UPSC परीक्षा तीन भागों में कंडक्ट की जाती है जिसे प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू में विभाजित किया गया हैं। UPSC सिविल सर्विस के प्रिलिम्स परीक्षा को पास करने के बाद कैंडिडेट्स को मेंस एग्जाम को भी क्लियर करना अनिवार्य होता है। UPSC मेंस परीक्षा में कैंडिडेट्स को 48 वैकल्पिक विषयों में से किसी एक विषय को चुनने का विकल्प मिलता हैं। जिसमें एक प्रमुख वैकल्पिक विषय फिजिक्स को भी माना जाता है। UPSC मेंस में फिजिक्स वैकल्पिक विषय की तैयारी करने के लिए कैंडिडेट्स को उसके कंप्लीट सिलेबस की जानकारी जरूर होनी चाहिए। यहां UPSC Physics Syllabus in Hindi का कंप्लीट सिलेबस दिया जा रहा है। जिसके माध्यम से आप अपनी परीक्षा की तैयारी और बेहतर तरीके से कर पाएंगे।
IAS एग्जाम कंडक्टिंग बॉडी | यूपीएससी |
एग्जाम मोड | ऑफलाइन |
साल में कितनी बार एग्जाम होता है | साल में एक बार एग्जाम होता है। |
IAS एग्जाम के लिए आयुसीमा | 21 से 32 साल (वर्ग के अनुसार अलग-अलग निर्धारित) |
IAS एग्जाम के लिए योग्यता | किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन। |
IAS एग्जाम पैटर्न | प्रीलिम्स (MCQs), मेन्स (डिस्क्रिप्टिव पेपर), इंटरव्यू |
IAS एग्जाम- प्रीलिम्स 2024 | 16 जून, 2024 |
IAS एग्जाम- मेन्स 2024 | 20 सितंबर 2024 से। |
ऑफिशियल वेबसाइट | upsc.gov.in |
UPSC क्या है?
संघ लोक सेवा आयोग जिसे इंग्लिश में ‘यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन’ (UPSC) के नाम से भी जाना जाता है। यह भारतीय कॉन्स्टिट्यूशन द्वारा स्थापित एक कोंस्टीटूशनल बॉडी है, जो भारत सरकार के लोकसेवा के पदाधिकारियों की रिक्रूटमेंट के लिए एग्जाम कंडक्ट करता है। भारतीय कॉन्स्टिट्यूशन के भाग-14 के अंतर्गत अनुच्छेद 315-323 में एक यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन और राज्यों के लिए ‘स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन’ (SPSC) के गठन का प्रोविशन है। जिसके माध्यम से देश सबसे कठिन एग्जाम माने जाने वाले UPSC के माध्यम से देश के प्रमुख पदाधिकारियों की रिक्रूटमेंट की जाती है। जिसमें IAS, IPS, IFS, IRS और ITS जैसी अन्य पोस्ट शामिल होती हैं।
UPSC वैकल्पिक विषय फिजिक्स का सिलेबस क्या है?
यहां UPSC Physics Syllabus in Hindi के मेंस वैकल्पिक विषय की कंप्लीट जानकारी दी जा रही है, जिन्हें आप नीचे दिए गए बिंदुओं में देख सकते हैं:-
UPSC Physics Syllabus in Hindi पेपर -1
UPSC Physics Syllabus in Hindi पेपर -1 का विस्तृत सिलेबस नीचे दिया गया है:
(क) मैकेनिक्स ऑफ पार्टिकल्स (कण यांत्रिकी)
