M Com ke baad PhD Kaise Kare: जानिए के इस कोर्स को करने के लिए योग्यता व आवेदन प्रक्रिया

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M Com ke baad PhD kaise kare

एमकॉम करने के बाद अधिकतर छात्र/छात्राएं पीएचडी, एमबीए करते हैं। अक्सर यह देखा गया हैं कि एमकॉम करने के बाद अधिकतर विद्यार्थी पीएचडी करना चाहते हैं। उनका रुझान इस और बढ़ते जा रहा है। करियर की दृष्टि से एमकॉम के बाद पीएचडी करना बहुत अच्छा विकल्प हैं। हर किसी का सपना होता है कि ज्यादा से ज्यादा पढाई करके एक अच्छी और ईमानदारी से नौकरी करें और उस क्षेत्र में अपना एक अलग स्थान बनाएं लेकिन अगर आप किसी भी चीज़ की पढाई करते है और उस में अपनी डिग्री पूरी करना चाहते है, तो आपको उस कोर्स की पूरी जानकारी होनी चाहिए। इस ब्लॉग के माध्यम से आपको M Com ke baad PhD kaise kare इसकी पूरी जानकारी दे रहे हैं।

एमकॉम के बाद पीएचडी क्यों करें? 

एमकॉम के बाद पीएचडी क्यों करें इसके जानकारी नीचे दी गई है-

  • यह सर्वोच्च डिग्री होने के साथ-साथ किसी विशेष विषय में विशेषज्ञ होने का अवसर प्रदान करता है।
  • लेकिन इस डिग्री को प्राप्त करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम एवं शर्ते हैं जो उम्मीदवार द्वार पूरा करना होता है उसके पश्चात उम्मीदवार इस डिग्री के लिए योग्य होते हैं।

एमकॉम के बाद पीएचडी करने के फायदे 

एमकॉम के बाद पीएचडी करने के बहुत सारे फायदे है जो निम्नलिखित हैं- 

  • एमकॉम के बाद पीएचडी करने के बाद आप किसी भी कॉलेज में एक प्रोफेसर के रूप में नियुक्त हो सकते है ।
  • एमकॉम के बाद पीएचडी करने के बाद आप के नाम के आगे डॉ० लग जाता है जो आपके स्टेटस को और बढ़ा देता है।
  • एमकॉम के बाद पीएचडी करने के पश्चात आप अपने विषय पर रिसर्च या एनालिसिस कर सकते है।
  • पीएचडी किये हुए व्यक्ति को क्रिएटर ऑफ़ इनफार्मेशन भी कहा जाता है।
  • शिक्षा के क्षेत्र में यह सर्वोच्च डिग्री है, इसको करने के पश्चात आप उस विषय के विशेषज्ञ कहे जाएंगे।
  • पीएचडी करने के पश्चात आप अपने क्षेत्र में गलत और सही का निर्णय कर सकते है।
  • पीएचडी एक बड़ी डिग्री है जिसको करने के बाद आप अपने क्षेत्र में किसी भी बड़े पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।

एमकॉम के बाद पीएचडी करने के लिए स्किल्स

एमकॉम के बाद पीएचडी करने के लिए स्किल्स की आवश्यकता होती हैं जो निम्न लिखित है-

  • जिज्ञासु
  • रिसर्च में बेस्ट
  • समर्पित
  • मेहनती
  • अच्छी लेखन क्षमता
  • आत्म प्रेरित
  • उत्सुक पर्यवेक्षक

पीएचडी कितने साल की होती है?

M Com ke baad PhD kaise kare जानने के साथ-साथ यह भी जानिए कि पीएचडी कितने साल की होती है, जो इस प्रकार है:

  • पीएचडी ड्यूरेशन आमतौर पर 3 साल की होती है। लेकिन आप इसे 6 साल तक पूरा कर सकते हैं।
  • इसकी वजह यह है कि आप अपने टॉपिक पर डीटेल में रिसर्च करते हैं। इसके लिए आपको लोगों के बीच जाना पड़ सकता है।
  • बहुत सा डेटा इकट्ठा करना पड़ता है। इसे रिजल्ट की तरह तैयार करना पड़ता है। उसके बाद फिर थीसिस लिखनी होती है।
  • पीएचडी की थीसिस कम से कम 75-80,000 शब्दों की होती है। इन सबके लिए वक्त चाहिए होता है इसलिए आप ज्यादा समय ले सकते हैं।

