योग्यता मानदंड
- यूनिवर्सिटी द्वारा प्रवेश के लिए निर्धारित न्यूनतम अंकों के साथ बैचलर डिग्री आवश्यक है।
- यूनिवर्सिटी या कॉलेज द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा में उचित अंक प्राप्त करना जरूरी है।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज के लिए वैलिड GRE स्कोर जरूरी होते हैं, साथ ही IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/Resume और Portfolio भी जरूरी होते हैं।
जॉब प्रोफाइल
- असिस्टेंट प्रोफेसर-माइक्रोबायोलॉजी
- असिस्टेंट साइंटिस्ट-माइक्रोबायोलॉजी
- एसोसिएट प्रोफेसर-माइक्रोबायोलॉजी
- लैब टेकनीशियन-माइक्रोबायोलॉजी
- लेक्चरर
मास्टर ऑफ़ साइंस इन मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी
यह 2 साल का मास्टर डिग्री कोर्स है। मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी कई मेडिकल अप्प्रोचेस से बना है जैसे कि वायरोलॉजी, बक्टेरियोलॉजिस्ट और इम्मुनोलॉजी। इस कोर्स के अंतर्गत मेडिकल माइक्रोबायलॉजी के मॉडर्न ऐप्लिकेशन्स को भी शामिल किया गया है।स्टूडेंट इस कोर्स के अंतर्गत माइक्रोबायोलॉजी के बारे में कई स्पेसिफिक मैटेरियल्स की खोज करेंगे जिनका आज की दुनिया में साइंटिफिक सिग्नीफिकेन्स है।
योग्यता मानदंड
- किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से साइंस बैकग्राउंड के साथ ग्रेजुएशन होना जरूरी है।
- यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा क्लियर करना जरूरी है।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज के लिए वैलिड GRE स्कोर जरूरी होते हैं, साथ ही IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/Resume और Portfolio भी जरूरी होते हैं।
जॉब प्रोफाइल
- बायोमेडिकल साइंटिस्ट
- बायोमेडिकल एनालिस्ट
- मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव
- मेडिकल लैब टेकनीशियन
- लेक्चरर/प्रोफेसर
एमएससी बायोइंफॉर्मेटिक्स
एमएससी बायोइंफॉर्मेटिक्स 2 साल का मास्टर डिग्री कोर्स है। यह कोर्स जेनेटिक कोडिंग जैसे कॉम्प्लेक्स बायोलॉजिकल डाटा को इकट्ठा करने और एनालिसिस करने पर केंद्रित है। बायोइंफॉर्मेटिक्स, बायोलॉजी की एक शाखा है जो कंप्यूटिंग, स्टेटिस्टिक्स और बायोलॉजी को जोड़ती है। इसका उपयोग बायोलॉजी, मॉलिक्यूलर बायोलॉजी और बायोमेडिसिन में किया जाता है।
योग्यता मानदंड
- किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से साइंस बैकग्राउंड के साथ बैचलर डिग्री आवश्यक है।
- विदेश में यूनिवर्सिटीज IELTS या TOEFL स्कोर की आवश्यकता होती है।
- विदेश में यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/Resume और Portfolio भी जरूरी होते हैं।
जॉब प्रोफाइल
- बायोइंफॉर्मेटिक्स ट्रेनर
- बायोस्टैटिस्टिशन
- बायोइंफॉर्मेटिक्स ‘C’ प्रोग्रामर
- बायोइंफॉर्मेटिक्सएनालिस्ट
- असिस्टेंट प्रोफेसर
एमएससी लाइफ साइंस
यह कोर्स प्लांट्स, ऐनिमल्स और ह्यूमन जैसे लिविंग ऑर्गनिज़मस की साइंटिफिक इन्वेस्टीगेशन से संबंधित है। इसके अंतर्गत एस्पिरेंट्स केमिस्ट्री, कम्प्यूटेशनल, सिस्टम्स बायोलॉजी, डेवलपमेंटल बायोलॉजी, टिश्यू इंजीनियरिंग और लाइफ साइंस के अन्य क्षेत्रों में स्पेशलाइजेशन चुन सकते हैं। यह दो साल का एनवायर्नमेंटल पोस्टग्रेजुएट कोर्स है।
योग्यता मानदंड