गतिनियम, ऊर्जा एवं संवेग का संरक्षण, घूर्णी फ्रेम पर अनुप्रयोग, अपकेंद्री एवं कोरियालिस त्वरण; केंद्रीय बल के अंतर्गत गति; कोणीय संवेग का संरक्षण, केप्लर नियमः क्षेत्र एवं विभव, गोलीय पिंडों के कारण गुरुत्व क्षेत्र एवं विभव; गौस एवं प्वासों समीकरण, गुरुत्व स्वऊर्जा, द्विपिंड समस्या, समानीत द्रव्यमान; रदरफोर्ड प्रकीर्णन; द्रव्यमान केंद्र एवं प्रयोगशाला संदर्भ फ्रेम।
(ख) मैकेनिक्स ऑफ रिजिड बॉडीज (दृढ़ पिंडों की यांत्रिकी)
कणनिकाय; द्रव्यमान केंद्र, कोणीय संवेग, गति समीकरण, ऊर्जा संवेग एवं कोणीय संवेग के संरक्षण प्रमेयः प्रत्यास्थ एवं अप्रत्यास्थ संघटन; दृढ़ पिंड, स्वातंत्र्य कोटियां, आयलर प्रमेय कोणीय वेग, कोणीय संवेग, जड़त्व आघूर्ण, समांतर एवं अभिलंब अक्षों के प्रमेय घूर्णन हेतु गति का समीकरण; आण्विक घूर्णन (दृढ़ पिंडों के रूप में); द्वि एवं त्रि-परमाण्विक अणु, पुरस्सरण गति, भ्रमि घूर्णाक्षस्थापी।
(ग) मैकेनिक्स ऑफ कंटीन्यूअस (संतत माध्यमों की यांत्रिकी)
प्रत्यास्थता, हुक का नियम एवं समदैशिक ठोसों के प्रत्यास्थतांक तथा उनके अंत:संबंध; प्रवाहरेखा (स्तरीय) प्रवाह, श्यानता, प्वाजय समीकरण, बरनूली समीकरण, स्टोक नियम एवं उसके अनुप्रयोग।
(घ) स्पेशल रिलेटिविटी (विशिष्ट आपेक्षिता)
माइकल्सन- मोर्ले प्रयोग एवं इसकी विवक्षाएं, लॉरेंज रूपांतरण- दैर्ध्य-संकुचन, कालवृद्धि, आपेक्षिकीय वेगों का योग, विपथन तथा डॉप्लर प्रभाव, द्रव्यमान-ऊर्जा संबंध, क्षय प्रक्रिया से सरल अनुप्रयोगः चतुर्विमीय संवेग सदिश; भौतिकी के समीकरणों से सहप्रसरण।
वेव्स एंड ऑप्टिक्स (तरंग एवं प्रकाशिकी)
वेव्स एंड ऑप्टिक्स (तरंग एवं प्रकाशिकी) से जुड़े टॉपिक नीचे बताए गए हैं:
(क) तरंग
सरल आवर्त गति, अवमंदित दोलन, प्रणोदित दोलन तथा अनुनाद: विस्पंद, तंतु में स्थिर तरंगे: स्पंदन तथा तरंग संचायिकाएं प्रावस्था तथा समूह वेग, हाईजन के सिद्धांत से परावर्तन तथा अपवर्तन।
(ख) ज्यामितीय प्रकाशिकी
फार्मेट के सिद्धांत से परावर्तन तथा अपवर्तन के नियम, उपाक्षीय प्रकाशिकी में आव्यूह पद्धति-पतले लैस के सूत्र, निस्पंद तल, दो पतले लेंसों की प्रणाली, वर्ण तथा गोलीय विपंथन |
(ग) व्यतिकरण
प्रकाश का व्यतिकरण – यंत्र का प्रयोग, न्यूटन वलय, तनु फिल्मों द्वारा व्यतिकरण, माइकल्सन व्यतिकरणमापी; विविध किरणपुंज व्यतिकरण एवं फैब्रीपेरट-व्यतिकरणमापी।
(घ) विवर्तन
फ्रानहोफर विवर्तन- एकल रेखाछिद्र, द्वि रेखाछिद्र, विवर्तन ग्रेटिंग, विभेदन क्षमता; वित्तीय द्वारक द्वारा विवर्तन तथा वायवीय पैटर्न, फ्रेसनेल विवर्तन; अर्द्ध आवर्तन जोन एवं जोन प्लेट, वृत्तीय द्वारक
(ड) ध्रुवीकरण एवं आधुनिक प्रकाशिकी
रेखीय तथा वृत्तीय ध्रुवित प्रकाश का उत्पादन तथा अभिज्ञान; द्विअपवर्तन, चतुर्थांश तरंग प्लेट; प्रकाशिक सक्रियता रेशा प्रकाशिकों के सिद्धांत क्षीणन; स्टेप इंडेक्स तथा परवलयिक इंडेक्स तंतुओं में स्पंद परिक्षेपण, पदार्थ परिक्षेपण, एकल रूप रेशा; लेसर आइनस्टाइन A तथा B गुणांक, रूबी एवं हीलियम नियॉन लेसर; लेसर प्रकाश की विशेषताएं- स्थानिक तथा कालिक संबद्धता; लेसर किरण पुंजो का फोकसन; लेसर क्रिया के लिए त्रि-स्तरीय योजना होलीग्राफी एवं सरल अनुप्रयोग।