पीएचडी स्पेशलाइजेशन की लिस्ट

M Com ke baad PhD kaise kare जानने के साथ-साथ यह भी जानिए कि पीएचडी स्पेशलाइजेशन की लिस्ट क्या है, जो नीचे दी गई है-

  • केमिस्ट्री में पीएचडी- केमिकल रिसर्च सेंटर्स एंड लेबोरेटरीज में एनालिस्ट
  • जियोलॉजी में पीएचडी- जियोलॉजिकल सेंटर्स में हेड ऑफ़ सर्विस
  • न्यूट्रीशन में पीएचडी- साइंटिफिक एडवाइजर
  • बायोकेमिस्ट्री में पीएचडी- पेटेंट लॉयर
  • लॉ में पीएचडी- गवर्नमेंट सेक्टर्स में एडवाइजरी पोजीशन्स
  • इंग्लिश लिटरेचर में पीएचडी- कॉलेज प्रोफेसर
  • लिंग्विस्टिक्स में पीएचडी- पब्लिक सेक्टर एंड साइंस कम्युनिकेशन
  • फार्मेसी में पीएचडी- मेडिकल रिसर्च सेंटर्स
  • बायोलॉजी में पीएचडी- साइंस राइटिंग
  • मॉलिक्यूलर बायोलॉजी में पीएचडी- मेडिकल रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर्स

आप AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्सेज और उससे सम्बंधित टॉप यूनिवर्सिटी का चयन कर सकते हैं।

एमकॉम के बाद पीएचडी कैसे करें?

एमकॉम के बाद पीएचडी करने के लिए आपको विषय के प्रति समर्पित होना पड़ता हैं। पूरी जी-जान लगा कर उस विषय को अपने जीवन का भाग बनाना होता हैं। आइए जानते है कि M Com ke baad PhD kaise kare-

  • UGC (NET): पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी हो जाती है तो आपको अब UGC (NET) देना होता है और आपको इसे पास  करना बहुत ही जरूरी होता है। इस एग्जाम के लिए आप कोचिंग भी ले सकते हैं। ये प्रवेश परीक्षा थोड़ी कठिन होती है। UGC (NET) पहले नहीं होता था। लेकिन अब पीएचडी करने के लिए इसे पास करना अनिवार्य कर दिया गया है।
  • पीएचडी के लिए एडमिशन लें: एमकॉम के बाद पीएचडी में एडमिशन कैसे ले? यह कॉलेज पर निर्भर करता है। ज़्यादातर कॉलेज यूजीसी की परीक्षा क्लियर होने पर दाख़िला दे देते है और कुछ कॉलेज अपनी अलग से प्रवेश परीक्षा लेते है तो आपको उस कॉलेज में दाख़िला लेने के लिए उस कॉलेज की प्रवेश परीक्षापास करनी होती हैं।
  • इंटरव्यू क्लियर करें: अब ज़्यादातर कॉलेज पीएचडी में दाख़िला देने से पहले एक पर्सनल इंटरव्यू लेती हैं। वह क्लियर करने के बाद ही आपको पीएचडी में दाखिला मिलता हैं।
  • पीएचडी की पढ़ाई पूरी करें: अब आपको अपने विषय के अंदर डूब जाना हैं। उस पर बहुत अनुसंधान करना हैं। उस पर थीसिस यानि निबंध लिखने हैं। पीएचडी कितने साल का होता है? पीएचडी की पढ़ाई 3 साल तक चलती हैं। और अगर आप चाहें तो इसे 6 साल तक खींच सकते हैं। लेकिन उससे ज़्यादा नहीं। और वह करने के बाद आपके नाम के पीछे डॉक्टर लग जाता हैं और आपको पीएचडी की उपाधि प्राप्त होती हैं। 

एमकॉम करने के बाद पीएचडी करने के लिए फीस की जानकारी

हर कॉलेज और विश्वविद्यालय की पीएचडी की फीस अलग-अलग होती है ये तो उस कॉलेज पर ही निर्भर करती है। लेकिन औसतन पीएचडी फीस लगभग INR 30-40 हजार एक साल की हो सकती है। पीएचडी करने में 3 साल का समय लगता है। ये कोर्स समेस्टर में होता है, जिसमें प्रैक्टिकल परीक्षा और थ्योरी परीक्षा होते हैं।

एमकॉम के बाद पीएचडी करने के लिए विदेशी प्रसिद्ध विश्वविद्यालय

एमकॉम के बाद पीएचडी करने के लिए विदेशी प्रसिद्ध विश्वविद्यालय की लिस्ट इस प्रकार है:

आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।

एमकॉम के बाद पीएचडी करने के लिए प्रसिद्ध भारतीय विश्वविद्यालय

नीचे प्रसिद्ध भारतीय विश्वविद्यालय की लिस्ट दी गई है-

  • दिल्ली यूनिवर्सिटी
  • मुंबई युनिवर्सिटी
  • इंस्टिट्यूट ऑफ़ जेनेटिक इंजीनियरिंग कोलकाता
  • जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी 
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस बंगलोर 
  • एमिटी यूनिवर्सिटी, नॉएडा
  • टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च
  • इंस्टिट्यूट ऑफ जेनेटिक इंजीनियरिंग बडू – कोलकाता
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस, बैंगलोर
  • केसीजी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजि, चेन्नई
  • जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी
  • इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्निकल एंड प्रोफेशनल स्टडीज, कोलकाता
  • जामिआ मिल्लिआ इस्लामिया यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
  • चैन्नई मैथमेटिकल इंस्टिट्यूट
  • इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टिट्यूट (आईएसआई)
  • बी. एच यू वाराणसी

एमकॉम के बाद पीएचडी करने के लिए योग्यता

पीएचडी करने से पहले आपके पास पीएचडी के लिए योग्यता होनी चाहिए जो कि निम्न प्रकार से है:

  • आपके पास पीएचडी करने के लिए यूजी की डिग्री होना जरूरी है।
  • यूजी की डिग्री होने के साथ-साथ मास्टर डिग्री भी होना बहुत जरूरी है वो भी 55% या 60% अंक के साथ। ये प्रतिशत अलग-अलग विश्वविद्यालय के लिए अलग-अलग हो सकते हैं।
  • पीएचडी प्रवेश के लिए आपको एक प्रवेश परीक्षा पास अच्छे अंको के साथ करना होता है।
  • विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL के अंक अनिवार्य हैं।
  • कुछ यूनिवर्सिटीज में GRE/GMAT के अंक भी अनिवार्य हैं।

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विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया

विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताई गई है:

  • रिसर्च करें और अपनी रुचि के अनुसार सही कोर्स खोजें । इसके लिए आप हमारे Leverage Edu विशेषज्ञों की मदद लें सकते है।
  • यूजर आईडी से साइन इन करें और कोर्स चुनें जिसे आप चुनना चाहते हैं। 
  • अगली स्टेप में अपनी शैक्षणिक जानकारी भरें।  
  • शैक्षणिक योग्यता के साथ IELTS, TOEFL, प्रवेश परीक्षा स्कोर, SOP, LOR की जानकारी भरें। 
  • रजिस्ट्रेशन फीस का भुगतान करें।
  • अंत में आवेदन पत्र जमा करें।

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।

आवश्यक दस्तावेज

विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए दस्तावेज होने आवश्यक हैं-

  • 10+2 मार्कशीट
  • अंडर ग्रेजुएशन की मार्कशीट
  • पोस्ट ग्रेजुएशन की मार्कशीट
  • सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • पासपोर्ट फोटोकॉपी
  • वीजा 
  • अपडेट किया गया रिज्यूमे
  • LOR
  • स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस 

छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।

एमकॉम के बाद पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा

एम कॉम के बाद पीएचडी कैसे करें जानने के साथ-साथ यह जानना भी ज़रूरी है कि एमकॉम के बाद पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षाएं कौन सी होती हैं-

  • आपको पीएचडी करने के लिए यूजीसी नेट का परीक्षा देना होगा और इससे पास करना होगा  पहले ये परीक्षा नहीं होती थी लेकिन अब पीएचडी करने के लिए इस एग्जाम को पास करना अनिवार्य कर दिया गया है
  • जैसे ही नेट एग्जाम पास कर लेते है इसके बाद आप पीएचडी प्रवेश परीक्षा देने के लिए योग्य तो अब आपको अपने हिसाब जिस भी कॉलेज से आपको पीएचडी की पढाई करनी है उस कॉलेज के एंट्रेंस एग्जाम दे।
  •  हर यूनिवर्सिटी अपना अपना एंट्रेंस एग्जाम कंडक्ट करती है।
  •  पीएचडी के लिए तो आपको इस परीक्षा को पास करना होगा तभी आप आपको दाखिला मिल सकता है।