- 10+2 पूरा करने के बाद, कैंडिडेट के पास B.Sc. लाइफ साइंस या संबंधित विषयों के साथ बैचलर डिग्री होनी चाहिए।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज के लिए IELTS या TOEFL स्कोर की आवश्यकता होती है।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/Resume और Portfolio भी जरूरी होते हैं।
जॉब प्रोफाइल
- प्रोडक्ट मैनेजर
- फ़ूड साइंटिस्ट
- नूट्रिशनिस्ट
- बायोलॉजी कंटेंट डेवलपर
- सीनियर लेबोरेटरी टेकनीशियन
एमएससी बायोकेमिस्ट्री
एमएससी बायोकेमिस्ट्री एक 2 वर्षीय पोस्टग्रेजुएट कोर्स है जो बायोकेमिस्ट्री पर केंद्रित है। बायोकेमिस्ट्री विज्ञान की एक शाखा है जो जीवों के भीतर और उनसे संबंधित केमिकल प्रोसेस के अध्ययन पर केंद्रित है। एमएससी बायोकेमिस्ट्री का अध्ययन करने का प्रमुख लक्ष्य मॉलिक्यूलर लेवल पर लिविंग बीइंग के सभी पहलुओं की संपूर्ण समझ हासिल करना और उस ज्ञान को अच्छे उपयोग में लाना है।
योग्यता मानदंड
- किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 पूरा किया होना चाहिए।
- BSc डिग्री कोर्स या समकक्ष निर्धारित न्यूनतम कुल अंक आवश्यक है।
- कैंडिडेट्स को भारत में राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा देने और पास करने की आवश्यकता हो सकती है।
- अब्रॉड की यूनिवर्सिटीज के लिए वैलिड GRE स्कोर जरूरी होते हैं, साथ ही IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
- अब्रॉड की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/Resume और Portfolio भी जरूरी होते हैं।
जॉब प्रोफाइल
- प्रोफेसर
- फार्माकोलॉजिस्ट
- लैब टेकनीशियन
- रिसर्च साइंटिस्ट
एमएससी जेनेटिक्स
एमएससी जेनेटिक्स 2 वर्षीय मास्टर डिग्री प्रोग्राम है, जिसमें लिविंग ऑर्गनिज़मस में जेन्स, इनहेरिटेंस और वेरिएशन का अध्ययन शामिल है। जेन्स के मॉलिक्यूलर स्ट्रक्चर और फंक्शन, कोशिका में जीन बिहेवियर, माता पिता से संतान में इनहेरिटेंस पैटर्न्स, जीन डिस्ट्रीब्यूशन, वेरिएशन कवर किए गए विषय हैं। यह कोर्स BSc Microbiology ke baad kya kare कि आपकी शंका मिटाने के लिए उपयुक्त है।
योग्यता मानदंड
- किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 पूरा किया होना चाहिए।
- BSc डिग्री कोर्स या समकक्ष निर्धारित न्यूनतम कुल अंक आवश्यक है।
- आपको भारत में राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा देने और पास करने की आवश्यकता हो सकती है।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज के लिए वैलिड GRE स्कोर जरूरी होते हैं, साथ ही IELTS या TOEFL score की भी आवश्यकता होती है।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/Resume और Portfolio भी जरूरी होते हैं।
जॉब प्रोफाइल
- टेक्निकल असिस्टेंट-मॉलिक्यूलर जेनेटिक्स
- सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर-मॉलिक्यूलर जेनेटिक्स
- एसोसिएट प्रोफेसर-मेडिकल जेनेटिक्स
- नेशनल सेल्स मैनेजर-जेनेटिक्स
- सेल्स & मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव
विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज
नीचे विश्व की कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट दी गई है जहां से आप BSc माइक्रोबायोलॉजी के बाद की पढ़ाई कर सकते हैं:
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ लीड्स
- हेरियट वाट यूनिवर्सिटी
- मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ तस्मानिया
- टेक्सास टेक यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन
- क्वीनमैरी यूनिवर्सिटी ऑफ़ लंदन
- शेफ़ील्ड हल्लम यूनिवर्सिटी
- ट्रिनिटी कॉलेज डबलिन
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ लीसेस्टर
- जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ अल्बर्टा
- यूनिवर्सिटी सेंस मलेशिया
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैनचेस्टर
टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज
BSc Microbiology के बाद की पढ़ाई के लिए भारत के टॉप यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेस की लिस्ट नीचे दी गई है:
- मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज – [एमसीसी]
- प्रेसीडेंसी कॉलेज
- पारुल विश्वविद्यालय
- जामिया मिलिया इस्लामिक यूनिवर्सिटी
- फर्ग्यूसन कॉलेज
- सेंट लुई जेवियर्स कॉलेज
- रामकृष्ण मिशन विवेकानंद शताब्दी कॉलेज
- रामकृष्ण मिशन विद्यामंदिर
- माउंट कार्मेल कॉलेज
- गार्गी कॉलेज
- पीडी पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड साइंसेज
- रामनारायण रुइया ऑटोनॉमस कॉलेज
- जय हिंद कॉलेज
- किशनचंद चेलाराम कॉलेज
- ऑक्सफोर्ड कॉलेज ऑफ साइंस
FAQs
नहीं, BSc in Microbiology के लिए NEET जरूरी नहीं है। NEET एक एंट्रेंस एग्जाम है जो MBBS और BDS कोर्सेज के लिए जरूरी होता है। जबकि BSc Microbiology के लिए जरूरी है कि स्टूडेंट्स ने कक्षा 12वीं में अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी या कॉलेज द्वारा प्रवेश के लिए निर्धारित न्यूनतम अंक के साथ पास किया हो।
B.Sc Microbiology के बाद टॉप जॉब ऑप्शंस–
1. Microbiologist
2. Biomedical scientist
3. Clinical research associate
4. Food technologist
5. Healthcare scientist, immunology
6. Nanotechnologist
7. Pharmacologist
माइक्रोबायोलॉजिस्ट के लिए अधिक वेतन वाले देश–
1. ऑस्ट्रेलिया
2. अमेरिका
3. कनाडा
4. यूके
BSc Microbiology और B Pharma दोनों ही करियर प्रोमिसिंग कोर्सेज हैं। हालांकि, माइक्रोबायोलॉजी फील्ड में फार्मास्यूटिकल सेक्टर की तुलना में रिसर्च की अधिक गुंजाइश है, वहीं B Pharma के बाद फार्मास्यूटिकल सेक्टर, हॉस्पिटल्स आदि में करियर की संभावनाएं हैं।
हां, BSc Microbiology ग्रेजुएट्स ISRO में नौकरी पा सकते हैं। BSc Microbiology के अंतिम वर्ष के छात्र भी ISRO एग्जाम के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आयु सीमा 21 से 30 साल के बीच है।
हम आशा करते हैं कि BSc Microbiology ke baad kya kare का जवाब आपको मिल चुका है। यदि आप BSc Microbiology के बाद आगे की पढ़ाई विदेश से करना चाहते हैं और इससे रिलेटेड गाइडेंस चाहते हैं, तो आज ही 180057200 पर कॉल करें और हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।
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Sir Bsc microbiology valo ko bi Lab technician Ka course kerna pedta hay Kya microbiology valy paramedical may nahi aaty Kya
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माइक्रोबायोलॉजी और पैरामेडिकल कोर्स अलग-अलग होते हैं।
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2 comments
Sir Bsc microbiology valo ko bi Lab technician Ka course kerna pedta hay Kya microbiology valy paramedical may nahi aaty Kya
माइक्रोबायोलॉजी और पैरामेडिकल कोर्स अलग-अलग होते हैं।