इलेक्ट्रिसिटी एंड मैग्नटिज़म (विद्युत एवं चुंबकत्व)
इलेक्ट्रिसिटी एंड मैग्नटिज़म (विद्युत एवं चुंबकत्व) से जुड़े टॉपिक नीचे बताए गए हैं:
(क) स्थिर वैद्युत एवं स्थिर चुंबकीय
स्थिर वैद्युत में लाप्लास एवं प्वासों समीकरण एवं उनके अनुप्रयोग; आवेश निकाय की ऊर्जा, आदेश विभव का बहुध्रुव प्रसार; प्रतिबिम्ब विधि एवं उसका अनुप्रयोग; द्विध्रुव के कारण विभव एवं क्षेत्र, बाह्य क्षेत्र में द्विध्रुव पर बल एवं बल आघूर्ण, परावैद्युत ध्रुवण परिसीमा-मान समस्या का हल-एकसमान वैद्युत क्षेत्र में चालन एवं परवैद्युत गोलकः चुंबकीय कोश, एकसमान चुंबकित गोलक, लोह चुंबकीय पदार्थ, शैथिल्य, ऊर्जाहास।
(ख) धारा विद्युत
किरचॉफ नियम एवं उनके अनुप्रयोग; बायोसवार्ट नियम, ऐम्पियर नियम, फराड़े नियम, लैज नियम, स्व एवं अन्योन्य प्रेरकत्वः प्रत्यावर्ती धारा (AC) परिपथ में माध्य एवं वर्गमाध्य मूल (rms) मान, RL एवं C घटक वाले DC एवं AC – परिपथ श्रेणीबद्ध एवं समांतर अनुनाद: गुणता कारकः परिणामित्र के सिद्धांत।
(ग) विद्युत चुंबकीय तरंगे एवं कृष्णिका विकिरण
विस्थापन धारा एवं मैक्सवेल के समीकरण; निर्वात में तरंग समीकरण, प्वाइंटिंग प्रमेय, सदिश एवं अदिश विभवः विद्युत चुंबकीय क्षेत्र प्रदिश, मैक्सवेल समीकरणों का सहप्रसरण, समदैशिक परावैद्युत में तरंग समीकरण, दो परावैद्युतों की परिसीमा पर परावर्तन तथा अपवर्तन; फ्रेसनल संबंध, पूर्ण आतंरिक परावर्तन; प्रसामान्य एवं असंगत वर्ण विक्षेपण; रेले प्रकीर्णन; कृष्णिका विकिरण एवं प्लैंक विकिरण नियम, स्टीफन बोल्ट्जमैन नियम, वियेन विस्थापन नियम एवं रेले जीन्स नियम।
तापीय एवं सांख्यिकी भौतिकी
तापीय एवं सांख्यिकी भौतिकी से जुड़े टॉपिक नीचे बताए गए हैं:
(क) ऊष्मागतिकी
ऊष्मागतिकी का नियम, उत्क्रम्य तथा अप्रतिक्रम्य प्रक्रम, एन्ट्रॉपी, समतापी, रुद्धोष्म, समदाब, समआयतन प्रक्रम एवं एन्ट्रॉपी परिवर्तन: ऑटो एवं डीजल इंजिन, गिब्स प्रावस्था नियम एवं रासायनिक विभव, वास्तविक गैस अवस्था के लिए वांडरवाल समीकरण, क्रांतिक स्थिरांक, आण्विक वेग का मैक्सवेल बोल्ट्जमान वितरण, परिवहन परिघटना, समविभाजन एवं वीरियल प्रमेय; ठोसॉ की विशिष्ट ऊष्मा के ड्यूलां-पेती, आइंस्टाइन, एवं डेबी सिद्धांत; मैक्सवेल संबंध एवं अनुप्रयोग, क्लासियस क्लेपरॉन समीकरण, रूद्धोष्म विचुंबकन, जूल केल्विन प्रभाव एवं गैसों का द्रवण।
(ख) सांख्यिकीय भौतिकी
स्थूल एवं सूक्ष्म अवस्थाएं, सांख्यिकीय बंटन, मैक्सवेल-बोल्ट्जमान, बोस-आइंस्टाइन एवं फर्मी-दिराक बंटन, गैसों की विशिष्ट ऊष्मा एवं कृष्णिका विकिरण में अनुप्रयोग नकारात्मक ताप की संकल्पना।