जॉब रोल्स

जॉब रोल्स की लिस्ट नीचे दी गई है-

एमकॉम करने के बाद बेस्ट जॉब ऑप्शन

एमकॉम करने के बाद बेस्ट जॉब ऑप्शन नीचे दिए गए हैं-

  • बुक कीपर्स 
  • बजट अनलिस्ट 
  • ऑडिटर
  • बिजनेस कंसल्टेंट्स
  • चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर 
  • चार्टर्ड मैनेजमेंट अकाउंटेंट 
  • हुमन रिसोर्स मैनेजर 
  • फाइनेंशियल एनालिस्ट 
  • इन्वेस्टमेंट एनालिस्ट 
  • फाइनेंस मैनेजर 
  • टीचर (लेक्चरर)
  • स्टॉक ब्रोकर्स 
  • मार्केटिंग मैनेजर
  • केशियर
  • इन्वेस्टमेंट बैंकर
  • मार्केटिंग मैनेजर
  • ऑपरेशन मैनेजर

सैलरी

सामान्य तौर पर एमकॉम के बाद पीएचडी करने के बाद सैलरी शुरुआती दौर में लगभग INR 50,000-80,000 प्रति महीने तक होती है। वहीं एक्सपीरियंस और प्रमोशन हासिल करने के बाद की सैलरी की तो ये लगभग INR 1 लाख-1.5 लाख प्रति महीने तक भी होती है। पीएचडी करके आप औसतन INR 5-10 लाख सालाना सैलरी से शुरुआत कर सकते हैं।

FAQs

एमकॉम करने के बाद पीएचडी कितने साल का कोर्स है?

एमकॉम के बाद पीएचडी 3 साल का कोर्स होता है।

एमकॉम के बाद पीएचडी की फीस कितनी होती है?

हर कॉलेज और विश्वविद्यालय की पीएचडी की फीस अलग-अलग होती है ये तो उस कॉलेज पर ही निर्भर करती है। लेकिन औसतन पीएचडी फीस लगभग 30 से 40 हजार एक साल की हो सकती है।

क्या बिना नेट क्लियर किए पीएचडी में एडमिशन हो सकता है?

बिना नेट क्लियर किए आप सभी लोग पीएचडी में एडमिशन तो हो सकता है। परंतु एडमिशन होने की गारंटी कोई भी नहीं लेगा। क्योंकि जब नेट क्लियर किए छात्रों का पी एच डी में सिर्फ फुल होने के कारण एडमिशन नहीं हो पाता तो बिना नेट क्लियर किए लोगों का पीएचडी में एडमिशन तो बहुत ही मुश्किल है। यदि आप वाकई में पीएचडी करना चाहते हैं तो नेट क्लियर करना पड़ेगा। अन्यथा जब तक आपका एडमिशन ना हो जाए आप तब तक वेट करें।

क्या वाणिज्य के क्षेत्र में बिना फाइनल रिजल्ट के कोई पीएचडी के लिए अप्लाई कर सकता है?

जी नहीं। यदि आप का फाइनल रिजल्ट नहीं है तो आप पीएचडी के लिए अप्लाई नहीं कर पाएंगे। क्योंकि पीएचडी के लिए अप्लाई करते समय आपका फाइनल रिजल्ट आपसे मांगा जाएगा और यदि आपके पास रिजल्ट ही नहीं होगा तो आप पीएचडी के लिए अप्लाई ही नहीं कर पाएंगे।

उम्मीद है, M Com ke baad PhD kaise kare के इस ब्लॉग से आपको महत्वपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। यदि आप भी विदेश में एम कॉम के बाद पीएचडी करना चाहते हैं तो आज ही हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स से 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए 1800 572 000 पर कॉल करें।

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7 comments
    1. नरसिन जी, आपका निर्णय बहुत प्रेरणादायक है! पीएचडी आपके ज्ञान को और बढ़ाएगी। आपको शुभकामनाएं!

    1. काजल जी, पीएचडी के लिए अंग्रेजी जरूरी नहीं है, लेकिन कई विश्वविद्यालयों और विषयों में यह उपयोगी और कभी-कभी जरूरी हो सकती है।

    1. धारणा जी, पीएचडी करने के लिए आपके मास्टर्स या MPhil में 55% अंक होने आवश्यक हैं।

    1. धारणा जी, पीएचडी करने के लिए आपके मास्टर्स या MPhil में 55% अंक होने आवश्यक हैं।