UPSC Physics Syllabus in Hindi पेपर – 2
UPSC Physics Syllabus in Hindi पेपर – 2 का विस्तृत सिलेबस नीचे दिया गया है:
(क) क्वांटम मैकेनिक्स (क्वांटम यांत्रिकी)
कण तरंग द्वैतता; श्रीडिंगर समीकरण एवं प्रत्याशामान; अनिश्चितता सिद्धांत, मुक्तकण, बॉक्स में कण, परिमित कूप में कण के लिए एक विमीय श्रीडिंगर समीकरण का हल (गौसीय तरंग-वेस्टन), रैखिक आवर्ती लोलक ,पग-विभव द्वारा एवं आयताकार रोधिका द्वारा परावर्तन एवं संचरण; त्रिविमीय बॉक्स में कण, अवस्थाओं का घनत्व, धातुओं का मुक्त इलेक्ट्रान सिद्धांत, कोणीय संवेग, हाइड्रोजन परमाणुः अर्द्धप्रचक्रण कण, पाउली प्रचक्रण आव्यूहों के गुणधर्म।
(ख) एटॉमिक एंड मॉलिक्यूलर फिजिक्स (परमाण्विक एवं आण्विक भौतिकी)
स्टर्न गर्लेक प्रयोग, इलेक्ट्रान प्रचक्रण, हाइड्रोजन परमाणु की सूक्ष्म संरचना; युग्मन, L-S, J -J युग्मन, परमाणु अवस्था का स्पेक्ट्रमी संकेतन, जीमान प्रभाव, फ्रैंक कंडोन सिद्धांत एवं अनुप्रयोग; द्विपरमाणुक अणु के घूर्णनी, कांपनिक एवं इलेक्ट्रानिक स्पेक्ट्रमों का प्राथमिक सिद्धांत, रमन प्रभाव एवं आण्विक संरचना; लेसर रमन स्पेक्ट्रमिकी, खगोलिकी में उदासीन हाइड्रोजन परमाणु आण्विक हाइड्रोजन एवं आण्विक हाइड्रोजन ऑयन का महत्व; प्रतिदिप्ति एवं स्फुरदीप्ति NMR एवं EPR का प्राथमिक सिद्धांत एवं अनुप्रयोग, लैम्बसृति की प्राथमिक धारणा एवं इसका महत्व।
(ग) न्यूक्लियर एंड पार्टिकल फिजिक्स (नाभिकीय एवं कण भौतिकी)
मूलभूत नाभिकीय गुणधर्म आकार, बंधन, ऊर्जा, कोणीय संवेग, समता, चुंबकीय आघूर्ण; अर्द्ध-आंनुभाविक द्रव्यमान सूत्र एवं अनुप्रयोग, द्रव्यमान परवलय; ड्यूटेरॉन की मूल अवस्था, चुंबकीय आघूर्ण एवं अकेंद्रीय बल; नाभिकीय बलों का मेसॉन सिद्धांत, नाभिकीय बलों की प्रमुख विशेषताएं; नाशिक का कोश मॉडल-सफलताएं एवं सीमाएं; बीटाहास समता का उल्लंघन; गामा ह्रास एवं आंतरिक रूपांतरण, मासबौर स्टेक्ट्रमिकी की प्राथमिक धारणा; नाभिकीय अभिक्रियाओं का Q मान; नाभिकीय विखंडन एवं संलयन, तारों में ऊर्जा उत्पादन; नाभिकीय रियेक्टर।
मूल कणों का वर्गीकरण एवं उनकी अन्योन्यक्रियाएं; संरक्षण नियम; हैड्रॉनों की क्वार्क संरचना; क्षीण वैद्युत एवं प्रबल अन्योन्य क्रिया का क्षेत्र-क्वांटा; बलों के एकीकरण की प्राथमिक धारणा; न्यूट्रिनों की भौतिकी।
(घ) सॉलिड स्टेट फिजिक्स, डिवाइस एंड इलेक्ट्रॉनिक्स (ठोस अवस्था भौतिकी, यंत्र एवं इलेक्ट्रॉनिकी)
पदार्थ की क्रिस्टलीय एवं अक्रिस्टलीय संरचना, विभिन्न क्रिस्टल निकाय, आकाशी समूह; क्रिस्टल संरचना निर्धारण की विधियां X-किरण विवर्तन, क्रमवीक्षण एवं संचरण इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी; ठोसों का पट्ट सिद्धांत-चालक, विद्युतरोधी एवं अर्द्धचालक; ठोसों के तापीय गुणधर्म, विशिष्ट ऊष्मा, डेबी सिद्धांत; चुंबकत्वः प्रति, अनु एवं लोह चुंबकत्व; अतिचालकता के अवयव, माइसर प्रभाव, जोसेफसन संधि एवं अनुप्रयोग; उच्च तापक्रम अतिचालकता की प्राथमिकता धारणा।
नैज एवं बाह्य अर्द्धचालक; p-n-p एवं n-p-n ट्रांजिस्टर, प्रवर्धक एवं दोलित्र, संक्रियात्मक प्रवर्धक, FET, JFET एवं MOSFET : अंकीय इलेक्ट्रॉनिकी-बूलीय तत्समक, डीमॉर्गन नियम, तर्क द्वार एवं सत्य सारणियां; सरल तर्क परिपथः ऊष्म प्रतिरोधी, सौर सेल; माइक्रोप्रोसेसर एवं अंकीय कंप्यूटरों के मूल सिद्धांत।
UPSC फिजिक्स सिलेबस की PDF
यहां UPSC फिजिक्स मेंस वैकल्पिक विषय के सिलेबस की यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन की ऑफिशियल सिलेबस की PDF दी जा रही है। जिसे आप आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं:-
यहां से करे डाउनलोड – UPSC सिलेबस PDF डाउनलोड लिंक
UPSC फिजिक्स विषय की तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स
यहां UPSC फिजिक्स मेंस वैकल्पिक विषय की तैयारी कर रहे कैंडिडेट्स के लिए बेस्ट बुक्स की सूची नीचे दी गई टेबल में दी जा रही है। जिसके माध्यम से आप UPSC Physics Syllabus in Hindi की टॉपिक वाइज प्रिपरेशन कर सकते हैं:-
बुक्स | ऑथर और पब्लिकेशन | यहां से खरीदें |
NCERT books from 6th-12th books | NCERT | – |
Mechanics | JC Upadhyay | यहां से खरीदें |
Nuclear Physics | S.B Patel | यहां से खरीदें |
Atomic and Molecular Spectra | Raj Kum | यहां से खरीदें |
A Dictionary of Physics | Goldstein | यहां से खरीदें |
Advanced Level Physics | Nelkon & Parker | यहां से खरीदें |
Properties of Matter | B. Aggarwal | यहां से खरीदें |
Fundamental of Magnetism electricity | Vasudeva D.N. | यहां से खरीदें |
Quantum Physics | HC Verma | यहां से खरीदें |
Concept of Modern Physics | Arthur Beiser | यहां से खरीदें |
Introduction to Quantum Mechanics | Griffiths | यहां से खरीदें |
Nuclear Physics | D.C. Tayal | यहां से खरीदें |
Electromagnetic Theory And Electrodynamics | Satya Prakash | यहां से खरीदें |
Optics | Ajoy Ghatak | यहां से खरीदें |
Quantum Mechanics | Ajoy Ghatak and S. Lokanathan | यहां से खरीदें |
UPSC में कितने पेपर होते है?
UPSC परीक्षा को तीन मुख्य भागों में विभाजित किया गया है। जिसमें प्रिलिम्स परीक्षा, मेंस परीक्षा और इंटरव्यू शामिल होता हैं। प्रिलिम्स परीक्षा एक स्क्रीनिंग परीक्षा है जो कैंडिडेट्स को अगले चरण, यानी मेंस परीक्षा के लिए योग्य बनाती है। मेंस एग्जाम में पास होने वाले कैंडिडेट्स ही इंटरव्यू के लिए योग्य माने जाते हैं।
- प्रिलिम्स परीक्षा
- मेंस परीक्षा
- इंटरव्यू
UPSC परीक्षा का एग्जाम पैटर्न क्या है?
UPSC प्रिलिम्स सिविल सर्विस एग्जाम का स्क्रीनिंग चरण है जो हर साल यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा कंडक्ट किया जाता है। इस चरण को मुख्यत प्रिलिम्स एग्जाम के नाम से जाना जाता है। यहां UPSC प्रिलिम्स एग्जाम के दोनों क्वेश्चन पेपर्स का एग्जाम पैटर्न नीचे दी गई टेबल में दिया जा रहा हैं:-
प्रिमिल्स एग्जाम – जनरल स्टडी
क्वेश्चन की संख्या | 100 |
कुल मार्क्स | 200 |
एग्जाम टाइमिंग | 2 घंटे |
नेगेटिव मार्किंग | एक तिहाई |
एग्जाम टाइप | ऑब्जेक्टिव टाइप |
प्रिलिम्स एग्जाम – सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT)
क्वेश्चन की संख्या | 80 |
कुल मार्क्स | 200 |
एग्जाम टाइमिंग | 2 घंटे |
नेगेटिव मार्किंग | एक तिहाई |
एग्जाम टाइप | ऑब्जेक्टिव टाइप |
नोट – कैंडिडेट्स को UPSC प्रिलिम्स एग्जाम के दोनों पेपर में सम्मिलित होना अनिवार्य होता हैं। यदि कोई कैंडिडेट UPSC के दोनों GS-1 और GS-2 पेपर में शामिल नहीं होता तो वह अयोग्य ठहराया जाएगा। UPSC प्रिलिम्स का का दूसरा पेपर सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT) क्वालीफाइंग नेचर का होता है जिसमें पास होने के लिए मिनिमस 33% मार्क्स होने अनिवार्य होते है।
UPSC मेंस एग्जाम
विषय | कुल मार्क्स |
पेपर A: अनिवार्य भारतीय भाषा | 300 |
पेपर B: इंग्लिश | 300 |
पेपर I: निबंध | 250 |
पेपर II: सामान्य अध्ययन – I | 250 |
पेपर III: सामान्य अध्ययन – II | 250 |
पेपर IV: सामान्य अध्ययन – III | 250 |
पेपर V: सामान्य अध्ययन – IV | 250 |
पेपर VI: वैकल्पिक – I | 250 |
पेपर VII: वैकल्पिक – II | 250 |
नोट: UPSC के दोनों एग्जाम में क्वालीफाई करने के बाद स्टूडेंट्स के मार्क्स के आधार पर मेरिट तैयार की जाती है। जिसके अनुसार टॉप रैंक प्राप्त करने वाले कैंडिडेट्स को इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया जाता हैं।
UPSC के लिए योग्यता क्या है?
UPSC परीक्षा के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता ग्रेजुएशन होती है। UPSC के सिविल सर्विस एग्जाम में हिस्सा लेने के लिए कैंडिडेट को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से ग्रेजुएशन कंप्लीट करनी होगी। इसके साथ ही ग्रेजुएशन के तृतीय वर्ष यानी आखिरी वर्ष के स्टूडेंट्स भी UPSC की परीक्षा देने के लिए योग्य माने जाते हैं।
UPSC एग्जाम के लिए आयु सीमा
- जनरल वर्ग और EWS : 21 से 32 वर्ष
- विशेष पिछड़ा वर्ग यानी OBC : 21 से 35 वर्ष
- अनुसूचित जाति/अनुसूचित जन जाति : 21 से 37 वर्ष
- शारीरिक रूप से अक्षम : 21 से 42 वर्ष
FAQs
हां, यूपीएससी मुख्य परीक्षा में चुनाव के लिए फिजिक्स एक अच्छा वैकल्पिक विषय है यदि फिजिक्स या इंजीनियरिंग डिग्री वाले कैंडिडेट्स इसे चुनते हैं।
हां, यूपीएससी मुख्य परीक्षा में हम फिजिक्स विषय को वैकल्पिक विषय के रूप में चुन सकते हैं।
UPSC फिजिक्स वैकल्पिक सिलेबस में यांत्रिकी के कण, तरंगें और प्रकाशिकी, विद्युत और चुंबकत्व, विद्युत चुम्बकीय तरंगें और ब्लैकबॉडी विकिरण, क्वांटम यांत्रिकी, परमाणु और आणविक भौतिकी आदि टॉपिक शामिल हैं।
UPSC प्रीलिम्स के लिए आपको 200 अंकों में से 120 अंकों को प्राप्त करना अनिवार्य है। जहाँ आपको प्रत्येक सवाल के सही आंसर के लिए 2 अंक और सवाल गलत हो जाने पर नेगेटिव मार्किंग के 0.66 अंक कट जाते हैं। इसी प्रकार आपको UPSC मेंस में पास होने के लिए आपको 1750 अंकों में से न्यूनतम 900 या 950 से अधिक अंक लाने ही होते हैं।
यूपीएससी में कुल नौ अनिवार्य विषय होते हैं। जिसमें सात पेपरों के अलावा, दो क्वालीफाइंग पेपर, पेपर-ए (भारतीय भाषा) और पेपर-बी (अंग्रेजी भाषा) का होता हैं।
275 अंक का
सम्बंधित आर्टिकल
उम्मीद है कि आपको UPSC Physics Syllabus in Hindi ब्लाॅग में यूपीएससी फिजिक्स सिलेबस की पूरी जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही UPSC से जुड़े ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।